रविवार, 23 जुलाई 2023

इलेक्ट्रिक वाहनों का स्थानीय स्तर पर उत्पादन  

इलेक्ट्रिक वाहनों का स्थानीय स्तर पर उत्पादन  

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। जर्मनी की लक्जरी कार विनिर्माता बीएमडब्ल्यू अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का भारत में स्थानीय स्तर पर उत्पादन करेगी। बीएमडब्ल्यू के ‍एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन कुछ समय की बात है।

बीएमडब्ल्यू ने 2023 की पहली छमाही में भारत में अपनी कुल बिक्री का नौ प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों से हासिल किया है। कंपनी को 2025 तक इस आंकड़े के 25 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है।

बीएमडब्ल्यू समूह के भारत में अध्यक्ष विक्रम पावाह ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, जैसे-जैसे मात्रा बढ़ेगी, दूसरे उत्पादों की तरह हम उनका (ईवी) स्थानीयकरण करेंगे, और हम उनका उत्पादन (स्थानीय स्तर पर) करेंगे।  उन्होंने कहा कि भारत में ईवी के स्थानीयकरण के दो पहलू हैं। पहला यहां पर मात्रा और दूसरा प्रौद्योगिकी। पावाह ने कहा, यह बस समय की बात है।

मात्रा और स्थिरता में कुछ तालमेल होना चाहिए। अब हमें अच्छे संकेत दिख रहे हैं। हमने पहले छह महीनों में चार मॉडल की सिर्फ 500 कारों की आपूर्ति की है। यह इस नजरिये से छोटी संख्या है।

लेकिन निश्चित रूप से यह तेजी से बढ़ रही है। वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या बीएमडब्ल्यू की भारत में स्थानीय स्तर पर ईवी के उत्पादन की योजना है। बीएमडब्ल्यू के इलेक्ट्रिक वाहनों में आई7, आईएक्स, आई4 मिनी एसई शामिल हैं।

सिनेमा हॉल की दीवार गिरी, 2 की मौत 9 घायल 

सिनेमा हॉल की दीवार गिरी, 2 की मौत 9 घायल 

आदिल अंसारी 

अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में रविवार को बड़ा हादसा हुआ। अमरोहा में निर्माणाधीन मल्टीप्लेक्स का छज्जा ढह‌‌ गया। छज्जा गिरने से इसके नीचे कई मजदूर दब गए। बचाव कार्य चलाया गया और मलबे के नीचे से सभी मजदूरों को निकाला गया।

मिली जानकारी के अनुसार इस हादसे में दो की मृत्यु हो गई है, जबकि चार गंभीर रुप से घायल हैं। करीब 11 बजे ये हादसा हुआ। मौके पर डीएम-एसपी पुलिस बल के साथ मौजूद हैं। सीएम योगी ने घटना पर दुख जताया है। बताया जा रहा है, जिस सिनेमाघर का निर्माण चल रहा था वो जर्जर हो चुका था। 2 महीने पहले इसको पूरा गिराकर फिर से इसका निर्माण करवाया जा रहा था। पीछे का हिस्सा पूरा गिरा दिया गया था। आगे छज्जा और दीवार गिराई जा रही थी। वहीं पीछे निर्माण कार्य चल रहा था।रविवार सुबह सभी मजदूर काम कर रहे थे तभी अचानक दीवार भर-भराकर गिर गई। मजदूरों को भागने का मौके भी नहीं मिल पाया। मौके पर चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।

बिना मीटर बिजली उपयोग, जेई-एसडीओ जिम्मेदार   

बिना मीटर बिजली उपयोग, जेई-एसडीओ जिम्मेदार   

संदीप मिश्रा  

लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम दुकानों-ढाबों में बिना मीटर बिजली जलने समेत छह तरह की गड़बड़ियों पर संबंधित जेई (अवर अभियंता) एवं एसडीओ (उपखंड अधिकारी) के वेतन से पावर कॉर्पोरेशन को होने वाले नुकसान की भरपाई करेगा। कुल नुकसान के एवज में दो तिहाई वसूली जेई एवं एक तिहाई एसडीओ के वेतन से की जाएगी। इस संबंध में मध्यांचल निगम के एमडी भवानी सिंह खंगारौत ने आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि स्थलीय निरीक्षण में सड़कों, मुख्य मार्गों के निकट दुकानों-ढाबों, व्यावसायिक केंद्रों, बहुमंजिला इमारतों के परिसरों में बिना मीटर के बिजली जलती पाई गई।

