'आई फ्लू' के खतरे से बचाव, जानिए उपाय
सरस्वती उपाध्याय
इन दिनों मानसून का सीजन चल रहा है। ऐसे में इन दिनों में आंखों के फ्लू की संभावना काफी बढ़ जाती है। बता दें मानसून के दौरान हवा में नमी और ह्यूमिडिटी बैक्टीरिया और वायरस के विकास और प्रसार को आसान बना देते हैं, जो आगे चलकर कंजंक्टिवाइटिस की वजह बन सकते हैं। वैसे तो ये बेहद खतरनाक बीमारी नहीं है, लेकिन इसमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिससे व्यक्ति का दैनिक जीवन का काफी प्रभावित होता है।
वहीं इसके अलावा, ज्यादा बारिश से वातावरण में गंदगी, प्रदूषक तत्व और एलर्जी जमा हो सकते हैं, जिससे आई फ्लू का खतरा और ज्यादा बढ़ सकता है। अगर आप भी किसी भी तरह के आई इन्फेक्शन के लक्षण को महसूस कर रहे हैं, तो फौरन डॉक्टर से बात करें और दवा के साथ-साथ, नीचे दिए गए कुछ परहेजों का पालन कर इससे बच सकते हैं।
मानसून सीजन में आई फ्लू से बचने के लिए करें ये काम
हाइजीन का रखें ध्यान
बता दें संक्रमण फैलने से बचने के लिए हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं। गंदे हाथों से अपनी आंखों को छूने से बचें। इसके अलावा रोजाना और ठीक से नहाएं तो भी इसमें काफी मदद मिलेगी।
आंखों को रगड़ने से बचें
इस मौसम में आंखें रगड़ने से स्थिति खराब हो सकती है और संक्रमण फैल सकता है। इसके बजाय, किसी आंखों को पोंछने के लिए एक साफ टिश्यू या रूमाल का इस्तेमाल करें।
करें गर्म सेकाई
आंखों में किसी तरह की असुविधा को कम करने के लिए दिन में कई बार कुछ मिनटों के लिए आंखों पर साफ कपड़े से गर्म सेक लगाएं।
आई मेकअप से बचें
अगर आई इन्फेक्शन का अनुभव कर रहे हैं, तो इस दौरान मेकअप का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे स्थिति खराब हो सकती है। अगर आपको मेकअप का इस्तेमाल करना ही है, तो अपने ब्रश और प्रोडक्ट्स को नियमित रूप से साफ करें।
साफ बिस्तर और तौलिया रखें
बता दें बैक्टीरिया की चपेट में आने से बचने के लिए बिस्तर और तौलिये को बार-बार बदलें। इसके अलावा कीटाणुओं को मारने के लिए उन्हें गर्म पानी और डिटर्जेंट से धोएं।
पर्सनल सामान को शेयर करने से बचें
आप अपने पर्सनल सामान को शेयर करने से बचें। तौलिये, रूमाल या ऐसी कोई भी निजी चीज जो आपकी आंखों के संपर्क में आती हो, उसे न बांटें। इससे संक्रमण फैलने की संभावना कम हो जाती है।
प्रिस्क्रिप्शन आई ड्रॉप्स का करें इस्तेमाल
अगर कंजंक्टिवाइटिस ने गंभीर रूप ले लिया है, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक या एंटीवायरल आई ड्रॉप लिख सकते हैं। इसलिए प्रिस्क्रिप्शन के मुताबिक इसका पालन करें।
स्विमिंग से करें परहेज
मानसून सीजन में स्विमिंग पूल से दूर रहें क्योंकि उनमें बैक्टीरिया और अन्य माइक्रोऑर्गानिज्म पनप सकते हैं, जो कंजंक्टिवाइटिस की स्थिति को और खराब कर सकते हैं।
डॉक्टर से लें सलाह
अगर कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण और खराब हो रहे हैं या घरेलू उपचार के बावजूद राहत नहीं मिल रही है, तो तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करे।