बुधवार, 29 नवंबर 2023

गरीबों को मुफ्त राशन उपलब्ध, योजना को मंजूरी

गरीबों को मुफ्त राशन उपलब्ध, योजना को मंजूरी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गरीबों को 11.8 लाख करोड़ रुपये की लागत से मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अगले पांच वर्षों के लिए विस्तार को मंजूरी दे दी है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज बुधवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र 1 जनवरी 2024 से अगले पांच वर्षों के लिए 81 करोड़ गरीब लोगों को प्रति माह पांच किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न प्रदान करने के लिए पीएमजीकेएवाई योजना का विस्तार कर रहा है।
मंत्री ने यह भी घोषणा की कि आदिवासियों के लिए पीएम जनमन योजना को मंजूरी दे दी गई है, जिसकी लागत 24,100 करोड़ रुपये होगी। इसमें से 15,300 करोड़ रुपये केंद्र द्वारा और शेष राज्यों द्वारा दिए जाएंगे।
यह योजना आवास, सड़क संपर्क, पाइप्ड पानी, मोबाइल चिकित्सा इकाइयां, सौर स्ट्रीट लाइटिंग, मोबाइल टावर समेत बुनियादी सुविधाएं प्रदान करेगी।
यह योजना 18 राज्यों में लागू की जाएगी और इससे 28,16,000 आदिवासियों को लाभ होने की उम्मीद है। ठाकुर ने यह भी कहा कि 16वें वित्त आयोग की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है और संदर्भ की शर्तों में केंद्र और राज्यों के बीच केंद्रीय करों का हिस्सा शामिल है। आयोग की सिफारिशें 1 अप्रैल 2026 से पांच वर्ष के लिए लागू होंगी।
उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण अन्न योजना के लिए पांच साल तक धन या भोजन की कोई कमी नहीं होगी। इस योजना पर सरकार को अगले पांच वर्षों में लगभग 11.8 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा, लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह राशि कोई निश्चित संख्या नहीं है।
ठाकुर ने कहा कि यह प्रधानमंत्री का एक प्रयास है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गरीब लोगों को खाद्य सुरक्षा मिले और उन्हें अपनी बुनियादी जरूरतों के बारे में चिंता न करनी पड़े।

छत्तीसगढ़ में बदला मौसम का मिजाज, करवट ली

छत्तीसगढ़ में बदला मौसम का मिजाज, करवट ली

दुष्यंत कुमार 
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदल गया है। प्रदेश में बादल छाए रहने के साथ ही मौसम ने करवट ली और कई इलाकों में हल्की मध्यम बारिश हुई। कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई, तो कहीं गरज चमक के साथ बौछारें पड़ी। आज भी मौसम ऐसे ही बने रहने की संभावना है। अब न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की की जाएगी और प्रदेश में ठिठुरन बढ़ने लगेगी। 
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में बारिश की स्थिति बनी हुई है। इससे तापमान गिरेगा और ठंड बढ़ने लगेगी। बीते दिनों मंगलवार को प्रदेश के जांजगीर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम का मिजाज बदलने से प्रदेश के कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इससे प्रदेश में सुबह के साथ दोपहर में भी ठंड रहा। 
इन दिनों छत्तीसगढ़ में धान की कटाई के साथ ही मिजांई का भी काम चल रहा है। मौसम में बदलाव के कारण किसान भी चिंता में हैं। प्रदेश में धान खरीदी भी शुरू हो गया है। बीते दिनों की बारिश से सभी किसान अस्त व्यस्त हो गए। वहीं धान खरीदी केन्द्रों में धान की सुरक्षा के लिए तुरंत इंतजाम किया गया। बारिश की संभावना से केन्द्रों में इसके लिए पहले से ही तैयारी कर लिया गया था।
बीते दिनों मंगलवार को मौसम को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जिला अधिकारीयों को धान की सुरक्षा को लेकर सचेत किया था। वहीं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने मंदिर हसौद के एक केंद्र में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने केंद्रों में धान को बारिश से बचने के लिए पर्याप्त प्रबंध करने के निर्देश दिए। आज भी प्रदेश के इलाकों में मौसम का मिजाज ऐसे ही रहने की संभावना है।

