शुक्रवार, 21 जुलाई 2023

चेतना देश की सबसे खूबसूरत विवाहित महिला

चेतना देश की सबसे खूबसूरत विवाहित महिला   

दुष्यंत टीकम   

रायपुर। छत्तीसगढ़ की चेतना तिवारी ने जीता मिसेज इंडिया का खिताब,चेतना तिवारी छत्तीसगढ़ की ही नहीं बल्कि देश की सबसे खूबसूरत विवाहित महिला का ख़िताब अपने नाम किया हैं।छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले की बहू और इंदौर शहर की बेटी चेतना जोशी तिवारी ने 29 की उम्र में मिसेज इंडिया 2023 का खिताब जीतकर शहर के साथ ही जिला, प्रदेश व देश को गौरवान्वित किया है। बता दें कि चेतना जोशी तिवारी अब देश की सबसे खूबसूरत विवाहित महिला बन गई हैं। इसके साथ ही चेतना अब देश की सबसे खूबसूरत विवाहित महिला बन गई हैं। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो शहर में आयोजित हुई इस प्रतियोगिता में देशभर से 75 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था.जिसमे चेतना तिवारी ने सभी को पीछे छोड़ते हुए मिसेज इंडिया 2023 का ताज अपने सिर पर सजाया। उनकी इस उपलब्धि से परिवार के साथ ही जिले और प्रदेश में खुशी का माहौल है।

दरअसल चेतना के ससुर राजेश तिवारी ने बताया कि दो साल पहले ही चांपा में निलेश और चेतना का विवाह हुआ था। शादी के बाद भी अपने जज्बे को कायम रखकर चेतना ने यह मुकाम हासिल किया है। चेतना ने कोलंबो में 13 से 19 जुलाई तक आयोजित प्रतियोगिता में अपनी प्रस्तुति दी। मिली जानकारी के मुताबिक चेतना अंतरराष्ट्रीय योग प्रशिक्षक भी हैं। वह श्रीश्री रविशंकर की संस्था आर्ट आफ लिविंग से भी जुड़ी हुई हैं। साथ ही वह आर्ट आफ लिविंग और हैप्पीनेस प्रोग्राम की फैकल्टी को भी प्रशिक्षण देती हैं। 23 को पहुंचेंगी इंदौरचेतना के ससुर राजेश तिवारी ने बताया कि जैसे ही यह उपलब्धि हासिल हुई, व्हाट्सप्प पर उनके बेटे ने कार्यक्रम का लिंक शेयर किया।

पति और तीन बच्चे छोड़ प्रेमी से शादी की

पति और तीन बच्चे छोड़ प्रेमी से शादी की   

नरेश राघानी   

जैसलमेर। एक महिला ने अपने पति और तीन बच्चों को छोड़कर अपने प्रेमी के संग दूसरी शादी कर ली। पिछले 2 साल से वह अपने प्रेमी के संपर्क में थी। पति ने दो बार उसे दूसरे व्यक्ति के साथ पकड़ा। लेकिन परिवार की बदनामी न हो इसलिए समझाइश कर उसे घर ले आया। दो महीने पहले घर से नकदी और गहने लेकर महिला फरार हो गई। पति ने पहले गुमशुदगी दर्ज करवाई और इसके बाद पता चला कि उसने अपने प्रेमी के साथ दूसरी शादी कर ली है।

इसकी रिपोर्ट लिखवाने के लिए पति को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस थाना और उच्चाधिकारियों के कई बार चक्कर लगाए। जब पुलिस ने नहीं सुनी तो न्यायालय की शरण ली। इस्तगासे के आधार पर अब मामला दर्ज हुआ है। मथानिया पुलिस थाने के तिंवरी कस्बे का यह मामला है। इस कस्बे के गवारिया बस्ती के रहने वाले एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि मूल रूप से जैसलमेर जिले के पोकरण की रहने वाली एक महिला से उसकी शादी 2012 में हुई थी। जिससे उसके तीन बच्चे हैं। बच्चों की उम्र 10 साल, 8 साल और 6 साल है। काफी समय तक तो रिश्ते ठीक चले लेकिन 2 साल पहले उसकी पत्नी पोकरण के ही रहने वाले एक व्यक्ति के संपर्क में आई।

