सोमवार, 16 अक्टूबर 2023

लॉस एंजिल्स खेलों में क्रिकेट शामिल, मंजूरी

लॉस एंजिल्स खेलों में क्रिकेट शामिल, मंजूरी 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने मुंबई में अपने सत्र में 2028 लॉस एंजिल्स खेलों में क्रिकेट को शामिल करने को मंजूरी दे दी। 16 अक्टूबर को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, आईओसी ने 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में नए खेलों के रूप में क्रिकेट (टी20), बेसबॉल/सॉफ्टबॉल, फ्लैग फुटबॉल, लैक्रोस (सिक्स) और स्क्वैश को शामिल करने के लिए अपनी औपचारिक मंजूरी दे दी।। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के कार्यकारी बोर्ड ने पिछले सप्ताह खेल को कार्यक्रम में शामिल करने के लॉस एंजिल्स खेल आयोजकों के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। क्रिकेट के अलावा चार अन्य खेल – बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, फ्लैग फुटबॉल, लैक्रोस (सिक्सेस) और स्क्वैश शामिल हैं।
2028 लॉस एंजिल्स समर ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने पर, आईओसी सदस्य और रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता अंबानी ने कहा, ‘1.4 अरब भारतीयों के लिए, क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं है, यह एक धर्म है। इसलिए मुझे इस ऐतिहासिक संकल्प से खुशी है हमारे देश में यहीं मुंबई में हो रहे 141वें आईओसी सत्र में पारित किया गया था। ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने से नए भौगोलिक क्षेत्रों में ओलंपिक आंदोलन के लिए गहरी भागीदारी पैदा होगी। और साथ ही, क्रिकेट की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय लोकप्रियता को बढ़ावा मिलेगा।’
बेसबॉल/सॉफ्टबॉल, क्रिकेट और लैक्रोस एलए ओलंपिक खेलों में वापसी करने के लिए तैयार हैं, जबकि फ्लैग फुटबॉल और स्क्वैश ओलंपिक में पहली बार खेले जाएंगे।
आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाख ने पिछले हफ्ते कहा था कि क्रिकेट और चार अन्य खेलों को शामिल करना अमेरिकी खेल संस्कृति के अनुरूप था और नए एथलीटों और प्रशंसक समुदायों के साथ जुड़ने के लिए ओलंपिक आंदोलन को भी सम्मानित करेगा।
बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, लैक्रोस (सिक्सेस), स्क्वैश और फ्लैग फुटबॉल के साथ क्रिकेट के रूप में पांच खेल हैं जिन्हें केवल 2028 में लॉस एंजिल्स खेलों के लिए अनुमोदित किया गया है। क्रिकेट 1900 के बाद पहली बार ओलंपिक का हिस्सा होगा।
लॉस एंजिल्स गेम्स आयोजन समिति ने पुरुष और महिला टी20 क्रिकेट दोनों में छह टीमों के आयोजन का प्रस्ताव रखा था, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका मेजबान देश के रूप में मैदान में उतरेगा। लेकिन, टीमों की संख्या और योग्यता प्रणाली पर अंतिम निर्णय बाद में लिया जाएगा।

