शुक्रवार, 10 नवंबर 2023

आंखों की रोशनी कम होने से परेशान, जानिए

आंखों की रोशनी कम होने से परेशान, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 
आंखें हमारी शरीर का सबसे नाजुक हिस्सा होती है। लोगों को अपनी आंखों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती है। आंखों की समस्या आज के समय में आम हो गई है। इस दौर में छोटी उम्र के बच्चे भी चश्मा लगाए हुए देखने को मिल जाते हैं। आंखों की रोशनी की कम होने की समस्या का कारण खराब खानपान और लाइफस्टाइल है। ज्यादातर लोग पौष्टिक आहार के बजाय जंक फूड और फास्ट फूड खाते हैं। वहीं ज्यादा समय तक लैपटॉप और मोबाइल का उपयोग भी आंखों की समस्या का कारण बनते हैं। जो लोग आंखों की रोशनी कम होने की समस्या से परेशान है। उन्हें अपने डाइट में बदलाव करना चाहिए। ऐसे में उन्हें पौष्टिक तत्वों से भरपूर आहार को शामिल करना चाहिए।

हरी सब्जियां 
आंखों की रोशनी कम होने से परेशान है तो अपनी डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करें। हरी सब्जियों में पालक, मेथी, ब्रोकली, शिमला मिर्च जैसी सब्जियों का सेवन करने से आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसमें पाए जाने वाले रासायनिक तत्व आपके आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होता है।

बादाम
बादाम का नियमित सेवन कर आंखों की रोशनी कम होने की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसमें पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट्स आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होता है। इसे आप भिगोकर या तो दूध के साथ भी खा सकते हैं।

आंवला
आंखों की रोशनी बढ़ाने में आंवला भी कारगर उपाय माना जाता है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन सी का गुण आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है। आंवले का सेवन शहद के साथ या फिर उसके रस को पानी में मिलाकर दो बार पीने से आंखों की रोशनी कम होने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

संतरा
आंखों की रोशनी कम होने की समस्या के लिए संतरे का सेवन किया जा सकता है। इसमें पाया जाने वाला एंटी ऑक्सीडेंट्स आपकी आंखों के लिए फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से आंखों की रोशनी को फायदा होता है।

गाजर और शकरकंद
गाजर औऱ शकरकंद में पाया जाने वाला बीटा कैरोटिन और विटामिन ए पोषक तत्व आंखों की रोशनी को बढ़ाने में काफी फायदेमंद होता है। गाजर का सेवन सलाद के रूप में या फिर जूस के रूप में भी कर सकते हैं। इन दोनों का सेवन आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करते हैं।

शमी को अभिनेत्री से शादी का प्रस्ताव मिला

शमी को अभिनेत्री से शादी का प्रस्ताव मिला

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। विश्व कप के मैचों में अपनी गेंदबाजी से शानदार प्रदर्शन करने वाले मोहम्मद शमी को फिल्म अभिनेत्री से शादी का प्रस्ताव मिला है। लेकिन उसमें पहले शमी को अपनी इंग्लिश सुधारने की शर्त रखी गई है। गौरतलब है कि भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को विश्व कप के शुरुआती मुकाबले में टीम से बाहर रखा गया। हार्दिक पांड्या के चोटिल होने के बाद मोहम्मद शमी को जब मैच में खिलाया गया तो उस मैच में मोहम्मद शमी ने पांच विकेट लेकर अपने खेल से सनसनी फैला दी थी। मोहम्मद शमी ने अभी तक चार मैच खेले हैं, जिनमें वह 16 विकेट चटका चुके हैं। 
मोहम्मद शमी के वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन पर फिल्म अभिनेत्री पायल घोष ने अपने X हैंडल पर 2 नवंबर को पोस्ट करते हुए लिखा कि शमी तुम अपना इंग्लिश सुधार लो, मैं शादी के लिए तैयार हूं। 2 नवंबर को X पर की गई है पोस्ट अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है । पायल घोष फिल्म इंडस्ट्री मिस्टर रास्कल और की पंजाबी शादी सहित कई फिल्मों में आ चुकी है। इंग्लिश सुधारने पर मोहम्मद शमी से शादी का प्रपोजल भेजने वाली पायल घोष का यह X पोस्ट सोशल मीडिया पर अपनी सुर्खियां बटोर रहा है।