अभद्रता के खिलाफ महिला नेताओं के बयान  

अभद्रता के खिलाफ महिला नेताओं के बयान   

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई अभद्रता का वीडियो सामने आने के बाद से देशभर में आक्रोश जारी है। इस मुद्दे पर विपक्ष ने केंद्र और राज्य सरकार को भी जोरदार तरीके से घेरा हुआ है। संसद के दोनों सदन आज भी मणिपुर के मुद्दे पर बाधित रहे। सरकार मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष का हंगामा ही नहीं थम रहा है।

इस बीच, देश की दो प्रमुख महिला नेत्रियों बसपा प्रमुख मायावती और निर्दलीय सांसद नवनीत राणा का महत्वपूर्ण बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने विपक्ष से अपील की है कि महिलाओं की अस्मिता से जुड़े मामले को लेकर राजनीति नहीं की जाये। इन दोनों महिला नेत्रियों की मांग है कि पीड़ितों को राहत और दोषियों को कड़ा दंड दिलाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।

मायावती का बयान  

हम आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मणिपुर में भीड़ द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले को अत्यंत दुखद और शर्मनाक करार देते हुए कहा है कि घटना को लेकर अब जो राजनीति की जा रही है वह भी अनुचित और चिंतनीय है।

बसपा प्रमुख ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘मणिपुर में महिलाओं के साथ भीड़ द्वारा जो दरिंदगी की गई, वह अत्यंत ही दुःखद, शर्मनाक तथा दिल को दहलाने वाली घटना है। राज्य व केन्द्र की सरकार को भी ऐसे आपराधिक तत्वों को इतनी सख्त सज़ा दिलवानी चाहिए कि इस प्रकार के जघन्य अपराध की आगे कहीं भी पुनरावृत्ति ना हो सके।’’

अपने सिलसिलेवार ट्वीट में मायावती ने कहा, ‘‘लेकिन इस घटना को लेकर अब जो राजनीति की जा रही है वह भी अनुचित एवं चिंतनीय। संसद में इस पर जरूर सार्थक चर्चा होनी चाहिए। इस घटना का माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी खुद संज्ञान लिया है, जिसे दबाया नहीं जा सकता है। अर्थात् मणिपुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर सभी को गंभीर होना जरूरी है।’’ 

नवनीत राणा का बयान - दूसरी ओर, महाराष्ट्र की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने भी मणिपुर की घटना पर दुख जताते हुए इस वीडियो की टाइमिंग पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि ‘आखिर संसद सत्र से ठीक एक दिन पहले वीडियो बाहर कैसे आया?’

उन्होंने कहा कि मैं काफी सक्रिय रहती हूँ लेकिन मैंने भी मई की बताई जा रही इस घटना का वीडियो पहले नहीं देखा था। नवनीत राणा ने कहा कि विपक्ष चाहे तो किसी भी बात को मुद्दा बना सकता है इसका उसे अधिकार है। उन्होंने कहा कि मणिपुर पर चर्चा होनी चाहिए लेकिन महिलाओं की अस्मिता से जुड़े मुद्दे को भरी सभा में मत उछालिये।

मणिपुर में अब तक चार गिरफ्तार 

हम आपको यह भी बता दें कि मणिपुर के कांगपोकपी जिले में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने वाली भीड़ में शामिल और एक पीड़िता को घसीटने वाले व्यक्ति सहित चार आरोपियों को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया है।

गुरबाणी के कीर्तन-दर्शन से कोई वंचित ना रहे 

गुरबाणी के कीर्तन-दर्शन से कोई वंचित ना रहे   

अमित शर्मा  

चंडीगढ़। 23 जुलाई के बाद भी गुरबाणी का प्रसारण निजी चैनल पर दिखाए जाने के शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बयान को बाद सीएम भगवंत मान पलटवार किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, हैरानी की बात है कि एसजीपीसी केवल एक निजी चैनल से पवित्र गुरबानी का प्रसारण जारी रखने का अनुरोध कर रही है। अन्य से क्यों नहीं? क्या वे चैनल के माध्यम से एक परिवार को फिर से गुरबानी का अधिकार अनिश्चित काल के लिए देंगे? लालच की भी एक सीमा होती है। 

