रविवार, 12 नवंबर 2023

वर्ल्ड कप: भारत ने नीदरलैंड को 160 रनों से हराया

वर्ल्ड कप: भारत ने नीदरलैंड को 160 रनों से हराया 

इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/एम्स्टर्डम। भारत ने नीदरलैंड को वर्ल्ड कप 2023 के अंतिम लीग मैच में 160 रनों से हरा दिया है। आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में भारत की ये लगातार नौवीं जीत है। भारत ने टूर्नामेंट में भाग ले रही सभी टीमों को हराया है। इस जीत के साथ भारत ने पॉइंट्स टेबल में 18 अंक के साथ शीर्ष पर खत्म किया। भारत ने नीदरलैंड के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के शतक की बदौलत 50 ओवर में 4 विकेट खोकर 410 रन बनाए। इसके जवाब में नीदरलैंड की टीम 13 गेंद शेष रहते 47.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 250 रन ही बना सकी।

411 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी नीदरलैंड की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। मोहम्मद सिराज ने दूसरे ही ओवर में बरेसी को 4 के निजी स्कोर पर पवेलियन भेजा। कोलिन एकरमन ने 32 गेंद में 35 रन बनाए। कुलदीप यादव ने कोलिन और मैक्स की साझेदारी को तोड़ा। मैक्स को रविंद्र जडेजा ने 30 के स्कोर पर पवेलियन भेजा। विराट कोहली ने स्कॉट एडवर्ड्स को आउट किया। बुमराह ने लीडे को पवेलियन भेजा।साइब्रैंड एंगेलब्रेक्ट को सिराज ने आउट किया। बीक को कुलदीप ने पवेलियन भेजा। रोहित ने तेजा को आउट करके नीदरलैंड की पारी का अंत किया।

भारतीय टीम ने नीदरलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप 2023 के अंतिम लीग मैच में श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के शतक और तीन बल्लेबाजों के अर्धशतक की बदौलत 50 ओवर में चार विकेट खोकर 410 रन बनाए। भारत के लिए श्रेयस अय्यर ने सर्वाधिक 128 रन बनाए। नीदरलैंड की ओर से बास डि लीडे ने दो विकेट, जबकि रोल्फ वान डर मर्व और पॉल वान मीकेरन ने एक एक विकेट हासिल किए। वैन बीक काफी महंगे साबित हुए। उन्होंने 10 ओवर में 107 रन लुटाए। इससे पहले रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने भारत को धमाकेदार शुरुआत दिलाई। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी हुई। शुभमन गिल 32 गेंद में 51 रन बनाकर आउट हुए। 

कप्तान रोहित शर्मा ने 61 रन की पारी खेली। विराट कोहली 56 गेंद में 51 रन बनाकर पवेलियन लौटे। भारत का 200 के स्कोर पर तीसरा विकेट गिरा था। इसके बाद श्रेयस अय्यर और केएल राहुल ने 150 से ज्यादा रन की साझेदारी करते हुए भारत का स्कोर 350 के पार पहुंचाया। श्रेयस अय्यर ने 84 गेंद में शतक पूरा किया।

प्यासे कौवे की कहानी सच, वीडियो वायरल

प्यासे कौवे की कहानी सच, वीडियो वायरल 

सरस्वती उपाध्याय 
हर किसी ने अपने बचपन के समय स्कूल के दिनों में प्यासे कौवे की कहानियां पढ़ी होगी। उस दौरान हमने कहानी में पढ़ा, एक कौवे को काफी प्यास लगती है। वह पानी की तलाश करने लगता है। जिसके बाद उसे एक बर्तन में पानी नजर आता है, लेकिन पानी तक उसकी चोच नहीं पहुंचती है। इसलिए कौवा बर्तन में कंकड़ डालना शुरू कर देता है, जिससे बर्तन का पानी ऊपर आ जाता है। जिसके बाद वह अपनी प्यास बुझा लेता है। अब यह कहानी सिर्फ एक कहानी नहीं रह गई बल्कि सच हो गई है। ऐसा ही वीडियो अब सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

