बुधवार, 30 अगस्त 2023

दो बच्चों की मां ने भतीजे से शादी की, हद

दो बच्चों की मां ने भतीजे से शादी की, हद 

अविनाश श्रीवास्तव
मधुबनी। जिले में अजब प्रेम की गजब कहानी सामने आया है। दो बच्चे की मां ने गांव के ही दस वर्ष छोटे रिश्ते में भतीजा से शादी रचाई। मामला रहिका थाना के डुमरी गांव की है।
प्यार में पागल दो बच्चे की मां ने रिश्ते की भी परवाह नहीं की और गांव के ही एक युवक 26 वर्षीय सुजीत चौपाल को दिल दे बैठी और दोनों में लुका-छुपी का खेल शुरू हो गया। उम्र में 36 वर्षीय महिला की 26 साल के भतीजे से ग्रामीणों और पुलिस ने करायी शादी। रिश्ते में चाची और भतीजा दोनों एक-दूसरे से आए दिन छुप-छुपकर मिला करते थे। महिला की सास की माने तो युवक सुजीत दिन में महिला से आकर मिलता था। रात में सास के सोने के बाद युवक महिला के पास घर में जाता था।
ग्रामीणों की माने तो युवक को घर से रंगे हाथ महिला के साथ बंद पाया। घर से निकालकर पीटा जाने लगा तो दोनों ने शादी करने की बात बताई। दोनों की कहानी जब गांव वालों को पता चला तो गांव वालों ने पूरे मामले की जानकारी महिला के पति को दी। महिला का पति दिल्ली में काम कर रहा था। अपने पत्नी के बेवफाई की जानकारी मिलते ही पति तुरंत ही ट्रेन पकड़ गांव पहुंचा। पति गांव पहुंच अपनी पत्नी की बेवफाई की कहानी लोगों के मुंह से सुनने लगा। इतना ही नहीं, हद तो तब हो गई जब पंचायत में पत्नी ने अपने पति को पहचानने से इंकार कर दिया।
महिला मीना देवी बोलने लगी मैं शादी करूंगी उसी लड़के से, जिसके बाद पति दुखी पासवान ने भी फैसला किया कि अब यह महिला घर में नहीं रहेगी। वहीं धीरे-धीरे यह मामला पूरे गांव और आसपास के इलाकों में फैल गए जिसके बाद लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। मामले की इसकी सूचना रहिका थाना को दी गई। पुलिस पहुंचकर महिला और प्रेमी से पूछताछ कर उसके इच्छानुसार दोनों की शादी करा दी। महिला दो बच्चे की मां है, 10 साल और 6 साल का दो बेटे हैं। महिला को पति भी रखने के लिए तैयार नहीं हुआ ना ही मायके के परिजन ने स्वीकार किया। ऐसे में रहिका थाना ने दोनों प्रेमी युगल जोड़ी को कहीं और रहने के लिए कहा।

आशिक के साथ मिलकर पति की निर्मम हत्या की

आशिक के साथ मिलकर पति की निर्मम हत्या की   

संदीप मिश्र      
बांदा। जिले में एक युवक जिसकी हत्या में जेल गया था पत्नी ने उसके भाई से ही दिल लगा लिया। 18 साल बाद पति जेल से छूटा तो अवैध संबंध में बाधक बनने लगा। पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया। खौफनाक तरीके से पति को मौत के घाट उतार दिया। वारदात के चौथे दिन पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर युवक की पत्नी, उसके आशिक और आशिक के दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।
बिसंड थाने के कैरी गांव के 45 वर्षीय बालकरन ने वर्ष 2005 में पड़ोसी राजाराम पटेल की गोली मार कर हत्या की थी। इस मामले में न्यायालय ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। करीब 18 वर्ष बाद सजा काटकर बालकरन इसी साल जनवरी में जेल से बाहर आया था।
जेल से आने पर पता चला कि उसकी पत्नी संतोषिया के राजाराम के भाई राजकुमार से नजदीकियां हो गई हैं। पति और पत्नी के बीच विवाद होने लगा। इस पर पत्नी संतोषिया और राजकुमार ने उसकी हत्या की साजिश रच डाली। रात में जब बालकरन सो गया तो उसकी पत्नी ने फोन करके राजकुमार को बुलाया। राजकुमार दो अन्य साथियो के साथ घर पहुंचा और बालकरन को गोलियां मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पत्नी पर शक गहराया। सर्विलांस और कॉल रिकॉर्डिंग से मामला खुल गया। रविवार को एसपी अंकुर अग्रवाल ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया। मारे गए बालकरन की पत्नी के साथ ही उसके आशिक और आशिक के दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।