पंजाब विधानसभा सत्र को वैध ठहराया: एससी

पंजाब विधानसभा सत्र को वैध ठहराया: एससी 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने जून में आयोजित पंजाब विधानसभा सत्र को संवैधानिक रूप से वैध ठहराते हुए शुक्रवार को वहां के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को लंबित विधेयकों पर फैसला लेने का निर्देश दिया और कहा कि राज्यपाल विधानसभा सत्र की वैधता पर संदेह नहीं कर सकते।
मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला एवं न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि राज्यपाल के पास जून में आयोजित विधान सभा सत्र की वैधता पर संदेह करने का कोई संवैधानिक आधार नहीं है। पीठ ने यह कहते हुए कि 19 और 20 जून को आयोजित विधानसभा का विशेष सत्र इस साल मार्च में आयोजित बजट सत्र का विस्तार था, राज्यपाल को ‘सहमति के लिए प्रस्तुत विधेयकों पर निर्णय लेने के लिए आगे बढ़ना चाहिए।’
पीठ ने कहा कि जून में सदन बुलाना पंजाब विधानसभा की प्रक्रिया और कामकाज के नियम 16 के दायरे में है। पंजाब सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील देते हुए कहा था कि राज्यपाल ने जून में सत्र आयोजित करने के अध्यक्ष के फैसले की वैधता पर संदेह किया। इस पर पीठ ने पूछा,“राज्यपाल ऐसा कैसे कह सकते हैं? पंजाब में जो हो रहा है उससे हम खुश नहीं हैं। क्या हम संसदीय लोकतंत्र बने रहेंगे ?”
पीठ ने कहा,“विधानमंडल के सत्र पर संदेह करने का कोई भी प्रयास लोकतंत्र के लिए बेहद ख़तरनाक होगा।” पीठ ने कहा,“यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि लोकतंत्र के संसदीय स्वरूप में वास्तविक शक्ति लोगों के निर्वाचित प्रतिनिधियों के पास होती है। राज्यपाल, राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त व्यक्ति के रूप में राज्य का नाममात्र प्रमुख होता है।”

संजय की हिरासत की अवधि 24 तक बढ़ाई

संजय की हिरासत की अवधि 24 तक बढ़ाई 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली सरकार की कथित आबकारी नीति घोटाले से संबंधित धन शोधन मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी (आप) नेता संजय सिंह की न्यायिक हिरासत की अवधि शुक्रवार को 24 नवंबर तक बढ़ा दी। विशेष न्यायाधीश एम के नागपाल ने सिंह को संसद सदस्य के रूप में विकास कार्यों से संबंधित कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने की भी अनुमति दी। 
न्यायाधीश ने संबंधित अधिकारियों को उन्हें (सिंह को) पंजाब की एक अदालत के समक्ष पेश करने का भी निर्देश दिया, जब उसे सूचित किया गया कि पंजाब के अमृतसर की एक अदालत से एक मामले में पेशी वारंट प्राप्त हुआ है।
धन शोधन रोधी एजेंसी ने सिंह को चार अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया कि सिंह ने आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिससे कुछ शराब निर्माताओं, थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं को फायदा हुआ था। हालांकि, इस नीति को अब रद्द कर दिया गया है।

डिजिटल विज्ञापन नीति 2023 को मंजूरी दी

डिजिटल विज्ञापन नीति 2023 को मंजूरी दी

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। सूचना और प्रसारण (आई एंड बी) मंत्रालय ने सरकार की विज्ञापन शाखा केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी) को डिजीटल मीडिया स्पेस अभियान चलाने में सक्षम और सशक्त बनाने के लिए डिजिटल विज्ञापन नीति 2023 को मंजूरी दे दी है। नई नीति ने सीबीसी को ओटीटी और वीडियो ऑन डिमांड स्पेस में एजेंसियों तथा संगठनों को सूचीबद्ध करने में भी सक्षम बनाया है।
आईबी मंत्रालय ने शुक्रवार को एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा,“यह नीति उभरते मीडिया परिदृश्य और मीडिया उपभोग के बढ़ते डिजिटलीकरण के जवाब में केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और नीतियों के बारे में जानकारी प्रसारित करने और जागरूकता पैदा करने के सीबीसी के मिशन में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित करती है।”
मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित कुछ प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनावों के बीच केंद्र सरकार की डिजिटल विज्ञापन नीति आई है। इसके अलावा, आम चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने हैं। सीबीसी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत काम करता है और देश में विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों, योजनाओं और नीतियों के बारे में जागरूकता पैदा करने और जानकारी प्रसारित करने के लिए जिम्मेदार है।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि डिजिटल जगत में विशाल ग्राहक आधार, डिजिटल विज्ञापनों के माध्यम से प्रौद्योगिकी सक्षम संदेश विकल्पों के साथ मिलकर, लक्षित तरीके से नागरिक केंद्रित संदेश के प्रभावी वितरण की सुविधा प्रदान करेगा, जिसके परिणामस्वरूप सार्वजनिक उन्मुख अभियानों में लागत दक्षता आएगी।
मंत्रालय ने कहा,“हाल के वर्षों में, जिस तरह से दर्शक मीडिया का उपयोग करते हैं, उसमें डिजिटल स्पेस की ओर एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है। केन्द्र सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के कारण देश में ऐसे लोगों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है जो अब इंटरनेट, डिजिटल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म, और सोशल मीडिया से जुड़े हुए हैं।”

आज भाजपा का घोषणा-पत्र जारी करेंगे नड्डा

आज भाजपा का घोषणा-पत्र जारी करेंगे नड्डा 

मनोज सिंह ठाकुर 
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का घोषणा-पत्र यहां शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा जारी करेंगे। प्रदेश भाजपा की ओर से आज यहां जारी की गयी जानकारी के अनुसार भाजपा ने इसे “संकल्प पत्र” नाम दिया है।
नड्डा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में 11 नवंबर को दिन में पत्रकारों के समक्ष संकल्प पत्र जारी करेंगे। राज्य में मतदान के लिए अब मात्र छह दिन ही शेष हैं। सभी 230 सीटों के लिए मतदान एक ही दिन 17 नवंबर को होगा। मतगणना तीन दिसंबर को की जाएगी।

