शनिवार, 29 जुलाई 2023

नेशनल हाईवे का 50 मीटर हिस्सा पानी में बहा   

नेशनल हाईवे का 50 मीटर हिस्सा पानी में बहा   

श्रीराम मौर्य   

देहरादून। बुरी तरह से लोगों को हलकान कर रही बारिश जरा भी चैन नहीं लेने दे रही है। चमोली जनपद में बद्रीनाथ नेशनल हाईवे का 50 मीटर हिस्सा बारिश के पानी में बह जाने की वजह से बद्रीनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालु बुरी तरह से फंस गए हैं। भारी बारिश के बाद नाले का जलस्तर इस कदर बढ़ गया था कि हाईवे का हिस्सा पानी के साथ बह गया। उत्तराखंड के चमोली जनपद में जमकर कहर बरपा रही बारिश की वजह से बद्रीनाथ नेशनल हाईवे- 7 का तकरीबन 50 मीटर हिस्सा पानी में बह गया है। शुक्रवार को हुई भारी बारिश के बाद लांबगढ़ नाले का जल स्तर इस कदर बढ़ गया था कि बारिश का पानी हाईवे के हिस्से को बहाकर अपने साथ ले गया। 

 बद्रीनाथ नेशनल हाईवे-7 का तकरीबन 50 मीटर हिस्सा बह जाने की वजह से बद्रीनाथ धाम आए श्रद्धालु रास्ते में ही फंस गए हैं। इस बीच बद्रीनाथ धाम जा रहे श्रद्धालुओं को भी रोक देना पड़ा है। उधर राजस्थान की राजधानी जयपुर में सवेरे तकरीबन 4.00 बजे से हो रही जोरदार बारिश ने कई इलाकों को जलमग्न करते हुए वहां पर एक 1 फीट पानी खड़ा कर दिया है। इसी के चलते जयपुर से चलने वाली कई रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया गया है, जिससे अपने गंतव्य की ओर जाने वाले लोगों को भारी निराशा उठानी पड़ी है।

मोहर्रम की दसवीं पर कर्बला की 72 शहादतें

मोहर्रम की दसवीं पर कर्बला की 72 शहादतें

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। माहे मोहर्रम की दसवीं को देश कर्बला के 72 शहादतो का गमे हुसैन रहे है, पहले बुड्ढा ताजिया उठाया गया। हुसैन के शेदाईयो ने बुड्ढा ताजिया को कंधे पर लेकर गस्त कराने लगे, या अली, या हुसैन सदाएं बुलंद होने लगी। पूरे रास्ते लंगर  पानी और शरबत पिलाया जा रहा था। बुड्ढा ताजिया नुरुल्लाह रोड खुल्दाबाद हिम्मतगंज होता हुआ, लगभग शाम के आसपास कर्बला पहुंचा। बड़े ताजिए पर अकीदत मंद लोगों ने मन्नते मांगी। फूल चढ़ाएं और लंगर करते रहे, बाद नमाज जोहर, बड़ा ताजिया जोरदार नारे लगाए गए, नारे तकबीर अल्लाह हो अकबर ऐसा लग रहा था जमीन और आसमान दोनों अल्लाह हो अकबर से गूंज रहा है। 

बड़ा ताजिया उठाया जाता है अकीदत मंद अपने कंधों पर ताजिया लेकर निकल पड़ते हैं। ताजिया उठते ही ताजिए के रास्ते में एक सैलाब उमड़ पड़ता है। पूरे रास्ते या अली या हुसैन की सदाएं बुलंद होती रही। घर के छत पर औरतें और बच्चे ताजिया का दीदार के लिए इंतजार करते रहे। हजारों शहादतो के बाद दीन ए इस्लाम की नींव रखी गई। पूरी दुनिया में दीन -ए- इस्लाम का परचम लहरा रहा है। बड़ा ताजिया जॉनसन गंज चौक घंटाघर कोतवाली सेवई मंडी खलीफा मंडी, नखास कोना पर, हुसैनी सैलाब को देखकर ऐसा लग रहा था। जैसे पूरा शहर यहां पर उमड़ पड़ा हो। हर कोई बड़े ताजिया का दीदार करना चाहता था। अकीदत के फूल और अपने बच्चों को बोसा कराना चाहा रहा था। हर तरफ सर ही सर दिखाई दे रहा था। या अली, या हुसैन के सदाएं लग रही थी, पूरा एरिया हुसैनी हो चुका था। सभी धर्म के लोग ताजिया में शामिल हुए।

