गुरुवार, 31 अगस्त 2023

मास्टर ब्लास्टर सचिन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन

मास्टर ब्लास्टर सचिन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन   

इकबाल अंसारी   
मुंबई। क्रिकेट जगत के भगवान कहे जाने वाले सच‍िन तेंदुलकर ऑनलाइन गेम‍िंग को प्रमोट करने पर न‍िशाने पर आ गए हैं। बृहस्पतिवार को मास्टर-ब्लास्टर सच‍िन तेंदुलकर के ख‍िलाफ उनके मुंबई में उपस्थित घर के बाहर प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन महाराष्ट्र के न‍िर्दलीय विधायक बच्चू कडू और उनके समर्थकों ने किया।
बच्चू कडू ने प्रदर्शन को लेकर कई तस्वीर ट्व‍िटर पर साझा की। उन्होंने कई ट्ववीट कर प्रदर्शन का कारण भी बताया। बच्चू ने ल‍िखा, “भारत रत्न सचिन तेंदुलकर से बार-बार पेटीएम फर्स्ट गैम्बल‍िंग विज्ञापनों को बंद करने का अनुरोध किया। मगर अब तक ऐसा नहीं हुआ है। हम तेंदुलकर के खिलाफ नहीं हैं मगर एक भारत रत्न व्यक्ति के लिए यह अशोभनीय है। या तो उन्हें विज्ञापन बंद कर देना चाहिए या फिर भारत रत्न लौटा देना चाहिए”
ओमप्रकाश बाबाराव कडु (बच्चू कडू) महाराष्ट्र के अचलपुर से विधान सभा के एक स्वतंत्र सदस्य हैं।अचलपुर विधानसभा क्षेत्र अमरावती (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) का एक भाग है। वह 2004 से 2019 तक निरंतर 4 बार महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए हैं। वो पूर्व में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। बच्चू वर्तमान में अपने खिलाफ एक मामले में दो वर्षों की सजा काट रहे हैं। इससे पहले भी बच्चू कडू ने सच‍िन तेंदुलकर को ऑनलाइन गेम‍िंग को लेकर धमकाया था। उन्होंने सच‍िन तेंदुलकर को वैध नोटिस भेजने की बात कही थी।

एडवोकेट हत्याकांड मामलें में तीन अरेस्ट किए

एडवोकेट हत्याकांड मामलें में तीन अरेस्ट किए 

अश्वनी उपाध्याय   
गाजियाबाद। जनपद में बुधवार को थाना सिहानी गेट क्षेत्र अंतर्गत एडवोकेट मनोज चौधरी की हत्या के मामले में पुलिस ने गंभीरता से मामले को लेते हुए घटना के कुछ ही घंटे बाद उसके जीजा समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है । पुलिस का कहना है कि जीजा ने मायके में रह रही पत्नी से बेटी को रक्षाबंधन पर घर भेजने के लिए कहा था। मना करने पर विवाद हुआ। इसके बाद साजिश रच कर गोली मारकर हत्या को अंजाम दिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी जीजा और उसकी पत्नी के बीच प्रॉपर्टी का विवाद था। आरोपी ने पत्नी के नाम पर करीब 1.5 करोड़ की प्रॉपर्टी ली थी। जिसे वह भाई के माध्यम से बेचने का प्रयास कर रहा था। इसे लेकर उनमें काफी समय से विवाद चल रहा है।

