सीएम ने वनवासियों के बीच दीपावली मनाई
संदीप मिश्र
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को करीब डेढ़ दशक पहले खुद द्वारा शुरू की गई परंपरा को अटूट रखते हुए वनवासियों के बीच दीपावली मनाई। कुसम्ही जंगल के तिकोनिया नंबर तीन में वनटांगिया समाज के लोगों के बीच दीपपर्व की खुशियां बांटते हुए उन्होने वनटांगियों के हक के लिए किए गए संघर्ष को भी याद किया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक भाव से किया गया कोई भी संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता है। वनटांगिया समाज के लिए इसी भाव से संघर्ष किया गया था और आज यह सार्थक रूप में दिख रहा है।
वंचितों को शासन की सभी सुविधाएं व नागरिक अधिकार मिलना ही सही मायने में दीपावली और रामराज्य जैसा है। रविवार सुबह अयोध्या से गोरखपुर के वनटांगिया गांव तिकोनिया नंबर तीन में दीपावली मनाने पहुंचे सीएम योगी ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का दीपावली गिफ्ट भी दिया। उन्होंने कुल 52 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वनटांगिया गांव में गरीबों के पक्के मकान, पेयजल की सुविधा, बिजली, अच्छे विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र देखकर उन्हें बेहद प्रसन्नता होती है। उन्होंने कहा कि कल अयोध्या के भव्य दीपोत्सव को सभी लोगों ने देखा होगा। जैसे अयोध्या सज संवर रही है, वैसे ही उत्तर प्रदेश, गोरखपुर और वनटांगिया गांव भी सज संवर रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों को दीपपर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली का पावन पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर, बुराई से अच्छाई, अधर्म से धर्म, नकारात्मकता से सकारात्मकता, अन्याय से न्याय और अकर्मण्यता से कर्मशिलाता की ओर ले जाने की प्रेरणा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कार्य करने का एक जज्बा होना चाहिए। भाव ऐसा होना चाहिए कि हम किसी का अहित किए बिना, अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से जो प्राप्त हो उसे समाज से भी जोड़ें। हर गरीब, वंचित, दीन-दुखी को गले लगाकर, साथ लेकर चलने वाले प्रयास फलीभूत होते हैं। उन्होने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सबने बदलते हुए उत्तर प्रदेश और देश को देखा है। जब ईमानदारी के साथ जब कोई प्रयास किया जाता है तो उसके परिणाम भी ईश्वरीय कृपा से सकारात्मक ही होते हैं। उन्होंने कहा कि आज से छह वर्ष पहले क्या कोई सोचता था अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन पाएगा। यह एक सपना था। पर, आज राम मंदिर के निर्माण के साथ रामलला के विराजमान होने की तिथि भी तय हो गई। संपूर्ण भारत में ही नहीं, दुनिया के सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए गौरव की अनुभूति कराने वाली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा दायित्व बनता है कि जब रामलला, अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे, तब उस तिथि से एक सप्ताह पहले से ही राम नाम का संकीर्तन और अखंड रामायण के साथ अपने-अपने घरों से जुड़ें। प्रभु रामलला के विराजमान होने के 500 वर्षों की प्रतीक्षा को याद कर अपने-अपने घरों पर पांच-पांच दीपक प्रज्वलित करें। इस संकल्प से व्यवस्था करने में अभी से जुट जाना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला के विराजमान होने का क्षण अद्भुत होगा। संपूर्ण भारतवर्ष के लिए यह दुनिया को बताने का अवसर होगा हम शांति से भी और क्रांति से भी अपने हक को लेने का सामर्थ्य रखते हैं। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का आंदोलन इसका उदाहरण है।
सीएम योगी ने विकास कार्यों से गोरखपुर में विगत छह सालों में आए बदलाव और इससे पूर्व की स्थिति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से गोरखपुर विकास की दृष्टि से लगातार उपेक्षित रहा। कुछ लोगों ने तो जानबूझकर इस उपेक्षित किया। पर, आज गोरखपुर में वह सब कुछ है जो गोरखपुर की आवश्यकता है। पहले खुद बीमार रहा मेडिकल कॉलेज स्वस्थ हो गया है तो यहां यहां एम्स भी सेवा दे रहा है। चमचमाती सड़कें, भव्य रामगढ़ताल सबको अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। उन्होने कहा कि गोरखपुर का चिड़ियाघर अलग ही आकर्षण पैदा कर रहा है। रोजगार के नए सृजन की दृष्टि से गीडा का विकास हम सबके सामने है। बंद खाद कारखाना, पिपराइच की चीनी मिल का दोबारा चलना अकल्पनीय था लेकिन आज हकीकत है। भटहट में आयुष विश्वविद्यालय खुलेगा, कोई सोच भी नहीं सकता था। आज यह सब साकार हो रहा है क्योंकि डबल इंजन की सरकार रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए सामूहिकता की भावना से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गोरखपुर में रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी शानदार है। कुछ वर्षों के बाद यहां जल मार्ग (वाटर वे) की कनेक्टिविटी को भी आगे बढ़ाया जाएगा।