धीरे-धीरे बड़ा ताजिया खुल्दाबाद हिम्मतगंज होते हुए कर्बला की तरफ रवां दवा था। बड़ा ताजिया कर्बला पहुंचकर अकीदत के फूल को दफनाया गया। हुसैन के सौदाई नम आंखों के साथ अपने घर की तरफ लौटने लगे। दीन -ए- इस्लाम जिंदाबाद हुसैन जिंदाबाद के नारे लगाए। पुलिस प्रशासन प्रशासन समाजसेवी, पत्रकार, मेहंदी ताजिया के मेंबर, बड़े  ताजिए के रेहान खान, इमरान खान, फरहत खान, आमिर खान, जफर खान, असरार नियाजी, फैयाज अहमद, गुलाम नबी, मोहम्मद गुलाम, मोहम्मद आमिर मोहम्मद महबूब, डाबर अजीम, पहलवान चांद मियां, अनीस अहमद, सरफराज अहमद, नदीम शिराजी, अली उमर, राम कुमार अग्रहरी, गौरी शंकर, शेरू याकूब, हजारों हुसैनियो ने शिरकत की।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-287, (वर्ष-06) पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. रविवार, जुलाई 30, 2023

3. शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-द्वादशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:14, सूर्यास्त: 07:10।

5. न्‍यूनतम तापमान- 25 डी.सै., अधिकतम- 33+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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शुक्रवार, 28 जुलाई 2023

मौज मस्ती के लिए मां ने 2 लाख में बच्चा बेचा 

मौज मस्ती के लिए मां ने 2 लाख में बच्चा बेचा    

मीनाक्षी लोढी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। राज्य के उत्तर 24 परगना जिले में रहने वाले पति-पत्नी ने नया मोबाइल फोन खरीदने के लिए अपने आठ महीने के बच्चे को बेच दिया। मोबाइल खरीदने के बाद पैसे बच गए तो दोनों ने राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों की यात्रा की और हनीमून मनाया।

पड़ोसी ने जब पति-पत्नी के हाथ में नया मोबाइल फोन देखा और बच्चे को गायब पाया तो उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि दंपति ने बच्चे को बेच दिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दंपति के पास पहले से एक बेटी है। दोनों दीघा और मंदारमणि जैसे समुद्री तटों सहित कई जगहों पर घूमने गए थे।

पुलिस ने पति-पत्नी को पकड़ा, बच्चा बरामद

दंपति ने डेढ़ महीने पहले बच्चे को बेच दिया था। रविवार को घटना की जानकारी पुलिस को मिली। इसके बाद पुलिस एक्शन में आई। पुलिस ने पति-पत्नी को पकड़ लिया है। दोनों की पहचान जयदेव घोष और साथी के रूप में हुई है। पुलिस ने बेचे गए बच्चे को भी मुक्त करा लिया है।

2 लाख में किया था बच्चे का सौदा

दंपति की पड़ोसी लक्ष्मी कुंडू के अनुसार जयदेव और साथी ने अपने बच्चे को 2 लाख रुपए में बेचा था। इसी पैसे से दोनों ने मोबाइल फोन खरीदा और हनीमून मनाने के लिए कई जगहों पर गए। उसने यह भी आरोप लगाया कि साथी दूसरे लोगों को अपने घर लाती थी। दोनों अफीम और गांजा का नशा करते हैं। पुलिस ने बच्चा खरीदने वाली महिला प्रियंका घोष को भी गिरफ्तार किया है।

जयदेव के पिता कामई चौधरी ने बताया कि मुझे तो बेटे ने कहा था कि बच्चे को उसके मामा के घर भेज दिया है। बाद में मुझे पता चला कि बच्चे को बेच दिया गया था। मैं नहीं कह सकता कि बच्चे को क्यों और किसको बेच दिया गया था। बच्चे को बेचने के बाद मेरा बेटा और उसकी पत्नी दीघा और मंदारमणि समुद्री तटों पर गए थे। वे तारापीठ काली मंदिर भी गए थे।

मोदी एंड कंपनी देश व लोकतंत्र के लिए खतरा

मोदी एंड कंपनी देश व लोकतंत्र के लिए खतरा   

अमित शर्मा   

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी एंड कंपनी देश के लोकतंत्र के लिए खतरा खड़ा कर रही है। अगर देश को पीएम, गृह मंत्री और 28 राज्यपालों के द्वारा ही चलाना है तो देश में चुनाव करवाकर पैसा बर्बाद करने की क्या जरूरत है।

लोकतंत्र में इस खतरनाक प्रवृति को तुरन्त रोकने की जरूरत है। सीएम मान ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर विपक्ष की आवाज ‘‘दबाने’’ तथा देश में नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अपने ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में बात करना पसंद करते हैं लेकिन वह देश के लोगों की बात सुनने के लिए कभी तैयार नहीं रहते। उन्होंने कहा कि देश के बुद्धिमान और लोकतंत्र पसंद लोग इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे और वे बीजेपी तथा उसके सहयोगियों को करार सबक सिखाएंगे।

