बुधवार, 16 अगस्त 2023

सामाजिक संस्था नाज़ ने तिरंगा फहराया, यात्रा निकाली

सामाजिक संस्था नाज़ ने तिरंगा फहराया, यात्रा निकाली
बृजेश केसरवानी    
प्रयागराज। करैली में सामाजिक संस्था नाज़ के साथ तमाम डॉक्टर्स यूट्यूबर ,इन्फ्लूएंसर ,नाज़ मल्टिस्पेशियलीटी हास्पिटल एवं आई हास्पिटल,नाज़ ब्लड बैंक के स्टाफ एवं नर्सेज़ ने मिल कर जश्ने यौम ए आज़ादी को हर्षोल्लास के साथ मनाया। डॉ नाज़ फात्मा ने सबसे पहले जन गण मन अधिनायक की धुन के बीच झण्डा रोहण किया।सभी ने मिल कर झण्डे को सलामी पेश कि।देश भक्ति तरानों के साथ देश पर क़ुरबान होने वाले देश के सपूतों और आज़ादी की लड़ाई लड़ने वाले वीर महान स्वतंत्रता सैनानियों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। देश पर अपनी प्राणों की आहुति देने वालों की गाथा सुनाई गई तो कुछ की आंखें भर आईं तो कोई महान सपूतों की क़ुरबानी के क़िस्से सुन कर गौरवान्वित हुआ। झण्डा रोहण के उपरान्त तिरंगा यात्रा भी निकाली गई जो राजरुपपुर ,ट्रिपल आईटी ,झलवा ,चकनिरातुल , चकिया , हिम्मतगंज , खुल्दाबाद ,नखास कोहना,कोतवाली , घंटाघर ,रेलवे स्टेशन रोड ,नूरउल्ला रोड , करैली से पुनः नाज़ मल्टिस्पेशियलीटी हास्पिटल पर पहुंच कर सम्पन्न हुई। डॉ नाज़ फात्मा ,डॉ ईशान ज़ैदी , डॉ हरदीप कौर , डॉ जमशेद अली , डॉ आरिफा , डॉ अभिषेक कनौजिया , मैनेजिंग डायरेक्टर अमित यादव ,मैनेजर अर्सलान खान ,नाज़ आई हास्पिटल व पैरामेडिकल इन्स्टीट्यूट के मैनेजर सैय्यद मोहम्मद अस्करी ,मोहम्मद परवेज़ ,शिवम यादव ,बेलाल ग़ाज़ीपुरी ,फिज़ा मसूद ,हनज़ला,शाद ,इमरान अजमली , फहमीना ,फरहीन ,सारा ,पूनम कुशवाहा ,उमा ,मान , प्रीति , फुज़ैल , मनीष,हनीफ शेख,अल्ताफ , इफ्तेखार सनूप , फरज़न्द ,इमरान अजमली ,रहमान , तुफैल अहमद ,पूजा सिंह सोम ,नीता ,राजकुमार आदि शामिल रहे।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-303, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. बुधवार, अगस्त 17, 2023

3. शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:06।

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम- 34+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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सोमवार, 14 अगस्त 2023

खास अंदाज में मनेगा 77वां 'स्वतंत्रता दिवस'

खास अंदाज में मनेगा 77वां 'स्वतंत्रता दिवस'     

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर की पहचान बन चुकी चौपाटियों को इस बार ट्राई कलर में सजाकर 77वां स्वतंत्रता दिवस खास अंदाज में मनाया जाएगा। इस अवसर पर आवासन मंडल द्वारा विकसित मानसरोवर एवं प्रताप नगर स्थित जयपुर चौपाटियों पर दिन भर देशभक्ति के तराने गूंजेंगे। साथ ही दोनों चौपाटियों की ट्राई कलर में आकर्षक लाइटिंग एवं विशेष सजावट भी की जाएगी।

आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चौपाटियों पर लाइव म्यूजिक बैंड के माध्यम से देशभक्ति गानों की प्रस्तुतियां होंगी। दोनों ही चौपाटियों पर सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक म्यूजिकल बैंड की भी प्रस्तुतियां होगी। आगंतुक यहां लजीज व्यंजनों के साथ देशभक्ति गानों का आनंद ले सकेंगे।

