रविवार, 22 अक्टूबर 2023

भाजपा ने 52 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की

भाजपा ने 52 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की

इकबाल अंसारी 
हैदराबाद। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए 52 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। पार्टी ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के खिलाफ अपने विधायक इटाला राजेन्द्र को गजवेल से उम्मीदवार बनाया है, जबकि तेलंगाना इकाई के पूर्व अध्यक्ष बंदी संजय कुमार समेत अपने तीन सांसदों को भी विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा है। 
भाजपा ने अपने हिंदूवादी नेता टी राजा सिंह का निलंबन रद्द करने के बाद उनकी गौशमहल सीट से उन्हें मैदान में उतारा है। राजा सिंह को एक सोशल मीडिया मंच पर अपलोड किए गए वीडियो में ‘‘इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद’’ के खिलाफ उनकी कथित विवादास्पद टिप्पणियों के बाद पिछले साल अगस्त में पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। इस वीडियो को बाद में सोशल मीडिया मंच से हटा दिया गया था। 
सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गौशमहल से उम्मीदवार बनाए जाने पर मैं भाजपा नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।’’ 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में शुक्रवार को हुई भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों को अंतिम रूप दिया गया। पार्टी ने 12 महिलाओं को उम्मीवार बनाया है। पार्टी ने तेलंगाना इकाई के पूर्व अध्यक्ष व करीमनगर से सांसद बंदी संजय कुमार को करीमनगर विधानसभा क्षेत्र से, निजामाबाद के सांसद अरविंद धर्मापुरी को कोराटला विधानसभा क्षेत्र से और आदिलाबाद के सांसद सोयम बाबू राव को बोआथ विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है। 
तेलंगाना से भाजपा के चार लोकसभा सदस्य हैं। चौथे सांसद केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी हैं। वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। उम्मीदवारों की पहली सूची में हालांकि उनका नाम नहीं है। तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) से भाजपा में आए पूर्व मंत्री इटाला राजेन्द्र, गजवेल के अलावा हुजूराबाद से भी चुनाव लड़ेंगे। भाजपा में शामिल होने के बाद राजेन्द्र ने इस सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। 
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें प्रदेश में चुनाव अभियान समिति का मुखिया बनाया है। राजेन्द्र ने केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने की पहले ही इच्छा जताई थी। केसीआर आगामी चुनावों में दो क्षेत्रों - गजवेल और कामारेड्डी विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगे। 
भाजपा की सूची के अनुसार, के. वेंकट रमना रेड्डी कामारेड्डी निर्वाचन क्षेत्र में मुख्यमंत्री को चुनौती देंगे।
विधानसभा चुनाव में तीन सांसदों को मैदान में उतारने की पार्टी की रणनीति पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एन रामचंदर राव ने कहा कि पार्टी उम्मीदवारों की जीत की क्षमता पर भरोसा कर रही है। भाजपा नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मूल रूप से, भाजपा का विचार क्षमतावान उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का है, ताकि जीतने की संभावना अधिक हो और विधानसभा में पार्टी का अधिक प्रतिनिधित्व भी हो।’’ 
उन्होंने कहा कि पार्टी नए चेहरों को मैदान में उतारकर जोखिम नहीं लेना चाहती। पार्टी ने जिन महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है उनमें डॉ. बोगा श्रावणी (जगतियाल), कंडूला संध्या रानी (रामागुंडम), बोडिगा शोभा (चोपाडांडी) और रानी रुद्रमा रेड्डी (सिरसिला) प्रमुख हैं। रूद्रमा रेड्डी बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और केसीआर के पुत्र के टी रामा राव को सिरसिल्ला में चुनौती पेश करेंगी। तेलंगाना में 119 विधानसभा सीट के लिए एक चरण में 30 नवंबर को मतदान होगा।

एसएसपी कार्यालय का घेराव करेगा किसान 'यूनियन'

