मंगलवार, 1 अगस्त 2023

धनिया बेचकर करोड़पति बना किसान, खेती

धनिया बेचकर करोड़पति बना किसान, खेती 

कविता गर्ग 
लातूर। बीते दिनों किसान द्वारा टमाटर की खेती कर करोड़ पती बनने की खबर सामने आई थी। ऐसा ही महाराष्ट्र के रमेश विठ्ठलराव ने भी कर के दिखाया है। रमेश अपनी 5 एकड़ जमीन में पिछले चार सालों से आधुनिक तरीके से धनिया की खेती कर रहे हैं।

जिससे उन्हें 1 करोड़ रुपये की कमाई हुई है। लातूर जिला सूखा प्रभावित क्षेत्र है, यहां किसानों को पारंपरिक खेती से मनचाही कमाई नहीं हो पाती है। इसी के चलते रमेश ने धनिया की खेती करने का फैसला लिया।जानकारी के अनुसार  रमेश ने साल 2019 में  धनिया उगाना शुरू किया था, रमेश ने उसी साल 25 लाख रुपयों का मुनाफा कमाया था। इस दौरान उनकी लागत सिर्फ 1 लाख रुपये थी वहीं  साल 2020 में 16 लाख , 2021 में 14 लाख , 2022 में 13 लाख और इस साल  16 लाख 30 हजार रुपयों की कमाई कर ली है।

रमेश ने बताया कि  पिछले 5 सालों में उन्होंने  धनिया की खेती से लगभग 1 करोड़ का मुनाफा कमाया है। इस के साथ ही उन्होंने  एक SUV कार और घर भी खरीद ली है।  

मेवात में हुई हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की

मेवात में हुई हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की   

राणा ओबरॉय 

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मेवात में हुई हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की है। हुड्डा ने मंगलवार को यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि मेवात समेत पूरा राज्य सौहार्द्र और भाईचारे के लिए जाना जाता है।

मेवात में देश के बंटवारे के वक्त भी इस तरह का आपसी टकराव देखने को नहीं मिला। उन्हाेंने राज्य की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पर आरोप लगाया कि वक्त रहते सतर्कता नहीं बरते जाने के चलते यह घटनाक्रम देखने को मिला। उन्होंने जनता से शांति और आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की और कहा है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें तथा शांति स्थापित करने में एक दूसरे का सहयोग करें।

उन्हाेंने सरकार को नसीहत दी कि उसे अपनी गलती सुधारते हुए अब तमाम एहतियाती कदम उठाने चाहिएं। शांति स्थापित करना और भाईचारा कायम करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-290, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. बुधवार, अगस्त 2, 2023

3. शक-1944, श्रावण, कृष्ण-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:16, सूर्यास्त: 07:09।

5. न्‍यूनतम तापमान- 25 डी.सै., अधिकतम- 36+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

सोमवार, 31 जुलाई 2023

स्मार्टफोन बना मुसीबत, लोकेशन हैक कर सकते हैं

स्मार्टफोन बना मुसीबत, लोकेशन हैक कर सकते हैं      

इकबाल अंसारी 

आज के दौर में हर दूसरा इंसान स्मार्टफोन यूज कर रहा है। वहीं स्मार्टफोन यूजर की बढ़ती संख्या के साथ ही आज के दौर में साइबर अपराध भी अपने पैर पसार रहा है। यूजर के साथ हर समय रहने वाला उसका स्मार्टफोन कब उसके लिए किसी बड़ी परेशानी की वजह बन जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में अगर आप भी एंड्रॉइड फोन का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए भी बहुत जरूरी हो जाती है।

दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में एक खामी की वजह से हैकर्स यूजर की लोकेशन ट्रैक कर सकते हैं। बता दें शोधकर्ताओं ने स्मार्टफोन से जुड़ी एक बड़ी खामी को पाया है। स्मार्टफोन से जुड़ी यह खामी टेक्स्ट मैसेजिंग से जुड़ी है। वहीं बताया जा रहा है कि हैकर्स एसएमएस सिस्टम के डेटा में मशीन लर्निंग प्रोग्राम की मदद से लोकेशन ट्रैक कर सकते हैं। इसके लिए हैकर को यूजर के कॉन्टेक्ट नंबर की जानकारी होना मात्र ही पर्याप्त होगा।

परेशानी वाली बात ये है कि कम्युनिकेशन एनक्रिप्टेड होने के बावजूद भी इस तरह खामी की वजह से लोकेशन की जानकारी नहीं बचाई जा सकती है। दरअसल, एसएमएस सिक्योरिटी को लेकर लंबे समय से कोई सुधार नहीं हो पाया है। यही वजह है कि हैकर एसएमएस सिस्टम की खामियों का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर सकते हैं।

किसी यूजर को एसएमएस भेजने पर सेंडर को मैसेज डिलिवरी का रिप्लाई स्क्रीन पर नजर आता है। इसी ऑटो फीचर की आड़ में हैकर टारगेटेड यूजर को बार-बार मैसेज सेंड कर डिलिवरी रिप्लाई की टाइमिंग को एनालाइज कर सकते हैं। इसी के साथ हैकर यूजर की पिन-पॉइन्ट लोकेशन की जानकारी भी ले सकते हैं। बता दें, इस तरह की घटना का अभी तक कोई एक्टिव केस सामने नहीं आया है, लेकिन यूजर को ऐसे खतरों के लिए सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।

