रविवार, 23 जुलाई 2023

यमुना का जलस्तर बढ़ा, खतरे का निशान पार 

यमुना का जलस्तर बढ़ा, खतरे का निशान पार  

दीपक राणा  

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर रविवार को एक बार फिर खतरे के निशान के पार चला गया। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। अधिकारियों ने कहा कि नदी के जलस्तर में वृद्धि से राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में राहत एवं पुनर्वास के काम पर असर पड़ सकता है। 

राजस्व मंत्री आतिशी ने शनिवार को कहा था कि हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ के खतरे के मद्देनजर दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है। उन्होंने आशंका जताई थी कि अगर जलस्तर 206.7 मीटर तक पहुंचता है, तो यमुना खादर के कुछ हिस्से जलमग्न हो सकते हैं। यमुना का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से 205.33 मीटर के खतरे के निशान के आसपास है। 13 जुलाई को यह रिकॉर्ड 208.66 मीटर पर पहुंच गया था। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, यमुना का जलस्तर शनिवार रात 10 बजे 205.02 मीटर से बढ़कर रविवार सुबह नौ बजे 205.96 मीटर पर पहुंच गया और इसके शाम चार बजे तक 206.7 मीटर तक पहुंचने की संभावना है। 

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के मुताबिक, यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में जल प्रवाह की दर शनिवार सुबह नौ बजे एक लाख के आंकड़े के पार चली गई और सुबह 10 बजे से शाम चार बजे के बीच दो लाख से 2.5 लाख क्यूसेक के बीच रही। इसके बाद से जल प्रवाह की दर 1.5 लाख क्यूसेक से दो लाख क्यूसेक के बीच है। ‘साउथ एशिया नेटवर्क ऑन डैम्स, रिवर्स एंड पीपुल’ के सहायक समन्वयक भीम सिंह रावत ने कहा, इस मात्रा में पानी होने से राष्ट्रीय राजधानी में मध्यम दर्जे की बाढ़ का जोखिम पैदा होता है, जो जुलाई के दूसरे सप्ताह में आई बाढ़ से अब भी उबर रही है। 

उन्होंने कहा, दूसरी बार बाढ़ आने से यमुना नदी दिल्ली में अपने ज्यादातर मैदानी हिस्सों तक फैल सकती है। दिल्ली सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के ऊपरी हिस्सों में भारी बारिश से निचले इलाकों में प्रभावित परिवारों के पुनर्वास पर असर पड़ेगा और उन्हें लंबे समय तक राहत शिविरों में रहना पड़ सकता है। इससे शहर में जल आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है, जो वजीराबाद पंप हाउस में बाढ़ के कारण चार-पांच दिन तक प्रभावित रही थी और मंगलवार को ही जल आपूर्ति सामान्य हो पाई। पंप हाउस वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला शोधन संयंत्र में अशोधित जल की आपूर्ति करता है। ये संयंत्र शहर को करीब 25 फीसदी जल की आपूर्ति करते हैं।

उतार-चढ़ाव के बाद 'रिश्ता' संभाल कर रखें 

उतार-चढ़ाव के बाद 'रिश्ता' संभाल कर रखें   

कविता गर्ग

रिलेशनशिप में प्यार का रहना बहुत जरूरी होता है। प्यार से ही रिश्ता मजबूत होता है और एक लंबे समय तक चलता है। वहीं ज्यादातर मामलों में ये देखने को मिलता है कि शुरुआत में तो लोग पार्टनर को बहुत ज्यादा तवज्जो देते हैं, लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीतते जाता है, प्यार, रोमांस सब कम होने लग जाता है। 

इस दौरान छोटी-मोटी नोक-झोंक बड़ी-बड़ी लड़ाईयों में बदलने लगती है और ऐसी बहसबाजी शुरू हो जाती है कि आखिर में बातचीत ही बंद करना पड़ जाता है और एक वक्त के बाद अलग होना ही सबसे आसान उपाय समझ में आता है। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो कर आप अपने रिश्ते में उतार-चढ़ाव के बाद भी उसे संभालकर रख सकते हैं। 

