शनिवार, 7 अक्टूबर 2023

खाद आपूर्ति निरीक्षक की लापरवाही, जनता परेशान

खाद आपूर्ति निरीक्षक की लापरवाही, जनता परेशान 

पिंकू समानिया
गाजियाबाद। लोनी स्थित नगरीय क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर अवैध रूप से हानिकारक मिठाइयां बनाई जा रही है। जिनमें खतरनाक रसायनिकों का उपयोग किया जाता है। खतरनाक रसायन युक्त निर्मित खाद्य सामग्री जन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। 
जानकारी के अनुसार नगरीय क्षेत्र में बेहटा नहर, गुलाब वाटिका, बॉर्डर थाने के पास, अल्बी नगर आदि कॉलोनी में नकली मिठाइयां बनाने का कार्य किया जाता है। बल्कि क्षेत्र में स्थित नामचीन मिठाइयों की दुकानों पर भी इन मिठाइयों की आपूर्ति की जाती है। नामचीन दुकानों पर विक्रय होने से स्थानीय लोग उसकी गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। जिसके कारण जनता गलतफहमी में रसायन युक्त निर्मित मिठाइयों का सेवन कर रहीं है। 
रसायन युक्त खाद्य सामग्री का सेवन लीवर और आंखों की क्षमता को प्रभावित करता है। जिसके कारण व्यक्ति गंभीर रोगों की चपेट में आ सकता है। खाद आपूर्ति निरीक्षक की लापरवाही के कारण नागरिकों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। आपूर्ति निरीक्षक का यही रवैया रहा तो जनता को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। समस्या की गंभीरता पर जिला अधिकारी को संज्ञान लेने की आवश्यकता है।

घटिया राजनीति की शिकार लोनी क्षेत्र की जनता

घटिया राजनीति की शिकार लोनी क्षेत्र की जनता 

अश्वनी उपाध्याय की विशेष रिपोर्ट 
गाजियाबाद। लोनी विधानसभा क्षेत्र की जनता घटिया राजनीति से त्रस्त है। घटिया राजनीति के कारण स्थानीय निवासियों के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र के लाखों लोग समस्या ग्रस्त जीवन यापन करने के लिए विवश है। 
जानकारी के अनुसार दिल्ली-सहारनपुर राज्य मार्ग की दुर्दशा का दंश जनता झेल रही है। पिछले 1 वर्ष से दिल्ली बॉर्डर स्थित उत्तर प्रदेश परिवहन डिपो से लेकर दो नंबर तक राज्य मार्ग की हालत बदतर हो चुकी है। गहरे-गहरे गढ़ों में तब्दील मार्ग हादसों को दावत दे रहा है। प्रतिदिन कोई ना कोई हादसे का शिकार हो रहा है, यह ऐसा मामला है जिससे स्थानीय सांसद, विधायक और अन्य सभी जनप्रतिनिधि वाकिफ है। वाकिफ होने के बावजूद किसी के कान पर जूं तक नहीं रहे रंग रही है। समस्या की विकरालता को देखते हुए, कई समाज सेवक, संस्थाएं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय नागरिक भी विरोध प्रदर्शन कर, नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। 
लाखों लोगों का प्रतिदिन इस मार्ग से आवागमन होता है। इस मार्ग से जुड़ी समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो पाना, खोखले जन प्रतिनिधित्व की ओर संकेत करता है। वहीं दूसरी बार निर्वाचित स्थानीय विधायक लोनी को लंदन बनाने की घोषणा कर चुके हैं। हालांकि लोनी विधानसभा की जनता लोनी को लोनी बने रहने का भी आग्रह कर चुकी है। लेकिन लोनी की जनता को पीड़ा के अलावा कुछ नहीं मिला है। अपेक्षा की इससे बुरी उपेक्षा नहीं हो सकती है। लोनी के विकास को गर्त में पहुंचाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। यह घटिया राजनीति का परिणाम है कि जनरल वीके सिंह सांसद गाजियाबाद एवं विदेश राज्य मंत्री भी जनता की समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। आपसी मतभेद को दरकिनार कर, जनता की समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर होना चाहिए। जिला अधिकारी गाजियाबाद भी अपने कर्तव्य का निष्ठा पूर्वक पालन नहीं कर रहे हैं। जनता की पीड़ा का किसी को भी एहसास नहीं है।

इजरायल में हमला, पीएम मोदी ने दुख जताया

इजरायल में हमला, पीएम मोदी ने दुख जताया

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। इजरायल में हमास के हमले पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। पीएम मोदी ने अपने बयान में कहा कि इजरायल में हुए आतंकी हमले से काफी ज्यादा हैरान और दुखी हूं। उन्होंने हमले में मारे गए लोगों और उनके परिवारों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। पीएम ने कहा कि हमारे विचार और प्रार्थनाएं इस हमले में मारे गए मासूमों और उनके परिवारों के साथ हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस कठिन समय में हम इजरायल के साथ खड़े हैं। 
गौरतलब है कि गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ हमास ने शनिवार तड़के इजराइल पर अभूतपूर्व हमला करते हुए भारी संख्या में रॉकेट दागे। साथ ही कई हमास लड़ाकों ने इजराइली सीमा में घुसपैठ को अंजाम दिया। हमले के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को देश की जनता से कहा कि हम युद्धरत हैं। घुसपैठ के छह घंटे बीत जाने के बाद भी हमास चरमपंथियों और इजराइली इलाकों में उनकी सेना से मुठभेड़ जारी है। इजराइल की राष्ट्रीय बचाव सेवा ने शनिवार को कहा कि हमास के हमले में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।