4 हाथ, 4 पांव वाले अनोखे बच्चे ने जन्म लिया

4 हाथ, 4 पांव वाले अनोखे बच्चे ने जन्म लिया 

भानु प्रताप उपाध्याय/सत्येंद्र पंवार 
मुजफ्फरनगर/मेरठ। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में चार हाथ व चार पांव वाले अनोखे बच्चे ने जन्म लिया है। वहीं, बच्चे की क्रिटिकल हालत देखते हुए मेरठ मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए लाया गया है। वहीं अनोखे बच्चे को देखने के लिए बच्चे के पिता इरफान के आवास पर भीड़ जुटने लगी है। मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ. वी डी पाण्डेय ने बताया कि एक नवजात शिशु का जन्म मुजफफरनगर में इरफान के घर पर सोमवार दोपहर 03ः30 पर हुआ। बच्चा पैदा होने के बाद बच्चे के पिता इरफान को बताया गया कि बच्चे के 04 हाथ व 04 पैर हैं। 
तब वह बच्चे को जिला अस्पताल मुजफफरनगर लेकर गए। जहां से बच्चे को मेडिकल कालेज मेरठ के लिये रेफर कर दिया गया।
डॉ. नवरतन गुप्ता विभागाध्यक्ष बाल रोग विभाग ने बताया कि बच्चे के पिता से की गई बातचीत से पता चला कि इस बच्चे से बड़ी तीन बहने जिनकी उम्र क्रमशः 7, 4, 1 वर्ष है और यह चौथा बच्चा है। सभी बच्चो का प्रसव घर पर दाई द्वारा ही कराया गया था। जब बच्चा मेडिकल कॉलेज मेरठ में भर्ती किया गया तब सांस लेने में दिक्कत थी। उसका उपचार कर दिया गया और नलकी के माध्यम से दूध दिया जा रहा है, बच्चे की स्थिति स्थिर बनी हुई है।
इस प्रकार की विकृति जुड़वां बच्चे की जटिलता (कॉम्प्लीकेशन) है। इसमें एक बच्चा तो पूरी तरह विकसित इुआ लेकिन दूसरे बच्चे का अपूर्ण विकास धड़ से निचले हिस्से का ही हो पाया एवं धड़ से उपर का हिस्सा विकसित न होकर एक में ही जुड़ गया।
देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि एक बच्चे के ही चार हाथ एवं चार पैर है जबकि दो हाथ व दो पैर दूसरे अविकसित बच्चे के हैं। इस प्रकार के बच्चो की जन्मजात विकृति 50 से 60 हजार में से किसी एक बच्चे को ही होती है। यदि किसी माता-पिता का पहला व दूसरा बच्चा नॉर्मल हुआ है तो एसा नही है कि उनके अगले पैदा होने वाले बच्चो में जटिलता नही आएगी।
बच्चे के पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे का किसी प्रकार से इलाज मेडिकल कॉलेज में हो जाए और इस बच्चे के अतिरिक्त अंगों की सर्जरी के द्वारा हटाते हुए साधारण जीवन यापन एवं दैनिक दिनचर्या के समस्त कार्य योग्य बनाने तथा सामाजिक स्वीकृति के अनुरूप बनाया जाए।
डॉ0 रचना चौधरी विभागाध्यक्ष, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञा ने बताया कि गर्भधारण के पश्चात भारत सरकार द्वारा जननी सुरक्षा योजना के मध्यम से आम जनमानस तक यह जागृति पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा की कोई भी गर्भवती शुरू के तीन माह के बीच एक बार, चार से छ माह के बीच एक बार तथा सात से नौ माह के मध्य दो बार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/जिला चिकित्सालय/मेडिकल कॉलेज में स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ से अवश्य सलाह ले एवं निःशुल्क दवाओं और व्यवस्थाओं का लाभ लें।
प्रथम तीन माह गर्भवती महिला के लिए अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है, जिसमें कुछ दवाओं का सेवन कराया जाता है। इसके सेवन से शिशुओं के जन्मजात विकृतियों में कमी आती है। 
यदि गर्भवती महिलायें चिकित्सक से सम्पर्क करेगी तो चिकित्सक अल्टासाउन्ड के मायम से गर्भ का परिक्षण समय समय पर कराते रहतें है।
डॉ0 चौधरी ने बल देते हुए कहा कि हर गर्भवती का 18 से 20 सप्ताह की गर्भावस्था में जन्मजात विकृतियों को देखने के लिए अल्टासाउंड विशेषज्ञ द्वारा कराया जाना अति आवश्यक है। यदि कोई जन्मजात विक्रति गर्भ में दिखती है तो एसे शिशु को न पैदा करते हुए अधिकृत 24 सप्ताह के भीतर तक गर्भ समापन किया जा सकता है।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...