नोएडा के किसान कुछ बड़ा करने को तैयार

नोएडा के किसान कुछ बड़ा करने को तैयार

अश्वनी उपाध्याय 
गौतम बुध नगर। अपनी मांगे को हल ना होते देख किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने बताया कि धरना दे रहे किसानों ने तय किया है की 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेटों को बिल्कुल बंद कर दिया जाएगा और किसी को भी अंदर या बाहर नहीं आने दिया जाएगा जब तक हमारे मुद्दों को हल करने का समाधान नहीं कर दिया जाएगा इसी कड़ी में हम सभी साथियों ने गांव में मीटिंगों का दौर फिर से शुरू कर दिया है और गांवो से अपील की जा रही है कि वह अपने हको के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में प्राधिकरण पर पहुंचे।
किसान सभा के सचिव जगदीश नंबरदार ने बताया कि हमारे मुद्दों के प्रति जनप्रतिनिधियों व प्राधिकरण का रवैया ढुलमुल है हमारे इतने अवगत कराने के बाद भी उनको किसानों के मुद्दों की गंभीरता समझ नहीं आ रही है क्षेत्र में इन बातों को लेकर आक्रोश है हम इन लोगों को चेताना चाहते हैं कि या तो यह जल्द से जल्द मुद्दों को हल करें अन्यथा किसान बड़े कदम उठाने के लिए विवश होंगे।
आज के धरने की अध्यक्षता जगदीश नंबरदार बादलपुर ने कि व संचालन निरंकार प्रधान सादोपुर ने किया। महिला किसान जोगेंद्री ने कहा कि रक्षाबंधन का पावन पर्व होने के बावजूद भी हम महिलाओं ने तय किया है कि हम अपना त्यौहार धरना स्थल पर ही मनाएंगे और अपने भाइयों को यहीं पर राखी बंधेंगे हम प्राधिकरण को व जनप्रतिनिधियों को अपने अपनी पीड़ा से अवगत कराने के लिए अपना त्यौहार भी यहीं मनाएंगे।
आज के धरने की अध्यक्षता कर रहे किसान सभा के संरक्षक जगदीश नंबरदार ने बताया कि जनप्रतिनिधियों का काम अपनी वोटो तक सीमित है वह लोगों के मध्य जब वोट मांगने के लिए आते हैं तो अच्छे-अच्छे बातें करते हैं और वादे करके जाते हैं कि आपकी समस्याएं हमारी समस्या है परंतु वही जनप्रतिनिधि जब किसान अपनी समस्याओं को लेकर पिछले 4 महीना से सड़कों पर है तो अपने आलीशान मकानो में कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं हम जब तक उन्हें नींद से नहीं जाग लेते तब तक यहां से जाने वाले नहीं है।
किसान सभा के उपाध्यक्ष सूबेदार ब्रह्मपाल ने कहा कि प्राधिकरण पिछले 20   दिनों से हमसे बोल रहा है कि हमने आपके 17 मुद्दे हल कर दिए हैं परंतु हकीकत यह है कि अभी तक हल किए हुए मुद्दों को भी उन्होंने लागू नहीं किया है यह किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है। प्रशांत भाटी ने बताया कि प्राधिकरण पर होने वाले महापडाव के क्रम में आज हमने सुबह इटेड़ा गांव में युवाओं की मीटिंग की जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया और अपने अधिकारों के प्रति गंभीरता दिखाते हुए संकल्प लिया कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के घेराव में युवाओं की बहुत बड़ी भागीदारी होगी।
आज के धरने में मुख्य रूप से वीर सिंह नगर रंगीलाल भाटी अजीत सिंह चतर सिंह हरेंद्र खारी निशांत रावल रणपाल मोहित यादव अमित बुधपाल यादव अरविंद प्रधान जयवीर बाबा तिलक देवी रामचंद्र भाटी सुरेंद्र यादव आदि सैकड़ो की संख्या में किसान मौजूद रहे। भवदीय, डॉक्टर रुपेश वर्मा, प्रवक्ता अखिल भारतीय किसान सभा, गौतम बुध नगर।

दिल में इश्क़े हुसैन, हांथों में तिरंगा लिए ज़ायरीन

दिल में इश्क़े हुसैन, हांथों में तिरंगा लिए ज़ायरीन

बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। दिल में इश्क़े हुसैन हांथों में तिरंगा लेकर रवाना हुए ज़ायरीन। इराक़ के करबला शहर में रौज़ा ए मुक़द्दसा की ज़ियारत को प्रयागराज से प्रातः पांच बजे मौलाना सैय्यद रज़ी हैदर रिज़वी साहब क़िब्ला की क़यादत में उन्नीस ज़ायरीनों का क़ाफला निकला जो लखनऊ एयरपोर्ट से नजफ रवाना हुआ।वहीं डॉ क़मर आब्दी के कारवाने हैदरी से भी लगभग बीस सदस्य ज़ियारत को नजफ ए अशरफ पहुंच चुके हैं। उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सैय्यद मोहम्मद अस्करी के अनुसार शहर के साथ भारत के विभिन्न प्रान्तों और शहरों से कई हज़ार की संख्या में ज़ायरीन करबला ए मोअल्ला की सरजमीन पर पहुंचेंगे।वहीं एक आंकड़े के ऐतेबार से इस वर्ष करबला में दुनिया भर के मुल्कों से लगभग पांच करोड़ लोग करबला पहुंच चुके हैं और देशों से ज़ायरीनों की रवानगी अभी भी जारी है। एक अनुमान के मुताबिक़ इस वर्ष देश व दुनिया भर से आठ करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। ज़्यादातर भारतीय महिलाएं हिजाब लगा कर तो वहीं पुरुष काले लिबास में नज़र आए।इस वर्ष डॉ नाज़ फात्मा भी ज़ायरीनों में शामिल रहीं ।दिल में इश्क़े हुसैन और हांथों में देश की आन बान शान तिरंगा भी साथ लहराते हुए क़ाफला रवाना हुआ।

