मंगलवार, 17 अक्टूबर 2023

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  


1. अंक-331, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. बुधवार, अक्टूबर 18, 2023

3. शक-1944, आश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-चतुर्थी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:11, सूर्यास्त: 06:13।

5. न्‍यूनतम तापमान- 16 डी.सै., अधिकतम- 21+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

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सोमवार, 16 अक्टूबर 2023

माता चंद्रघंटा को समर्पित 'नवरात्रि' का तीसरा दिन

माता चंद्रघंटा को समर्पित 'नवरात्रि' का तीसरा दिन 

सरस्वती उपाध्याय 
माँ दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन की पूजा का अत्यधिक महत्व है और इस दिन इन्हीं के विग्रह का पूजन-आराधन किया जाता है। इस दिन साधक का मन 'मणिपूर' चक्र में प्रविष्ट होता है। लोकवेद के अनुसार माँ चंद्रघंटा की कृपा से अलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं, दिव्य सुगंधियों का अनुभव होता है तथा विविध प्रकार की दिव्य ध्वनियाँ सुनाई देती हैं। ये क्षण साधक के लिए अत्यंत सावधान रहने के होते हैं।

श्लोक
पिण्डजप्रवरारुढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता | प्रसादं तनुते मह्यं चन्द्रघण्टेति विश्रुता ||

स्वरूप
माँ का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घंटे का आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण से इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। इनके शरीर का रंग स्वर्ण के समान चमकीला है। इनके दस हाथ हैं। इनके दसों हाथों में खड्ग आदि शस्त्र तथा बाण आदि अस्त्र विभूषित हैं। इनका वाहन सिंह है। इनकी मुद्रा युद्ध के लिए उद्यत रहने की होती है।

कृपा
मां चंद्रघंटा की कृपा से साधक के समस्त पाप और बाधाएँ विनष्ट हो जाती हैं। इनकी आराधना सद्यः फलदायी है। माँ भक्तों के कष्ट का निवारण शीघ्र ही कर देती हैं। इनका उपासक सिंह की तरह पराक्रमी और निर्भय हो जाता है। इनके घंटे की ध्वनि सदा अपने भक्तों को प्रेतबाधा से रक्षा करती है। इनका ध्यान करते ही शरणागत की रक्षा के लिए इस घंटे की ध्वनि निनादित हो उठती है।
माँ का स्वरूप अत्यंत सौम्यता एवं शांति से परिपूर्ण रहता है। इनकी आराधना से वीरता-निर्भयता के साथ ही सौम्यता एवं विनम्रता का विकास होकर मुख, नेत्र तथा संपूर्ण काया में कांति-गुण की वृद्धि होती है। स्वर में दिव्य, अलौकिक माधुर्य का समावेश हो जाता है। माँ चंद्रघंटा के भक्त और उपासक जहाँ भी जाते हैं लोग उन्हें देखकर शांति और सुख का अनुभव करते हैं। माँ के आराधक के शरीर से दिव्य प्रकाशयुक्त परमाणुओं का अदृश्य विकिरण होता रहता है। यह दिव्य क्रिया साधारण चक्षुओं से दिखाई नहीं देती, किन्तु साधक और उसके संपर्क में आने वाले लोग इस बात का अनुभव भली-भाँति करते रहते हैं। विद्यार्थियों के लिए मां साक्षात विद्या प्रदान करती है। वहीं, देवी साधक की सभी प्रकार से रक्षा करती है।

साधना
हमें चाहिए कि अपने मन, वचन, कर्म एवं काया को विहित विधि-विधान के अनुसार पूर्णतः परिशुद्ध एवं पवित्र करके माँ चंद्रघंटा के शरणागत होकर उनकी उपासना-आराधना में तत्पर हों। उनकी उपासना से हम समस्त सांसारिक कष्टों से विमुक्त होकर सहज ही परमपद के अधिकारी बन सकते हैं। हमें निरंतर उनके पवित्र विग्रह को ध्यान में रखते हुए साधना की ओर अग्रसर होने का प्रयत्न करना चाहिए। उनका ध्यान हमारे इहलोक और परलोक दोनों के लिए परम कल्याणकारी और सद्गति देने वाला है। हालांकि इन सब क्रियाओं का प्रमाण हमारे पवित्र धर्म ग्रंथों में कहीं नहीं मिलता, देवी देवताओं के मूल व साधना की सही विधि तत्वदर्शी यानि संत पूर्ण संत ही बता सकते हैं एसा हमारे वित्र धर्म ग्रंथों प्रमाणित करते हैं।
प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में तृतीय दिन इसका जाप करना चाहिए। मां चन्द्रघंटा को नारंगी रंग प्रिय है। भक्त को जहां तक संभव हो, पुजन के समय सूर्य के आभा के समान रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए।
या देवी सर्वभू‍तेषु माँ चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और चंद्रघंटा के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे सब पापों से मुक्ति प्रदान करें। इस दिन सांवली रंग की ऐसी विवाहित महिला जिसके चेहरे पर तेज हो, को बुलाकर उनका पूजन करना चाहिए। भोजन में दही और हलवा खिलाएँ। भेंट में कलश और मंदिर की घंटी भेंट करना चाहिए।

