शनिवार, 21 अक्तूबर 2023

पटाखे का विस्फोट, नाबालिग की आंख में लगी चोट

पटाखे का विस्फोट, नाबालिग की आंख में लगी चोट

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली‌। दिल्ली इलाके में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा किए गए पटाखे के विस्फोट के कारण 11 वर्षीय लड़के की आंख में गंभीर चोट लग गई। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों की बिक्री और फोड़ने पर प्रतिबंध है।
पुलिस के अनुसार, पूर्वोत्तर दिल्ली के शास्त्री पार्क निवासी एक लड़के को पटाखे से चोट लगने के संबंध में एम्स अस्पताल से एक सूचना और मेडिको-लीगल केस (एमएलसी) प्राप्त हुई थी। शुरुआती जांच में पता चला कि 15 अक्टूबर को रात करीब 8 बजे जब लड़का मेन रोड शास्त्री पार्क के पास अपने घर जा रहा था, तभी किसी अज्ञात व्यक्ति ने सड़क पर पटाखा फोड़ दिया।
पुलिस उपायुक्त (पूर्वोत्तर) जॉय टिर्की ने कहा, “लड़के की दाहिनी आंख में चोट लगी है। इस संबंध में विस्फोटक पदार्थों के संबंध में लापरवाही बरतने और जीवन को खतरे में डालने वाले कृत्य से चोट पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है।”डीसीपी ने कहा, “लड़के को इलाज के बाद 17 अक्टूबर को छुट्टी दे दी गई। उसके पिता का तीस हजारी कोर्ट के पास ट्रांसपोर्ट का कारोबार है।”
डीसीपी ने कहा, “अपराधी की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इलाके में सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया जा रहा है।”

गगनयान मिशन का क्रू मॉडल सफलतापूर्वक लॉन्च

गगनयान मिशन का क्रू मॉडल सफलतापूर्वक लॉन्च 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) ने गगनयान मिशन के क्रू मॉडल को सफलतापूर्वक लॉन्च कर लिया है। अंतरिक्ष एजेंसी को दूसरे प्रयास में सफलता मिली है। आज सुबह करीब 8:30 बजे इसकी कोशिश की गई तो तकनीकी करणों से इसा टालना पड़ गया। हालांकि, 10 बजे के करीब फिर प्रयास किया गया। और इसबार इसरो को सफलता मिली। गगनयान के पहले टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन -1 (टीवी-डी1) को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया।
दूसरे परीक्षण से पहले इसरो ने बताया कि महत्वाकांक्षी गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम से जुड़े पेलोड के साथ उड़ान भरने वाले परीक्षण यान में विसंगति का पता लगाकर उसे दूर कर दिया गया। इसरो ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ”प्रक्षेपण रोके जाने के कारण का पता लगा लिया गया है और उसे दुरुस्त कर दिया गया है।”
रॉकेट का प्रक्षेपण पहले सुबह आठ बजे के लिए निर्धारित था, लेकिन बाद में इसे दो बार कुल 45 मिनट के लिए टाला गया। इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने इसके बाद बताया कि किसी विसंगति के कारण प्रक्षेपण तय कार्यक्रम के अनुसार नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि टीवी-डी1 रॉकेट का इंजन तय प्रक्रिया के अनुसार चालू नहीं हो सका था।
इस उड़ान में तीन हिस्से सिंगल स्टेज लिक्विड रॉकेट, क्रू मॉड्यूल (सीएम) और क्रू एस्केप सिस्टम (सीईएस) शामिल हैं। उड़ान के समय टेस्ट व्हीकल सीएम और सीईए को ऊपर ले जाएगा। फिर अबॉर्ट जैसी परिस्थिति बनाई जाएगी। अबॉर्ट का मतलब है, दिक्कत होने पर अंतरिक्ष यात्री को मॉड्यूल सुरक्षित वापस लाएगा। इस समय कैप्सूल की गति मैक 1.2 यानी 1431 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भरेगा। इसी गति में 11.7 किलोमीटर की ऊंचाई से सीईएस रॉकेट से 60 डिग्री पर अलग होगा। इसके बाद क्रू-मॉड्यूल और क्रू-एस्केप सिस्टम 594 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से 17 किलोमीटर ऊपर जाना शुरू करेगा। वहां पर दोनों सिस्टम अलग होंगे।
क्रू-मॉड्यूल जब सीईएस से अलग होगा, तब 16.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर इसके छोटे पैराशूट खुल जाएंगे। जब कैप्सूल 2.5 किलोमीटर से कम ऊंचाई पर होगा, तब इसके मुख्य पैराशूट खुलेंगे। श्रीहरिकोटा से 10 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में क्रू-मॉड्यूल की लैंडिंग होगी। वहां से उसे नौसेना रिकवर करेगी। वहीं सीईएस 14 किलोमीटर और टीवी बूस्टर छह किलोमीटर दूर समुद्र में गिरेंगे और डूब जाएंगे।

