शनिवार, 22 जुलाई 2023

उत्तराखंड-हिमाचल में 4 स्थानों पर बादल फटा 

उत्तराखंड-हिमाचल में 4 स्थानों पर बादल फटा   

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। उत्तर भारत की बात की जाए तो पहाड़ों में भी लगातार मौसम खराब हो रहा है। उत्तराखंड और हिमाचल में शुक्रवार को 4 स्थानों पर बादल फटने के कारण संपत्ति को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है। हिमाचल में 3 स्थानों पर बादल फटने की खबर थी, वहीं उत्तराखंड में पौड़ी के थलीसैंण में बादल फटने से आए मलबे की चपेट में आकर गौशाला और 8 छोटी पुलिया बह गई।

उत्तराखंड में भूस्खलन के बाद यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। यमुनोत्री और बद्रीनाथ मार्ग कई घंटे बंद रहा। मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल यमुनोत्री में 200 से ज्यादा तीर्थ यात्री अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए हैं। 200 से अधिक गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा हुआ है।

कटरा में माता वैष्णो देवी के महत्वपूर्ण बैटरी कार मार्ग पर तड़के फिर भूस्खलन हुआ। 40 से 50 फीट मार्ग क्षतिग्रस्त होने से इसे श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। मौसम विभाग ने 25 जुलाई तक मौसम के मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावना जताई है।

मौसम विभाग के मुताबिक, देश के तटीय राज्यों में शनिवार को भी भारी बारिश देखने का मिल सकती है। ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और कर्नाटक के तटीय तटों पर अगले कुछ दिन भारी बारिश की आशंका जताई गई है। पहाड़ी राज्यों में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। तीर्थयात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

पोल्ट्री हाउस गिरा, भारी नुकसान: बरसात  

पोल्ट्री हाउस गिरा, भारी नुकसान: बरसात  

अमित शर्मा  

जालंधर। महानगर में सुबह से हो रही तेज बारिश के कारण हादसों के मामले सामने आ रहे है। कुछ ही समय पहले सोढल मंदिर की दीवार गिरने का मामला सामने आया था। वहीं नुस्सी गांव में पोल्ट्री फार्म गिरने का मामला सामने आया है। मामले की जानकारी देते हुए पोल्ट्री फार्म के मालिक मंदीप ने बताया कि बारिश के कारण तीन मंजिल दीवार गिर गई।

इस हादसे में भारी नुकसान हुआ है। एंनकाउंटर न्यूज को जानकारी देते हुए मंदीप ने बताया इस घटना के दौरान ढाई से 3 हजार मुर्गियां मर गई। वहीं हादसे में उनका 25 से 30 लाख शेड का और 5 लाख रुपए का मुर्गियां मरने से नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री फार्म में पक्की शेड डालने के बावजूद उनका भारी नुकसान हुआ है।

गाजियाबाद कार्यालय पर 'ईओ' का घेराव किया 

गाजियाबाद कार्यालय पर 'ईओ' का घेराव किया 

अश्वनी उपाध्याय 

गाजियाबाद। शनिवार को श्री राजीव पहिवाल प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भरतीय निगम मज़दूर अधिकार यूनियन रजि. ( उ. प्र.) जी के नेतृत्व में सैकड़ो सफ़ाई कर्मचारी ने नगर पालिका परिषद लोनी ग़ाज़ियाबाद कार्यालय पर पहुँच कर अधिशासी अधिकारी का घेराव किया।

सफ़ाई कर्मचारियों का कहना है, कि इस महीने की 22 तारीख हो गयी है, मगर अभी तक सेलरी नहीं मिल पाई है।इसी बात से आक्रोशित हो कर  नगर पालिका का घेराव किया। अधिशासी अधिकारी जी ने सोमवार तक सैलरी देने का आश्वासन दिया है।

जिसपर पहिवाल ने कहा है, अगर सोमवार को सैलरी नहीं मिली तो कर्मचारी काम बंद कर सड़को पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे, तथा इसकी पूरी ज़िम्मेदारी चेयरमैन लोनी नगर पालिका परिषद एवं प्रशाशन की होगी‌।