उड़ते पक्षी का शिकार करता नजर आया मगरमच्छ

उड़ते पक्षी का शिकार करता नजर आया मगरमच्छ 

सरस्वती उपाध्याय 
सोशल मीडिया पर अक्सर जंगली जानवरों के वीडियो वायरल होते रहते हैं। कुछ वीडियो तो ऐसे होते हैं, जिन्हें देखकर हर कोई हैरान रह जाता है। इन दिनों एक खतरनाक दरियाई जानवर का वीडियो वायरल हो रहा है, जो तेज रफ्तार से पलक झपकते ही शिकार कर रहा है। 
वायरल हो रहे वीडियो में मगरमच्छ उड़ते हुए पक्षी का शिकार करते नजर आता है। पहले तो मगरमच्छ पानी से बाहर निकल कर मरे हुए जानवरों के ऊपर आराम से लेटा हुआ रहता है। इसी बीच एक पक्षी अनजाने में उड़ता हुआ उसके पास पहुंच जाता है और जैसे ही उसके सिर पर अपना पैर रखता है, मगरमच्छ फौरन जाग जाता है और बिजली की रफ्तार से उसकी गर्दन ही दबोच लेता है। इसके बाद वह उसे पानी में लेकर चला जाता है। इस वीडियो को देखकर आप भी एक बार तो खौफ में आ ही जाएंगे। 
बता दें वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर @TheBrutalNature नाम की आईडी से शेयर किया गया है। इस वीडियो को सैकड़ों लोगों ने पसंद किया है। वहीं, वीडियो देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी दी हैं। यूजर्स ये देखकर भी सोच में पड़े हुए हैं कि जब मगरमच्छ के पास खाने के लिए इतने सारे जानवर थे, तो उसने चिड़िया को ही क्यों पकड़ा?

सीएम ने यौन शोषण के मामले का संज्ञान लिया

सीएम ने यौन शोषण के मामले का संज्ञान लिया 

पंकज कपूर 
हल्द्वानी। हल्द्वानी के गौलापार में दृष्टिबाधित बच्ची से यौन शोषण के मामले का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए प्रदेश में संचालित आवासीय शैक्षणिक संस्थाओं के सघन निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने समस्त जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।दृष्टिबाधित बच्ची के यौन शोषण के आरोप में बीते शुक्रवार को पुलिस ने नेशनल एसोसिएशन फार द ब्लाइंड (NAB) नवाड़खेड़ा, गौलापार के महासचिव एवं संचालक श्याम धानक को गिरफ्तार किया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अमानवीय घटना का गम्भीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए निर्देशित किया है कि प्रदेश में संचालित तमाम अन्य आवासीय संस्थाओं में तत्काल सघन निरीक्षण किया जाए, ताकि इस प्रकार की दुखद एवं हृदय विदारक घटना की पुनरावृत्ति न हो।इस प्रकरण में सोमवार को अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि सम्बन्धित विभाग व पुलिस के अधिकारियों के साथ संयुक्त टीम बनाकर आवासीय शैक्षणिक संस्थाओं में जागरूकता अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी बच्चे के साथ यौन शोषण अथवा दुर्व्यवहार का कोई प्रकरण संज्ञान में आता है, तो तत्काल कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही जागरूकता अभियान के अन्तर्गत संस्थाओं में सघन निरीक्षण करते हुए तत्सम्बन्धी आख्या शासन को एक माह के भीतर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

'जीएमआईएस' के तीसरे संस्करण का उद्घाटन करेंगे

'जीएमआईएस' के तीसरे संस्करण का उद्घाटन करेंगे 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को तीन दिवसीय ‘वैश्विक समुद्री भारत शिखर सम्मेलन’ (जीएमआईएस) के तीसरे संस्करण का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करेंगे और भारतीय समुद्री अर्थव्यवस्था के लिए दीर्घकालिक रूपरेखा ‘‘अमृत काल विजन 2047’’ पेश करेंगे।
इस शिखर सम्मेलन का आयोजन मुंबई में हो रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि इस रूपरेखा में बंदरगाह सुविधाओं को बढ़ाने, सतत चलन को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से रणनीतिक पहल का खाका पेश किया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि इस भविष्योन्मुखी योजना के अनुरूप प्रधानमंत्री 23,000 करोड़ रुपये से अधिक की उन परियोजनाओं का उद्घाटन, राष्ट्र को समर्पित करेंगे और आधारशिला रखेंगे, जो भारतीय समुद्री अर्थव्यवस्था से संबंधित इस दृष्टिकोण से जुड़ी हैं। मोदी गुजरात के दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण में 4,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाले ‘टूना टेकरा ऑल वेदर डीप ड्राफ्ट टर्मिनल’ की आधारशिला रखेंगे।
इस अत्याधुनिक ग्रीनफील्ड टर्मिनल को सार्वजनिक-निजी भागीदारी के साथ विकसित किया जाएगा। इसके एक अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र के रूप में उभरने की संभावना है। कार्यक्रम के दौरान समुद्री क्षेत्र में वैश्विक और राष्ट्रीय साझेदारी के लिए सात लाख करोड़ रुपये से अधिक के 300 से अधिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) को भी पेश किया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि शिखर सम्मेलन देश का सबसे बड़ा समुद्री कार्यक्रम होगा, जिसमें यूरोप, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया (मध्य एशिया, पश्चिम एशिया और बिम्सटेक क्षेत्र सहित) का प्रतिनिधित्व करने वाले दुनिया भर के मंत्री भाग लेंगे।
शिखर सम्मेलन में वैश्विक सीईओ, व्यापारिक नेता, निवेशक, अधिकारी और दुनिया भर के अन्य हितधारक भी भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन का पहला संस्करण 2016 में मुंबई में आयोजित किया गया था, जबकि दूसरा डिजिटल माध्यम से 2021 में आयोजित किया गया था।