अरोड़ा ने बताया कि प्रताप नगर स्थित रेडिक्स पब्लिक स्कूल के विद्यार्थीयों द्वारा शाम छह से रात आठ बजे तक देशभक्ति पर सांस्कृतिक कार्यक्रम रहेगा। चौपाटी पर आए हुए लोगों के लिए ये स्वतंत्रता दिवस यादगार रहेगा। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर उपस्थित लोगों की फरमाइश पर लाइव म्यूजिक बैंड द्वारा देशभक्ति गानों की प्रस्तुतियां दी जाएगी।

गोष्ठी: कवियों ने 'राष्ट्रीय एकता' का संदेश दिया

गोष्ठी: कवियों ने 'राष्ट्रीय एकता' का संदेश दिया 

भानु प्रताप उपाध्याय 
छपरौली। नगर स्थित विजड़म पब्लिक स्कूल में ग्राम सेवा संगठन एवं सामाजिक संस्था आँखें द्वारा स्वतन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित "एक शाम शहीदों के नाम काव्य गोष्ठी" में कवियों ने देश भक्ति और वर्तमान के आधुनिक परिवेश पर काव्य पाठ करते हुए राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया।
विश्व पटल पर बढ़ता आगे लहरे विश्व तिरंगा है, शहीदों की शाहदत पर सदा मातम न छायेगा, नमन् वतन तूझे सलाम करते है, मै हूँ बालक हिन्द का आदि रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवि के रूप में जितेन्द्र झा, पुष्पेन्द कुमार, मनोज कुमार, आर०आर०डी० उपाध्याय, जितेन्द्र कुमार आर्य, आर०आर०डी० उपाध्याय, योगेन्द्र सरोहा, प्रिया उपाध्याय, प्रताप आर्य, जितेन्द्र कुमार आर्य, भूपेन्द्र वशिष्ठ, संदीप मलिक आदि ने अपनी काव्य पाठ किया।
संगठन के प्रेरणा स्रोत समाजसेवी आर०आर०डी० उपाध्याय ने कहा हिन्दुस्तान की गलियों में हीरे बिखरे पड़े है। हम हिन्दूस्तान की गलियों में हीरे बिखरे हुए हीरो को इकट्ठा कर एक सुन्दर हार बनाने का प्रयास कर रहे है, जो राष्ट्र निर्माण में सहभागिता अदा करेंगे। 
इस अवसर पर  संजय मलिक, सुनील कुमार आर्य, रविकुमार एडवोकेट, मा० राकेश सरोहा, राजबीर सिंह तुगाना, ऋषि पाल आर्य, विकास कुमार, प्रवेन्द्र खोखर, प्रदीप उपाध्याय, सुधीर खोखर, अंजू खोखर, दिशा, सोनिया, कलश, अमित हुड्डा,  अंकित कुमार, सोनू, रामकुमार आदि उपस्थित रहे।

कार्यकारिणी की बैठक में बढ़-चढ़कर भाग लिया

कार्यकारिणी की बैठक में बढ़-चढ़कर भाग लिया 

भानु प्रताप उपाध्याय 
शामली। विश्व हिन्दू महासंघ भारत की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की आयोजित बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री प्रमोद त्यागी के नेतृत्व में जनपद मुजफ्फरनगर जिला व शामली के पदाधिकारी ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
विश्व हिंदू महासंघ भारत राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक बैठक महंत निवास परिसर,डेरा जोगियांन निकट श्री कालका जी मन्दिर ,नई दिल्ली में विश्व हिंदू महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कालिका पीठाधीश्वर महंत श्री सुरेंद्र नाथ अवधूत की अध्यक्षता में व महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता विक्रम गोस्वामी के संचालन में समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें 18 प्रदेश के अध्यक्ष ओर प्रभारी सम्मिलित हुए।
आयोजित महासंघ की बैठक में मंचासीन राष्ट्रीय अध्यक्ष कालका पीठाधीश्वर महंत श्री सुरेंद्र नाथ अवधूत व श्री प्रमोद त्यागी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री योगी राज कुमार नाथ राष्ट्रीय संगठन महामंत्री आदि साधु संतों का अरविंद कौशिक, शशिकांत सरोहा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, नीरज संगल, आदि पदाधिकारीयो ने फूल मालाओं से लादकर जोरदार स्वागत किया और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुरेंद्र नाथ अवधूत को भगवा शॉल उढाकर सम्मानित किया। 
दिल्ली से देवेंद्र सिंह ,आचार्य सचिन पंडित ,राजस्थान से योगी हीरालाल ,पंजाब से  महंत सुनील अचलेश, हरियाणा से स्वामी सुखदेवा नंद,आंध्र प्रदेश से डॉ स्वामी रामानुजाचार्य,उत्तर प्रदेश से इन्द्रदेब,स्वामी रमेशानंद गिरी,बंगाल से सोमेल,पुनीत गोस्वामी,महा राष्ट्र से राजेन्द्र सिंह,मध्यप्रदेश से योगी राजपाल नाथ ,बिहार से श्री आर एन  चौधरी गोपाल भगत ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री प्रमोद त्यागी ,चंडीगढ़ से शलभ शर्मा ,सालासर बाला जी के पुजारी श्री अर्जुन पंडित के अलावा सभी 18 प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में भाग लिया और उनके द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की गई।
उत्तराखंड के अध्यक्ष अनुराग धीमान व प्रभारी वैभव शर्मा ने अपने कार्यो का विस्तृत ब्यौरा दिया और प्रत्येक माह में होने वाले कार्यकर्मो  के बारे में भी जान कारी दी
महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री राजकुमार चौहान ने सभी पदाधिकारियों का परिचय कराते हुए ओर भविष्य की योजनाओं के बारे मैं जानकारी ली और वंदे मातरम  के साथ बैठक का समापन कराया।

