शुक्रवार, 11 अगस्त 2023

भारतीय नागरिकों को एडवाइजरी जारी की

भारतीय नागरिकों को एडवाइजरी जारी की     

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारत ने अफ्रीकी देश नाइजर में व्यापक हिंसा के मद्देनजर वहां रहने वाले अपने नागरिकों को उस देश को छोड़ने की शुक्रवार को एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय ने एक परामर्श में कहा कि जिन भारतीयों का नाइजर में रहना जरूरी नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द वह देश छोड़ देना चाहिए। 

नाइजर में दो सप्ताह पहले सेना ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम का तख्तापलट कर दिया था। बजौम ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है और वह नजरबंद हैं। केंद्र ने आपातकालीन नंबर भी जारी किया है। किसी भी आपात स्थिति में भारतीय नागरिक भारतीय दूतावास के नंबर +227 9975 9975 संपर्क कर सकते हैं। नाइजर में लगभग 250 भारतीय मौजूद हैं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-300, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. शनिवार, अगस्त 12, 2023

3. शक-1944, श्रावण, कृष्ण-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:19, सूर्यास्त: 07:07।

5. न्‍यूनतम तापमान- 22 डी.सै., अधिकतम- 36+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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गुरुवार, 10 अगस्त 2023

नातिन की हत्या, नाना को आजीवन कारावास

नातिन की हत्या, नाना को आजीवन कारावास 

मनोज सिंह ठाकुर 
गुना। चतुर्थ एडीजे मोनिका आध्या के न्यायालय ने नातिन की हत्या करने वाले नाना को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही आठ हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है। खास बात यह कि हत्या की वजह नातिन द्वारा तंबाकू लाने से मना करना थी। सहायक मीडिया प्रभारी एडीपीओ राघौगढ़ मयंक भारद्वाज ने बताया कि 30 सितंबर 2022 को फरियादी देवीलाल पुत्र फुदीलाल सहरिया ने बड़े भाई जय सिंह के साथ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें कहा कि वह ग्राम छतरपुरा का रहने वाला है और मजदूरी करता है। 
उसके दो बेटे औ एक बेटी है। वह अपनी पत्नी फूलवती के साथ मजदूरी करने गए थे। शाम पांच बजे जब घर आया, तो उसकी बेटी किरण उम्र आठ साल नहीं मिली। इस पर बड़े भाई जय सिंह, छोटे भाई दयाराम तथा स्वजनों के साथ किरण को ढूंढने लगे। उसके भाई जय सिंह ने मंदिर के पुजारी बाबूलाल से पूछा, तो महाराज ने बताया कि किरण दोपहर तीन बजे पानी भरने आई थी। इस समय उसका नाना मुन्ना डुकरा उसे अपने साथ ले गया था।
इस पर उन्होंने मुन्ना की तलाश की, तो वह परांठ तरफ पैदल जाता मिला। किरण के बारे में पूछने पर उसने कुछ नहीं बताया। इस पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर विवेचना शुरू की। इस दौरान अभियुक्त मुन्ना सहरिया से पूछताछ कर धारा-27 साक्ष्य विधान का मेमो लिया गया। उसने बताया कि वह अपनी नातिन किरण को मंदिर के पास से घर ले गया था तथा दुकान से तंबाकू लाने का बोला था, जिस पर उसने मना कर दिया था। 
इसके चलते उसकी कुल्हाड़ी से हत्या कर लाश को भूसे में छिपा दिया। 
इसके बाद अभियुक्त की निशानदेही से मृतका का शव बरामद कर सफीना फार्म, नक्शा पंचायत नामा की कार्रवाई एवं पीएम कराया गया। संपूर्ण विवेचना उपरांत अभियुक्त पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। उक्त प्रकरण में डीपीओ हजारीलाल बैरवा के मार्गदर्शन में पैरवी एडीपीओ राजेश सिंह द्वारा की गई।

अल्पसंख्यकों पर जुल्म होता है, मुंह नहीं खुलता

अल्पसंख्यकों पर जुल्म होता है, मुंह नहीं खुलता 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ ‘चौकीदार’ है और दूसरी तरफ ‘दुकानदार’ है, लेकिन जब अल्पसंख्यकों पर जुल्म होता है, तो किसी का मुंह नहीं खुलता। 

सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा भाग लेते हुए उन्होंने यह भी कहा कि अगर इन लोग जुल्म के खिलाफ नहीं बोले तो ‘दुकानदारी’ बंद हो जाएगी, ‘चौकीदार’ बदल जाएगा और देश को तीसरा मोर्चा मिलेगा। उनका यह भी कहना था, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चर्चा का जवाब देते हुए यह स्पष्ट करना चाहिए कि देश बड़ा है या फिर हिंदुत्व और (संघ विचारक) गोलवलकर की विचारधारा बड़ी है?’’ 

ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘इस देश में दो मोर्चे हैं। एक चौकीदार है और एक दुकानदार है। जब हम पर जुल्म होता है तो कोई मुंह नहीं खोलता। गृह मंत्री अमित शाह यूएपीए कानून लेकर आए तो इन दुकानदारों ने समर्थन किया।’’ ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव से पहले ट्विटर पर अपने नाम के आगे ‘चौकीदार’ लगाया था। 

राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलने का नारा दिया था। हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘दुकानदार और चौकीदार हमारी लाशों पर कब तक सियासत करेंगे? अगर आप जुल्म के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे तो दुकानदारी नहीं चलेगी, चौकीदार बदल जाएगा, तीसरा मोर्चा चलेगा।’’

उन्होंने ट्रेन में एक पुलिसकर्मी द्वारा चार लोगों की हत्या की घटना और हरियाणा की हिंसा का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार को बहुसंख्यक समुदाय से जुड़े कट्टरपंथ पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘इस सरकार का जमीर कहां गया था जब नूंह में सैकड़ों इमारत को ढहा दिया गया और कोई कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया...हिंदुस्तान में नफरत का माहौल पैदा किया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्य बिलकीस बानो इस देश की बेटी नहीं है...कातिलों को रिहा कर दिया गया। क्या यह आपका जमीर है?’’ 

ओवैसी ने ज्ञानवापी मामले का परोक्ष उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘तारीख के जख्मों को नहीं कुरेदा जाना चाहिए...सरकार को उच्चतम न्यायालय में स्पष्ट करना चाहिए कि वह 1991 के उपासना स्थल अधिनियम पर कायम है।’’ एआईएमआईए के शीर्ष नेता ने समान नागरिक संहिता से जुड़ी बहस को लेकर कहा, ‘‘भारत एक गुलदस्ता है। देश में एक मजहब, एक संस्कृति, एक भाषा की बात की जा रही है। ऐसा तो तानाशाही में होता है।’’

ओवैसी ने कहा कि भाजपा पसमांदा मुसलमानों की बात करती है, लेकिन इस सरकार में एक भी मुसलमान मंत्री नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण का बजट 40 प्रतिशत कम कर दिया गया। चर्चा में भाग लेते हुए राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रिंस राज ने कहा कि विपक्ष को बताना चाहिए कि उनका मुखिया कौन है। 

उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष की स्थिति एक अनार, सौ बीमार वाली है।’’ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान और कुछ अन्य राज्यों में महिला विरोधी अपराध की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि कड़े कानून बनाने के साथ अपराधियों में खौफ पैदा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सेना में भर्ती से जुड़ी ‘अग्निपथ’ योजना को वापस लिया जाए। 

बदलाव: अंजू है परेशान, आना चाहती 'हिंदुस्तान'

बदलाव: अंजू है परेशान, आना चाहती 'हिंदुस्तान'    

अखिलेश पांडेय 

इस्लामाबाद। भारत से वीजा लेकर पाकिस्तान जाने वाली अंजू एक बार फिर वापस लौटना चाहती है। भारत की अंजू खैबर पख्तूनख्वा के अपने फेसबुक फ्रेंड से मिलने के लिए गई थी। शुरुआत में वह कह रही थी कि वह यहां सिर्फ घूमने के लिए आई है। लेकिन बाद में ऐसी तस्वीरें सामने आईं, जिनसे यह साफ हो गया कि उसने नसरुल्लाह के साथ निकाह कर लिया है। इसके अलावा अंजू ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया है। लेकिन अब अंजू ने कहा है कि वह दुखी है।

BBC पाकिस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक अंजू ने कहा, ‘यहां (पाकिस्तान) सारी चीजें पॉजिटिव हैं। मैं यहां किसी और प्लानिंग से आई थी। लेकिन मैंने जो सोचा था, उसकी जगह कुछ और हो गया। कुछ न कुछ हमसे भी मिस्टेक हो गई। क्योंकि यहां जो कुछ हुआ है उसकी वजह से वहां (भारत में) मेरी फैमिली को बहुत जलील किया गया है। यह सब मेरी वजह से हुआ है, जिसके कारण में बेहद दुखी हूं। और दूसरी बात कि बच्चों के मन में भी क्या इमेज बनी होगी मेरे लिए।’

अंजू ने आगे कहा, ‘मैं कैसे भी करके चाहती हूं कि मैं भारत जाऊं और मैं वहां जा सकती हूं। मैं हर चीज का सामना करना चाहती हूं। मैं वहां की मीडिया को भी जवाब देना चाहती हूं। मेरे पास उनके सभी सवालों के जवाब हैं। मैं उन्हें बताउंगी कि मेरे साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई है। मुझे बहुत अच्छे से रखा गया। यह सबकुछ मेरा अपना फैसला था। बस मैं मीडिया के प्रेशर से जल्दी वापस नहीं जा पाई हूं। मैं जाना चाहती हूं और एक बार बच्चों से मिलना चाहती हूं। क्योंकि मैं उन्हें दिन रात याद कर रही हूं।’