एसएसपी कार्यालय का घेराव करेगा किसान 'यूनियन' 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। मुंडभर में हुई मासिक पंचायत में किए गए ऐलान पर अमल करते हुए भारतीय किसान यूनियन सोमवार को एसएसपी कार्यालय का घेराव करेगा। इस बीच किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत ने एएसबी न्यूज एप के निदेशक अमरीश बालियान के साथ बातचीत में बडे ऐलान किए हैं। 
भारतीय किसान यूनियन ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में 23 अक्टूबर को किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर एसएसपी कार्यालय के घेराव की घोषणा की हुई है। आज राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने आवास पर किसान और अपने कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक कर कल की रणनीति तैयार की। बताया जा रहा है कि कल होने वाले एसएसपी कार्यालय के घेराव को लेकर किसान बड़ी तादात में अपने ट्रैक्टरों से मुख्यालय पर पहुंचेंगे।
आपको बता दें कि किसानों पर दर्ज झूठे मुकदमे गन्ना भुगतान विद्युत बिल ओर अन्य समस्याओं को लेकर कल बीकेयू के बैनर तले किसानों का ये बड़ा प्रदर्शन होने वाला है।

वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 302 दर्ज किया

वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 302 दर्ज किया

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। वायु प्रदूषण के आंकड़े अब लोगों को तेजी के साथ डराने में लगे हुए हैं। दिवाली से पहले ही इस बार राजधानी दिल्ली की आबोहवा एक बार फिर से जहरीली होने लगी है। समग्र वायु गुणवत्ता के बिगड़कर बहुत ही खराब श्रेणी में पहुंच जाने की वजह से अब प्रदूषण, लॉकडाउन की आशंका लोगों को सताने लगी है। 
दरअसल रविवार को एक बार फिर से राजधानी दिल्ली की आबोहवा जहरीली होती नजर आई है। राजधानी दिल्ली में पिछले हर घंटे के साथ तेजी से बढ़ रहा वायु प्रदूषण अब विभाग के साथ लोगों को भी डराने में लगा हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक रविवार की दोपहर को राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 302 दर्ज किया गया है जो सबेरे के समय 266 था। इन आंकड़ों के चलते राजधानी में समग्र वायु गुणवत्ता बिगड़कर अब बहुत ही खराब श्रेणी में पहुंच गई है। 
मिल रही जानकारी के मुताबिक राजधानी दिल्ली में रविवार की सवेरे एक्यूआई 266 के साथ समग्र वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। शनिवार को राजधानी में एक्यूआई का यह आंकड़ा 173 पर था। राजधानी दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा करने के लिए आयोजित की गई बैठक में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा है कि मौसम विभाग के पूर्वानुमानों से पता चल रहा है कि प्रतिकूल मौसम और जलवायु परिस्थितियों के कारण 23 एवं 24 अक्टूबर को दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता के गिरकर बहुत ही खराब श्रेणी में जाने की आशंका है।

22, 23 एवं 24 अक्टूबर को बिजली काउंटर खुलेंगे

22, 23 एवं 24 अक्टूबर को बिजली काउंटर खुलेंगे 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने वेस्ट यूपी के 14 जिलों के लिए बडा ऐलान किया है। इन जिलों में मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलंदशहर, बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मुरादाबाद, बिजनौर, संभल, रामपुर एवं अमरोहा शामिल हैं।
पश्चिमांचल के 14 जिलों में 22, 23 एवं 24 अक्टूबर को अवकाश के बावजूद बिजली कैश काउंटर खुले रहेंगे। उपभोक्ता पावर कारपोरेशन की वेबसाइट uppcl.org अथवा pvvnl.org वेब पेज पर जाकर कन्ज्यूमर कार्नर के तहत घर बैठे बिजली बिलों का भुगतान कर सकते हैं।
एमडी चैत्रा वी. ने बताया कि पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के कार्यक्षेत्र के तहत आने वाले समस्त 14 जनपद मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलंदशहर, बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मुरादाबाद, बिजनौर, संभल, रामपुर एवं अमरोहा के सभी बिजलीघरों के कैश काउंटर आज से लगातार तीन दिन सरकारी अवकाश होने के बाद भी खोले जाएंगे।
22 अक्तूबर को रविवार, 23 अक्तूबर को रामनवमी, 24 अक्तूबर को दशहरे पर अवकाश के बावजूद सामान्य दिवसों की तरह बिजली कैश काउंटर खुले रहेंगे। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील है कि बिजलीघर पहुंचकर बिजली बिल का भुगतान करें।

