शुक्रवार, 4 अगस्त 2023

बिन ब्याही मां से युवक की शादी, पंचायती फरमान

बिन ब्याही मां से युवक की शादी, पंचायती फरमान   
सत्येंद्र पंवार  
मेरठ। अवैध संबंधों के चलते अपनी प्रेमिका को प्रेग्नेंट कर प्रसव पीड़ा के बाद उसे बिन ब्याही मां बनाने वाले युवक को अब उसी के साथ शादी करनी होगी। यदि युवक ने बिन ब्याही मां के साथ शादी नहीं की तो समाज में उसका और परिजनों का हुक्का पानी बंद कर दिया जाएगा। पंचायत के इस फैसले के बाद युवक और उसके परिजनों ने बिन ब्याही मां के साथ शादी करने की हामी भरी है। एक महीने बाद अब दोनों का निकाह कराया जाएगा।  
दरअसल मेट्रो सिटी मेरठ की एक कॉलोनी में रहने वाली युवती का रेलवे रोड थाना क्षेत्र में रहने वाले पड़ोसी युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। शादी का झांसा देते हुए युवक ने अपनी प्रेमिका के साथ शारीरिक संबंध बना लिए। परिजनों की ओर से जब युवती की शादी किए जाने की बात चलाई गई तो लड़की ने खुद के गर्भवती होने की जानकारी दी। इस बात का पता चलते ही युवक के घर पहुंचे युवती के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस मामले को लेकर जब पंचायत बैठी तो दोनों पक्षों ने शादी के लिए अपनी सहमति जता दी। इस बीच मंगलवार को युवती ने दिल्ली रोड स्थित एक निजी अस्पताल में बेटी को जन्म दिया तो युवक एवं उसके परिजनों ने बिन ब्याही मां के साथ शादी से इंकार कर दिया। इस मामले को लेकर दोनों पक्षों के बीच जमकर कहासुनी हुई और मारपीट हो गई। मामला रेलवे रोड थाने तक पहुंच गया। इसी बीच सक्रिय हुए दोनों पक्षों की ओर से दोबारा पंचायत बुलाई गई, जिसमें फैसला हुआ कि 1 महीने बाद युवक बिन ब्याही मां के साथ शादी करेगा। यदि उसने एक महीने बाद बिन ब्याही मां के साथ शादी नहीं की तो उसका एवं परिजनों का हुक्का पानी बंद कर दिया जाएगा और उन्हें बस्ती छोड़कर भी जाना पड़ेगा।

महिला ने 46 साल छोटे लड़के से ब्याह रचाया

महिला ने 46 साल छोटे लड़के से ब्याह रचाया 
सरस्वती उपाध्याय 
प्यार अंधा होता है, क्योंकि प्यार में इंसान जाति, धर्म, समुदाय, उम्र, रंग भी नहीं देखता। पर क्या वो इतना अंधा होता है कि अपने पोते की उम्र के लड़के से किसी को प्यार हो जाए! कुछ दिनों पहले एक ब्रिटिश महिला काफी चर्चा में रही थी क्योंकि उसने अपने से 46 साल छोटे लड़के से शादी कर ली थी। दोनों को देखकर लोग उन्हें दादी और पोता समझ लेते थे। दोनों ने एक खास कारण से शादी की थी पर अब उनका तलाक हो चुका है और महिला ने अब एक बिल्ली को अपने सुख-दुख का साथी बना लिया है।
रिपोर्ट के अनुसार 83 साल की आयरिस जोन्स ब्रिटेन की रहने वाली हैं। साल 2019 में फेसबुक के जरिए उनकी मुलाकात मिस्र के रहने वाले मोहम्मद इब्राहिम से हुई थी। उस वक्त आयरिस 79 साल की थी जबकि मोहम्मद 33 साल का था। दोनों ने एक दूसरे से बातें करना शुरू किया और उन्हें एक दूसरे का स्वभाव अच्छा लगने लगा। बस उसके अगले ही साल उन्होंने शादी कर ली। इस प्रकार मोहम्मद को ब्रिटेन आने का वीजा भी मिल गया।
आयरिस ने बात करते हुए कहा कि शुरुआत में सब कुछ अच्छा था। उनकी निजी जिंदगी रोमांच से भरी थी। दोनों के बीच काफी रोमांस था और इसी वजह से आयरिस ने शादी भी की थी। पर एक वक्त ऐसा आया कि दोनों के बीच झगड़े होने लगे। लड़ाई इतनी ज्यादा बढ़ गई कि उन्होंने पति से तलाक लेने का फैसला कर लिया। अब 37 साल के मोहम्मद, आयरिस से अलग हो चुके हैं।
आयरिस अब एक बिल्ली के साथ रहती है जिसका नाम मिस्टर टिब्स है। फेसबुक पर आयरिस अक्सर बिल्ली से जुड़ी फोटोज को पोस्ट करती रहती हैं। इसी बिल्ली के जरिए वो अपने पूर्व पति पर व्यंग भी करती हैं।