पूर्व वित्तमंत्री बादल को अंतरिम जमानत दी

पूर्व वित्तमंत्री बादल को अंतरिम जमानत दी

अमित शर्मा 
चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने पंजाब के पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल को बठिंडा में कथित तौर पर संपत्ति खरीद में अनियमितता के मामले सोमवार को अंतरिम जमानत दे दी।
बादल ने चार अक्टूबर को बठिंडा की अदालत द्वारा अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज किए जाने के बाद उच्च न्यायालय का रुख किया था। उनके वकील अर्शदीप सिंह चीमा ने बताया कि न्यायमूर्ति विकास बहल की अदालत ने बादल को जमानत दी।
बादल अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हैं। पंजाब के सतर्कता ब्यूरो ने बादल और पांच अन्य के खिलाफ मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। इससे पहले बठिंडा की अदालत ने बादल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
ब्यूरो की कई टीम ने पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान के कई स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी लेकिन बादल को पकड़ने में असफल रहीं। सतर्कता ब्यूरो ने मामले की जांच पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला द्वारा 2021 में की कई शिकायत के आधार पर शुरू की थी।
सिंगला ने आरोप लगाया था कि बठिंडा के अहम इलाके में जमीन खरीदने में बादल ने कथित तौर पर अनियमितता बरती है। भाजपा नेता सिंगला ने आरोप लगाया कि बादल ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में मंत्री रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया और दो व्यावसायिक भूखंडों को अपने लिए आवसीय भूखंड में तब्दील कर लिया। सिंगला पहले शिरोमणि अकाली दल के सदस्य थे।

कांग्रेस पार्टी को तंग कर रहे कांग्रेसी विधायक

कांग्रेस पार्टी को तंग कर रहे कांग्रेसी विधायक 

कांग्रेस पार्टी का तंग ‘हाथ’: कांग्रेसी विधायकों को मुख्यमंत्री से आखिर क्या है बहुत बड़ी उम्मीद…
कांग्रेस को क्यों तंग कर रहे उसके ही विधायक ?

मनोज लोहनी 
हल्द्वानी। उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी का ‘हाथ’ वैसे ही पिछले काफी समय से तंग चल रहा है। उसकी यह तंगी सत्ता से दूर होने के कारण है। भाजपा ने लगातार दो बार राज्य में सरकार बनाकर कांग्रेस को सत्ता सुख से दूर किया है, जो तंगी की सबसे बड़ी वजह है। अब कांग्रेस को कांग्रेस के विधायक ही तंग कर रहे हैं, ऐसा पिछले कुछ दिनों में एकाएक दिखाई देने लगा है। पार्टी तंग हो रही है, मगर इसका दर्द खुले तौर पर सामने नहीं आ पा रहा है, उल्टा कांग्रेस के विधायकों का रवैया ऐसा कि उन्हें अब प्रदेश के मुख्यमंत्री से बहुत बड़ी उम्मीद जगी है, जैसा कि वह अपने बयान में सीधे तौर पर कह रहे हैं। कांग्रेस विधायकों की बातों से फिलहाल भाजपा खेमा खुशहाल जरूर है, ऐसा साफ है।
कांग्रेस पार्टी का अब तक का राज्य बनने के बाद का इतिहास है कि उसे अपनों ने ही बहुत तंग किया। एक बार २०१६ में तो हरीश रावत के मुुख्यमंत्री रहते सीधे कांग्रेस के नौ विधायक ही पार्टी से खिसक लिए और कांग्रेस वालों हाथों से सीधे कमल ही थाम लिया। उस वक्त कमल थामने के चलते कांग्रेस सरकार की सांसें ही थमने पर आ गईं थीं, जब ७० सीटों वाली असेंबली में कांग्रेस के ९ बागी विधायकों ने रावत जी की कुर्सी खतरे में डाल दी थी। कांग्रेस को उस वक्त लीड भी पूर्व सीएम विजय बहुगुणा कर रहे थे। उसके बाद इस तंगी से हरीश रावत किसी तरह बाहर निकले। खैर कांग्रेस को अपनों से ही तंग करने के तमाम किस्से हैं। 

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...