28 अक्तूबर को लगेगा साल का अंतिम 'चंद्रग्रहण'

28 अक्तूबर को लगेगा साल का अंतिम 'चंद्रग्रहण' 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। साल का अंतिम चंद्रग्रहण 28 अक्तूबर को लगेगा। यह देर रात 1:05 से 2:24 बजे तक प्रभावी रहेगा। इस दिन शाम 4:06 बजे चंद्रोदय हो जाएगा। बरेली के ज्योतिर्विद डॉ. सौरभ शंखधर ने बताया कि चंद्रग्रहण का सूतक शाम 4:05 बजे से आरंभ हो जाएगा।
घर में मंत्र जपने से एक गुना, किसी मंदिर में जपने से 10 गुना, तीर्थ स्थान या किसी नदी के किनारे जपने से 100 गुना और ग्रहण काल में मंत्र जपने से उसका हजार गुना फल मिलता है। ग्रहण काल में मंत्रोच्चार के लिए माला की भी आवश्यकता नहीं होती। बिना माला के भी मंत्रों को सिद्ध किया जा सकता है और मंत्रों की शक्ति के आधार पर धन, वैभव और अपार संपदा प्राप्त की जा सकती है। जब तक जप चलता रहे, देसी घी का दिया जलाकर रखें। 
मेष, कर्क, वृश्चिक, मीन राशि के लिए नेष्ट, वृष, कन्या, कुंभ राशि के लिए मध्यम, मिथुन, सिंह, तुला, धनु, मकर राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण श्रेष्ठ होगा।
सूतक काल में स्नान, दान, पुण्य कार्य, हवन और भगवान की मूर्ति का स्पर्श नहीं करना चाहिए। इस समय आप गुरु मंत्र, राहु और चंद्रमा के मंत्रों का जप कर सकते हैं। हालांकि, सूतक काल में गर्भवती स्त्री, बच्चे, वृद्धजन भोजन कर सकते हैं। उन्हें दोष नहीं लगेगा। सूतक काल आरंभ होने से पहले खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते या कुश डाल दें।
जिस दिन चंद्रग्रहण लगेगा, उसी दिन शरद पूर्णिमा है। किसी भी भोजन पात्र में तुलसी दल रख दिया जाए तो उस पर ग्रहण का प्रभाव नहीं होता। ऐसे में खीर में तुलसी दल या कुश रखने से ये दोष प्रभावी नहीं होगा। ग्रहण शुरू होने से पहले रात आठ बजे खीर को खुले आसमान के नीचे रख दें और फिर ग्रहण लगने से पहले ही उसे हटा लें।