मणिपुर हिंसा के विरुद्ध ईसाई समुदाय का विरोध

मणिपुर हिंसा के विरुद्ध ईसाई समुदाय का विरोध  
अखिलेश पांडेय   
इंफाल। संपूर्ण ईसाई समुदाय इस बात पर अपना विरोध प्रकट कर रहा है कि मणिपुर में 3 महीने से अधिक समय से यह मामला चल रहा है। और आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं जो पूरी मानव जाति के लिए शर्म की बात है। भारत एक सर्वधर्म देश है। जहां सभी धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ प्रेम भाव से रहते हैं, लेकिन कुछ शरारती तत्व शरारती चालों के शिकार होकर समय-समय पर आपसी भाईचारे को खत्म कर देश को बांटने में लगे रहते हैं। सबसे ज्यादा जुल्मों का शिकार ईसाई कौम पर चर्चों पर होता रहा है जिसके कारण चल रही सभाओं को भी बंद कर दिया जाता है। पादरी सहिबानों को सरेआम से पीटा जाता है और उनकी हत्या कर दी जाती है और यह शर्म की बात है कि इन घटनाओं के अधिकांश अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है।

सर्वे: पंजाब में 6.97 लाख लोग नशे के आदी

सर्वे: पंजाब में 6.97 लाख लोग नशे के आदी
अमित शर्मा    
चंडीगढ़। सामाजिक न्याय और अधिकारिता पर संसद की स्थायी समिति ने लोकसभा में 'युवाओं में लत: समस्याएं और समाधान' पर अपनी रिपोर्ट पेश की है, जिसमें बताया गया है कि पंजाब में 66 लाख नशे के आदी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में युवाओं और बच्चों में नशे की लत तेजी से फैल रही है। 10 से 17 साल के युवा नशीली दवाओं का सेवन कर रहे हैं और पंजाब, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सबसे अधिक प्रभावित राज्य हैं। इन राज्यों में 18 से 75 साल की उम्र के लोग बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं का सेवन कर रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में 10 से 17 साल की उम्र के 6.97 लाख लोग नशे के आदी हैं। उनमें से 18100 कोकीन का सेवन करते हैं। 3.43 लाख बच्चे हेरोइन और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। 72000 बच्चे सूंघ कर इस्तेमाल किए जाने वाले नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। 10432000 बच्चे विभिन्न-विभिन्न नशीली दवाओं का सेवन करते हैं। कमेटी ने स्कूल-कॉलेजों में जाकर अपना सर्वे किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा युवा तंबाकू का सेवन करते हैं और उसके बाद शराब का सेवन करते हैं। पंजाब में कुल 66 लाख 70 हजार नशे के आदी हैं, जिनमें से 21.36 लाख अलग-अलग तरह के नशे का सेवन करते हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में नशे की लत वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

ड्रोन के जरिए सेंधमारी, हेरोइन बरामद: नापाक

ड्रोन के जरिए सेंधमारी, हेरोइन बरामद: नापाक   
सुनील श्रीवास्तव   
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर से लगे भारत-पाक बॉर्डर पर बीएसएफ के जवानों ने कुल ‌10.85 किलो हेरोइन बरामद की है। हेरोइन की कीमत अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में करीब 53 करोड़ रुपए बताई गई है।
बीएसएफ के अधिकारियों के अनुसार देर रात श्रीगंगानगर से लगी भारत-पाक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के अंदर एक ड्रोन घुस आया। बीएसएफ के जवानों ने ड्रोन को निशाना बनाकर फायरिंग शुरू कर दी। लेकिन, इससे पहले ही ड्रोन वापस पाकिस्तानी क्षेत्र में घुस गया। ऐसे में सेना के जवानों आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
उन्होंने बताया कि रातभर चले सर्च ऑपरेशन के दौरान सेना के जवानों ने पीली टेप से लिपटे हेरोइन के 3 पैकेट्स बरामद किए। शुक्रवार तड़के एक पैकेट्स ओर मिला। चारों पैकेट्स से कुल ‌10.85 किलोग्राम हेरोइन बरामद की। जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 53 करोड़ रुपए आंकी गई है।