24 रुपए में 150 किमी जाएगी देसी कार: अजब

24 रुपए में 150 किमी जाएगी देसी कार: अजब  

सत्येंद्र पवार    
मेरठ। पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों के बीच मेरठ के दो युवाओं ने एक ऐसी कार विकसित की है, जो कि सिर्फ 24 रुपये में 150 किलोमीटर तक का सफर तय करा सकती है। खास बात यह है कि यह कार कबाड से तैयार हुई है।
वर्तमान समय में युवा नए-नए आइडिया के साथ इनोवेटिव चीज तैयार कर रहे हैं। जो लोगों को काफी पसंद आ रही है। कुछ इसी तरह मेरठ के रोहटा रोड स्थित जवाहर नगर कॉलोनी में रहने वाले दो युवाओं ने इलेक्ट्रिक एवं सौर ऊर्जा की देसी कार तैयार की है। जो मेरठ में चर्चा का विषय बनी हुई है क्योंकि यह कर इतनी खास है। देसी कार को तैयार करने वाले युवा आशीष ने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने कबाड़ के माध्यम से इस देसी कर को तैयार किया है। जो बिल्कुल थार के लुक में नजर आती है।
उन्होंने बताया कि थोड़ा सा काम इसमें रह गया है। जो जल्दी पूरा हो जाएगा। इसकी कुल कीमत 45000 रुपए आई है। इसमें आगे के हिस्से में पुरानी मारुति 800 का उपयोग किया गया हैं। साथ ही इसका पूरा डिजाइन खुद उन्होंने ही तैयार किया है।
युवा की माने तो यह कार 24 रुपए में डेढ़ सौ किलोमीटर तक की यात्रा कर सकती है। उन्होंने भी सावन में हरिद्वार से इसी कर के माध्यम से जल लाने का विचार किया था। इसके बाद वह उनके छोटे भाई दोनों ही हरिद्वार गए और जल लेकर आए। इतना ही नहीं उनका तो यह भी कहना है कि जिस तरीके से जाम में पेट्रोल डीजल सहित अन्य प्रकार के वाहनों का ईंधन खर्च होता है. इस गाड़ी की बात की जाए तो उसमें बचत होती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मोदी जिस प्रकार स्टार्टअप नीति को आगे बढ़ते हुए युवाओं को आगे बढ़ा रहे हैं। ऐसे मगर उन्हें भी अवसर मिले तो वह देश पर्यावरण रहित कर बाइक का निर्माण कर सकते हैं। बताते चलें कि आशीष का मैकेनिक और इलेक्ट्रॉनिक से कोई बैकग्राउंड नहीं है। उसके बावजूद भी वह नए-नए आइडिया के साथ इस तरह की चीज बनाते रहते हैं .इससे पहले उन्होंने तेजस बाइक बनाई थी। जो लोगों को काफी पसंद आई थी।