टी-20 मुकाबले में 8 विकेट से हार झेलनी पड़ी

टी-20 मुकाबले में 8 विकेट से हार झेलनी पड़ी   

मोमीन मलिक 

नई दिल्ली। टीम इंडिया का वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर-1 पर काबिज भारत को आखिरी टी20 मुकाबले में आठ विकेट से हार झेलनी पड़ी। रविवार (13 अगस्त) को फ्लोरिडा के सेंट्रल ब्रोवार्ड रीजनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने वेस्टइंडीज को जीत के लिए 166 रनों का टारगेट दिया था, जिसे उसने 12 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया। इस हार के साथ ही हार्दिक पंडया की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने टी20 सीरीज को 2-3 से गंवा दिया।

टी20 सीरीज में हार के बाद हार्दिक पंड्या की कप्तानी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। देखा जाए तो हार्दिक ने इस टी20 सीरीज में कई अटपटे फैसले लिए। स्पिनर अक्षर पटेल किसी मैच में बॉलिंग की शुरुआत करते दिखाई दिए, वहीं किसी मैच में उन्हें गेंदबाजी करने का मौका तक नहीं मिला। विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन और खुद कप्तान हार्दिक पंड्या की बैटिंग पोजीशन तय नहीं दिखी। हार्दिक साथी तेज गेंदबाज मुकेश कुमार का भी सही ढंग से इस्तेमाल करने में असफल रहे। पांचवें टी20 मैच में वह पहला ओवर किसी स्पिनर से करा सकते थे, लेकिन वह खुद गेंदबाजी करने के लिए आ गए।

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में हार्दिक पंड्या की कप्तानी में काफी पैनापन दिखाई देता है। बतौर कप्तान उन्होंने गुजरात टाइटन्स (GT) को लगातार दो आईपीएल सीजन के फाइनल में पहुंचाया/ एक मौके पर तो उनकी टीम टाइटल जीतने में सफल रही. आईपीएल में हार्दिक अपने खिलाड़ियों पर काफी भरोसा जताते हैं और वो एक गेमप्लान के तहत फील्ड पर उतरते हैं। गुजरात टाइटन्स के लिए खेलते समय हार्दिक की बैटिंग पोजीशन तय रहती है और वह खुद को भी काफी बैक करते हैं। आईपीएल में शानदार कप्तानी के चलते ही हार्दिक की लीडरशिप पर बोर्ड ने भरोसा जताया था। लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में हार्दिक की कप्तानी में चमक गायब दिखी।

आखिरी टी20 मैच में हार्दिक पंड्या की कप्तानी से तो फैन्स को काफी निराशा हुई। हार्दिक ने शुरुआती 13 ओवरों तक अक्षर से गेंदबाजी नहीं कराई। जबकि मुकेश कुमार से भी मैच में सिर्फ एक ही ओवर कराया। कुलदीप और चहल का भी सही इस्तेमाल नहीं कर सके. दूसरी ओर वेस्टइंडीज के कप्तान रोवमैन पॉवेल ने पहला ओवर स्पिनर अकील हुसैन से कराया था। उन्होंने यशस्वी और गिल को जल्दी आउट किया था। हार्दिक पंड्या ने बैटिंग भी बेहद धीमी की। उन्होंने 18 गेंदें खेलीं, जिस पर सिर्फ 14 रन बनाए। टी20 फॉर्मेट में यह बेहद धीमी पारी होती है। इसकी जमकर आलोचना भी हुई।