इस तरह अनेक सुविधाएं एक साथ विकसित होकर इस क्षेत्र को अत्यंत समृद्ध और खुशहाल के क्षेत्र के रूप में बदलने के लिए कार्य करेंगी। उन्होने कहा कि वनटांगिया समाज के लोग पहले भयभीत रहते थे। उन्हें वन विभाग की तरफ से बेदखली, फर्जी एफआईआर, गिरफ्तारी का भय रहता था। पर, डबल इंजन की सरकार में उनका भय समाप्त हो गया। उन्हें अपना अधिकार मिल गया है। वनटांगिया अब भय नहीं अपने अधिकार की बात करते हैं। आज वनटांगिया लोगों के पास भी पक्का मकान, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, की सुविधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ साथ ही उपेक्षित जनजातियों मुसहर, थारू, चेरु, बुक्सा, कोल आदि को भी आवास, बिजली, रसोई, आयुष्मान जैसी सुविधाओं से आच्छादित किया जा रहा है।
उपेक्षित लोगों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ और उनका अधिकार मिलना ही असली दीपावली है। दीपावली मनाए जाने के महात्म्य क्या वर्णन करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया की प्रभु श्रीराम ने अपने वनवास कालखंड के दौरान ऋषि-मुनियों को अभय प्रदान करते हुए वनवासियों और गिरिवासियों को नकारात्मक ताकतों के खिलाफ खड़ा किया। इन्हें एकजुट करते हुए आर्यावर्त और दुनिया को रावण के आतंक से मुक्त कराया। अयोध्या में शनिवार को संपूर्ण हुए भव्य दीपोत्सव का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 22 लाख से अधिक दीपकों ने जगमगाते हुए नया विश्व कीर्तिमान बनाया है। 54 देश के राजदूतों व राजनीतिकों ने दीपोत्सव के भाग लेकर पूरे कार्यक्रम को वैश्विक मान्यता प्रदान करने में योगदान दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों आया आह्वान किया कि वे वंचित और गरीबों को साथ लेकर चलें। उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन 'सबका साथ सबका विकास' के अनुरूप कार्य कर रही है। सरकार की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति खुद को उपेक्षित न महसूस करे और न ही किसी अभाव से ग्रसित रहे। योगी आदित्यनाथ ने मंच से आयुष्मान योजना, कृषि विभाग की योजनाओं, मुख्यमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व मिष्ठान का उपहार देकर सम्मानित किया। इस दौरान आयुष्मान योजना की एक महिला लाभार्थी अपने शिशु को गोद मे लेकर मंच पर पहुंची थी। बच्चों पर स्नेह लुटाने के लिए मशहूर मुख्यमंत्री ने मासूम को अपनी गोद में ले लिया और खूब दुलारकर आशीर्वाद दिया। जंगल तिकोनिया नंबर तीन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंचीय कार्यक्रम के बाद यहां विभिन्न विभागों (उद्यान, वन, शिक्षा, ओडीओपी, खादी ग्रामोद्योग, कृषि आदि) की तरफ से स्टालों के माध्यम से लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी के जरिये लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही थी। वनटांगिया महिलाओं को फैशन शो तक ले जाने वाली सुगम शेखावत ने भी परिधानों पर आधारित स्टाल लगाया था। मुख्यमंत्री ने कुछ स्टालों पर रुककर वहां मौजूद लोगों से जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने नौनिहालों को दुलारकर उनका अन्नप्राशन कराया और गर्भवती महिलाओं को पोषण किट उपहार देकर गोदभराई की। स्टालों का अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव के भ्रमण पर निकले। वह सबसे पहले वनटांगिया समाज के मुखिया राम गणेश के घर पहुंचे।
घर के बाहर सजाई रंगोली के बीच दीप प्रज्वलित कर समूचे गांववासियों के लिए दीपोत्सव का शुभारंभ किया। इसके बाद गांव का भ्रमण करते हुए लोगों से मिले और उनका अभिवादन स्वीकार कर उनसे संवाद भी किया। कई बच्चों संग उन्होंने ठिठोली भी की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान गांव में स्थित हिन्दू विद्यापीठ के बच्चों से मुलाकात कर मिठाई व अन्य उपहार दिए। वनटांगिया दीपावली समारोह में स्वागत संबोधन पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह व गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, वरिष्ठ नेता रमेश सिंह, इंजीनियर पीके मल्ल, चरगांवा की ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि रणविजय सिंह, काशी से आए महामंडलेश्वर संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा आदि भी उपस्थित रहे।