एक-दूसरे को वक्त देना है जरूरी

पहले-पहले प्यार में एक-दूसरे के साथ वक्त बिताना बहुत अच्छा लगता है। कब कई घंटे बीत जाते हैं, पता ही नहीं चलता, लेकिन जैसे-जैसे वक्त गुजरता जाता है लोग अपने पार्टनर को थोड़ा फॉर ग्रांटेड लेने लग जाते हैं। उन्हें लगता है कि पुराने होते रिश्ते को ज्यादा वक्त देना जरूरी नहीं होता, जो गलत है। दरअसल जब हम पार्टनर के साथ टाइम स्पेंड करना कम कर देते हैं, तो ये दूरियां बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं, जो तनाव की वजह बन जाती हैं। ऐसे में अपने बिजी शेड्यूल से पार्टनर के लिए थोड़ा टाइम जरूर निकालें और उनसे वो बातें करें जो तनाव दूर करने का काम करती हैं। 

झगड़ा होने पर न हों दूर

बता दें हर कपल के बीच झगड़ा होना आम बात है, लेकिन इसे लेकर बातचीत बंद कर देना सबसे बड़ी गलती होती है। जबकि सही तरीका होता है कि अपनी गलती मान लें और सॉरी बोलकर झगड़ा निपटाएं। बातचीत करने का मूड नहीं, तो कोशिश करें कि साथ में खाना जरूर खाएं। इससे झगड़ा जल्दी खत्म हो सकता है।

किसी और का गुस्सा पार्टनर पर न निकालें

अक्सर ये देखा गया है कि कई लोगों की आदत होती है कि वो किसी और का गुस्सा किसी और पर निकालते हैं खासकर पति-पत्नी के बीच तो यह और ज्यादा देखने को मिलता है। कई बार तो यह भी होता है कि पार्टनर ऑफिस की टेंशन घर पर निकालते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो यकीन मानिए यह आपकी रिलेशनशिप को खराब कर सकता है।

शिमला: धमाके की जांच के लिए एनएसजी पहुंचे 

शिमला: धमाके की जांच के लिए एनएसजी पहुंचे 

नितिश पठानिया

शिमला। राजधानी शिमला के मिडल बाजार में बीते मंगलवार को शिवमंदिर के समीप हिमाचली रसोई रेस्तरां के अंदर हुए धमाके के मामले में रविवार को एनएसजी कमांडो डॉग स्क्वॉयड के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। टीम ने धमाके की जद में आए क्षेत्र को सील कर साक्ष्य जुटाए। डॉग स्क्वॉयड के साथ एनएसजी कमांडो।

धमाके से प्रभावित क्षेत्र और पूरे माल रोड को सील कर दिया गया है। एनएसजी कमांडो सुरक्षा पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रहे हैं। डॉग स्क्वॉयड भी प्रभावित क्षेत्र में छानबीन कर रहा। स्थानीय पुलिस भी इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।

बता दें कि यह धमाका 18 जुलाई की शाम 7 बजकर 12 मिनट पर हुआ था। इस धमाके में एक कारोबारी अवनीश सूद की मौत हो गई थी, जबकि 13 अन्य घायल हुए थे।

25 को राज्य का सबसे बड़ा रोजगार मेला   

25 को राज्य का सबसे बड़ा रोजगार मेला   

श्रीराम मौर्य 

शिमला। नगरोटा में बाल मेले के उपलक्ष्य पर 25 जुलाई को राज्य का सबसे बड़ा रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा जिसमें 42 के करीब नामी गिरामी कंपनियां 3184 युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाएंगी।

इसमें आठवीं पास, दसवीं तथा जमा दो पास बेरोजगारों के साथ साथ आईटीआई, डिप्लोमा धारकों, स्नातक, स्नातकोत्तर, फार्मा बीटेक,एमबीए, जीएनएम इत्यादि प्रशिक्षितों को रोजगार के अवसर मिलेंगे इस बाबत कंपनियों ने अपनी वैंकसी रिपोर्ट भी भेजी है। यह जानकारी पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने देते हुए बताया कि मेले की तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई हैं।

