शुक्रवार, 1 सितंबर 2023

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-319, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. शनिवार, सितंबर 2, 2023

3. शक-1944, भाद्रपद, कृष्ण-पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:06।

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम- 33+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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गुरुवार, 31 अगस्त 2023

मायावती का एनडीए में स्वागत है: रामदास

मायावती का एनडीए में स्वागत है: रामदास 

रोहित भारद्वाज 
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि अगर मायावती एनडीए का हिस्सा बनती हैं तो वो स्वागत करेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह एनडीए की अगुवाई कर रही बीजेपी के फैसले पर निर्भर है कि वह मायावती को गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करे।
बता दें कि अठावले का यह बयान मायावती के उस वक्तव्य के बाद आया है जिसमें उन्होंने साफ किया है कि वो एनडीए या इंडिया गठबंधन के साथ हाथ नहीं मिलाने जा रही हैं। मायावती ने कहा है कि सभी राजनीतिक पार्टियां बीएसपी के साथ गठबंधन करने की इच्छुक हैं। 
सोशल मीडिया पर कई पोस्ट के जरिए रखा अपना स्टैंड
मायावती सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बुधवार को कई पोस्ट के माध्यम से अपने स्टैंड के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा-एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
2019 में किया था गठबंधन
बता दें कि कुछ दिनों पहले भी मायावती पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में एनडीए-इंडिया से गठबंधन न करने की बात कह चुकी हैं। इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी ने समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाया था। हालांकि नतीजों में गठबंधन को कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी थी। जब गठबंधन बना था तब कई विश्लेषकों ने इसे बड़ा कदम बताया था तो कई ने इसे बेमेल गठबंधन भी कहा था। सपा-बसपा के बीच का यह गठबंधन ज्यादा समय तक नहीं टिका।

प्रदेश की कंपनियों को बड़ा मंच प्रदान किया

प्रदेश की कंपनियों को बड़ा मंच प्रदान किया 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। देश के 'ग्रोथ इंजन' के तौर पर अपनी भूमिका को विस्तार देता उत्तर प्रदेश न केवल 'वन ट्रिलियन डॉलर' की इकॉनमी बनने की ओर तेजी से प्रयासरत है, बल्कि वैश्विक पटल पर 'फूड बास्केट ऑफ इंडिया' के तौर पर भी अपनी पहचान को भी पुख्ता कर रहा है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश कृषि व खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। ऐसे में, जब 21 से 25 सितंबर के बीच ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर व मार्ट में इंटरनेशनल ट्रेड शो 2023 का आयोजन होने जा रहा है तो यह निश्चित है कि इस मेगा ट्रेड शो में फूड, डेयरी और एग्रो सेक्टर से जुड़ी व प्रदेश में व्यापक उपस्थिति रखने वाली कंपनियों को एक बड़ा मंच प्रदान किया जाएगा। इस ट्रेड शो में यूं तो पूरी दुनिया से ही सभी क्षेत्रों की तमाम दिग्गज कंपनियां हिस्सा लेंगी मगर खास तौर पर उत्तर प्रदेश में व्यापक उपस्थिति रखने वाली फूड, डेयरी व एग्रो बेस्ड कंपनियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे न केवल ये कंपनियां उत्तर प्रदेश की ब्रांडिंग का हिस्सा बनेंगी बल्कि व्यापक वैश्विक बाजार तक इन कंपनियों के प्रोडक्ट्स की पहुंच का मार्ग भी प्रशस्त हो सकेगा।     
कई बड़ी कंपनियां दर्ज कराएंगी उपस्थिति
इस मेगा ट्रेड शो में एग्रो, फूड व डेयरी बेस्ड जिन कंपनियों की व्यापक उपस्थिति रहने वाली हैं उनमें पतंजली, हल्दीराम, प्रिया गोल्ड, बिकानेरवाला, वैद्यनाथ, रिचुअल फूड्स, फ्रेश फूड्स, ऑगस्टिया फूड्स, इंडियन बी कीपर श्री गिरिजा, पारस, अमूल, प्राइम फूड्स, ज्ञान डेयरी, क्रीमी फूड फेयर एक्सपोर्ट व अन्य प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त खाद्य, कृषि व डेयरी उत्पादों से संबंधित ग्रामीण, लघु व कुटीर उद्योगों को भी ट्रेड शो में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, खाद्य प्रसंस्करणों से जुड़े विभागों, लॉजिस्टिक्स-वेयरहाउसिंग, पशुपालन, मत्स्य पालन, डेयरी व अन्य प्रमुख विभागों से संबंधित स्टॉल्स भी ट्रेड शो में व्यापक उपस्थिति दर्ज कराएंगे। इनमें से कई ने अभी से अपने स्टॉल्स को बुक करा लिया है जबकि कई अन्य संबंधित प्रक्रियाओं को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। इसके अलावा, ओडीओपी समेत खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी जीआई टैगिंग प्राप्त प्रोडक्ट्स को भी बड़े स्तर पर ट्रेड शो में शोकेस किया जाएगा।
स्वाद से लेकर मैनेजमेंट फंडा भी होगा फूड ओरिएंटेड
खास बात यह है कि इस ट्रेड शो में चाहें बात परोसी जाने वाली कुजीन्स की हो या फिर मैनेजमेंट फंडे की, फूड हर जगह छाया रहेगा। ट्रेड शो में डिग्नीट्रीज को जो पकवान परोसे जाएंगे उनमें उत्तर प्रदेश की विरासत और श्रीअन्न का गुणवत्तापरक स्वाद मुख्य भूमिका निभाएंगे। प्रदेश के उन भोज्य पदार्थों को ट्रेड शो में आने वाले लोगों को परोसा जाएगा जो उत्तर प्रदेश की पहचान हैं। इसके अलावा, यहां आयोजित होने वाले सेशंस में एक सेशन तो केवल मुंबई के डिब्बेवालों की सक्सेस जर्नी को ही समर्पित है। आईईएमएल के डॉ. पवन अग्रवाल मुंबई के डिब्बावालों की सक्सेस जर्नी, उनकी लॉजिस्टिकल सप्लाई मैनेजमेंट, सप्लाई चेन व टाइम मैनेजमेंट के प्रिंसिपल्स से जुड़े फैक्टर्स व केस स्टडी साझा करेंगे। इससे सेशन में शामिल होने वाले लोगों को डिब्बेवालों के उदाहरण के जरिए मैनेजमेंट फंडा के कई अहम तथ्य सीखने को मिलेंगे।