सितंबर महीने में बारिश अनुमान से थोड़ी बेहतर

सितंबर महीने में बारिश अनुमान से थोड़ी बेहतर

अकाशुं उपाध्याय 
नई दिल्ली। अगस्त के महीने में इस साल ऐतिहासिक तौर पर कम बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि बीते 100 सालों में कभी इतना सूखा अगस्त नहीं देखा गया है। इससे पहले 1918 में यानी 105 साल पहले ही अगस्त में इतनी कम बारिश हुई थी। यह स्थिति तब पैदा हुई है, जबकि जुलाई में अच्छी खासी बारिश देखने को मिली थी। हालांकि सितंबर महीने में बारिश अनुमान से थोड़ी बेहतर हो सकती है, लेकिन अल नीनो भी चिंता बढ़ा सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगस्त महीने में भी अल-नीनो के असर की वजह से ही बारिश में कमी देखी गई है।
सितंबर में अल-नीनो का असर थोड़ा कम होगा तो बारिश बेहतर हो सकती है। अब अनुमान है कि दक्षिण चीन सागर और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात की स्थिति बनेगी और उससे भारत में बारिश की परिस्थितियां बनेंगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगस्त के मुकाबले सितंबर में अच्छी बारिश हो सकती है। हालांकि अभी पूरे महीने का अनुमान विभाग की ओर से आना बाकी है। वेदर मॉडल के मुताबिक सितंबर महीने के शुरुआती सप्ताह में कम दबाव वाला क्षेत्र बनेगा, जो मध्य भारत में जाकर समाप्त होगा। इसके पूरे भारत में असर दिखाने की संभावना कम ही है। साफ है कि सितंबर में अगस्त की तुलना में मॉनसून अच्छा रहेगा,लेकिन अल-नीने का असर भी बना रह सकता है।
मौसम के एक जानकार ने कहा कि कुल मिलाकर सितंबर महीने में अच्छी बारिश होगी। यदि यह बारिश औसत से 5 से 6 फीसदी कम भी होती है तो यह इसे कमजोर नहीं माना जाएगा। उन्होंने कहा कि अगस्त के महीने में 20 दिन ऐसे रहे, जब बारिश नहीं हुई। बता दें कि अगस्त महीने में यूपी, मध्य प्रदेश, बिहार समेत देश के कई राज्यों में बारिश अनुमान से कम रही। लेकिन हिमाचल, उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भी बारिश हुई है। यहां तक कि शिमला में तो इसके चलते आपदा ही आ गई और 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।

हार्डवेयर की दुकान में आग लगी, चार की मौत

हार्डवेयर की दुकान में आग लगी, चार की मौत

इकबाल अंसारी   
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे जिले से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। यहां एक इलेक्ट्रिक हार्डवेयर की दुकान में भीषण आग लग गई है। हादसे में चार लोगों की जलकर मौत हो गई है। दुकान से उठती आग की ऊंची-ऊंची लपटें और धुएं का गुबार देख आसपास के लोगों के होश उड़ गए। घटना की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम और फायर ब्रिगेड को दी गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया है। मृतकों की अभी तक कोई पहचान नहीं हो पाई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
अग्निशमन विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवड़ के पूर्णानगर इलाके में आज आग लगने से चार लोगों की मृत्यु हो गई। आज सुबह करीब 5 बजे एक आवासीय इमारत के भूतल पर स्थित एक इलेक्ट्रिक हार्डवेयर की दुकान में आग लग गई। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। इस हादसे में चार लोगों की मृत्यु हो गई। आज सुबह करीब 5 बजे एक आवासीय इमारत के भूतल पर स्थित एक इलेक्ट्रिक हार्डवेयर की दुकान में आग लगी।
अधिकारियों की मानें तो इस भयानक हादसे में दुकान पूरी तरह जलकर खाक हो गई है। खबर लिखे जाने तक आग लगने का कारण पता नहीं चल सका है। हालांकि माना जा रहा है कि रात के समय शॉर्ट सर्किट होने से दुकान में आग लगी होगी, लेकिन हादसे की अभी तक कोई ठोस वजह सामने नहीं आ पाई है। पुलिस फिलहाल हादसे की वजह तलाश रही है। वहीं, आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम जिले के पाठपट्टनम में एक शॉपिंग मॉल में बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं।