मस्जिदों से उतारे गए लाउडस्पीकर, विरोध

मस्जिदों से उतारे गए लाउडस्पीकर, विरोध 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। जमीयत उलमा-ए-हिंद ने मस्जिदों से उतारे गए लाउडस्पीकर की कार्रवाई का विरोध किया। कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रतिनिधिमंडल ने डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी से मुलाकात की।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जमीयत उलमा ए हिंद का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को कलक्ट्रेट में पहुंचा। यहां उन्होंने सोमवार को जिले के अलग-अलग गांवों में मस्जिदों से उतारे गए लाउडस्पीकर की कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त की। जिला संयोजक मौलाना मुकर्रम अली कासमी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार ही मस्जिदों में अजान के लिए लाउडस्पीकर लगे हुए हैं। स्थानीय पुलिस मस्जिदों में जाकर लाउडस्पीकर को उतरवा रही है। यह बिल्कुल भी सही नहीं है।
उन्होंने डीएम से निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि सभी मस्जिदों में सुप्रीम कोर्ट की ओर से निर्धारित आवाज में ही नमाज होती है। समस्या का समाधान किए जाने की मांग की। इस मौके पर हाजी अजीजुर्रहमान, मुफ्ती मुजीबुर्रहमान, मौलाना मौनीस जमाल, मुफ्ती मोहम्मद दानिश कासमी, मौलाना शाहनवाज, मौलाना कारी फुरकान, मौलाना सुहैल अख्तर मौजूद रहे।

पीएम जहां भी जाते हैं, 'अपशकुन' लेकर आते हैं

पीएम जहां भी जाते हैं, 'अपशकुन' लेकर आते हैं 

अविनाश श्रीवास्तव 
पटना। बिहार के सरकार के एक मंत्री ने बुधवार को यह टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहां भी जाते हैं, अपने साथ "अपशकुन" लेकर आते हैं और उन्हें शुभ अवसरों से दूर रहने के लिए कहा जाना चाहिए। राज्य के मंत्री और जद (यू) के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने यहां पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह विवादित टिप्पणी की।
संवाददाताओं ने उनसे कुछ भाजपा नेताओं के इन आरोपों के बारे में पूछा था कि बिहार सरकार उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे राज्य के श्रमिकों की मदद करने में विफल रही है। उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार पर इस तरह का आरोप लगाना गलत है।" मंत्री ने दावा किया, "हम राज्य के लोगों की दशा के प्रति संवेदनशील हैं, चाहे वे देश के अन्य हिस्सों में हों या विदेश में भी।
हमारे अधिकारी संबंधित अधिकारियों के संपर्क में थे और जो भी आवश्यक था वह कर रहे थे।" उन्होंने कहा, "जहां तक भाजपा का सवाल है, जब भी चीजें सही होती हैं तो उसे उनका श्रेय लेने और कोई समस्या होने पर जिम्मेदारी से बचने की आदत हो गई है।" जदयू नेता ने यह भी कहा, “इसका उदाहरण हालिया क्रिकेट विश्व कप था।
अगर भारत जीत जाता तो पूरी भाजपा मशीनरी चिल्ला रही होती कि प्रधानमंत्री की मौजूदगी के कारण ही टीम को जीत मिली। मुझे लगता है कि अब जब हम हार गए हैं तो प्रधानमंत्री को इसका भी दोष स्वीकार कर लेना चाहिए।" उन्होंने कहा, “सनातन धर्म के अच्छे जानकार कुछ लोगों ने एक बार मुझसे कहा था कि नरेन्द्र मोदी जहां भी जाते हैं, अपने साथ "अपशकुन" लेकर आते हैं।
इसलिए, मेरे विचार से यदि भाजपा चीजों को गलत होने से बचाना चाहती है तो उन्हें शुभ समारोहों में शामिल होने से बचने के लिए कहना चाहिए।" इस बीच, जब बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी से श्रवण कुमार की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कहा, “जद (यू) को यह एहसास होना चाहिए कि प्रधानमंत्री "इंडिया" गठबंधन के लिए अशुभ हैं और उनकी हार सुनिश्चित करेंगे।”
हार के बाद भारतीय टीम को सांत्वना देने के लिए ड्रेसिंग रूम में गए मोदी के हाव-भाव का जिक्र करते हुए चौधरी ने कहा, “जब भी हालात कठिन होते हैं, हमारे प्रधानमंत्री अपने लोगों के साथ खड़े होते हैं, चाहे वह हाल की घटना हो या कुछ समय पहले असफल हुआ चंद्रयान मिशन हो।”