सीएम भगवंत मान ने कहा कि मणिपुर में कानून व्यवस्था खराब होने के चलते जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। वहां कानून व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो चुकी है। वहां के राज्यपाल प्रदेश में हो रही जघन्य घटनाओं के बावजूद सिर्फ मूक दर्शक बनकर देख रहे हैं। सीएम मान ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मणिपुर की घटना पर संज्ञान लेने और वहां राष्ट्रपति शासन लगाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है एक तरफ मणिपुर जल रहा है दूसरी तरफ पीएम मोदी दूसरे देशों की यात्राओं का आनंद ले रहे है।

राज्यसभा-लोकसभा में हंगामा, सदन स्थगित

राज्यसभा-लोकसभा में हंगामा, सदन स्थगित 

अकाशुं उपाध्याय 

नईदिल्ली। आज शुक्रवार को संसद के मानसून सत्र का सातवां दिन है। अब तक के छह दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध के बीच बीते। मणिपुर हिंसा और विवादित वायरल वीडियो पर विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी से बयान की मांग कर रहे हैं। यही वजह है कि गुरुवार को भी सारा दिन दोनों सदनों में मणिपुर मुद्दा और लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराने को लेकर सरकार और विपक्षी सांसदों के बीच हंगामा होता रहा।

लोकसभा से पारित हुए ये बिल

स्थगन से पहले लोकसभा ने खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2023 ध्वनि मत से पारित कर दिया। ‘द नेशनल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी कमीशन बिल, 2023’ और ‘द नेशनल डेंटल कमीशन बिल, 2023’ भी लोकसभा में पारित हुए। इंडिया ब्लॉक के प्रतिनिधिमंडल के मणिपुर दौरे पर बीजेपी सांसद रवि किशन ने कहा कि विपक्ष जहां चाहें वहां जा सकते हैं, उन्हें पाकिस्तान, श्रीलंका और चीन भी जाना चाहिए।

मणिपुर की स्थिति पर उच्च सदन में भी भारी नारेबाजी हुई। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रायन और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद राज्यसभा को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष शांतिपूर्ण ढंग से चर्चा में भाग नहीं लेते और संसद में किसी भी विधेयक को पारित करने में सहयोग नहीं करते। हम उनसे रचनात्मक सुझाव लेने को तैयार हैं, लेकिन वे अचानक अविश्वास प्रस्ताव ले आए। जब भी जरूरत होगी, हम अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे और चूंकि हमारे पास संख्या है, इसलिए हमें कोई समस्या नहीं है। अगर वे चाहते हैं कि मणिपुर के संबंध में सच्चाई सामने आए, तो संसद से बेहतर कोई मंच नहीं है।

60 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जल की खोज की

60 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जल की खोज की  

मोहम्मद रियाज  

बेंगलुरु। भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) और निगाता विश्वविद्यालय, जापान के वैज्ञानिकों ने हिमालय में करीब 60 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जल की खोज की है। समुद्री जल की ये बूंदें खनिज भंडारों के बीच थीं। बेंगलुरु स्थित आईआईएससी ने बृहस्पतिवार को एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।

विज्ञप्ति के अनुसार वहां एकत्र निक्षेपण में कैल्शियम और मैग्नीशियम कार्बोनेट दोनों थे। इसमें कहा गया है कि निक्षेपण के विश्लेषण से टीम को उन संभावित घटनाओं की जानकारी मिली जिनके कारण पृथ्वी के इतिहास में एक बड़ी ऑक्सीजनिकरण की घटना हुई होगी।

बयान के अनुसार, वैज्ञानिकों का मानना है कि 70 से 50 करोड़ वर्ष पहले, पृथ्वी बर्फ की मोटी चादरों से ढकी थी। इसमें कहा गया है कि इसके बाद पृथ्वी के वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा में वृद्धि हुई जिससे जटिल जीवन रूपों का विकास हुआ।

आईआईएससी ने कहा कि वैज्ञानिक अब तक, यह ठीक से नहीं समझ पाए हैं कि अच्छी तरह से संरक्षित जीवाश्मों की कमी और पृथ्वी के इतिहास में मौजूद सभी पुराने महासागरों के लुप्त होने की वजह का आपस में क्या संबंध था। उसने कहा कि हिमालय में ऐसी समुद्री चट्टानों का पता चलने से कुछ उत्तर मिल सकते हैं।

सेंटर फॉर अर्थ साइंसेज (सीईएएस), आईआईएससी के शोधार्थी और 'प्रीकैम्ब्रियन रिसर्च' पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के पहले लेखक प्रकाश चंद्र आर्य ने कहा, ‘‘ हम पुराने महासागरों के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं।

वे वर्तमान महासागरों की तुलना में कितने अलग या समान थे? क्या वे अधिक अम्लीय या क्षारीय, पोषक तत्वों से भरपूर, गर्म या ठंडे थे, उनकी रासायनिक और समस्थानिक संरचना क्या थी?" उन्होंने कहा कि इस तरह के विश्लेषण से पृथ्वी पर प्राचीन जलवायु के बारे में जानकारी मिल सकती है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...