हापुड़ हुईं घटना के विरोध में किया प्रदर्शन

हापुड़ हुईं घटना के विरोध में किया प्रदर्शन

राकेश दिवाकर
कौशाम्बी। जनपद हापुड़ में शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं पर 29 अगस्त को लाठी चार्ज किए जाने के विरोध में चायल तहसील बार एसोसिएशन के आक्रोशित अधिवक्ताओं ने चायल से मनौरी की ओर जाने वाली सड़क को जाम कर दिया है। और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वहीं पर वकील बैठ गए हैं। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर उप जिला अधिकारी चायल पहुंचे। अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिला अधिकारी को सौंपा है।
धरना प्रदर्शन कर रहे, अधिवक्ताओं ने कहा कि हापुड़ जनपद में बुजुर्ग और महिला अधिवक्ताओं के साथ अन्य अधिवक्ताओं पर भी बर्बरता पूर्वक पुलिस ने लाठी चार्ज किया है। जिससे तमाम अधिवक्ता गंभीर तरीके से घायल हैं। जिसकी कड़े शब्दों में निंदा की जाती है।
तहसील में अधिवक्ताओं ने बैठक कर धरना प्रदर्शन की रणनीति बनाई और न्यायिक कार्य से विरत रहने का फैसला लिया धरना प्रदर्शन कर रहे, अधिवक्ताओं ने कहा कि हापुड़ जनपद में पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर लाठी चार्ज किए जाने के विरोध में पूरे प्रदेश के अधिवक्ता आक्रोशित है। और जब तक हापुड़ जनपद के पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त नहीं किया जाता तब तक अधिवक्ताओं का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। 
इस मौके पर बार एसोसिएशन चायल अध्यक्ष एडवोकेट जगजीत सिंह महामंत्री राजेश्वर सिंह कोषाध्यक्ष अजीत सिंह यादव, रामकरन, संदीप कुमार, अजीत कुमार पटेल देवेंद्र कुमार पांडे,सुल्तान अहमद, घनश्याम कुमार, राम नरेश पटेल, अजीत पटेल, राजेंद्र कुमार, विद्यासागर, सुभाष कुमार,जवाहर सिंह,सुनील कैथवास, बलवंत सिंह, दुष्यंत सिंह, विनीत सिंह, त्रिभुवन सिंह, विनय सिंह आदि एडवोकेट मौजूद रहे।

गाजियाबाद: अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या

गाजियाबाद: अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या

अश्वनी उपाध्याय    
गाजियाबाद। अधिवक्ता की हत्या के मामले में अधिवक्ताओं ने किया अपना दर्द बयां। उन्होंने कहा कि न्यायालय व तहसील कार्यालय,सरकारी कार्यालय जो जिला प्रशासन के सबसे सुरक्षित जगह कहीं जाती है। पुलिस  प्रशासन की कुशासन लापरवाही के खुलेआम शिकार होकर अपनी जान गवा रहे हैं। सम्मानित अधिवक्ताओं की सरेआम हत्याएं हो रही है। खुलेआम जान लेवा हमले हो रहे हैं। पुलिस प्रशासन का रुक भी सम्मानित अधिवक्ता परिवारों के प्रति सहयोगात्मक नहीं रहता है।
गाजियाबाद तहसील चेंबर नंबर 95 में मोनू चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह घटना सहानी के क्षेत्र में की गई है। मोनू चौधरी तहसील में चुनाव भी लड़ चुके थे। उनके पिताजी भी उत्तर प्रदेश पुलिस में सेवा दे चुके है। अज्ञात लोगों द्वारा गोली मारी गई है।
जबकि सम्मानित अधिवक्ता अवैतनिक रूप से सरकार को पूरे देश में अरबो रुपए का स्टांप ड्यूटी रजिस्ट्रेशन शुल्क न्याय शुल्क के रूप में सरकार/न्याय प्रशासन को दिलाते है। सरकार से बदले में सम्मानित अधिवक्ताओं को क्या मिलता है। शासन प्रशासन के अधिकारियों की कोई जिम्मेदारी, जवाबदेही और उत्तरदायित्व सम्मानित अधिवक्ताओं के प्रति नहीं दिखाई देती?
कौन है इन हत्याओं और जान लेवा हमलों का जिम्मेदार?
जिला प्रशासन के संबंधित पुलिस अधिकारियों पर सम्मानित अधिवक्ता पर तहसील में या न्यायालय में कार्य करते हुए जानलेवा हमला होने की साजिश में शामिल होने के लिए, जिम्मेदार ,जवाब देह ठहराते हुए प्रथम सूचना रिपोर्ट में नाम जद किया जाना चाहिए। आखिर यह तनखा किस बात की लेते हैं। सरकार की जिम्मेदारी है देश के हर नागरिक और सरकार के लिए बेहतर न्याय और राजस्व कलेक्शन करने के लिए निशुल्क अवैतनिक कार्य करने वाले कोर्ट ऑफिसर की सुरक्षा की, 
सुरक्षा में लापरवाहीऔर गैरजिम्मेदारी आपराधिक साजिश के तौर पर संबंधित पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें जेल भेज कर की जाए। यह हम अधिवक्ताओं की मांग है।
एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करे। बार और बेंच के कोर्ट आफिसर सम्मानित अधिवक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...