एमबीबीएस के छात्र नहीं रख सकते टू व्हीलर

एमबीबीएस के छात्र नहीं रख सकते टू व्हीलर 

इकबाल अंसारी   
श्रीनगर। श्रीनगर के राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने विगत दिवस देर रात एमबीबीएस छात्रों के साथ हुई मारपीट की घटना पर कड़ा एक्शन लिया है। कॉलेज प्रशासन ने बैठक कर निर्णय लिया गया कि छात्रों की सुरक्षा के मध्येनजर एमबीबीएस का कोई भी छात्र टू-व्हीलर नहीं रखेगा। इस संदर्भ में एडमिशन के दौरान छात्र व अभिभावकों द्वारा शपथ पत्र दिये भी गये थे, जिस पर तत्काल कार्यवाही की संस्तुति की गई। यहीं नहीं देर रात्रि हॉस्टलों से बाहर रहने वाले छात्रों को हास्टल व कक्षाओं से तीन माह निलम्बन की संस्तुति का निर्णय लिया गया। एमबीबीएस छात्रों के लिए हॉस्टलों में जो-जो नियम है, उन पर तत्काल प्रभाव से पालन कराने के निर्देश संबंधी चीफ वार्डन एवं वार्डनों, सुरक्षा कर्मियों को दिये गये।
विदित है कि विगत रात्रि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्रों के साथ श्रीनगर घसिया महादेव के पास स्थानीय युवकों ने हमला कर दिया था। जिससे एमबीबीएस के एक छात्र पर धारदार हथियार से वार होने से छात्र घायल हो गया था। उक्त घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत जी के निर्देशन में प्रभारी प्राचार्य डा. निरंजन कुमार गुंजन ने मेडिकल कॉलेज में चीफ वार्डन, वार्डन एवं सुरक्षा कर्मियों के साथ बैठक आहूत की गई। जिसमें निर्णय लिया गया कि हॉस्टल की टाइमिंग के अनुसार बिना वार्डन को सूचित किये बैगर सुरक्षा गार्ड द्वारा छात्रों को बाहर जाने दिया, जिस सुरक्षा कर्मी द्वारा यह लापरवाही बरती गई, उसके खिलाफ कॉलेज प्रशासन ने निलम्बन की संस्तुति की गई। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत जी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के दौरान एवं एडमिशन होने के बाद छात्र-छात्रों को पूरी गाइडलाइन का बराबर बताया गया है, इसके बाद भी कोई छात्र यदि देर रात्रि हॉस्टलों से बाहर जाते है, तो ऐसे छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के नियमों को छात्रों को अमल करना होगा। 
इसके लिए अभिभावकों व छात्र से शपथ पत्र भी लिया गया है। सभी छात्र छात्राओं, इन्टर्न व जूनियर/ सीनियर रेजिडेंट चिकित्सको द्वारा विवरणिका में हॉस्टल गाइडलाइंस का अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया जाना है। अब प्रत्येक असिस्टेंट वार्डन, वार्डन व चीफ वार्डन को सतत् मानिटरिग के सख्त निर्देश सुनिश्चित करने को कहा गया है। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-318, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. शुक्रवार, सितंबर 1, 2023

3. शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:06।

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम- 33+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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बुधवार, 30 अगस्त 2023

