पीएम मोदी ने संसद को संबोधित किया, उपलब्धियां
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने संसद की उपलब्धियों को गिनाया। साथ ही उन्होंने संसद के अब तक के सभी सांसदों ने नमन किया। उन्होंने संसद हमले का भी जिक्र किया। साथ ही अपने पहली बार संसद पहुंचने के पल को भी याद किया।
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने संसद को तपोस्थली बताया। उन्होंने कहा कि जब हम संसद के अंदर आते हैं, हमारे यहां नाद ब्रह्म की कल्पना है। पीएम मोदी ने कहा कि हिंदू शास्त्रों में माना गया है कि अगर किसी एक स्थान पर एक ही लय में लगातार उच्चारण होता है, तो तपोस्थली बन जाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि नाद की एक ताकत होती है जो किसी स्थान को सिद्धि स्थान के रूप में परिवर्तित कर देती है, उसे बदल देती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद से लेकर अब तक संसद के दोनों सदनों में साढ़े सात हजार सांसद रहे हैं, उनकी कई बातें यहां बार-बार कई मौकों पर गूंजती रही है। ऐसे में उनकी लगातार गूंजने वाली आवाज ने इस सदन को तपोस्थली बना दिया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्तमान सांसदों के लिए ये काफी सौभाग्य का विषय है, ऐसा इसलिए कि हमें इतिहास और भविष्य दोनों की कड़ी का हिस्सा बनने का अवसर मिला है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम नए संसद में नए विश्वास के साथ जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं संसद के दोनों सदनों के सभी सदस्यों व अन्य के द्वारा दिए गए अपने योगदान के लिए धन्यवाद करता हूं।