दिल्ली: 29 व्यावसायिक प्रतिष्ठान 24 घंटे खुलेंगे

दिल्ली: 29 व्यावसायिक प्रतिष्ठान 24 घंटे खुलेंगे   
इकबाल अंसारी  
नई दिल्ली। दिल्ली में 29 और दुकानों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को 24 घंटे खोलने की अनुमति दे दी गई है। श्रम मंत्रालय की ओर से मिले इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंजूरी दे दी। अब इसे उपराज्यपाल को भेज दिया गया है। सरकार का मानना है कि इससे दिल्ली की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। जिन 29 प्रतिष्ठानों को यह मंजूरी दी गई, उनमें दुकान, रेस्टोरेंट, रिटेल ट्रेड और अन्य व्यापार शामिल हैं।
दरअसल, दिल्ली शॉप एंड इस्टेब्लिशमेंट्स एक्ट 1954 के तहत दिल्ली के श्रम मंत्रालय के पास 24 घंटे दुकानों का संचालन करने के इच्छुक 35 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। श्रम मंत्रालय ने आवेदन पत्रों और दस्तावेजों की जांच की। इसमें पाया गया कि 35 आवेदनों में से तीन आवेदन अधूरे थे, जबकि तीन आवेदन दो बार किए गए थे। उन्हें खारिज करते हुए बाकी 29 लोगों के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। दिल्ली में बीते दो साल में 552 दुकानों को अनुमति दी जा चुकी है।
दिल्ली सरकार ने प्रमुख रूप से चार श्रेणी की दुकानों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को 24 घंटे खोलने की मंजूरी दी है। शाप श्रेणी में कम्यूनिटी सेंटर, कड़कड़डूमा, ओल्ड राजेंद्र नगर, आउटर रिंग रोड, चाणक्यपुरी, डिस्ट्रिक्ट सेंटर लक्ष्मी नगर, एंबिएंस माल, वसंत कुंज, शकरपुर, रानीबाग,मेट्रो स्टेशन, सरिता विहार, मेन मार्केट राजौर गार्डेन, लक्ष्मी नगर कमर्शियल काम्प्लेक्स, टर्मिनल तीन और खान मार्केट में पैकर्स एंड मूवर्स, रेडिमेट गारमेंट, प्रोविजन स्टोर, डेयरी प्रोडक्ट की दुकानें 24 घंटे खुलेंगी।
कमर्शियल श्रेणी में डिप्लोमेटिक एन्क्लेव, उत्तम नगर आइजीआइ एयरपोर्ट पर होटल एवं रेस्तरां लाजिस्टिक्स एवं वेयर हाउस के प्रतिष्ठान खुलेंगे। रेस्तरां श्रेणी में उत्तम नगर, पश्चिम विहार और उर्दू बाजार, जामा मस्जिद में खाद्य उत्पादों की दुकान खुलेंगी। इसी तरह, रिटेल ट्रेड श्रेणी में द्वारका, प्रशांत विहार, विकासपुरी, पंजाबी बाग, कोटला मुबारकपुर, हौज खास और द्वारका सेक्टर 19 में एफएमसीजी ग्रासरी की दुकान खुलेगी।

राहुल की सजा पर रोक, बहाल होगी सदस्यता

राहुल की सजा पर रोक, बहाल होगी सदस्यता 
अकाशुं उपाध्याय 
नई दिल्ली। मोदी सरनेम वाले केस में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने इस मामले में उनकी सजा पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद अब राहुल मणिपुर, अविश्वास प्रस्ताव सहित अन्य मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला कर सकेंगे। अब राहुल संसद के सत्र में हिस्सा ले सकेंगे।
मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा, ‘हम यह जानना चाहते हैं कि अधिकतम सजा ही क्यों दी गई। यदि जज ने 1 साल और 11 महीने की भी सजा दी होती तो वह अयोग्य घोषित न होते।’ इस पर शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी के वकील ने कहा कि ऐसी सजा शायद इसलिए दी गई क्योंकि राहुल गांधी को पहले ही हिदायत दी गई थी, लेकिन उनके बर्ताव में कोई बदलाव नहीं आया था।
इसलिए मिली राहत
सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राहत देते हुए कहा कि ट्रायल कोर्ट के आदेश के प्रभाव व्यापक हैं। इससे न केवल राहुल गांधी का सार्वजनिक जीवन में बने रहने का अधिकार प्रभावित हुआ, बल्कि उन्हें चुनने वाले मतदाताओं का अधिकार भी प्रभावित हुआ। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि निचली अदालत के न्यायाधीश द्वारा अधिकतम सजा देने का कोई कारण नहीं बताया गया है, अंतिम फैसला आने तक दोषसिद्धि के आदेश पर रोक लगाने की जरूरत है।
जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस संजय कुमार की बेंच ने मामले की सुनवाई की। सुनवाई शुरू होने से पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा सभी पक्षकारों को जिरह के लिए 15 मिनट दिया गया। राहुल गांधी के वकील अभिषेक मनु सिंधवी ने पहले जिरह शुरू किया था। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि शिकायतकर्ता का सरनेम खुद मोदी नहीं है। पहले उनका सरनेम मोध था। वहीं जस्टिस गवई ने अभिषेक मनु सिंघवी से कहा कि दोषसिद्धि पर रोक लगाने के लिए आपको साबित करना होगा कि यह एक्ससेप्शनल केस है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या-क्या कहा
सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करते हुए इसे दिलचस्प बताते हुए कहा कि फैसले में बताया गया है कि एक सांसद को कैसा बर्ताव करना चाहिए। वहीं शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी का पक्ष रखते हुए अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने कहा कि राहुल गांधी ने पहले भी इस तरह का बयान दिया था। जिसमें राफेल मामले को लेकर उन्होंने कहा था कि चौकीदार चोर है। इसके अलावा महेश जेठमलानी ने कहा कि राहुल कहते हैं कि वह माफी नहीं मांगते। इसका मतलब है कि आप जो चाहते हैं वह करें।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...