6 माह से जारी युद्ध में 9 हजार लोग मारे गए

6 माह से जारी युद्ध में 9 हजार लोग मारे गए 

अखिलेश पांडेय 
काहिरा। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय अभियानों के प्रमुख ने रविवार को बताया कि सूडान की सेना और शक्तिशाली अर्धसैन्य बलों के बीच पिछले छ: माह से जारी युद्ध में कम से कम नौ हजार लोग मारे गए हैं।
सूडान में अप्रैल से अराजकता का माहौल है और सैन्य प्रमुख जनरल अब्देल-फतह बुरहान और अर्धसैनिक बल ‘रैपिड सपोर्ट फोर्सेज’ के कमांडर जनरल मोहम्मद हमदान डगालो के बीच का तनाव संघर्ष के बाद युद्ध का रूप ले चुका है।
संयुक्त राष्ट्र के अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने एक बयान में कहा ,‘‘ छह माह से नागरिकों को खूनखराबे और आतंक से कोई राहत नहीं मिली है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ दुष्कर्म और यौन हिंसा की भयावह रिपोर्ट मिलना जारी है।
’’ प्रारंभ में लड़ाई खार्तूम तक ही सीमित थी लेकिन शीघ्र ही यह पूर्वी अफ्रीकी देश के अन्य इलाकों में भी फैल गई जिसमें दारफुर भी शामिल है। ग्रिफिथ्स ने कहा कि युद्ध में कथित तौर पर 9,000 लोग मारे गए हैं और लाखों लोग अपने घरों को छोड़ कर या तो देश में ही या पड़ोसी देशों में सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हुए हैं।
उन्होंने कहा कि संघर्ष ने ‘‘समुदायों को अलग कर दिया है। लोगों के पास जीवन जीने के लिए जरूरी वस्तुओं तक का आभाव हैं। लाखों लोग भाग कर जिन देशों में गए हैं वहां भी मानवीय संकट पैदा हो गया है। संयुक्त राष्ट्र आव्रजन एजेंसी के अनुसार, सूडान के अंदर ही 45 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं जबकि 12 लाख से अधिक लोगों ने पड़ोसी मुल्कों में शरण ली हुई है।
ग्रिफिथ्स ने कहा कि संघर्ष के कारण कम से कम ढाई करोड़ लोगों को मानवीय मदद की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश में जारी संघर्ष के बीच राजधानी और देश के अन्य क्षेत्रों में हैजा फैलने की खबरें है। खार्तूम और कोर्डोफान तथा कादरिफ प्रांतों में हैजे के एक हजार से अधिक संदिग्ध मामले पाए गए हैं।

हमास को नष्ट किया जाना चाहिए: बाइडेन

हमास को नष्ट किया जाना चाहिए: बाइडेन 

सुनील श्रीवास्तव 
जेरूसलम/वाशिंगटन डीसी। इजराइल-हमास संघर्ष के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमास को नष्ट किया जाना चाहिए, लेकिन फलस्तीनी राज्य के लिए एक रास्ता भी होना चाहिए, उन्होंने चेतावनी दी कि गाजा पर इजरायल का फिर से कब्जा एक बड़ी गलती होगी।
दरअसल,  इजरायली सेना ने गाजा की सीमा पर टैंक तैनात किया है। इसके साथ ही  इजरायल द्वारा किए गए हमलों ने गाजा को ध्वस्त कर दिया है। जानकारी के अनुसार  फलस्तीनी रेड क्रिसेंट ने कहा कि अल-कुद्स अस्पताल के पास पांच हवाई हमले किए गए। वहीं इजरायल ने अस्पताल  को खाली करने के लिए शनिवार दोपहर तक की समय सीमा दी थी।

ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने दी चेतावनी 
वहीं एक न्यूज रिपोर्ट के अनुसार ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने भी इजरायल को चेतावनी दी है कि  अगर इजरायल ने गाजा में घुसपैठ करने का फैसला किया तो विरोध करने वाले नेता इजरायल को उसके ही सैनिकों के कब्रिस्तान में बदल देंगे।

समुद्र के ऊपर हवा में लटका दिखा प्लेन

समुद्र के ऊपर हवा में लटका दिखा प्लेन 

सरस्वती उपाध्याय 
सोशल मीडिया पर आए दिन हैरतअंगेज वीडियो वायरल होते रहते हैं। इस बीच एक चौंकाने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक विमान एक जगह पर हवा में स्थिर देखा जा सकता है। किसी भी प्लेन का इस तरह ऊंचाई पर ठहर पाना वैज्ञानिक रूप से भी काफी असंभव है। इस वीडियो को देखकर हर किसी के होश उड़ गए हैं। 
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि प्लेन समुद्र के ऊपर हवा में लटका हुआ है। उसमें कोई हरकत नहीं हो रही है वह एक जगह स्थिर है। आप वीडियो में देख सकते हैं कि प्लेन बिल्कुल अपनी सही पोजीशन में टिका हुआ है, लेकिन चौंकाने वाली बात यही है कि आखिर ये टिका कैसे है।  हालांकि ये वीडियो सभी को चौंका देने वाला है।
वीडियो देख कमेंट्स की भरमार
इस वीडियो को 'एक्स' पर @WillManidis नाम के एक यूजर ने साझा किया है। उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'आज एक प्लेन को हवा में ठहरते हुए देखा। आपको अभी भी ऐसा लगता है कि फिजिक्स रियल है।' वायरल वीडियो को देखने के बाद कई यूजर्स ने अपने रिएक्शन्स शेयर किए हैं। एक यूजर ने कहा, 'पहले तो अजीब लगा, लेकिन फिर अंत में देखा जा सकता है कि प्लेन पुल के ऊपर से गुजर चुका है, जिसका मतलब है कि ये उड़ रहा था।' 
कई लोगों ने वीडियो को बताया फेक
जबकि दूसरे यूजर ने कहा, 'ध्यान दें कि समुद्र पर कोई परछाई नहीं पड़ रही है? पुल की परछाई दिख रही है, तो हमें प्लेन की परछाई भी देखना में सक्षम होना चाहिए। यही नहीं, वीडियो बनाने वाला शख्स तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उसकी नजर से यह स्थिर दिखाई देता है, लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्लेन पुल से गुजर रहा है।' वहीं, कई यूजर्स ने इस वीडियो को फेक भी बताया है।