चाय को दोबारा गर्म करना हानिकारक: स्वास्थ्य

चाय को दोबारा गर्म करना हानिकारक: स्वास्थ्य 

सरस्वती उपाध्याय 
हमेशा फ्रेश चाय पिएं। चाय को दोबारा गर्म नहीं करेंगे तो बेहतर होगा। अगर आपकी तुरंत बनाई चाय ठंडी हो गई है तो उसे गर्म करके पी सकते हैं। लेकिन इसकी आदत न डालें।
जब चाय बनती है, तब वो ठीक होती है। लेकिन जैसे जैसे वो ठंडी होती है तो इसमें बैक्टीरिया फैलने लगता है। ऐसे में कुछ देर बाद जब इसे फिर से गर्म किया जाता है तो ये बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते है। इसलिए ठंडी चाय को दोबारा गर्म करने से वह जहर बन जाती है और इससे पेट में कई सारे साइड इफेक्ट्स होते हैं,
जैसे कब्ज, एसिडिटी, पेट में जलन,उल्टी या दस्त की समस्या। जब चाय बनती है तब वो ठीक होती है लेकिन जैसे जैसे वो ठंडी होती है तो इसमें बैक्टीरिया फैलने लगता है। ऐसे में कुछ देर बाद जब इसे फिर से गर्म किया जाता है तो ये बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते है। इसलिए ठंडी चाय को दोबारा गर्म करने से वह जहर बन जाती है और इससे पेट में कई सारे साइड इफेक्ट्स होते हैं, जैसे कब्ज, एसिडिटी, पेट में जलन,उल्टी या दस्त की समस्या।

सेहत के लिए फायदेमंद है देसी अंडे, जानिए

सेहत के लिए फायदेमंद है देसी अंडे, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 
प्रोटीन का सबसे अच्छा सोर्स अंडे को माना जाता है। इसमें कैल्शियम की भी प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जो शरीर की हड्डियों के लिए फायदेमंद है। अंडा न केवल खाने में आसान है, बल्कि इसे घर पर स्टोर करना और बनाना भी आसान है। वैसे तो सफेद या भूरा, दोनों ही अंडे सेहत के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन कुछ लोग देसी अंडों यानी भूरे अंडों को सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद या सलाह के तौर पर लोगों को बताते हैं।

1. घने पोषक तत्व
देसी अंडे को आमतौर पर फैक्ट्री-फार्म किए गए अंडों की तुलना में अधिक पोषक तत्व-घने माना जाता है। उनमें विटामिन ए, डी, और ई सहित विटामिन और खनिजों के उच्च स्तर के साथ-साथ ल्यूटिन और ज़ीएक्सैंथिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं।

2. हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा दे  
देसी अंडे उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत हैं, जो हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। उनमें स्वस्थ वसा भी होते हैं, जैसे ओमेगा -3 फैटी एसिड, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।

3. मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा दे  
देसी अंडे कोलीन का एक समृद्ध स्रोत हैं, एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व जो मस्तिष्क के विकास और कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अध्ययनों से पता चला है कि कोलीन की कमी से संज्ञानात्मक गिरावट और स्मृति हानि हो सकती है।

4. वज़न प्रबंधन में मदद करे  
देसी अंडे कैलोरी में कम होते हैं और उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन होते हैं, जो उन्हें अपने वजन को प्रबंधित करने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाते हैं। वे परिपूर्णता की भावनाओं को बढ़ाने और भूख को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे अधिक खाने से रोकने में मदद मिल सकती है।

सलमान को फिर मिली जान से मारने की धमकी

सलमान को फिर मिली जान से मारने की धमकी 

कविता गर्ग 
मुंबई। बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को एक बार फिर से जान से मारने की धमकी देते हुए कहा गया है कि इस गफलत में नहीं रहना कि दाऊद आकर तुम्हें बचा लेगा, कोई भी अब तुम्हें नहीं बचा सकता है। बुधवार को बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को एक बार फिर से एक फेसबुक अकाउंट से जान से मारने की धमकी दी गई है। जिस अकाउंट से सलमान खान को धमकी दी गई है उस पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की फोटो लगी हुई है।  बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को धमकी मिलने की जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस ने अभिनेता की सुरक्षा का एक बार फिर से जायजा लिया है। फेसबुक अकाउंट से दी गई धमकी में पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल को संबोधित करते हुए सलमान को दी गई धमकी में लिखा गया है कि तुम सलमान खान को भाई मानते हो, लेकिन अब समय आ गया है कि तुम्हारा भाई आए और तुम्हें बचा ले। वार्निंग में सलमान खान को यह भी साफ तौर पर कहा गया है कि इस गफलत में बिल्कुल नहीं रहना कि माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम आकर तुम्हें बचा लेगा। याद रखना तुम्हें अब कोई भी नहीं बचा सकता है।

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...