3 फुट के अजगर को निगल गया 'किंग कोबरा'

3 फुट के अजगर को निगल गया 'किंग कोबरा'

सरस्वती उपाध्याय 
सोशल मीडिया पर आए दिन अजगर और खतरनाक सांपों के वीडियो वायरल होते रहते हैं। दोनों ही इतने खतरनाक होते हैं कि किसी पर भी हमला कर उसकी जान खतरे में डाल सकते हैं। वहीं जरा आप ये सोचिए अगर दोनों खतरनाक प्राणी अगर एक दूसरे पर वार कर बैठें तो कौन किस पर भारी पड़ेगा? 
बता दें इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक नरभक्षी कोबरा एक विशालकाय अजगर को निगलते दिख रहा है। यह घटना कर्नाटक के मैसूर में देखने को मिली है। दरअसल मैसूर में एक जहरीले कोबरे ने तीन फुट के विशाल अजगर को देखते ही देखते पूरा निगल लिया। वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि कोबरा ने अजगर पर हमला बोल दिया। चूंकि कोबरा जहरीला होता है। इसलिए उसके जहर से एक बार में ही अजगर की मौत हो गई। 
वहीं अजगर की मौत के बाद कोबरा के लिए उसे निगलना आसान हो गया। बता दें सांपों के जबड़े काफी लचीले होते हैं, जो उन्हें अपने से बड़े शिकार को निगल लेने की इजाजत देते हैं। किंग कोबरा दुनिया का सबसे ज्यादा विषैला सांप माना जाता है। इसकी लंबाई 18 फीट तक होती है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को देखकर लोग भी चौंक जा रहे हैं।

पॉवर समेत 13 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा

पॉवर समेत 13 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। मेजा पुलिस ने रविवार रात में एक मामले में धोखाधड़ी सहित कई संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच-पड़ताल में जुटी हुई है। आरोप है कि मेजा उर्जा निगम में कराए गए कार्यों का भुगतान लेने के बाद भी फर्म को भुगतान नहीं किया गया। दर्ज एफआईआर के मुताबिक मेजा उर्जा निगम में जीई पॉवर और आदित्या एसोसिएट्स के अधिकारी गण पूर्व में किए गए, एफजीडी के कार्य का ठेका अनुज सिंह को दिया गया था, लेकिन जीई पॉवर, आदित्या एसोसिएट्स उनके कार्यों से संतुष्ट न होने के कारण बीच में ही एग्रीमेंट निरस्त करके एफजीडी कार्य को रामा कंस्ट्रक्शन्स के प्रबंधक अमित शर्मा को दे दिया गया।
आरोप है कि एफजीडी के सारे कार्य पूर्ण होने के बाद जीई पॉवर और आदित्य एसोसिएट्स ने मेजा उर्जा निगम से 61 लाख रूपये का भुगतान ले लिया, लेकिन आरोप है कि कार्य को पूरा करने वाली फर्म रामा कंस्ट्रक्संस को भुगतान नहीं किया गया।
आरोप है कि पैसे की मांग करने पर उक्त दोनों कंपनियों के अधिकारीगण मारपीट और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। मेजा पुलिस ने रामा कंस्ट्रक्संस के प्रबंधक अमित शर्मा की तहरीर पर जीई पॉवर और आदित्या एसोसिएट्स के अधिकारियों में विश्वजीत सामंता, कागज दत्ता, अभिषेक सिंह, अमित गुप्ता, जुगुल किशोर, अंकित कुमार गुप्ता, वीरेंद्र, नवनीत दिलवाल, मिथिलेश कुमार, अनुज साहनी, विमल सेठ, शुभ सोम, एसबी सिंह के खिलाफ आईपीसी की दफा 419, 420, 467, 468, 471, 406, 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश कर रही है। मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

मणिपुर के मुद्दे पर जवाब देने से भाग रही सरकार

मणिपुर के मुद्दे पर जवाब देने से भाग रही सरकार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने मणिपुर के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित होने के बाद सोमवार को आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटेल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दल चर्चा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान की मांग पर अडिग हैं, जबकि सरकार एवं प्रधानमंत्री इस विषय पर जवाब देने से भाग रहे हैं।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘ ‘इंडिया’ के घटक दल आज दोपहर राज्यसभा में अपने रुख पर अड़े रहे कि पिछले 90 दिनों में मणिपुर में जो कुछ हुआ है उस पर प्रधानमंत्री को सदन में एक बयान देना चाहिए, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध रखी है। प्रधामंत्री के बयान के बाद चर्चा होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ की पार्टियां नियम 267 के तहत ऐसा चाहती हैं, जिसका अर्थ है कि उठाए गए मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए बहस खत्म होने तक सदन के अन्य सभी कार्य निलंबित कर दिए जाते हैं।

रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘ विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की पार्टियां मणिपुर पर चर्चा से भाग नहीं रही हैं। दरअसल, प्रधानमंत्री ही राज्यसभा में बयान देने से भाग रहे हैं।’’ विपक्षी दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर में जातीय हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद में वक्तव्य देने और चर्चा कराए जाने की मांग कर रहे हैं।

इस मुद्दे पर हंगामे के कारण दोनों सदनों में कार्यवाही बाधित रही है। कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच बुधवार, 26 जुलाई को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गई थी। उस दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा था कि वह सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तिथि तय करेंगे। 

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...