प्यासे कौवे की कहानी
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक बोतल में पानी रखा हुआ और उसके आस-पास काफी कंकड़ भी रखे हुए हैं। पानी काफी है और कौवे की चोच पानी तक नहीं पहुंच रही है। इसलिए कहानी की तरह ही यह कौवा भी उसमें कंकड़ डालने लगता है। जैसे ही पानी ऊपर आ जाता है कौवा अपनी प्यास बुझा लेता है।

लोगों ने किए मजेदार कमेंट्स
इस वीडियो को माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर @ScienceGuys_ नाम के पेज से शेयर किया गया है। वीडियो देखने के बाद एक यूजर ने लिखा- वाह, इसका फिजिक्स का टीचर कौन है? दूसरे यूजर ने लिखा- अब मैं मान सकती हूं कि जानवर भी समझदार होते हैं। तीसरे यूजर ने लिखा- इस कौवे का IQ कितना है?

मौत के लिए सजा की अवधि को 5 साल करें

मौत के लिए सजा की अवधि को 5 साल करें 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। संसद की एक समिति ने कहा है कि प्रस्तावित नये आपराधिक कानून में, लापरवाही से मौत के लिए सात साल जेल की सजा का प्रावधान ''अत्यधिक'' है और इसे घटाकर पांच साल किया जाना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजलाल की अध्यक्षता वाली गृह मामलों से संबंधित संसद की स्थायी समिति ने यह भी कहा कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) में उन लोगों के लिए 10 साल जेल की सजा का सुझाव दिया गया है जो जल्दबाजी या लापरवाही से किसी व्यक्ति की मौत का कारण बनते हैं और घटनास्थल से भाग जाते हैं, या घटना की सूचना पुलिस या मजिस्ट्रेट को देने में विफल रहते हैं।

समिति का कहना है कि इस पर विचार-विमर्श करने की आवश्यकता है कि क्या इस खंड को बरकरार रखा जाना चाहिए। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘‘खंड 104(1) के तहत दी जाने वाली सजा आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की धारा 304ए के तहत समान अपराध के प्रावधान की तुलना में अधिक है। इसलिए, समिति सिफारिश करती है कि धारा 104(1) के तहत प्रस्तावित सजा को कम किया जा सकता है।
इसे सात साल से घटाकर पांच साल किया जा सकता है।’’ बीएनएस की धारा 104 (1) के अनुसार, जो कोई भी लापरवाही से किए गए कृत्य से किसी व्यक्ति की मृत्यु का कारण बनता है, जो गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में नहीं आता हो, तो उसे सात साल तक की जेल की सजा दी जाएगी और उस पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
इसी अपराध के लिए भारतीय दंड संहिता (304ए) के तहत प्रावधान है कि जो कोई भी जल्दबाजी या लापरवाही से कोई ऐसा कृत्य करके किसी व्यक्ति की मृत्यु का कारण बनता है, जो गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में आता है, तो उसे उसे दो साल तक की कैद, या जुर्माना, या दोनों से दंडित किया जाएगा।
प्रस्तावित कानून भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस-2023), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस-2023) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए-2023) हैं। गत 11 अगस्त को लोकसभा में पेश किए गए ये तीन विधेयक भारतीय दंड संहिता, 1860, दंड प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की जगह लेंगे। समिति की रिपोर्ट शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को सौंपी गई।