उन्होंने बताया कि बाल मेले का 25 जुलाई को ले जनरल एसपी सिंह शुभारंभ करेंगे जबकि 26 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल मेगा मेडिकल कैंप तथा पदमश्री ललिता वकील रोजगार मेला में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि 27 जुलाई को बाल मेले के समापन पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु बतौर मुख्यातिथि उपस्थित होंगे।

आरएस बाली ने कहा कि मेले में तीनों दिन लोगों के लिए धाम का आयोजन भी किया जाएगा जबकि बच्चों के लिए आईसक्रीम, जलेबियां तथा विभिन्न पकवान भी तैयार किए जाएंगे इसके साथ ही निशुल्क झूले भी स्थापित किए जाएंगे ताकि बच्चों का भरपूर मनोरंजन हो सके। उन्होंने कहा कि नगरोटा के विकास पुरूष जीएस बाली हमेशा लोगों के दिलों में बसते हैं तथा इस बाल मेले की शुरूआत जीएस बाली ने ही की थी इसी पंरपरा को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

आरएस बाली ने कहा कि गत वर्ष संघर्ष रोजगार यात्रा 27 जुलाई को नगरोटा से आरंभ की गई थी तथा पूरे प्रदेश भर के युवाओं को इसके साथ जोड़ा गया था।

उसी संघर्ष यात्रा के दौरान युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने का संकल्प लिया था तथा इसी दिशा में पहला विशाल रोजगार मेला नगरोटा में आयोजित किया जा रहा है ताकि युवाओं को घर द्वार पर रोजगार उपलब्ध करवाने की दिशा में आगे बढ सकें।

आरएस बाली ने कहा कि बाल मेले के दौरान मेडिकल कैंप का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सक निशुल्क तौर पर रोगियों का चेकअप करेंगे तथा साथ ही दवाइयां तथा टेस्ट भी निशुल्क किए जाएंगे।

मौसा ने की दरिंदगी, मौसी बनाती रही वीडियो 

मौसा ने की दरिंदगी, मौसी बनाती रही वीडियो 

आदर्श श्रीवास्तव  

एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। थाना मिरहची क्षेत्र के गांव की युवती से रिश्ते के मौसा ने दुष्कर्म किया। वहीं हैरानी की बात तो ये है कि मौसी ने इसका वीडियो बनाया। इसके बाद युवती को ब्लैकमेल किया गया। युवती से दो प्लॉट मौसा और मौसी ने अपने नाम करा लिए। युवती ने अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर दंपती सहित पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

युवती का आरोप है कि 10 जून को रिश्ते की मौसी रजनी ने शीतल पेय में नशीला पदार्थ देकर अपने पति विनोद कुमार से दुष्कर्म कराया। इसका वीडियो भी बना लिया। इसके बाद मौसी ने ब्लैकमेल किया और मेरे नाम के दो प्लॉट अपने नाम करा लिए। इस साजिश में साधना, शिल्पी और अंजू भी शामिल रहीं। युवती का कहना है कि 10 जून से लेकर 13 जुलाई तक विनोद ने कई बार दुष्कर्म किया है।

थाना प्रभारी सुभाष बाबू ने बताया कि समाधान दिवस में युवती ने शिकायती प्रार्थना पत्र डीएम व एसएसपी को दिया था। इसके बाद मामले का संज्ञान लिया गया और मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि युवती अपने माता-पिता की अकेली संतान है। उसकी संपत्ति हड़पने के लिए मौसी ने अपने पति से दुष्कर्म की वारदात कराई और उसको पत्नी के रूप में रखने की इजाजत भी दी। युवती ब्लैकमेल कर दो प्लॉट हड़पने का आरोप लगा रही है। सभी आरोपों की गंभीरता से जांच की जा रही है।