एशिया कप 2023 और वनडे वर्ल्ड कप 2023 के मद्देनजर ये टी20 सीरीज क्यों रखा गया था, ये समझ से परे है। ऐसा लगा कि महज खानापूरी के लिए ये सीरीज रखी गईय पूरे सीरीज के दौरान भारतीय खिलाड़ियों में आत्मविश्वास की कमी दिखाई दी। इस टी20 सीरीज में रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली की कमी साफ खलती दिखी। कोहली और रोहित के होने से भारतीय टीम का उत्साह सातवें आसामान पर रहता है। किंग कोहली और रोहित बल्लेबाजी के साथ-साथ अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करने से भी नहीं चूकते। साथ ही वह फील्डिंग के दौरान भी प्लेयर्स में जोश भरने का काम करते हैं।

हार्दिक पंड्या की कप्तानी में भारत को पहली बार टी20 सीरीज गंवानी पड़ी है। पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद से भारत ने हार्दिक पंड्या की कप्तानी में ही न्यूजीलैंड, श्रीलंका, वेस्टइंडीज जैसी टीमों से सबसे छोटे फॉर्मेट में मुकाबले खेले हैं। ये देखना होगा कि चयनकर्ता हार्दिक की कप्तानी पर आगे भरोसा जताते हैं या नहीं। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ हार्दिक पंड्या की कप्तानी का टेस्ट अभी तक नहीं हुआ है।

चीन में 300,000 साल पुरानी खोपड़ी मिलीं

चीन में 300,000 साल पुरानी खोपड़ी मिलीं 

अखिलेश पांडेय 

बीजिंग। वैज्ञानिकों ने चीन में एक ऐसी प्राचीन खोपड़ी की खोज की है, जैसी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। इस 300,000 साल पुरानी खोपड़ी को पहली बार साल 2019 में दूसरे जीवाश्म अवशेषों के साथ हुआलोंगडोंग में खोजा गया था। इसे बच्चे की खोपड़ी माना जा रहा है। चाइनीज अकैडमी ऑफ साइंसेज (सीएएस) को इसके वंश के बारे में पता लगाने में काफी दिक्कत हुई। साइंस अलर्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इस खोज ने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है। ये खोपड़ी निएंडरथल या डेनिसोवंस जैसी नहीं लग रही।

इसे देखकर ऐसा लगता है कि मानव परिवार की कोई शाखा शायद छूट गई है। उस बारे में हम आज तक पता नहीं लगा पाए हैं। खोपड़ी में कुछ समानताएं प्रारंभिक आधुनिक मनुष्यों के जैसी हैं। इसमें ठोड़ी छोटी है और इसकी तुलना एशिया की मानवों की एक विलुप्त प्रजाति से की जा रही है, जिसे डेनिसोवन के नाम से जाना जाता है। अब वैज्ञानिकों ने एक हालिया विश्लेषण में कहा कि इसकी शेप ऐसी है, जो ‘पूर्वी एशिया में मध्य प्लीस्टोसीन होमिनिन जीवाश्म संग्रह में कभी दर्ज नहीं की गई।

वहीं इससे पहले खबर सामने आई थी कि पुरातत्वविद 221 ईसा पूर्व से 210 ईसा पूर्व तक शासन करने वाले किन शू हुआंग की कब्र खोलने से बहुत डर रहे हैं। इस कब्र की सुरक्षा सैनिकों और घोड़ों की एक सेना करती है और इसे किसानों ने 1974 में चीन के शानक्सी प्रांत में देखा था। पुरातत्वविदों का मानना ​​है कि इसे छूने वाले इंसान की मौत हो सकती है।

किन शु हुआंग की मौत के 100 साल बाद चीनी इतिहासकार सिमा कियान के एक लेख में दावा किया गया था, ‘सौ अधिकारियों के लिए महलों और सुंदर टावरों का निर्माण किया गया था और कब्र दुर्लभ कलाकृतियों और अद्भुत खजाने से भरी हुई है।’ उन्होंने कहा था, ‘शिल्पकारों को कब्र में प्रवेश करने वाले किसी भी व्यक्ति पर गोली चलाने के लिए क्रॉसबो और तीर बनाने का आदेश दिया गया था।’

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...