कई जगह कनेक्शन पर मीटर तो लगाए गए हैं, लेकिन बिलिंग सिस्टम पर दर्ज नहीं है। उसकी जगह दूसरा मीटर दर्ज है। बड़े बकाएदारों का कनेक्शन नहीं काटा जाता है, लेकिन ऑन रिकार्ड कनेक्शन कटा दिखाया जाता है। इससे निगम को आर्थिक क्षति हो रही है। इसलिए यह व्यवस्था बनाई जा रही है। एमडी ने लेसा ट्रांस गोमती, लेसा सिस गोमती, अयोध्या, लखनऊ, बरेली एवं देवीपाटन जोन के मुख्य अभियंताओं को सड़कों एवं मुख्य मार्गों के निकट बिजली कनेक्शनों की रेंडम जांच कराएं। जांच में जो मामले पकड़े जाएं, उसके नुकसान की गणना करने के बाद वेतन से वसूली के लिए अभिलेखों में दर्ज किया जाए।

विदेशी मुद्रा भंडार 12.74 से 609.02 अरब डॉलर

विदेशी मुद्रा भंडार 12.74 से 609.02 अरब डॉलर

अकाशुं उपाध्याय  

नई दिल्ली। विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति, स्वर्ण, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास आरक्षित निधि में वृद्धि होने से 14 जुलाई को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 12.74 अरब डॉलर की रिकॉर्ड बढ़ोतरी लेकर 609.02 अरब डॉलर हो गया जबकि इसके पिछले सप्ताह यह 1.23 अरब डॉलर बढ़कर 596.3 अरब डॉलर रहा था।

रिजर्व बैंक की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, 14 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 11.2 अरब डॉलर की बढ़ोतरी लेकर 540.2 अरब डॉलर पर पहुंच गयी। इसी तरह इस अवधि में स्वर्ण भंडार 1.14 अरब डॉलर बढ़कर 45.2 अरब डॉलर हो गया।

विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) में 25 करोड़ डॉलर का इजाफा हुआ और यह बढ़कर 18.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस अवधि में आईएमएफ के पास आरक्षित निधि 15.8 करोड़ लाख डॉलर की बढ़ोतरी लेकर 5.2 अरब डॉलर हो गई।

पोर्नोग्राफी: 400 से अधिक मामले, 257 अरेस्ट   

पोर्नोग्राफी: 400 से अधिक मामले, 257 अरेस्ट   

नरेश राघानी  

जयपुर। राजस्थान में पिछले चार वर्षों में अश्लील सामग्री (पोर्नोग्राफी) तैयार करने, उसके प्रसारण और भंडारण के 400 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 257 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राज्य के गृह विभाग के अनुसार, 2019 से 2022 तक राजस्थान में दर्ज किए गए कुल मामलों में से सबसे ज्यादा 73 नागौर में, उसके बाद शिक्षा नगरी (एजुकेशन हब) के नाम से मशहूर कोटा में 46 और हनुमानगढ़ जिले में 42 मामले थे। भरतपुर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और बूंदी जिलों में पिछले चार वर्षों में पोर्नोग्राफी का एक भी मामला दर्ज नहीं किया गया।

नागौर में पोर्नोग्राफी से संबंधित मामलों में 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद कोटा में 41 और हनुमानगढ़ में 30, बाड़मेर में 17 और बीकानेर जिले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया। कई मामलों की जांच लंबित है। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने कहा, ‘‘जहां तक बाल पोर्नोग्राफी से संबंधित मामलों का सवाल है तो इंटरनेट सेवा प्रदाताओं पर कार्रवाई की गई है और कई वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया गया है।’’

उन्होंने बताया कि विभाग बाल पोर्नोग्राफी और साइबर अपराधों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सरकारी और निजी कॉलेजों में विभिन्न अभियान भी चला रहा है। राजस्थान के गृह विभाग द्वारा राज्य विधानसभा में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) द्वारा सर्च इंजन पर अपलोड की गई चाइल्ड पोर्न वेबसाइट की खोज कर सभी इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को भारतीय प्रौद्योगिकह अधिनियम की धाराओं के तहत नोटिस भेजकर 107 वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया गया।

जुलाई में राजस्थान के डूंगरपुर जिले में एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य को पोर्नोग्राफी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। आरोपी प्रधानाचार्य रमेश चंद्र कटारा ने कहा था कि वह अश्लील फिल्में देखने का आदी था और इन्हें देखने के बाद लड़कियों का यौन शोषण करता था। उसने कथित तौर पर छह नाबालिग स्कूली छात्राओं से दुष्कर्म किया था।

जयपुर में बाल पोर्नोग्राफी देखने और उसे साझा करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। आईटी कानू और पॉक्सो (बाल यौन अपराध संरक्षण) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत सिराजुद्दीन, मोहम्मद रफी और अखलाक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्रारंभिक जांच में पता चला कि तीनों आरोपी न सिर्फ बाल पोर्नोग्राफी देखते थे बल्कि उसे सोशल मीडिया मंचों पर साझा भी करते थे।

आशिक से मिलने के लिए पूरे गांव की बत्ती गुल 

आशिक से मिलने के लिए पूरे गांव की बत्ती गुल   

अविनाश श्रीवास्तव  

बेतिया। इश्क अंधा होता है, ये कहावत तो बहुत पहले से चली आ रही है, लेकिन आपने कभी ये सुना है कि कोई अपने प्यार के लिए पूरे गांव में अंधेरा भी कर सकता है। सुनकर हैरानी भरा जरूर लगता है, लेकिन बिहार के बेतिया में कुछ ऐसा ही देखने को मिला है।