युद्ध जैसे हालात, 27 लोगों को बचाने हेतु मदद मांगी

युद्ध जैसे हालात, 27 लोगों को बचाने हेतु मदद मांगी

इकबाल अंसारी 
शिलांग। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने इजराइल और फलस्तीन के बीच युद्ध जैसे हालात में फंसे राज्य के 27 लोगों को बचाने के लिए शनिवार को विदेश मंत्रालय से मदद मांगी। संगमा ने कहा कि वह इन लोगों को राज्य में वापस लाने के लिए मंत्रालय के संपर्क में हैं। 
उन्होंने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘पवित्र तीर्थयात्रा के लिए यरुशलम गए मेघालय के 27 नागरिक इजराइल और फलस्तीन के बीच मौजूदा तनाव के कारण बेथलहम में फंस गए हैं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय के संपर्क में हूं।’’ यरुशलम यहूदी धर्म, ईसाई धर्म और इस्लाम धर्म तीनों की ही पवित्र नगरी है। मेघालय के ईसाई धार्मिक यात्रा पर वहां जाते हैं।

अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ कार्यवाही, सील किया

अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ कार्यवाही, सील किया 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। जनपद के कस्बा बुढाना में ब्यूटी पॉर्लर की आड में चल रहे अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ बडी कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उसे सील कर दिया। बताया जा रहा है कि नर्सिंग होम में झोलाछाप महिला डाक्टर डिलीवरी कराती थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मेरठ जनपद के सरधना थाना क्षेत्र के गांव पिठलोकर निवासी साहिब अपने छोटे भाई की पत्नी समर जहां को डिलिवरी के लिए बुढ़ाना लाया था। आरोप है कि कुछ चिकित्सकों ने उसे अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम में भर्ती करवाया।
सामान्य डिलीवरी के बाद भी अवैध रूप से वसूली की गई। जिसकी शिकायत पुलिस व मुख्य चिकित्साधिकारी को की गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. महावीर फौजदार के निर्देश पर सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अन्नू चौधरी ने पुलिस बल के साथ कोतवाली के पास स्नेहा ब्यूटी पार्लर पर छापा मारा।
ब्यूटीपार्लर के अंदर कोई मरीज तो नहीं मिला। लेकिन इस टीम को डिलीवरी टेबल व उपकरण मिले। एक युवती भी वहां पर मिली। स्थिति की गंभीरता व शिकायत को देखते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अन्नू चौधरी ने पुलिस बल के साथ ब्यूटी पार्लर को सील कर दिया।
प्रभारी चिकित्साधिकारी ने कहा कि ऐसे चिकित्सालय संचालित नही होंगे देंगे। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  


1. अंक-355, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. रविवार, अक्टूबर 08, 2023

3. शक-1944, आश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दसमीं, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:11, सूर्यास्त: 06:13।

5. न्‍यूनतम तापमान- 17 डी.सै., अधिकतम- 23+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 6 अक्टूबर 2023

दिल्ली: खराब स्तर पर पहुंची 'वायु गुणवत्ता'

दिल्ली: खराब स्तर पर पहुंची 'वायु गुणवत्ता' 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को 'खराब' स्तर पर पहुंचने के बाद, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अधिकारियों को चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के पहले चरण के तहत उपायों को कड़ाई से लागू करने के लिए कहा गया है, जिसमें सड़क किनारे बने भोजनालयों, होटलों और रेस्तरां में कोयले के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। 
जीआरएपी से संबंधित केंद्र सरकार की उप-समिति की एक बैठक में कहा गया कि पिछले 24 घंटों में क्षेत्र में वायु गुणवत्ता मापदंडों में “अचानक गिरावट” हुई है, जिससे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 212 यानी खराब श्रेणी में पहुंच गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एक बयान में कहा, “क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के प्रयासों के तहत पूरे एनसीआर में तत्काल प्रभाव से जीआरएपी का पहला चरण लागू करने की आवश्यकता है।” 
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के आधार पर जीआरएपी को चार चरणों में वर्गीकृत किया गया है। पहला चरण वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 201-300 यानी ‘खराब’ होने पर लागू किया जाता है। दूसरा चरण एक्यूआई 301-400 (बहुत खराब) होने पर, तीसरा चरण एक्यूआई 401-450 (गंभीर) होने पर और चौथा चरण एक्यूआई 450 से अधिक (गंभीर से भी ज्यादा) होने पर लागू किया जाता है। पहले चरण के तहत, अधिकारी प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ दंडात्मक और कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...