प्यार में धर्म बदलकर खुशबू बनी 'फरीना'

प्यार में धर्म बदलकर खुशबू बनी 'फरीना' 

अविनाश श्रीवास्तव 
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के करजा धाना क्षेत्र के पकड़ी पकोही गांव की रहने वाली फरीना खातून को गांव के ही करन से प्यार हो गया। दोनों का प्यार परवान चढ़ा तो फरीना खातून और करन ने घर से भागकर शादी कर ली। फरीना ने करन की खातिर अपना धर्म बदला और खुशबू बनकर उसके साथ सात फेरे लिए। अब खुशबू के लिए मुश्किलें खड़ी हो गईं हैं। उसने कानून का सहारा लिया है और जान बचाने की गुहार लगाई है। खुशबू के परिजन अब करन और उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
फरीना बनी खुशबू, लिए सात फेरे
मुस्लिम लड़की फरीना खातून ने धर्म परिवर्तन कर हिन्दू लड़के करन से शादी कर ली है। अब खुशबू बनी फरीना खातून को परिजन जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।.फरीना खातून यानी खुशबू की गलती ये है कि वह गांव के ही हिन्दू लड़के करन से बेपनाह मोहब्बत करती है। जब फरीना और करन, दोनों की मोहब्बत परवान चढ़ी तो दोनों ने शादी करने की ठानी लेकिन मुस्लिम होने की वजह से करन के परिजन फरीना को नहीं अपना रहे थे तो उसने प्यार के झुकना मुनासिब नहीं समझा।
मोहब्बत चढ़ी परवान, घर से भागी फरीना
फरीना घर छोड़कर करन के पास पहुंच गई और अपना धर्म परिवर्तन करा लिया। हिन्दू धर्म अपनाने के बाद फरीना खुशबू हो गई। फरीना उर्फ खुशबू और करन ने हिन्दू रीति-रिवाज से मंदिर में शादी कर ली। शादी की जानकारी मिलते ही फरीना के माता पिता ने करन पर फरीना का अपहरण करने का मामला दर्ज करा दिया। जब फरीना को इस बात का पता चला तो वह सीधे थाने पहुंची और फिर कोर्ट में अपना बयान दर्ज करवाया कि उसका अपहरण नहीं हुआ बल्कि अपनी मर्जी से उसने घर से भागकर करन के साथ सात फेरे लिए हैं।
कोर्ट में की फरियाद
कोर्ट में फरीना ने ये भी बताया कि उसने अपनी मर्जी से अपना धर्म परिवर्तन कराया है और हिन्दू रीति रिवाज के साथ करन से मंदिर में शादी की है। अब वो करन के साथ ही रहना चाहती और अपने ससुराल जाना चाहती है। हालांकि लड़की फरीना खातून उर्फ खुशबू को उसके परिजन के तरफ से जान मारने की धमकी मिल रही है। इसके लिए फरीना उर्फ खुशबू ने न्यायालय से जान की रक्षा की गुहार भी लगाई है।

