समस्याओं को लेकर किसानों ने हंगामा किया
भानु प्रताप उपाध्याय
शामली। चीनी मिल गेट से गन्ना कटवाने, बकाया गन्ना भुगतान न करने पर आरसी जारी करने और एफआईआर दर्ज करने को लेकर किसानों ने बृहस्पतिवार को किसान दिवस में खूब हंगामा किया। इस दौरान किसानों ने गोहरनी रेलवे पुल पर सर्विस लेन, बिजली, रजबहों की सफाई कराने की भी मांग की।
बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में डीएम रविंद्र सिंह की अध्यक्षता में किसान दिवस आयोजित किया गया। शुरू से ही किसानों ने मांगों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। भाकियू एनसीआर के राष्ट्रीय महासचिव कपिल खाटियान ने कहा कि चीनी मिले किसानों का संपूर्ण गन्ना भुगतान नहीं कर पा रही है। आरोप है कि चीनी बेचने के बाद भी किसानों को भुगतान नहीं किया गया। डीएम से सवाल किया गया कि चीनी मिलो के खिलाफ एफआईआर क्यों दर्ज नही की जारी रही है।
खाटियान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के ट्रांसफार्मर फुंकने के 20 दिन बाद भी नहीं बदले जाते। जिले में कई ट्रांसफार्मर फुंके पड़े हैं। बिजली विभाग के अफसर किसानों के यहां मीटर लगाने का दबाव बनाते हैं। भारसी गांव के गौतम पंवार ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्राें में बिजली विभाग की ओर से छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। मौके पर मौजूद बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता प्रथम खंड विनोद कुमार सिंह ने ताना गांव में बिजली ट्रांसफार्मर बदलने का आश्वासन दिया।
किसान मजदूर के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पंवार ने कहा कि चीनी मिले किसानों का संपूर्ण गन्ना भुगतान नहीं कर रही है। खरीद केंद्र बदलने के लिए लखनऊ गन्ना आयुक्त का अधिकार है। मिल के गेट का गन्ना काटकर किसानों के अनुसार दूसरी मिल को आवंटित किया जाए। दिल्ली-देहरादून इकॉनमिक काॅरिडोर किसान संघर्ष समिति के सचिव विदेश मलिक का कहना है कि मेरठ-करनाल हाईवे के टपराना-शामली बाईपास के गोहरनी रेलवे पुल पर सर्विस लेन बनाई जाए।
सिभालका निवासी ईश्वर फाैजी ने रजबहे की सफाई कराने, पटरी से अतिक्रमण हटाने, कैंप लगाकर पशुओं का इलाज किए जाने की मांग की। कैराना क्षेत्र के गोगवान निवासी आमिर अली ने गोगवान रजबहे की सफाई कराए जाने की मांग की। पिंडोरा के आशीष कुमार ने कहा कि खाद के डीलरों की ओर से नैनो को जबरन दिया जा रहा है। पिडौरा गांव में पानी की टंकी ग्राम पंचायत को हैंडओवर करने की मांग की है। डीएम ने किसानों को आश्वासन दिया कि चीनी मिलो के डायवर्जन किए जाने की जांच कराकर संबंधित चीनी मिलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में लखनऊ में अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।