सरधना थाने में शॉर्ट सर्किट से लगी भीषण आग 

सरधना थाने में शॉर्ट सर्किट से लगी भीषण आग  

सत्येंद्र पंवार  

मेरठ। मेरठ के सरधना थाने में शनिवार शाम करीब सात बजे शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग की चपेट में आने से थाने की मेस में रखे कई गैस सिलिंडर धमाके के साथ फट गए। इससे आग ने विकराल रूप ले लिया। आग की चपेट में आने से दो पुलिसकर्मी झुलस गए। 20 से अधिक वाहन जलकर राख हो गए। साइबर सेल और मालखाने में रखा रिकॉर्ड भी खाक हो गया। आधे घंटे बाद पहुंची दमकल की दो गाड़ियां दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा सकीं। झुलसे पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सरधना थाने में जिस वक्त आग लगी, उस वक्त मेस में फालोवर माया खाना बना रही थी। गैस पर सब्जी चढ़ाकर वह मेस के बाहर आ गई। इसी दौरान वहां पर बिजली के बोर्ड में स्पार्किंग के कारण आग लग गई। आग गैस सिलिंडर तक पहुंच गई। सिंलिंडर फटने से पूरा मेस आग की चपेट में आ गया। मेस में रखे एक के बाद एक कई सिलिंडर आग के संपर्क में आने से फट गए।

इसके बाद आग विकराल रूप से पूरे परिसर में फैल गई। साइबर सेल और मालखाने तक पहुंच गई। वहां पर रखे असलहे व अन्य रिकार्ड जल गए। मालखाने के इंचार्ज मुंशी हेमेंद्र, साइबर सेल से सिपाही सुमित राजौरा और पहरा दे रहे सिपाही केशव अत्री आग की चपेट में आ गए।

साइबर सेल के बाहर खड़े मुकदमों से संबंधित दोपहिया वाहनों तक आग पहुंच गई। कई वाहनों में भी तेज धमाकों के साथ आग फैल गई। तब तक वहां जुटे पुलिसकर्मियों और आसपास के लोगों ने कुछ वाहनों को हटाया। आग लगने के तुरंत बाद दमकल को सूचना दी गई।

आधे घंटे बाद पहुंची दमकल ने तत्काल आग बुझाने का काम शुरू किया। तब तक नगर निगम का पानी से भरा एक टैंकर भी धटना स्थल पर पहुंच गया। दो घंटे की मशक्कत के बाद दमकल की दो गाड़ियां आग पर काबू पा सकीं। घटना का पता चलते ही एडीजी राजीव सभरवाल, आईजी नचिकेता झा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण समेत अन्य पुलिस अधिकारी व एसडीएम जागृति अवस्थी मौके पर पहुंचे।

थाने की पहली मंजिल पर स्टाफ के लिए बैरक बनी है। यहां सात-आठ पुलिसकर्मी आराम कर रहे थे। आग की लपटें पहली मंजिल तक पहुंची तो उनकी नींद खुली। उन्होंने छत से कूदकर अपनी जान बचाई।

आरएलडी के 4 बड़े नेता भाजपा में शामिल होंगे 

आरएलडी के 4 बड़े नेता भाजपा में शामिल होंगे   

हरिओम उपाध्याय  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार अपने कुनबे को मजबूत कर रही बीजेपी एक और दांव खेलने जा रही है, जिसमें अब पार्टी के नए सदस्य के तौर पर 4 नए चेहरे बहुत जल्द पार्टी का दामन थामने जा रहे हैं। इससे पहले ओपी राजभर ने एनडीए को ज्वाइन किया, फिर दारा सिंह चौहान पार्टी की सदस्यता लेकर वापसी कर चुके हैं। इस लिस्ट में अब विपक्ष के चार और नाम जुड़ने जा रहे हैं, जिनको लेकर पार्टी सूत्रों का दावा है कि आने वाली 24 जुलाई को यह पार्टी का दामन थाम सकेंगे।