बता दें यहां एक लड़की पर प्यार की ऐसी धुन सवार हुई कि अपने प्रेमी से मिलने के लिए वह पूरे गांव की बिजली ही काट देती थी। वहीं जैसे ही गांव में अंधेरा हो जाता तो वह झट से अपने प्रेमी से मिलने पहुंच जाती, लेकिन एक दिन गांव के लोगों को इसकी भनक लग गई और उन्होंने एक रात दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद उनकी पिटाई कर दी गई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

बताया गया है कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग कई दिनों से चल रहा था। दिन में गांव की मर्यादाओं के चलते ये मिल नहीं पाते थे। तो इसके चलते इन्होंने अंधेरे में मिलने का प्लान बनाया। इसके बाद गांव में जिस ट्रांसफॉर्मर से बिजली की सप्लाई होती थी। प्रेमिका अपने प्रेमी से कहकर बिजली कटवा देती थी। प्रेमी ट्रांसफॉर्मर में लगे एबी एयर ब्रेक स्विच स्विच को नीचे गिरा देता था। जिससे लाइट कट जाती थी। इसके बाद दोनों एकांत जगह पर जाकर अंधेरे का लाभ उठाते हुए एक दूसरे से मिलने पहुंच जाते थे। वहीं एक रात दोनों को ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ लिया।

वहीं ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रेमी समेत तीन युवकों को हिरासत में ले लिया। युवकों को हिरासत में लिए जाने के बाद दोनों पक्ष के लोग थाने पहुंच गए। प्रेमी और प्रेमिका के परिजनों ने थाने में दोनों की शादी करने पर सहमति जता दी है। पुलिस ने बॉन्ड बनाने के बाद हिरासत में लिए गए युवकों को छोड़ दिया है।

यमुना का जलस्तर बढ़ा, खतरे का निशान पार 

यमुना का जलस्तर बढ़ा, खतरे का निशान पार  

दीपक राणा  

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर रविवार को एक बार फिर खतरे के निशान के पार चला गया। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। अधिकारियों ने कहा कि नदी के जलस्तर में वृद्धि से राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में राहत एवं पुनर्वास के काम पर असर पड़ सकता है। 

राजस्व मंत्री आतिशी ने शनिवार को कहा था कि हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ के खतरे के मद्देनजर दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है। उन्होंने आशंका जताई थी कि अगर जलस्तर 206.7 मीटर तक पहुंचता है, तो यमुना खादर के कुछ हिस्से जलमग्न हो सकते हैं। यमुना का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से 205.33 मीटर के खतरे के निशान के आसपास है। 13 जुलाई को यह रिकॉर्ड 208.66 मीटर पर पहुंच गया था। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, यमुना का जलस्तर शनिवार रात 10 बजे 205.02 मीटर से बढ़कर रविवार सुबह नौ बजे 205.96 मीटर पर पहुंच गया और इसके शाम चार बजे तक 206.7 मीटर तक पहुंचने की संभावना है। 

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के मुताबिक, यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में जल प्रवाह की दर शनिवार सुबह नौ बजे एक लाख के आंकड़े के पार चली गई और सुबह 10 बजे से शाम चार बजे के बीच दो लाख से 2.5 लाख क्यूसेक के बीच रही। इसके बाद से जल प्रवाह की दर 1.5 लाख क्यूसेक से दो लाख क्यूसेक के बीच है। ‘साउथ एशिया नेटवर्क ऑन डैम्स, रिवर्स एंड पीपुल’ के सहायक समन्वयक भीम सिंह रावत ने कहा, इस मात्रा में पानी होने से राष्ट्रीय राजधानी में मध्यम दर्जे की बाढ़ का जोखिम पैदा होता है, जो जुलाई के दूसरे सप्ताह में आई बाढ़ से अब भी उबर रही है। 

उन्होंने कहा, दूसरी बार बाढ़ आने से यमुना नदी दिल्ली में अपने ज्यादातर मैदानी हिस्सों तक फैल सकती है। दिल्ली सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के ऊपरी हिस्सों में भारी बारिश से निचले इलाकों में प्रभावित परिवारों के पुनर्वास पर असर पड़ेगा और उन्हें लंबे समय तक राहत शिविरों में रहना पड़ सकता है। इससे शहर में जल आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है, जो वजीराबाद पंप हाउस में बाढ़ के कारण चार-पांच दिन तक प्रभावित रही थी और मंगलवार को ही जल आपूर्ति सामान्य हो पाई। पंप हाउस वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला शोधन संयंत्र में अशोधित जल की आपूर्ति करता है। ये संयंत्र शहर को करीब 25 फीसदी जल की आपूर्ति करते हैं।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...