वेस्ट यूपी की हवा खराब श्रेणी में पहुंची

वेस्ट यूपी की हवा खराब श्रेणी में पहुंची 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। वेस्ट यूपी के कईं जिलों की हवा इस वक्त बेहद प्रदूषित है। नोएडा से लेकर गाजियाबाद, मेरठ ओर मुजफ्फरनगर की हवा सांस लेने लायक नहीं रह गई है।
मार्निंग वाक पर जाने वालों के लिए यह अच्छी खबर नहीं है। सुबह की हवाएं अब बिगड़ने लगी हैं। सुबह छह से 10 बजे तक सबसे ज्यादा प्रदूषित हवाएं हैं। अच्छा रहे कि अब मास्क के बारे में सोचा जाए। 
वरना सेहत सुधार की बजाय बिगड़ने का खतरा है। अभी दशहरे पर रावण दहन होना है। उससे पहले ही प्रदूषण फैलना शुरू हो गया है। यूपी के कई शहर के प्रमुख इलाकों में प्रदूषण की मानीटरिंग हो रही है।
यूपी के कई शहरों में हवा बहुत खराब स्तर पर पहुंच गई है। इनमें सबसे ज्यादा दिल्ली से सटे एनसीआर के शहरों की हवा खराब है। नोएडा-गाजियाबाद की बात करें तो हवा बहुत खराब है। वहीं मेरठ, मुजफ्फरनगर और हापुड़ शहरों में भी हवा जहरीली होकर खराब श्रेणी में पहुंच गई है।
हालांकि कुछ शहरों में अभी भी वायु गुणवत्ता सूचकांक संतोषजनक है। इनमें आगरा, लखनऊ, कानपुर और गोरखपुर के कुछ इलाके शामिल हैं। इन शहरों के कुछ इलाकों में हवा ठीक श्रेणी में है।
कई शहरों में सूक्ष्म कणों से लेकर धूल कण, कार्बन मोनो आक्साइड की मौजूदगी मानकों से कई गुना ज्यादा है। हालांकि अभी वहां मास्क लगाने की नौबत नहीं है। कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘माडरेट’ की श्रेणी में आ गया है। जबकि दीवाली अभी दूर है।
गौरतलब हो कि हवा में शामिल प्रदूषणकारी तत्वों को औसत, न्यूनतम और अधिकतम मौजूदगी के स्तरों पर नापा जाता है। औसत पूरे दिन का निकालते हैं। जबकि अधिकतम संबंधित तत्वों की सबसे ज्यादा मौजूदगी को कहते हैं।
इन दिनों पीएम 2.5 सूक्ष्म कण, धूल कण, सल्फर, नाइट्रोजन आदि की सबसे ज्यादा मौजूदगी सुबह 6 से 10 बजे की बीच आ रही है। मेरठ में एक्यूआई 247 जबकि मुजफ्फरनगर में 276 दर्ज किया गया है।

पुलिस की चूक, शख्स ने जेल में बिताए 10 दिन

पुलिस की चूक, शख्स ने जेल में बिताए 10 दिन 

संदीप मिश्र 
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की घाटमपुर पुलिस की एक ‘चूक’ के कारण एक व्यक्ति को दस दिन जेल में बिताने पड़े। प्रमोद संखवार के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया, जिसे पहले 2021 में अवैध बंदूक रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन ये वारंट शहर के वसंत विहार इलाके के निवासी प्रमोद साहू को दे दिया गया।
साहू, जिसे यह साबित करने वाले दस्तावेज पेश करने के बाद भी जेल में डाल दिया गया कि वह वह व्यक्ति नहीं है जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी, उसे 10 दिनों की जेल के बाद 22 सितंबर को जमानत दे दी गई। स्थिति की गंभीरता को स्वीकार करते हुए, संयुक्त पुलिस आयुक्त (जेसीपी) आनंद प्रकाश तिवारी ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
जेसीपी ने कहा, ”यह काफी गंभीर है। घाटमपुर एसीपी ने जांच शुरू कर दी है और जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
2021 में अपनी गिरफ्तारी के बाद, दुर्गा प्रसाद का बेटा संखवार जमानत पर बाहर था। अधिकारियों ने बताया कि, वह अदालत में पेश होने में विफल रहा, जिसके बाद सिविल जज, जूनियर डिवीजन द्वारा इस साल 24 अगस्त को उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया। हालांकि, संखवार के लिए भेजा गया वारंट गलती से साहू को दे दिया गया, जिसका एकमात्र दोष यह था कि उसका पहला नाम भी आरोपी के समान था और पिता का नाम भी दोनों का एक ही था।
साहू ने कहा, ”मैं उनसे विनती करता रहा, यहां तक कि उन्हें अपने पहचान पत्र भी दिखाए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पुलिसकर्मियों ने साहू को बताया कि उसका नाम प्रमोद कुमार है, उसके पिता की मृत्यु हो चुकी है और वह अपनी पत्नी को पीटता है, जिसकी पहचान उन्होंने उषा के रूप में की है।”
साहू ने अपनी बेगुनाही का दावा किया। उन्होंने कहा, “मेरे पिता दुर्गा प्रसाद साहू जीवित हैं, और मेरी पत्नी मेरे साथ रहती है, और उसका नाम उषा नहीं है।” फिर भी, पुलिस अधिकारियों ने उस पर गलत तरीके से उस अपराध का आरोप लगाया। मामले ने काफी लोगों का ध्यान खींचा है, जिसके चलते साहू को कमिश्नर आरके स्वर्णकार के सामने पेश होना पड़ा, जिससे घटना की आधिकारिक जांच शुरू हो गई।

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...