लाइब्रेरी में 90 साल बाद वापस मिलीं किताब

लाइब्रेरी में 90 साल बाद वापस मिलीं किताब 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 
एल्बनि। न्यूयॉर्क की प्रसिद्ध लार्चमोंट पब्लिक लाइब्रेरी ने हाल ही में एक अद्वितीय घटना साझा की है, जो उनके लाइब्रेरी के पन्नों में छुपी थी। यह किताब, जिसे 90 साल बाद वापस पाया गया है, साक्षात्कार के पन्नों पर लिखी थी, समय की गति को चुनौती देती हुई आई है।
यह किताब, ‘यूथ एंड टू अदर स्टोरीज़’ नामक रचना थी, जिसने अपने समय के विचार और भावनाओं को प्रस्तुत किया। यह चौंकाने वाली घटना हमें यह बताती है कि किताबें समय के साथ कैसे बदलती हैं, और वे हमेशा हमारे सोचने के तरीके को परिपूर्ण होती हैं।
लार्चमोंट पब्लिक लाइब्रेरी ने आत्म-समर्पण से इस किताब को पुनः प्रकट किया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि पढ़ाई की संस्कृति और पुस्तकों के प्रति जो आदर है, वह कभी नहीं मरता।
यह घटना हमें यह सिखाती है कि समुदाय की भावनाएं और पसंद भले ही समय के साथ बदल जाएं, लेकिन संवेदनशीलता और पुस्तकों के प्रति प्रेम कभी नहीं थमता।

पोती को बेचने की आरोपी महिला फरार

पोती को बेचने की आरोपी महिला फरार

मिनाक्षी लोढी 
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में अपनी छ: दिन की पोती को बाल तस्करी गिरोह को बेचने की आरोपी महिला फिलहाल फरार है, पुलिस ने कहा कि उसे पकड़ने के लिए जांच चल रही है।
यह घटना सोमवार सुबह तब सामने आई, जब लापता शिशु की मां ने शांतिपुर के एक स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस के अनुसार, न केवल आरोपी दादी, जिसकी पहचान खालिदा बीबी के रूप में हुई है, फरार है, बल्कि एक अन्य महिला भी फरार है, जिसके बारे में माना जाता है कि उसने बच्चे को बेचने के लिए एजेंट के रूप में काम किया था।
9 अक्टूबर को शिकायतकर्ता ने बच्चे को जन्म दिया और तीन दिन बाद वह नवजात को लेकर अपनी मां के पास चली गई। उसकी शिकायत के मुताबिक, महिला की मां उस पर बच्चा बेचने का दबाव बना रही थी। शिकायत में कहा गया है कि रविवार को जब उसे अपना बच्चा नहीं मिला, तो महिला ने अपनी मां से शिकायत की, जिसने एक स्थानीय एजेंट की मदद से बच्चे को 60,000 रुपये में बेचने की बात स्वीकार की।

लेकिन पुलिस को सूचना मिलने से पहले ही आरोपी भागने में सफल हो गये। पुलिस ने कहा कि चूंकि महिला का पति पश्चिम बंगाल से बाहर काम करता है, इसलिए बच्चे को जन्म देने के बाद वह अपनी मां के घर चली गई।
महिला ने माना कि उसकी मां की आर्थिक स्थिति कमजोर है। महिला ने कहा, “मैं बस यही चाहता हूं कि पुलिस मेरी बेटी का पता लगाए और उसे मेरे पास वापस लाए। मैं उनसे यह भी उम्मीद करती हूं कि वे मेरी मां को दंडित करें, जो इतना जघन्य अपराध कर सकती है।’

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  


1. अंक-329, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. सोमवार, अक्टूबर 16, 2023

3. शक-1944, आश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:11, सूर्यास्त: 06:13।

5. न्‍यूनतम तापमान- 18 डी.सै., अधिकतम- 21+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज।‌ उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष अंतर्गत जनपद ...