बुधवार, 22 नवंबर 2023

कांग्रेस के हर झूठे वादे पर, मोदी की गारंटी भारी

कांग्रेस के हर झूठे वादे पर, मोदी की गारंटी भारी

नरेश राघानी 
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्तारूढ़ कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को कहा कि 'कांग्रेस के हर झूठे वादे पर, मोदी की गारंटी भारी है।' उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस से उम्मीद खत्म होती है, वहां से मोदी की गारंटी शुरू होती है।
इसके साथ ही मोदी ने आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का विश्वास जताते हुए कहा कि राजस्थान में अब कभी भी अशोक गहलोत की सरकार नहीं बनेगी। मोदी सागवाड़ा (डूंगरपुर) में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी की गारंटी कांग्रेस के हर झूठे वादों पर भारी है। गरीब कल्याण, जनकल्याण को लेकर जहां कांग्रेस से उम्मीद खत्म होती है, वहां से मोदी की गारंटी शुरू होती है। कांग्रेस ने दशकों के अपने शासनकाल में जो सोचा तक नहीं, वह सब बीते 10 साल में आपके सेवक ने देशवासियों के चरणों में समर्पित कर दिया।
’’ मोदी ने कहा, ‘‘आज मैं मावजी महाराज जी का आशीर्वाद लेते हुए एक भविष्यवाणी करने की हिम्मत कर रहा हूं। इस पवित्र धरती की ताकत है कि मेरे मन में यह विचार आया है और मैं मावजी महाराज से क्षमा मांग कर यह बोलने की हिम्मत कर रहा हूं... पूरे राजस्थान के लोग लिखकर रख लें... इस बार तो नहीं ... अब राजस्थान में कभी भी अशोक गहलोत की सरकार नहीं बनेगी। कभी भी नहीं।

यह मावजी महाराज की धरती से बोले गए शब्द हैं।’’ उन्होंने लोगों से कहा, ‘‘लोकतंत्र ने आपको कुशासन वाली इस कांग्रेस सरकार को बदलने का मौका दिया है। इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस का सूपड़ा साफ करो... राजस्थान को दंगों, अपराधों, बहनों-बेटियों पर अत्याचार और भ्रष्टाचार से मुक्त करो।
राजस्थान से कांग्रेस सरकार की विदाई इसलिए भी जरूरी है ताकि यहां केन्द्र सरकार की हर योजना तेजी से लागू हो।’’ मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार ने राजस्थान में हर सरकारी भर्ती में घोटाला किया है। कांग्रेस के पाले हुए पेपर लीक माफिया ने राजस्थान के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है।
’’ राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में सात गारंटियों को शामिल किया है। इनमें परिवार की महिला मुखिया को 10,000 रुपये का वार्षिक सम्मान, 1.05 करोड़ परिवारों के लिए 500 से रुपए में रसोई गैस सिलेंडर, पशुपालकों से 2 रुपये प्रति किलो की दर से गोबर की खरीद, सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) का कानून लाना शामिल है।

दुष्कर्म: मौलवी को आजीवन कारावास की सजा

दुष्कर्म: मौलवी को आजीवन कारावास की सजा

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। यूपी के मुजफ्फरनगर आठ साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में पॉक्सो एक्ट कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मदरसे के मौलवी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने अभियुक्त पर 50 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। अर्थदंड की रकम पीड़ित परिवार को देने के आदेश दिए हैं।
विशेष लोक अभियोजक दिनेश कुमार शर्मा और मनमोहन वर्मा ने बताया कि 23 सितंबर 2023 को बुढ़ाना थाना क्षेत्र के एक गांव में आठ साल की बच्ची मदरसे में पढ़ने के लिए गई थी। आरोप था कि मदरसे के मौलवी इरफान पुत्र कालू निवासी बवाना ने बच्ची को कमरे में झाडू लगाने के बहाने बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया, जिससे बच्ची की हालत बिगड़ गई।
सहारनपुर में दहेज के लिए विवाहिता को जिंदा जलाने में अदालत ने सास को उम्रकैद की सजा सुनाई। साथ ही 55 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया। मृतका के पति और ससुर की मामले के विचारण के दौरान ही मौत हो चुकी है। अभियोजन पक्ष के मुताबिक, जून 2013 में थाना मंडी में एक मुकदमा दर्ज किया गया था। वादी मुकदमा मौ. आबिद निवासी सरूलपुर का कहना था कि उसकी बेटी रेशमा प्रवीन का विवाह मुस्तकीम के साथ 2004 में हुआ था। उसी समय से लगातार दहेज की मांग की जा रही थी। 17 जून 2013 को सूचना मिली की रेशमा ने आग लगाकर हत्या कर दी। पुलिस ने पति मुस्तकीम, ससुर अख्तर और सास हमीदा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। सहायक शासकीय अधिवक्ता नीरज चौहान ने बताया कि मामले की सुनवाई एडीजे कक्ष-7 की अदालत में हुई।

