'12वीं सारथी की रसोई' कार्यक्रम का शुभारंभ
गोपीचंद/भानु प्रताप उपाध्याय
बागपत। बृहस्पतिवार को सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में " 12वीं सारथी की रसोई " कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम मां अन्नपूर्णा को भोग लगाकर किया गया। तदोपरांत नि:स्वार्थ सेवाभाव को सर्वोपरि मानते हुए असहाय, निर्धन, राहगीर, और जरूरतमंद वर्ग के सभी जनों को मात्र ₹5 शुल्क में भरपेट भोजन कराया गया। इस अवसर पर लोगों का जन समूह देखते ही बनता था, जिस उत्साह के साथ वह भोजन प्राप्ति के लिए व्याकुल थे। उनकी लंबी-लंबी कतारे इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण रही। जिस प्रकार से शुद्धता पूर्वक भोजन तैयार किया जाता है उसी प्रकार से निर्धन वर्ग को परोसा भी जाता है। ₹5 शुल्क रखने का भी मात्र उद्देश्य यही है कि लोग भोजन को व्यर्थ ना करें और उन 5 रुपए को भी अन्य जरूरतमंद व्यक्ति के भोजन के लिए सहयोग राशि के रूप में एकत्रित किया जा सके। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती वंदना गुप्ता जी का इस रसोई के संचालन का उद्देश्य भी यही रहा है और उन्होंने यह है कि हम ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद व्यक्तियों को भरपेट भोजन करा सके, जिन्हें दो वक्त का भोजन भी समय पर नहीं मिल पाता है। परंतु मेरा आप सभी से विनम्र निवेदन है कि यह कार्य हम अकेले नहीं कर सकते मुझे आप सभी के सहयोग की भी आवश्यकता है। क्योंकि जैसे मान्य प्रधानमंत्री जी भी कहते हैं कि "सबका साथ सबका विकास" इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए मैं आप सभी से पुन: आग्रह करुंगी कि आप सभी इस पुण्य कार्य में भागीदार बनकर अपनी पूंजी का उचित जगह निवेश करके अपने कर्मों को और अधिक उज्जवल कर सकते हैं।क्योंकि ऐसा वेदों में भी कहा जाता है की पुण्य कार्य कभी व्यर्थ नहीं जाता वह निश्चित रूप से शुभ कर्म फलदायी होता है।जरूरतमंदों को जब पेट भोजन मिलता है और वह हमें जब आशीष देकर जाते हैं तो वह पूंजी भौतिक पूंजी से कहीं अधिक शक्तिशाली होती है।