सीएम ने वनवासियों के बीच दीपावली मनाई

सीएम ने वनवासियों के बीच दीपावली मनाई

संदीप मिश्र 
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को करीब डेढ़ दशक पहले खुद द्वारा शुरू की गई परंपरा को अटूट रखते हुए वनवासियों के बीच दीपावली मनाई। कुसम्ही जंगल के तिकोनिया नंबर तीन में वनटांगिया समाज के लोगों के बीच दीपपर्व की खुशियां बांटते हुए उन्होने वनटांगियों के हक के लिए किए गए संघर्ष को भी याद किया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक भाव से किया गया कोई भी संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता है। वनटांगिया समाज के लिए इसी भाव से संघर्ष किया गया था और आज यह सार्थक रूप में दिख रहा है। 
वंचितों को शासन की सभी सुविधाएं व नागरिक अधिकार मिलना ही सही मायने में दीपावली और रामराज्य जैसा है। रविवार सुबह अयोध्या से गोरखपुर के वनटांगिया गांव तिकोनिया नंबर तीन में दीपावली मनाने पहुंचे सीएम योगी ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का दीपावली गिफ्ट भी दिया। उन्होंने कुल 52 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वनटांगिया गांव में गरीबों के पक्के मकान, पेयजल की सुविधा, बिजली, अच्छे विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र देखकर उन्हें बेहद प्रसन्नता होती है। उन्होंने कहा कि कल अयोध्या के भव्य दीपोत्सव को सभी लोगों ने देखा होगा। जैसे अयोध्या सज संवर रही है, वैसे ही उत्तर प्रदेश, गोरखपुर और वनटांगिया गांव भी सज संवर रहे हैं। 
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों को दीपपर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली का पावन पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर, बुराई से अच्छाई, अधर्म से धर्म, नकारात्मकता से सकारात्मकता, अन्याय से न्याय और अकर्मण्यता से कर्मशिलाता की ओर ले जाने की प्रेरणा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कार्य करने का एक जज्बा होना चाहिए। भाव ऐसा होना चाहिए कि हम किसी का अहित किए बिना, अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से जो प्राप्त हो उसे समाज से भी जोड़ें। हर गरीब, वंचित, दीन-दुखी को गले लगाकर, साथ लेकर चलने वाले प्रयास फलीभूत होते हैं। उन्होने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सबने बदलते हुए उत्तर प्रदेश और देश को देखा है। जब ईमानदारी के साथ जब कोई प्रयास किया जाता है तो उसके परिणाम भी ईश्वरीय कृपा से सकारात्मक ही होते हैं। उन्होंने कहा कि आज से छह वर्ष पहले क्या कोई सोचता था अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन पाएगा। यह एक सपना था। पर, आज राम मंदिर के निर्माण के साथ रामलला के विराजमान होने की तिथि भी तय हो गई। संपूर्ण भारत में ही नहीं, दुनिया के सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए गौरव की अनुभूति कराने वाली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा दायित्व बनता है कि जब रामलला, अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे, तब उस तिथि से एक सप्ताह पहले से ही राम नाम का संकीर्तन और अखंड रामायण के साथ अपने-अपने घरों से जुड़ें। प्रभु रामलला के विराजमान होने के 500 वर्षों की प्रतीक्षा को याद कर अपने-अपने घरों पर पांच-पांच दीपक प्रज्वलित करें। इस संकल्प से व्यवस्था करने में अभी से जुट जाना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला के विराजमान होने का क्षण अद्भुत होगा। संपूर्ण भारतवर्ष के लिए यह दुनिया को बताने का अवसर होगा हम शांति से भी और क्रांति से भी अपने हक को लेने का सामर्थ्य रखते हैं। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का आंदोलन इसका उदाहरण है। 
सीएम योगी ने विकास कार्यों से गोरखपुर में विगत छह सालों में आए बदलाव और इससे पूर्व की स्थिति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से गोरखपुर विकास की दृष्टि से लगातार उपेक्षित रहा। कुछ लोगों ने तो जानबूझकर इस उपेक्षित किया। पर, आज गोरखपुर में वह सब कुछ है जो गोरखपुर की आवश्यकता है। पहले खुद बीमार रहा मेडिकल कॉलेज स्वस्थ हो गया है तो यहां यहां एम्स भी सेवा दे रहा है। चमचमाती सड़कें, भव्य रामगढ़ताल सबको अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। उन्होने कहा कि गोरखपुर का चिड़ियाघर अलग ही आकर्षण पैदा कर रहा है। रोजगार के नए सृजन की दृष्टि से गीडा का विकास हम सबके सामने है। बंद खाद कारखाना, पिपराइच की चीनी मिल का दोबारा चलना अकल्पनीय था लेकिन आज हकीकत है। भटहट में आयुष विश्वविद्यालय खुलेगा, कोई सोच भी नहीं सकता था। आज यह सब साकार हो रहा है क्योंकि डबल इंजन की सरकार रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए सामूहिकता की भावना से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गोरखपुर में रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी शानदार है। कुछ वर्षों के बाद यहां जल मार्ग (वाटर वे) की कनेक्टिविटी को भी आगे बढ़ाया जाएगा। 