इस लिस्ट में नाम समाजवादी पार्टी और आरएलडी के गठबंधन के नेताओं का है। सूत्रों के मुताबिक साहब सिंह सैनी, सुषमा पटेल, राजपाल सैनी और जगदीश सोनकर बहुत जल्द बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे साहब सिंह सैनी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आते हैं और इनको लेकर के बीजेपी में पहले ही चर्चा जोरों पर थी। माना जा रहा है कि वह अगले हफ्ते बीजेपी का दामन थाने जा रहे हैं। इसको लेकर उन्होंने तैयारी भी शुरू कर दी है।

बीजेपी की सेंधमारी सपा के सहयोगी दल आरएलडी में भी शुरू हो चुकी है। इस कड़ी में दूसरा नाम आरएलडी नेता और बसपा से सांसद रहे राजपाल सैनी का है। सैनी 2022 मैं आरएलडी के सिंबल पर खतौनी विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। दोनों ही नेता पिछड़ी बिरादरी से आते हैं। ऐसे में पिछड़ों को साधने की कवायद में पहले से ही बीजेपी इन बिरादरी के नेताओं को तवज्जो दे रही है। इसमें यह दो नए नाम जुड़ने जा रहे हैं, जिसका फायदा उसे पश्चिमी यूपी में मिलेगा।

वहीं दूसरी तरफ इस कड़ी में तीसरा नाम सुषमा पटेल का है, जो समाजवादी पार्टी से आती हैं। इन्होंने 2022 में ही जौनपुर की मड़ियाओं सीट से सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा था। जौनपुर की मुंगरा बादशाहपुर से बसपा की विधायक रहीं सुषमा पटेल इससे पहले बसपा की नेता थीं। उन्होंने 2020 में हुए राज्यसभा चुनाव में बसपा की बगावत के बाद समाजवादी पार्टी का दामन थामा था। पूर्वांचल में कुर्मी वोट को साधने के लिए पटेल की बीजेपी में मौजूदगी उसे और मजबूत करेगी। 2019 में जौनपुर सीट पर बीजेपी को हार का सामना भी करना पड़ा था।

पिछड़ों के बाद बीजेपी की अगली कोशिश दलित बिरादरी में भी पैठ बनाने की है। इसके लिए पार्टी में सपा नेता जगदीश सोनकर के शामिल होने की चर्चा जोरों पर हैं। जौनपुर से चार बार विधायक रहे सपा नेता जगदीश सोनकर 2017 में मछली शहर से विधायक थे। वहीं 2022 के चुनाव में भी सोनकर को टिकट तो मिला था लेकिन ऐन मौके पर उनका टिकट काट के रागिनी सोनकर को दे दिया गया। इसके बाद से जगदीश सोनकर लगाता नाराज चल रहे थे और अब बीजेपी में उनकी नई पारी की शुरुआत होने की चर्चा जोरों पर है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक आने वाली 24 जुलाई को सभी नेता पार्टी का दामन थामेंगे। इनके साथ बाकी अन्य दलों के नेता भी पार्टी में शामिल होंगे।

गौरतलब है कि बीजेपी लगातार उत्तर प्रदेश में अपनी पैठ मजबूत कर रही है और खास तौर पर पिछड़ा और दलित नेताओं पर पार्टी की नजर है। इन सीटों पर पार्टी पिछले चुनाव में कम मार्जिन से हारी, वहां पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश के आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जातिगत समीकरणों को साधते हुए भी दूसरे दलों के कद्दावर नेताओं को लगातार पार्टी से जोड़ा जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ लखनऊ में शनिवार को बीजेपी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष के लखनऊ दौरे के दौरान उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी कहा कि आने वाले समय में पार्टी विचारधारा के साथ जो लोग जुड़ना चाहते हैं, वह पार्टी में दिखाई देंगे। जहां तक जॉइनिंग की बात है तो इसका फैसला केंद्रीय नतृत्व करता है लेकिन प्रदेश के सभी नेताओं का पार्टी में स्वागत है जो योगी और मोदी के काम करने के तरीके के साथ बीजेपी की किताब विचारधारा के साथ जुड़ना चाहते हैं।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...