वोकल फॉर लॉकल, चीन निर्मित राखियां नदारद

वोकल फॉर लॉकल, चीन निर्मित राखियां नदारद 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की त्योहारों पर ‘वोकल फॉर लॉकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की अपील का असर धरातल पर नजर आ रहा है। उत्तर भारत के सबसे बड़े थोक बाजार, सदर बाजार में इस बार रक्षाबंधन के त्यौहार पर चीन निर्मित राखियां नदारद हैं और सिर्फ भारतीय राखियों की ही भरमार है।
इससे दुकानदारों में भी खासा उत्साह है और उन्हें इस बार अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है। 
सदर बाजार में चीन निर्मित राखियां कम उपलब्ध होने पर स्थानीय दुकानदार बृजेश ने कहा, “ आए दिन चीन सीमा का अतिक्रमण कर हमारे देश में घुस रहा है। हम क्यों चीन का माल बनाएं? चीन की राखी न हमारा ग्राहक खरीदना चाहता है और न हम बनाना चाहते हैं।” 
एक अन्य दुकानदार अरविंद कुमार ने कहा,“ अब लोग चीन की राखियां पसंद नहीं करते और इसलिए हम रखते भी नहीं हैं।” स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक भारतीय राखियों की ही ज्यादा मांग कर रहे हैं। वे चीन की राखी की मांग में कमी का एक प्रमुख कारण उसकी महंगी कीमत और खराब गुणवत्ता को भी बता रहे हैं। दुकानदार संजय यादव ने बताया कि इस बार सदर बाजार में तीन रुपये से लेकर 200 रुपये कीमत तक की भारतीय राखियां उपलब्ध हैं जबकि चीनी राखी की शुरूआती कीमत ही 50 रुपये है और यह टूटती भी जल्दी है।
दिल्ली व्यापार महासंघ के अध्यक्ष देवराज बवेजा ने एक न्यूज एजेंसी को बताया, “ बाजार में 80 फीसदी भारतीय राखियां ही मिल रही हैं और राखियों के बाजार में चीन की हिस्सेदारी मुश्किल से 20 फीसदी तक ही रह गई है।
यह भी केवल कच्चे माल के तौर पर ही है।” उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि चीन की राखियों की मांग बीते तीन-चार साल के दौरान कम हुई है। इससे पहले चीन से राखियां खूब आती थीं।
राखियों के थोक व्यापारी अनिल का भी यही कहना था कि राखियों के लिए कुछ कच्चा माल जरूर चीन से आता है लेकिन उन्हें यहीं तैयार किया जाता है। 
देशभर के व्यापारियों के राष्ट्रीय सगंठन कान्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल ने दावा किया है कि इस बार राखी पर दिल्ली समेत समूचे देश में 10 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है, जबकि पिछले साल राखियों का सात हजार करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था। खंडेलवाल ने बताया कि भारतीय बाजार पर चीनी कब्जे की कुछ साल पहले तक ये स्थिति थी कि चीन से करीब चार हजार करोड़ रुपये की राखियां या उत्पाद आयात किए जा रहे थे। 
हालांकि दुकानदारों का यह भी कहना है कि उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश और बाढ़ की वजह से इस बार राखियों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में कमी आयी है। व्यापारी अनिल ने बताया कि इस बार पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बाढ़ के कारण राखी का कारोबार पिछले साल की तुलना में कम रहा है।” दुकानदार संजय यादव ने बताया कि ज्यादातर दुकानदारों का अब तक सिर्फ 50 से 75 फीसदी ही माल बिका है जबकि पहले अब तक सारा माल खत्म हो जाता था। 
भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार सावन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस साल रक्षाबंधन 30 और 31 अगस्त दोनों दिन मनाया जाएगा। 
रक्षाबंधन के दिन बहन, भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उसके सुखी जीवन की कामना करती हैं। वहीं भाई, बहन की रक्षा का वचन देता है। राखी व्यापारी केवल सिंह ने बताया कि आजकल धागे वाली और सूती राखियों की मांग है और बाजार में सिर्फ भारतीय राखियां ही उपलब्ध हैं। 
बाजार में इस बार धागे वाली राखी, रेश्म की राखी, कलावा वाली रखी, रूद्राक्ष की राखी, मोर पंखी राखियां हैं। इसके अलावा भैया-भाभी की ‘लुम्बे’ वाली राखियों भी बाजार में मिल रही हैं। 
बच्चों के लिए कार्टून किरदारों की राखियां उपलब्ध हैं। उनमें ‘मोटू पतलू’ “छोटा भीम’, ‘शिनचेन’ और ‘डोरी मोन’ आदि राखियां हैं। प्रधानमंत्री ने बीते रविवार को भी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में रक्षाबंधन की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए दोहराया था, “पर्व-उल्लास के समय हमें वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को भी याद रखना है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ का अभियान हर देशवासी का अपना अभियान है।”

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...