भाजपा: मंथन पूरा हुआ, दूसरी लिस्ट जारी

भाजपा: मंथन पूरा हुआ, दूसरी लिस्ट जारी

हरिओम उपाध्याय 
भोपाल। मध्य प्रदेश में हारी हुई विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का मंथन पूरा हो गया है। बीजेपी सितंबर के पहले हफ्ते में उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर सकती हैं। यह सूची 39 सीटों के बाद बाकी बची 64 सीटों को लेकर जारी होगी। जल्द ही नामों का ऐलान किया जाएगा। 
इनके नाम लगभग तय-
संभावित उम्मीदवारों के नाम है, दमोह से पूर्व मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया का नाम तय माना जा रहा हैं। वहीं छिंदवाड़ा से बंटी साहू, शाजापुर से अरुण भीमावत, बिजावर से राकेश शुक्ला, निवास से राम प्यारे कुलस्ते, लखनादौन से विजय कुमार उइके, कटंगी से बोध सिंह भगत पूर्व सांसद, बड़नगर से मुकेश पंड्या, डबरा से इमरती देवी, राघौगढ़ से हीरेंद्र सिंह बंटी, राजनगर से अरविंद पटेरिया, बैतूल से हेमंत खंडेलवाल, बुरहानपुर से अर्चना चिटनीस, नागदा से दिलीप सिंह शेखावत, मल्हारगढ़ से जगदीश देवडा, मंदसौर से यशपालसिंह सिसौदिया, जावद से ओमप्रकाश सकलेचा को टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा हैं।
इन सीटों पर दो नाम का पैनल-
प्रदेश की जुन्नारदेव (अजजा) विधानसभा सीट से आशीष ठाकुर और नथन शाह कवरेती, अमरवाड़ा (अजजा) सीट से उत्तम ठाकुर और कामनी शाह, परासिया (अजा) से ताराचंद बावरिया और ज्योति डहेरिया, जबलपुर पश्चिम में अभिलाष पांडे और प्रभात साहू, जबलपुर उत्तर से धीरज पटेरिया और पूर्व मंत्री शरद जैन के बेटे रोहित, बैतूल के घोड़ाडोंगरी सीट पर मंगल सिंह और गंगाबाई उइके, देवरी से बृजबिहारी पटेरिया और मंगल सिंह लोधी, सुवासरा से हरदीपसिंह डंग और विनय जांगिड़, मनासा से माधव मारु और कैलाश चावला, जावरा से केकेसिंह और राजेंद्र पाण्डेय के नाम का पैनल बना हैं।
सिहावल सीट से रीति पाठक, विश्वामित्र पाठक, कोतमा से लवकुश शुक्ला और उमा सोनी, तेंदूखेड़ा से विश्वनाथ प्रताप सिंह और राव उदय प्रताप सिंह, गाडरवारा से गौतम पटेल और साधना स्थापक, खिलचीपुर से हजारीलाल दांगी और दिनेश पुरोहित, आलोट से रमेश मालवीय और जितेंद्र गहलोत, सेंधवा से पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य के बेटे विकास आर्य और डॉक्टर रेहलस सेनानी, राजपुर (अजजा) से अंतर पटेल और सुभाष पटेल पूर्व सांसद, करैरा से जसवंत जाटव और रमेश खटीक, दिमनी से गिर्राज दंडोतिया और शिवमंगल सिंह तोमर, ग्वालियर दक्षिण से नारायण सिंह कुशवाह और अनूप मिश्रा के नाम का पैनल बनाया गया हैं।
इन सीटों पर बना 3 नामों का पैनल-
सतना विधानसभा सीट से शंकर लाल तिवारी, रत्नाकार चतुर्वेदी शिवा और लक्ष्मी यादव, रैगांव (अजा) से प्रतिमा बागरी, रानी बागरी और पुष्पराज बागरी, राजगढ़ से अमर सिंह यादव, प्रताप सिंह मंडलोई और हरिचरण तिवारी के नाम का पैनल तैयार किया गया है। आगर (अजा) से ओम मालवीय, मधु गहलोत और गोपाल परमार, सैलाना से गुमान सिंह डामोर, नारायण मेडा और संगीता चेरल, श्योपुर से दुर्गालाल विजय, महावीर सिंह सिसोदिया और ब्रजराज सिंह, मुरैना से रघुराज सिंह कंषाना, रुस्तम सिंह और राकेश रुस्तम सिंह, पानसेमल (अजजा) से दीवान सिंह पटेल, श्याम बर्डे और विकास डाबर, गरोठ से देवीलाल धाकड़, राजेश सेठीया, श्यामसिंह चौहान के नाम का पैनल बना है। ऐसा सुत्र बताते है। 
इन सीटों पर 3 से ज्यादा दावेदारों का नाम-
मप्र के खरगोन भीकनगांव (अजजा), खरगोन व भगवानपुरा (अजजा), झाबुआ थांदला (अजजा), धार सरदारपुर (अजजा), गंधवानी व मनावर (अजजा), इंदौर देपालपुर व इंदौर-एक विधानसभा सीट पर तीन से अधिक दावेदारों के नाम का पैनल बनने की जानकारी सुत्र बताते है।