ऐसी रिपोर्ट्स आ रही थीं कि पाकिस्तान ने अंजू का वीजा बढ़ा दिया है। लेकिन अंजू के पाकिस्तानी आशिक नसरुल्लाह ने इसकी सच्चाई बताई है। रिपोर्ट के मुताबिक नसरुल्लाह ने कहा कि उन्होंने वीजा बढ़ाने को लेकर आवेदन किया है। लेकिन अभी तक वीजा नहीं बढ़ा है। इसके अलावा अपर दीर की पुलिस ने भी कहा है कि उनके पास अभी तक ऐसा कोई डॉक्यूमेंट नहीं है, जो यह बता सके कि अंजू का वीजा बढ़ा दिया गया है।

विपक्षी गठबंधन की बैठक में भाग लेंगे जयंत

विपक्षी गठबंधन की बैठक में भाग लेंगे जयंत   

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह 31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में होने वाली विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की बैठक में भाग लेंगे। चौधरी का यह बयान ऐसे समय आया है, जब दिल्ली सेवा विधेयक पर राज्यसभा में वह शामिल नहीं हुए थे और इसके बाद से उनके भविष्य के कदम के बारे में अटकलों का दौर शुरू हो गया।

‘इंडिया’ गठबंधन के सदस्यों ने विधेयक का एकजुट होकर विरोध किया था। चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ''मैं निश्चित रूप से मुंबई में इंडिया की बैठक में भाग लूंगा।’’ विपक्षी दल की पिछली बैठक बेंगलुरु में हुई थी जिसमें चौधरी शामिल हुए थे।

आपदा में भी राजनीति के अवसर ढूंढ रही है भाजपा

आपदा में भी राजनीति के अवसर ढूंढ रही है भाजपा 

श्रीराम मौर्य 

शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सु्क्खू ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आपदा में भी राजनीति के अवसर ढूंढ रही है। वर्तमान परिस्थितियों में हिमाचल प्रदेश को केंद्र से आर्थिक मदद की आवश्यकता है, लेकिन अभी तक अंतरिम राहत की पहली किस्त भी जारी नहीं हुई है।

सुक्खू ने कहा कि दूसरी केंद्रीय टीम हिमाचल प्रदेश में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए दौरे पर है तथा उम्मीद है कि हिमाचल प्रदेश को जल्द ही पहली अंतरिम राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश के अधिकार लेने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने शिमला जिला के अपने प्रवास के तीसरे दिन मुख्यमंत्री ने आज रामपुर विधानसभा क्षेत्र के खड़ाहण में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावितों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है और उनकी हरसंभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत के लिए एक-एक लाख रुपये मुआवजा प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकानों की मुआवजा राशि बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि ग्राम पंचायत खड़ाहण सहित अन्य प्रभावित पंचायतों के संपर्क मार्गों को खोलने के लिए पर्याप्त धनराशि जारी की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के कारण जिन परिवारों के घर और जमीन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें उचित स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा, ताकि वे अपना घर-परिवार फिर से बसा सकें। उन्होंने कहा कि सीमित साधनों के बावजूद राज्य सरकार आपदा प्रभावित परिवारांे को हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है।

सेब बागवानों की मदद के लिए पंचायतों में अस्थाई रास्ते बनाए जा रहे हैं, ताकि सेब समय पर मंडियों तक पहुंच पाएं और बागबानों को आर्थिक नुकसान न झेलना पड़े। उन्होंने दोहराया कि सेब बहुल क्षेत्रों की सड़कें बहाल करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और विभागीय अधिकारी दिन-रात इस कार्य में जुटे हैं।

उन्होंने कहा कि जल्द ही कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार भी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे और आपदा में किसानों को हुए नुकसान का जायजा लेंगे, ताकि प्रभावितों की मदद की जा सके। श्ररी सुक्खू ने कहा कि आपदा प्रभावितों की मदद के लिए राज्य सरकार ने मुआवजा राशि बढ़ाई है। आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के लिए मुआवजे को दस हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपए किया गया है और दुधारू पशु की मृत्यु पर जहां पहले 30 हजार रुपये प्रदान किये जाते थे, उसे बढ़ाकर 55 हजार रुपए किया गया है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश गांवों में बसता है और राज्य सरकार गांव में रहने वाले लोगों की हरसम्भव सहायता कर रही है। जनसेवा की भावना के साथ कार्य कर रही वर्तमान राज्य सरकार सही मायनों में लोगों की सरकार है और प्रदेश सरकार का उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति का भला और ज़रूरत के समय हरसंभव सहायता करना है।

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...