इस तरह अनेक सुविधाएं एक साथ विकसित होकर इस क्षेत्र को अत्यंत समृद्ध और खुशहाल के क्षेत्र के रूप में बदलने के लिए कार्य करेंगी। उन्होने कहा कि वनटांगिया समाज के लोग पहले भयभीत रहते थे। उन्हें वन विभाग की तरफ से बेदखली, फर्जी एफआईआर, गिरफ्तारी का भय रहता था। पर, डबल इंजन की सरकार में उनका भय समाप्त हो गया। उन्हें अपना अधिकार मिल गया है। वनटांगिया अब भय नहीं अपने अधिकार की बात करते हैं। आज वनटांगिया लोगों के पास भी पक्का मकान, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, की सुविधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ साथ ही उपेक्षित जनजातियों मुसहर, थारू, चेरु, बुक्सा, कोल आदि को भी आवास, बिजली, रसोई, आयुष्मान जैसी सुविधाओं से आच्छादित किया जा रहा है। 
उपेक्षित लोगों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ और उनका अधिकार मिलना ही असली दीपावली है। दीपावली मनाए जाने के महात्म्य क्या वर्णन करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया की प्रभु श्रीराम ने अपने वनवास कालखंड के दौरान ऋषि-मुनियों को अभय प्रदान करते हुए वनवासियों और गिरिवासियों को नकारात्मक ताकतों के खिलाफ खड़ा किया। इन्हें एकजुट करते हुए आर्यावर्त और दुनिया को रावण के आतंक से मुक्त कराया। अयोध्या में शनिवार को संपूर्ण हुए भव्य दीपोत्सव का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 22 लाख से अधिक दीपकों ने जगमगाते हुए नया विश्व कीर्तिमान बनाया है। 54 देश के राजदूतों व राजनीतिकों ने दीपोत्सव के भाग लेकर पूरे कार्यक्रम को वैश्विक मान्यता प्रदान करने में योगदान दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों आया आह्वान किया कि वे वंचित और गरीबों को साथ लेकर चलें। उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन 'सबका साथ सबका विकास' के अनुरूप कार्य कर रही है। सरकार की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति खुद को उपेक्षित न महसूस करे और न ही किसी अभाव से ग्रसित रहे। योगी आदित्यनाथ ने मंच से आयुष्मान योजना, कृषि विभाग की योजनाओं, मुख्यमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व मिष्ठान का उपहार देकर सम्मानित किया। इस दौरान आयुष्मान योजना की एक महिला लाभार्थी अपने शिशु को गोद मे लेकर मंच पर पहुंची थी। बच्चों पर स्नेह लुटाने के लिए मशहूर मुख्यमंत्री ने मासूम को अपनी गोद में ले लिया और खूब दुलारकर आशीर्वाद दिया। जंगल तिकोनिया नंबर तीन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंचीय कार्यक्रम के बाद यहां विभिन्न विभागों (उद्यान, वन, शिक्षा, ओडीओपी, खादी ग्रामोद्योग, कृषि आदि) की तरफ से स्टालों के माध्यम से लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी के जरिये लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही थी। वनटांगिया महिलाओं को फैशन शो तक ले जाने वाली सुगम शेखावत ने भी परिधानों पर आधारित स्टाल लगाया था। मुख्यमंत्री ने कुछ स्टालों पर रुककर वहां मौजूद लोगों से जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने नौनिहालों को दुलारकर उनका अन्नप्राशन कराया और गर्भवती महिलाओं को पोषण किट उपहार देकर गोदभराई की। स्टालों का अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव के भ्रमण पर निकले। वह सबसे पहले वनटांगिया समाज के मुखिया राम गणेश के घर पहुंचे। 
घर के बाहर सजाई रंगोली के बीच दीप प्रज्वलित कर समूचे गांववासियों के लिए दीपोत्सव का शुभारंभ किया। इसके बाद गांव का भ्रमण करते हुए लोगों से मिले और उनका अभिवादन स्वीकार कर उनसे संवाद भी किया। कई बच्चों संग उन्होंने ठिठोली भी की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान गांव में स्थित हिन्दू विद्यापीठ के बच्चों से मुलाकात कर मिठाई व अन्य उपहार दिए। वनटांगिया दीपावली समारोह में स्वागत संबोधन पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह व गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, वरिष्ठ नेता रमेश सिंह, इंजीनियर पीके मल्ल, चरगांवा की ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि रणविजय सिंह, काशी से आए महामंडलेश्वर संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा आदि भी उपस्थित रहे।

