क्या आपने देखे है काले दानों वाले भुट्टे ?
सरस्वती उपाध्याय
अभी तक आपने पीले दानों के भुट्टों को ही देखा होगा। क्या आपने कभी सोचा है कि काले दानों वाले भुट्टे हो सकते हैं ? ये सुनकर आपको अजीब जरूर लगा होगा, लेकिन इस दुनिया में काले दानों वाले भुट्टे भी मौजूद हैं। इन भुट्टों को देखने के बाद ऐसा लगेगा जैसे पीले भुट्टों को किसी ने आग में जलाकर काला कर दिया है। लेकिन ऐसा नहीं है। ये नेचुरल ब्लैक कलर के होते हैं।
बता दें पीले भुट्टों की तुलना में इनका स्वाद ज्यादा बेहतर होता है। साथ ही इनकी खेती का समय भी अलग होता है। सोशल मीडिया पर काले भुट्टों का वीडियो वायरल हो रहा है जिसे लोग फेक समझ रहे हैं। लेकिन आज हम आपको इसके बारे में पूरी डिटेल से बताते हैं।
बता दें काले भुट्टों के पत्ते हलके पर्पल कलर के होते हैं। इनके पौधों की लंबाई तीन मीटर तक होती है। साथ ही इस पर लगने वाले फल बीस सेंटीमीटर तक के होते हैं। जैसे-जैसे ये मैच्योर होते हैं, इसके दाने और भी ज्यादा काले होने लगते हैं। इन भुट्टों से एक ऐसा लिक्विड निकलता है, जो दाग लगा देता है। अगर इसके पत्ते हाथों से हटाए जाएं, तो उंगलियों पर पर्पल रंग लग जाता है। ये खाने में टेस्टी तो होते हैं लेकिन इन्हें पीले भुट्टों की तुलना में ज्यादा चबाना पड़ता है। साथ ही ये काफी स्टार्ची भी होता है। हालांकि, पीले भुट्टों की तुलना में ये कम मीठे होते हैं।
बता दें जिस तरह से पीले भुट्टे पूरी दुनिया में उगाए जाते हैं, वैसे इन काले भुट्टों की खेती नहीं होती। ये दुनिया में कुछ ही इलाकों में पाए जाते हैं। खासकर इन भुट्टों की खेती पेरू में की जाती है। वहां इसे मेज मोरडो के नाम से जाना जाता है। वहीं यूएस और यूके में इसे ब्लैक मेक्सिकन कॉर्न के नाम से जाना जाता है। वहीं साउथ अमेरिका के बाहर ये काफी कम ही पाया जाता है। बता दें इसे उगाने के लिए बेहद गर्म मौसम की जरुरत होती है। साथ ही फल लगने के बाद इसे भारी बरसात की जरुरत भी होती है। ऐसे में ये दुनिया के सिर्फ चुनिंदा जगहों पर ही उगाया जा पाता है।