विपक्ष के सवालों से भाग रही सरकार: कांग्रेस 

विपक्ष के सवालों से भाग रही सरकार: कांग्रेस 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि मणिपुर को लेकर मोदी सरकार राजनीति कर रही है और इस मुद्दे पर विपक्ष के सवालों से भाग रही है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में मणिपुर को लेकर जवाब देने से बच रहे हैं। कांग्रेस नेता श्रीमती रंजीत रंजन ने शनिवार को यहां पत्रकारों से कहा कि लगभग तीन महीने से मणिपुर जल रहा है।

महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं और शर्मनाक घटनाएं वहां हुई है लेकिन श्री मोदी ने संसद की बजाय संसद के बहार इस मुद्दे पर बयान दिया है और उसमें भी राजस्थान तथा छत्तीसगढ़ जैसे कांग्रेस शासित राज्यों का नाम लेकर राजनीति की है। सरकार सदन के भीतर नहीं बल्कि बाहर बोलती है और अब बाल विकास तथा महिला कल्याण मंत्री ने इस पर बयान दिया है। केंद्रीय मंत्री को घेरते हुए उन्होंने कहा,"जब भी मोदी सरकार डरती है, अपने मंत्रियों को बिल से बाहर निकालती है। ये एक भगोड़ी सरकार है जो विपक्ष से डरती है, सदन में आने से डरती है और सवालों से बचती है। हम चाहते हैं कि श्री मोदी सदन में आएं और मणिपुर में हो रही हिंसा पर चर्चा हो।" उन्होंने कहा,"मणिपुर के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि वायरल वीडियो में जिस तरह महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हुआ है, वैसी राज्य में सैकड़ों घटनाएं हुई हैं और कई प्राथमिकताएँ दर्ज हैं। क्या इसकी जानकारी प्रधानमंत्री को नहीं होगी।

जहां हिंसा हो रही है, वह अंतरराष्ट्रीय सीमा वाला इलाका है, तो क्या सरकार को सदन में इस बारे में जवाब नहीं देना चाहिए।" इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "मुझे अफसोस है क‍ि मण‍िपुर जल रहा है। क‍ितने लोग मारे गए क‍िसी को पता नहीं। मण‍िपुर के मुख्‍यमंत्री कह रहे- वहां ऐसी सैकड़ों घटनाएं हुई हैं।

मोदी जी खुद मणि‍पुर नहीं जाते लेक‍िन मीट‍िंग बुला सकते थे। रोज पता कर सकते थे, कंट्रोल कैसे होगा इस पर बात हो सकती थी। इसकी जगह प्रधानमंत्री चुनाव के ल‍िए कर्नाटक, राजस्‍थान, छत्‍तीसगढ़ घूम रहे हैं। प्रधानमंत्री पद की एक गर‍िमा होती है, हमारे प्रधानमंत्री दुन‍िया भर में जा रहे हैं लेक‍िन मण‍िपुर नहीं जा रहे।

बारिश: हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर बढ़ा 

बारिश: हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर बढ़ा 

अमित शर्मा 

चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में गत 24 घंटे से हो रही बारिश की वजह से शनिवार को हथिनीकुंड बैराज के जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जलसंग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश की वजह ये यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में शनिवार सुबह आठ बजे जल प्रवाह दर 87,177 क्यूसेक था जो दोपहर 12 बजे बढ़कर 2,40,832 क्यूसेक के स्तर पर पहुंच गया।

मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटे की अवधि में हरियाणा के अंबाला में 14.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि रोहतक और कुरुक्षेत्र में क्रमश: 14.2 मिमी और 12 मिमी बारिश हुई।

मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा के पंचकूला में सबसे अधिक 71.5 मिलीमीटर बारिश इस अवधि में हुई। पड़ोसी पंजाब में रूपनगर का वह स्थान रहा जहां सबसे अधिक 34 मिमी बारिश दर्ज की गई। राज्य के अमृतसर, गुरदासपुर और फतेहगढ़ में क्रमश: 32.6 मिमी, 32.8 मिमी और 25.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने बताया कि दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में गत 24 घंटे के दौरान 53 मिमी बारिश हुई।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-280, (वर्ष-06) पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. रविवार, जुलाई 23, 2023

3. शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:14, सूर्यास्त: 07:10। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 26 डी.सै., अधिकतम- 39+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 21 जुलाई 2023

प्यार की परिभाषा   'संपादकीय'

प्यार की परिभाषा   'संपादकीय'

अब सीमा के पास घुटन भरे जीवन के अलावा कोई रास्ता शेष नहीं रह गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी जांच में जुट गई है। हिंदुस्तान-पाकिस्तान के तनावपूर्ण संबंधों में सीमा और तनाव बढ़ाने का काम पहले ही कर चुकी है। अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने से आशंकाओं का दायरा भी बढ़ गया है। 

परंतु जिस धैर्य और विश्वास पूर्ण सहजता से सीमा पत्रकारों से बात करती है। उनके सवालों का रटा-रटाया या सही सही जवाब देती है। इसके कारण दूसरे पहलू पर भी गौर करने की आवश्यकता है। कहा जाता है कि प्रेम मर्यादाओं के बंधन से मुक्त होता है, जिसकी कोई उम्र नहीं होती है, कोई मापदंड या पैमाना भी नहीं होता है। प्यार में उत्पन्न भावनाओं को बांधकर रखने वाले किसी पिंजरे का भी अभी तक अविष्कार नहीं हुआ है। प्यार में लोग कातिल हो गए हैं, प्यार में लोग फना हुए हैं। धरती पर तो ऐसी कोई जगह नहीं है जहां प्यार नहीं है। प्यार है तो कहानियां और किस्से भी बहुत है। आए दिन हम रूबरू होते हैं कि पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। पति ने प्रेमिका के लिए पत्नी की हत्या कर दी। चार बच्चों की मां, 6 बच्चों के मां-बाप, 45-50 साल की औरत या आदमी किसी के साथ चली गईं अथवा लेकर भाग गया ? युवा वर्ग की तो बात छोड़िए, केवल बालिग होने का इंतजार करते हैं फिर वह किसी के बाप की नहीं सुनते हैं। बल्कि यहां तक कहा गया है कि 'प्यार की कोई परिभाषा ही नहीं होती' है।

सीमा के कथन के अनुसार सीमा की कहानी रोमांच तो उत्पन्न करती ही है, साथ ही साथ सोचने के लिए विवश भी करती है। सीमा का आत्मविश्वास जांच एजेंसियों के लिए चुनौती बना हुआ है। यदि सीमा के इस नाटक के पीछे भारत विरोधी सोच अथवा गतिविधियों में संलिप्त है तो उसे अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत दंडित किया जाना चाहिए। परंतु यदि सीमा अपने प्यार को पाने के लिए यह सब कर रही है, तब उसकी हिम्मत की दाद देनी चाहिए। परस्पर एक-दूसरे के विरोधी दो देशों के बीच संबधो को दरकिनार कर, अपनी जान हथेली पर रखकर, दुस्सह रास्ते पर, भयानक झंझावतों को भेदकर, अपने प्यार तक पहुंचने में कितनी यातनाओं का सामना किया होगा ? इसका अनुमान लगाना कठिन है। चार बालकों सहित धर्मांतरण करना और 27 वर्षों तक जिन संस्कारों और सभ्यता में रही है, उसे त्याग कर नवीन संस्कार और सभ्यता का वरन करना साहसिक कार्य है।यदि सीमा सच्चे प्यार के वशीभूत सब बंधन, सीमाएं और मर्यादाओं को त्याग कर, अपना प्यार पाना चाहती है, भारत में अपना जीवन व्यतीत करना चाहती है, ऐसी स्थिति में मानवीय आधार पर उसकी सहायता की जानी चाहिए।


राधेश्याम  'निर्भयपुत्र'

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...