जहां मर्द माप लेते हों, कपड़े सिलवाना हराम है

जहां मर्द माप लेते हों, कपड़े सिलवाना हराम है 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कपड़े सिलवाने को लेकर एक तालिबानी फरमान जारी किया है। अपने नए बयान में कासमी बताया कि मुस्लिम महिलाओं को अपने कपड़े कैसे सिलवाने चाहिए ? कासमी ने कहा कि जहां मर्द माप लेते हों, वहां मुस्लिम महिलाओं को कपड़े सिलवाना हराम है। 
कासमी ने अपने बयान में कहा कि आखिर मुस्लिम महिलाएं अपने कपड़े कैसे सिलवा सकती है। अपने बयान में कासमी ने कहा कि एक महिला माप के लिए अपने कपड़े किसी पुरुष दर्जी को भेजकर सिलवा सकती है, लेकिन अगर दर्जी खुद उसका माप लेता है और फिर कपड़े सिलता है, तो यह ‘हराम’ है। उन्होंने कहा कि अगर महिला अपने कपड़े माप के लिए भेजती है तो यह वैध है अन्यथा नहीं।
मुफ्ती असद कासमी ने कहा, ”इस सिलसिले में मैं कहूंगा कि इसमें दो बातें हैं. जब एक मुस्लिम महिला किसी पुरुष दर्जी से अपने कपड़े सिलवाती है तो इसके दो पहलू होते हैं। एक तो यह कि वह अपना परिधान माप के लिए एक दर्जी को देती है। दूसरी स्थिति यह है कि पुरुष स्वयं उसका माप लेता है तो इस स्थिति में शरीयत ने इसे नाजायज और हराम करार दिया है। हालांकि, अगर उसके पहले से सिले हुआ कपड़ों का उपयोग करके माप लिया जाए तो कपड़े सिले जा सकते हैं।”
इसके पहले अपने बयान में उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा था कि जिस ब्यूटी पार्लर में मर्द काम करते हों वहां महिलाओं को नहीं जाना चाहिए। कासमी ने बयान जारी करते हुए मुस्लिम महिलाओं को ऐसे ब्यूटी पार्लर में न जाने की नसीहत दे डाली, जहां पुरुष काम करते हैं। असद कासमी ने कहा था कि पुरुष जहां काम करते हैं ऐसे ब्यूटी पार्लर में मुस्लिम महिलाओं को नहीं जाना जाता है। ऐसे ब्यूटी पार्लर में जाना नाजायज है, हराम है। अलबत्ता, जहां लड़कियां काम कर रही हैं ऐसे ब्यूटी पार्लर में महिलाएं जा सकती हैं।

सड़क हादसा, टैंकर से कुचलकर महिला की मौत

सड़क हादसा, टैंकर से कुचलकर महिला की मौत

संदीप मिश्र 
लखनऊ। राजधानी के हजरतगंज इलाके में एक दर्दनाक सड़क हादसे में टैंकर से कुचलकर बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला अपनी बेटी के साथ स्कूटी पर सवार थी। मल्टीलेवल पार्किंग के पास उसे नगर निगम के टैंकर ने टक्कर मार दी। हजरतगंज इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि मृतका ठाकुरगंज के हुसैनाबाद इलाके में में रहने वाली राहिला खान (60) थीं।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को राहिला स्कूटी पर पीछे बैठकर अपनी बेटी के साथ जा रही थीं। मल्टी लेवल पार्किंग के पास नगर निगम के टैंकर को ओवरटेक करते समय स्कूटी टैंकर से टकरा गई। सड़क पर छिटककर गिरी महिला के ऊपर टैंकर का पहिया चढ़ गया। हादसे के बाद टैंकर चालक गाड़ी लेकर भाग निकला। पुलिस राहिला को सिविल अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।

खुदाई करते समय जमीन धंसने से मजदूर की मौत

खुदाई करते समय जमीन धंसने से मजदूर की मौत 

मनोज सिंह ठाकुर 
टीकमगढ़। निर्माणाधीन नाले की खुदाई करते समय जमीन धंसने से मलबे के नीचे दबे मजदूर की मौत हो गई है। गहरा करने के लिए की जा रही नाले की खुदाई के दौरान मिट्टी धंसने की वजह से कार भी पलट गई है। मजदूर की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। बुधवार को टीकमगढ़ के बल्देवगढ़ में निर्माणाधीन नाले को गहरा करने के लिए मजदूर खुदाई करने में लगे हुए थे। इसी दौरान खुदाई करते समय मिट्टी की ढांग एक मजदूर के ऊपर गिर गई। 
जिसके चलते वह मजदूर ढांग के मलबे के नीचे दब गया। हादसा होते ही मौके पर बुरी तरह से अफरा तफरी मच गई।  आसपास के लोग पुलिस और प्रशासन को सूचना देते हुए मलबे के नीचे दबे मजदूर को बाहर निकालने में लग गए। इसी दौरान घटनास्थल के पास से होकर गुजर रही कार जैसे ही नाले की मिट्टी धंसी वैसे ही वह भी उसके ऊपर से गुजरते समय नाले में पलट गई। दोहरे हादसे से काफी देर तक मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। इस बीच मलबे को हटाकर बाहर निकाले गए मजदूर की मौत हो चुकी थी। हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मलबे में दब कर मरे मजदूर के शव को कब्जे में लेकर भेज दिया है। उधर मिट्टी धंसने से नाले में गिरी कर को क्रेन की सहायता से बाहर निकलवाया गया है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1. अंक-33, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. बृहस्पतिवार, नवंबर 23, 2023