यूपी की लेडीज पुलिस ने अद्वितीय पराक्रम दिखाया

यूपी की लेडीज पुलिस ने अद्वितीय पराक्रम दिखाया

संदीप मिश्र 
लखनऊ। नवरात्रि के इस पावन अवसर पर, उत्तर प्रदेश की लेडीज पुलिस ने अद्वितीय पराक्रम दिखाया। यह एक महिला टीम ने एक बदमाश के साथ जोरदार मुठभेड़ में उसकी हरकतों का सामना किया और एनकाउंटर में उसे गिरफ्तार कर लिया। यह पहली बार हुआ है कि लेडीज पुलिस ने इस तरह की कार्रवाई की है, जो सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण है। यूपी में हालांकि योगी आदित्यनाथ की सरकार के आने के बाद सुरक्षा के क्षेत्र में तेजी से सुधार हुआ है, और बदमाशों और माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन यह पहली बार है जब यूपी की लेडीज पुलिस ने एनकाउंटर का सामना किया है।
बता दें कि एसपी धवल जायसवाल के निर्देश पर बरवापट्टी थाने की महिला एसओ अपनी 4 महिला पुलिसकर्मियों के साथ मुठभेड़ में शामिल हुईं।लेडीज पुलिस के साथ एनकाउंटर में 25 हजार के इनामी इमामुल को गिरफ्तार किया गया।एनकाउंटर के दौरान इमामुल के पैर में गोली लगी है‌। बता दें कि गिरफ्तार बदमाश इमामुल पर कुशीनगर और संतकबीरनगर में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। लेडीज पुलिस ने बदमाश इमामुल को रामकोला थाने के मेंहदीगंज में अमडरिया नहर के पास घेर लिया और एनकाउंटर के बाद धर दबोचा। जान लें कि नवरात्र में लेडीज पुलिस की तरफ से कुशीनगर में किया गया ये एनकाउंटर चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस एनकाउंटर के बाद पुलिस ने इमामुल के पास एक अवैध देसी तमंचा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया, जब उसे गिरफ़्तार किया गया। ये भी जान लीजिए कि लेडीज पुलिस ने यूपी में पहली बार एनकाउंटर किया और उसमें उन्हें कामयाबी भी मिली।पुलिस ने बदमाश इमामुल के पास अवैध देसी तमंचा और जिंदा कारतूस के साथ एक बाइक भी बरामद की है। पुलिस को गिरफ्तार करके उसको थाने ले जाया गया और फिर उससे पूछताछ की गई है। पुलिस ने कहा कि उन्हें लंबे वक्त से बदमाश इमामुल की तलाश थी और आखिरकार अब वो पकड़ा गया। महिला SHO के साथ मुठभेड़ में इनामी बदमाश घायल हुआ। वो जानवरों की तस्करी को अंजाम देता था‌।
इस कामयाबी के बाद, पुलिस विभाग ने लेडीज पुलिस की उपलब्धि को पहचाना है, और उन्हें सम्मानित किया जाएगा। ADG अखिल कुमार कुशीनगर द्वारा बरवापट्टी की एसएचओ सुमन सिंह और उनकी टीम को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा, और स्वाट प्रभारी, SHO रामकोला, पड़रौना और खड़ड़ा भी प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।

शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की

शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर/शामली। जनपद मुजफ्फरनगर व शामली में आज स्मृति-दिवस पर शहीद पुलिसकर्मियों का स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
मुजफ्फरनगर में प्रत्येक वर्ष की तरह पुलिस स्मृति दिवस जनपदीय पुलिस लाइन में मनाया गया। पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर सर्वप्रथम गार्द द्वारा विगत एक वर्ष में कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को सलामी दी गई।
उसके पश्चात एसएसपी संजीव सुमन ने आत्म बलिदान करने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। 
एसएसपी ने बलिदान करने वाले पुलिस कर्मियों की शौर्य गाथा सुनाते हुए कहा कि कर्तव्य पालन में अपने प्राणों की आहूति देने वाले वीरों के पराक्रम से प्रदेश का सम्पूर्ण पुलिस बल गौरवान्वित है। कहा कि वह उनके परिवार को आश्वस्त करते हैं कि उत्तर प्रदेश पुलिस सदैव उनके साथ है।
एसएसपी संजीव सुमन, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, एसपी देहात अतुल कुमार श्रीवास्तव, एसपी क्राइम प्रशान्त कुमार प्रसाद, एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह, आईपीएस अधिकारी कल्पना सक्सेना सभी क्षेत्रों के सीओ, थाना प्रभारी और पुलिस अधिकारी तथा अन्य कर्मचारियों ने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिसकर्मियों को याद कर उन्हें पुष्प चक्र व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि व शोक सलामी दी।
श्रद्धांजलि व शोक सलामी के पश्चात कर्तव्य पालन में आत्म बलिदान करने वाले वीर पुलिसकर्मियों की स्मृति में समस्त पुलिसकर्मियों ने 02 मिनट का मौन धारण किया। प्रतिसार निरीक्षक नदीम अहमद शामिल रहे।
एसएसपी के अनुसार स्व सन्दीप सिंह, आरक्षी नागरिक पुलिस जनपद प्रयागराज, स्व राघवेन्द्र सिंह, आरक्षी नागरिक पुलिस जनपद प्रयागराज और स्व भेदजीत सिंह, आरक्षी नागरिक पुलिस जनपद जालौन ने शहादत दी थी।
शामली जनपद की पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक सहित अन्य पुलिस अधिकारीगण द्वारा शहीद हुए जवानों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई एवं शहीद हुए पुलिस जवानों की आत्मिक शांति के लिए गार्द द्वारा सलामी देते हुए 2 मिनट का मौन धारण किया गया।
पुलिस स्मृति दिवस हर वर्ष उन शहीद पुलिसकर्मियों की याद में मनाया जाता है, जो अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा के साथ वहन करते हुए शहीद हो गये। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक ओ.पी. सिंह क्षेत्राधिकारी नगर श्यामवीर सिंह, क्षेत्राधिकारी कैराना अमरदीपय मौर्य, क्षेत्राधिकारी कार्यालय मनोज शर्मा, प्रतिसार निरीक्षक विक्रम सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  


1. अंक-335, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. रविवार, अक्टूबर 22, 2023

3. शक-1944, आश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:11, सूर्यास्त: 06:13।

5. न्‍यूनतम तापमान- 15 डी.सै., अधिकतम- 24+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 20 अक्तूबर 2023

माता कालरात्रि को समर्पित 'नवरात्रि' का सातवां दिन

माता कालरात्रि को समर्पित 'नवरात्रि' का सातवां दिन 

सरस्वती उपाध्याय 
माँ दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती हैं। दुर्गा पूजा के सातवें दिन माँ कालरात्रि की उपासना का विधान है। इस दिन साधक का मन 'सहस्रार' चक्र में स्थित रहता है। इसके लिए ब्रह्मांड की समस्त सिद्धियों का द्वार खुलने लगता है। देवी कालरात्रि को व्यापक रूप से माता देवी - काली, महाकाली, भद्रकाली, भैरवी, मृत्यू-रुद्राणी, चामुंडा, चंडी और दुर्गा के कई विनाशकारी रूपों में से एक माना जाता है। रौद्री , धूम्रवर्णा कालरात्रि मां के अन्य कम प्रसिद्ध नामों में हैं।

कालरात्रि- नवदुर्गाओं में सप्तम्

यह ध्यान रखना जरूरी है कि मां काली और कालरात्रि का उपयोग एक दूसरे के परिपूरक है, हालांकि इन दो देवीओं को कुछ लोगों द्वारा अलग-अलग सत्ताओं के रूप में माना गया है। डेविड किन्स्ले के मुताबिक, काली का उल्लेख हिंदू धर्म में लगभग ६०० ईसा के आसपास एक अलग देवी के रूप में किया गया है। कालानुक्रमिक रूप से, कालरात्रि महाभारत में वर्णित(लगभग 3200) ईसा पूर्व वर्तमान काली का ही वर्णन है।
माना जाता है कि देवी के इस रूप में सभी राक्षस,भूत, प्रेत, पिशाच और नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है, जो उनके आगमन से पलायन करते हैं।
शिल्प प्रकाश में संदर्भित एक प्राचीन तांत्रिक पाठ, सौधिकागम, देवी कालरात्रि का वर्णन रात्रि के नियंत्रा रूप में किया गया है। सहस्रार चक्र में स्थित साधक का मन पूर्णतः माँ कालरात्रि के स्वरूप में अवस्थित रहता है। उनके साक्षात्कार से मिलने वाले पुण्य (सिद्धियों और निधियों विशेष रूप से ज्ञान, शक्ति और धन) का वह भागी हो जाता है। उसके समस्त पापों-विघ्नों का नाश हो जाता है और अक्षय पुण्य-लोकों की प्राप्ति होती है।

श्लोक
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता | लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी || वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा | वर्धन्मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयन्करि ||

वर्णन
इनके शरीर का रंग घने अंधकार की तरह एकदम काला है। सिर के बाल बिखरे हुए हैं। गले में विद्युत की तरह चमकने वाली माला है। इनके तीन नेत्र हैं। ये तीनों नेत्र ब्रह्मांड के सदृश गोल हैं। इनसे विद्युत के समान चमकीली किरणें निःसृत होती रहती हैं।