पुतिन-जिनपिंग सम्मेलन में सम्मिलित नहीं होंगे

पुतिन-जिनपिंग सम्मेलन में सम्मिलित नहीं होंगे 

सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली। भारत इस बार जी-20 सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में जी-20 का सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को होने जा रहा है, जिसमें दुनिया के 28 से ज्यादा देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जैसे ताकतवर लोगों का नाम शामिल है। लेकिन इस बीच खबर आई है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग जी-20 के सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत नहीं आ रहे हैं।
हालांकि अभी केवल जिनपिंग के दिल्ली न आने की संभावना जताई गई है। क्योंकि जिनपिंग का भारत आना तय माना जा रहा था, चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से भी उनके भारत दौरे पर मुहर लग चुकी थी। लेकिन अब सूत्रों के हवाले से उनके ना आने की जानकारी मिली है। आपको बता दें कि इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी भारत आने का प्रोग्राम टल गया है।
शी जिनपिंग के जगह कोई और करेगा चीन का प्रतिनिधित्व
दरअसल, समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि अगले सप्ताह भारत में होने जा रहे जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग खुद को दूर रख सकते हैं। हालांकि उनके भारत न होने की कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई गई है। चीन स्थित एक भारतीय राजनयिक के लिए काम करने वाले एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि नई दिल्ली में 9 व 10 दिसंबर को आयोजित होने जा रहे जी-20 समिट में चीन की तरफ से प्रधानमंत्री ली कियांग प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। वहीं, भारत और चीन के विदेश मंत्रालायों की तरफ से अभी तक इस बात पर कोई बयान नहीं आया है।
पुतिन भी नहीं आएंगे भारत
आपको बता दें कि इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी भारत दौरा टल चुका है। पुतिन का भी भारत आकर दिल्ली में जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेना प्रस्तावित था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर जी20 सम्मेलन में हिस्सा न लेने की बात कही है। इस दौरान पुतिन ने कहा कि नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को होने जा रहे जी20 सम्मेलन में उनकी जगह रूस की तरफ से विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव प्रतिनिधित्व करेंगे।

सीट-बंटवारे के जटिल मुद्दा, चर्चा की संभावना

सीट-बंटवारे के जटिल मुद्दा, चर्चा की संभावना

अकाशुं उपाध्याय 
नई दिल्ली। संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में पवार ने राष्ट्रीय विपक्षी दलों द्वारा 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे के जटिल मुद्दे पर चर्चा किए जाने की संभावना का संकेत दिया।
एनसीपी प्रमुख ने कहा कि इस गठबंधन की पहले हो चुकीं दो बैठकें बहुत महत्वपूर्ण थीं और अब भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए विपक्षी गुट की संयुक्त रणनीति पर अगले दो दिनों में चर्चा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि कुछ वरिष्ठ नेताओं का एक पैनल बनाया जा सकता है और उसे राज्य और स्थानीय स्तर पर लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा करने का काम सौंपा जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में विभिन्न राष्ट्रीय विपक्षी नेताओं पर लगाए गए आरोपों पर एक सवाल के जवाब में पवार ने केंद्र को चुनौती दी कि अगर उनमें साहस है, तो उन्हें केवल ऐसे आरोप लगाने के बजाय मामलों की जांच करनी चाहिए और तथ्य सामने लाने चाहिए। बसपा सुप्रीमो मायावती के संभावित रुख पर, जो कथित तौर पर इंडिया गठबंधन में शामिल होने के विचार पर विचार कर रही हैं, पवार ने कहा कि यह देखा जाना बाकी है, क्योंकि वह भाजपा के साथ भी चर्चा कर रही हैं।
83 वर्षीय नेता दो दिवसीय इंडिया सम्‍मेलन की पूर्व संध्या पर खचाखच भरे मीडिया सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए राष्ट्रीय विपक्षी दलों के गेमप्लान की रूपरेखा तैयार करने के लिए गुरुवार-शुक्रवार को कॉन्क्लेव होना निर्धारित है। अब तक पूरे भारत से 28 विपक्षी दलों ने कॉन्क्लेव में भाग लेने की पुष्टि की है। बिहार और कर्नाटक में हुई पिछली दो बैठकों के विपरीत, किसी ऐसे राज्य में आयोजित होने वाला यह पहला इंडिया कॉन्क्लेव है, जहां किसी भी गुट के घटक का शासन नहीं है।

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...