3. शक-1945, कार्तिक, शुक्ल-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:36, सूर्यास्त: 05:18।

5. न्‍यूनतम तापमान- 16 डी.सै., अधिकतम- 22+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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मंगलवार, 21 नवंबर 2023

ओपीएस लागू किया, कानूनी दर्जा देने की कवायद

ओपीएस लागू किया, कानूनी दर्जा देने की कवायद
नरेश राघानी 
जयपुर। राजस्थान चुनाव में ‘ओपीएस’, कांग्रेस का ‘बी’ प्लान है। यानी, चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर रहती है, तो उस स्थिति में कांग्रेस ने अपने लिए सरकारी बूस्टर ‘ओपीएस’ पर भरोसा जताया है। ओपीएस लागू करने के बाद अब चुनावी घोषणा पत्र में उसे कानूनी दर्जा देने की बात कही गई है।
कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। मंगलवार को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है।
घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष सीपी जोशी ने दूसरे मुद्दों के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों पर भी अपना फोकस किया है। उन्होंने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के लिए कानून बनाने की बात कही है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राजस्थान चुनाव में ‘ओपीएस’, कांग्रेस का ‘बी’ प्लान है। यानी, चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर रहती है, तो उस स्थिति में कांग्रेस ने अपने लिए सरकारी बूस्टर ‘ओपीएस’ पर भरोसा जताया है। राजस्थान में ओपीएस लागू हो चुका है।
अब चुनावी घोषणा पत्र में उसे कानूनी दर्जा देने की बात कही गई है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि पुरानी पेंशन का मुद्दा, उनके लिए फायदे का सौदा बनेगा। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक के चुनाव में भी ओपीएस का वादा किया था। दोनों राज्यों में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी है।
कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कई बातें कही हैं। इनमें चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा की राशि 25 लाख रुपये से बढ़ाकर ’50 लाख रुपये’ करना शामिल है। इसके अलावा जाति आधारित गणना, 4 लाख सरकारी नौकरियां, 10 लाख नए रोजगार, किसानों को 2 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त कर्ज, एमएसपी के लिए कानून बनाना और गैस सिलेंडर 400 रुपये में, इन सब बातों को भी चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है।
कांग्रेस पार्टी की महासचिव एवं स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने अपनी रैलियों में ‘ओपीएस’ का खूब जिक्र किया है। राजस्थान चुनाव में ‘पुरानी पेंशन’ को लेकर मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूरी तरह आश्वस्त नजर आते हैं। उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस और भाजपा के बीच चुनावी मुकाबला, कांटे की टक्कर में बदलता है, तो उस स्थिति में सरकारी कर्मियों व उनके परिजनों का वोट कांग्रेस पार्टी के लिए किसी बूस्टर से कम नहीं होगा।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तेज सिंह राठौड़ भी मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने ओपीएस लागू कर और अब इसके लिए कानून बनाने की बात कह कर कर्मियों को अपनी तरफ करने का प्रयास किया है। कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में ‘ओपीएस को कानूनी दर्जा’, इसे शामिल करने का मतलब है कि कांग्रेस ने ‘ओपीएस’ को केवल एक चुनावी गारंटी तक सीमित नहीं रखा है।
कांग्रेस पार्टी कह सकती है कि पहले ओपीएस लागू किया गया और अब उसे कानूनी दर्जा प्रदान करने का भरोसा दे दिया है। हालांकि इस मामले में बहुत कुछ ठोस नहीं है। दूसरी पार्टी की सरकार आती है तो उस स्थिति में यह कानूनी दर्जा खत्म भी हो सकता है। दूसरे दल की सरकार, अपने मुताबिक, कानून में बदलाव कर सकती है।
भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में ‘ओपीएस’ को लेकर कुछ नहीं कहा गया है। कर्मियों का एनपीएस में जमा पैसा, भारत सरकार के नियंत्रण में है। ‘पेंशन फंड एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी’ (पीएफआरडीए) में जमा पैसा, केंद्र की मर्जी के बिना राज्यों को नहीं दिया जा सकता। केंद्र सरकार, इस बाबत पहले ही इनकार कर चुकी है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...