प्लास्टिक की गेंद बनाने वाले कारखाने में लगी आग

प्लास्टिक की गेंद बनाने वाले कारखाने में लगी आग

इकबाल अंसारी 
विशाखापत्तनम। विशाखापत्तनम में रविवार तड़के एक प्लास्टिक की गेंद बनाने वाले कारखाने में भीषण आग लग गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। हालांकि, अब तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश औद्योगिक बुनियादी ढांचा विकास निगम (एपीआईआईसी) जोन में स्थित एवरग्रीन पॉलिमर कंपनी में शनिवार और रविवार की दरमियानी देर रात करीब दो बजे आग लग गई।
विशाखापत्तनम के पुलिस उपायुक्त-दो के. आनंद रेड्डी ने बताया, ‘‘यह घटना उस समय हुई जब एक ‘ऑपरेटर’(संचालक) ने प्लास्टिक के अवशेषों को हटाने के लिए आग लगाई।’’ पुलिस ने बताया कि छह दमकल गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  


1. अंक-357, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. सोमवार, नवंबर 13, 2023

3. शक-1944, कार्तिक, कृष्ण-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:40, सूर्यास्त: 05:29।

5. न्‍यूनतम तापमान- 15 डी.सै., अधिकतम- 24+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 10 नवंबर 2023

आज मनाया जाएगा 'धनतेरस' का पर्व

आज मनाया जाएगा 'धनतेरस' का पर्व 

सरस्वती उपाध्याय 
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी, कुबेर देवता और भगवान धनवंतरी की उपासना की जाती है।
मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस के दिन सोना चांदी, स्टील के बर्तन, गोमती चक्र खरीदना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है।
साथ ही धनतेरस पर एक सस्ती चीज भी खरीदी जाती है वो है झाड़ू।
कहते हैं कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से मां लक्ष्मी धन की बरसात करती हैं ! तो आइए जानते हैं कि झाड़ू खरीदते समय किन गलतियों से सावधान रहना चाहिए ?

कैसी झाड़ू खरीदें ?
धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से आर्थिक संपन्नता बढ़ती है। इस दिन कोई भी झाड़ू न खरीद लाएं। इस दिन केवल सीक या फूल वाली झाड़ू ही खरीदें। नई झाड़ू को किचन या बेडरूम के अंदर न रखें। इसे पलंग के नीचे या पैसों की अलमारी के आस-पास न रखें।

घनी झाड़ू खरीदें
झाड़ू खरीदते वक्त ध्यान रहे कि वो पतली या मुरझाई न हो। झाड़ू जितनी ज्यादा घनी होगी, उतना अच्छा होगा। इसकी तीलियां टूटी नहीं होनी चाहिए। इसकी तीलियां साफ-सुथरी और मजबूत होनी चाहिए।

प्लास्टिक वाली झाड़ू
धनतेरस के दिन प्लास्टिक की झाड़ू खरीदने से बचें। इस शुभ अवसर पर प्लास्टिक का सामान खरीदने से भी बचना चाहिए।प्लास्टिक एक अशुद्ध धातु है, जिसकी धनतेरस पर खरीदारी नहीं करनी चाहिए। धनतेरस पर अशुद्ध धातु की खारीदारी फलदायी नहीं मानी जाती है‌।

झाड़ू लाने के बाद क्या करें ?
धनतेरस पर नई झाड़ू लाने के बाद उसका सीधे प्रयोग न करने लगें। पहले पुरानी झाड़ू की पूजा करें। फिर नई झाड़ू को कुमकुम और अक्षत अर्पित करें। इसके बाद ही इसका इस्तेमाल शुरू करें।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...