कालरात्रि का रक्तपान
माँ की नासिका के श्वास-प्रश्वास से अग्नि की भयंकर ज्वालाएँ निकलती रहती हैं। इनका वाहन गर्दभ (गदहा) है। ये ऊपर उठे हुए दाहिने हाथ की वरमुद्रा से सभी को वर प्रदान करती हैं। दाहिनी तरफ का नीचे वाला हाथ अभयमुद्रा में है। बाईं तरफ के ऊपर वाले हाथ में लोहे का काँटा तथा नीचे वाले हाथ में खड्ग (कटार) है।

महिमा
माँ कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है, लेकिन ये सदैव शुभ फल ही देने वाली हैं। इसी कारण इनका एक नाम 'शुभंकारी' भी है। अतः इनसे भक्तों को किसी प्रकार भी भयभीत अथवा आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है।
माँ कालरात्रि दुष्टों का विनाश करने वाली हैं। दानव, दैत्य, राक्षस, भूत, प्रेत आदि इनके स्मरण मात्र से ही भयभीत होकर भाग जाते हैं। ये ग्रह-बाधाओं को भी दूर करने वाली हैं। इनके उपासकों को अग्नि-भय, जल-भय, जंतु-भय, शत्रु-भय, रात्रि-भय आदि कभी नहीं होते। इनकी कृपा से वह सर्वथा भय-मुक्त हो जाता है।
माँ कालरात्रि के स्वरूप-विग्रह को अपने हृदय में अवस्थित करके मनुष्य को एकनिष्ठ भाव से उपासना करनी चाहिए। यम, नियम, संयम का उसे पूर्ण पालन करना चाहिए। मन, वचन, काया की पवित्रता रखनी चाहिए। वे शुभंकारी देवी हैं। उनकी उपासना से होने वाले शुभों की गणना नहीं की जा सकती। हमें निरंतर उनका स्मरण, ध्यान और पूजा करना चाहिए।

मंत्र
या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कालरात्रि रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और कालरात्रि के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे पाप से मुक्ति प्रदान कर।

ॐ ऐं ह्रीं क्रीं कालरात्रै नमः |

सर्राफा व्यापारी से हुई लूट का खुलासा, 3 गिरफ्तार

सर्राफा व्यापारी से हुई लूट का खुलासा, 3 गिरफ्तार 

03 दिन पूर्व हुई सर्राफा व्यापारी की लूट में कौशांबी पुलिस को मिली बड़ी  सफलता लूट का  किया गया खुलासा

कौशाम्बी। तीन दिन पहले सर्राफा व्यापारी से हुई लूट का पुलिस अधीक्षक कौशांबी बृजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा खुलासा किया गया। पुलिस और एसओजी टीम ने तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को इनके पास से लूट का 20 ग्राम सोना चांदी का डेढ़ किलो गहना और नगदी रुपए बरामद हुआ है। आरोपियों के पास से पुलिस ने अवैध तमंचा, कारतूस और लूट में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की है। पुलिस ने तीनों को लिखापढ़ी कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक कोखराज थाना क्षेत्र के शहजादपुर में तीन दिन पहले सराफा व्यापारी अनिल सोनी से दुकान बंद कर घर जाते समय लूट हुई थी। लूट की सूचना पर तत्काल पुलिस पहुंची थी लेकिन लुटेरे फरार हो गए थे,जबकि एक लुटेरे को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था,जांच के दौरान पुलिस ने अंकित तिवारी, अमित पाण्डेय निवासी बेती हाथगवा और मनीष कुमार निवासी शहजादपुर को गिरफ्तार कर लिया और लूट में प्रयुक्त बाइक,लूटे हुए सोने चांदी के गहने और नगद रुपया बरामद कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक कौशांबी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि कोखराज थाना क्षेत्र के शहजादपुर में एक सराफा व्यापारी से लूट हुई थी, जिसमे लुटेरे सराफा व्यापारी से सोने चांदी के गहने और नगदी 12 हजार रुपए लूट लिए थे।
पुलिस ने घटना का सफल अनावरण करते हुए लूट का सारा सामान बरामद कर लिया है।एसपी ने बताया कि इसमें से अंकित तिवारी पर प्रतापगढ़ जनपद के कई थानों में चोरी और लूट के कई मामले दर्ज है,यह लोग बैंक से रुपए निकालने वालो,व्यापारियों की रेकी करते थे और उसे आगे जाकर लूट लेते थे,उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।
सुशील केसरवानी

बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराया

बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराया  सुनील श्रीवास्तव  किंग्स्टन। तैजुल इस्लाम (पांच विकेट), नाहिद राणा (पांच विकेट) और जाकेर अली ...