बता दें कि एसजीपीसी के अध्यक्ष का बयान आया कि 23 जुलाई के बाद भी गुरबाणी का प्रसारण निजी चैनल पर दिखाया जा सकता है। अगले आदेशों तक गुरबानी प्रसारित करने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जल्द ही चैनल को खत लिखने वाली है। इस दौरान एसजीपीसी  यह कदम श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के आदेशों पर उठाने वाली है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- संगत लंबे समय से मांग कर रही थी कि एसजीपीसी को अपना चैनल शुरू करना चाहिए। पिछले दिनों एसजीपीसी ने अपना यूट्यूब चैनल शुरू करने का फैसला किया है, जो बहुत खुशी की बात है।

लेकिन संगत फोन और सोशल मीडिया के माध्यम से श्री अकाल तख्त साहिब से मांग कर रही है कि सभी यूट्यूब के माध्यम से दर्शन व कीर्तन सरवन नहीं कर सकतीं। हर जगह इंटरनेट की सुविधा नहीं है। कई संगत ऐसी हैं जिनके पास न तो स्मार्ट फोन है और न ही स्मार्ट टीवी। जिसके कारण अधिकांश संगत सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन, कीर्तन, गुरबानी पाठ आदि से वंचित रह जाएंगी। इसलिए एसजीपीसी को आदेश दिया है कि वह सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब से यूट्यूब चैनल के साथ-साथ किसी अन्य चैनल के माध्यम से गुरबानी का प्रसारण जारी रखे ताकि कोई भी गुरबानी कीर्तन करने और दर्शन करने से वंचित न रहे। एसजीपीसी और पंजाब सरकार के बीच चल रहे विवाद में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित द्वारा विधानसभा में पास बिल पर अभी तक हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं।

इंटरनेशनल कॉल सेंटर पर रेड, 30 अरेस्ट   

इंटरनेशनल कॉल सेंटर पर रेड, 30 अरेस्ट   

अमित शर्मा  

लुधियाना। जिले में इंटरनेशनल कॉल सेंटर में रेड कर पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए 30 ठगों को गिरफ्तार किया है। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस कमिशनर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य ज्यादातर विदेशी लोगों को अपना शिकार बनाते थे। जिन्हें पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है।

आरोपियों ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए तकनीकी सेवा प्रोवाइडर के रूप में खुद को पेश किया। इन्होंने ने विदेशियों को पैसों के लिए धोखा दिया है। इसमें इस्तेमाल किए गए सभी मोबाइल फोन भी पुलिस ने जब्त कर लिए है। गिरफ्तार किए गए गिरोह के सदस्य मेघालय, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, दिल्ली और पंजाब से हैं। वहीं इस मामले संबंधी जानकारी पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने भी सोशल मीडिया के जरिये दी है।

शून्य से शिखर की यात्रा जैसा जीवनः सीएम योगी

शून्य से शिखर की यात्रा जैसा जीवनः सीएम योगी 

 पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन की तीसरी पुण्यतिथि पर सीएम योगी ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

सीएम बोले- अपने अनुभव और योग्यता से उन्होंने जहां भी कार्य किया वो उल्लेखनीय और अनुकरणीय है 

हरिओम उपाध्याय 

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ में भाजपा के वरिष्ठ नेता, स्थानीय विधायक, सांसद और बिहार व मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के राज्यपाल रहे लालजी टंडन की तीसरी पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लालजी टंडन ने लखनऊ में श्रद्धेय अटल जी की विरासत को आगे बढ़ाने का कार्य किया था। उनकी स्मृतियों को हम सब नमन करते हैं। उनकी यात्रा वास्तव में शून्य से शिखर की यात्रा रही।

एक सामान्य कार्यकर्ता, पार्षद, विधायक, विधान परिषद सदस्य, प्रदेश सरकार में मंत्री, सांसद और बिहार व मध्य प्रदेश में राज्यपाल के रूप में उन्होंने अपने अनुभव और योग्यता का परिचय देकर जो लाभ प्रदेश और उन सभी राज्यों को दिया वह उल्लेखनीय है और व्यवस्था के लिए एक उदाहरण भी है। लखनऊ के साथ उनका एक आत्मीय संबंध था, जिसे यहां लोग आज भी स्मरण करते हैं।  हर जाति, मत, मजहब के लोगों के साथ उनका संवाद और प्यार व सम्मान अद्भुत है। आज वो हमारे बीच में नहीं हैं। उनकी तीसरी पुण्यतिथि पर प्रदेश शासन की ओर से उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस अवसर पर सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत भाजपा के वरिष्ठ नेता भी सम्मिलित रहे।

अदालत तक पहुंचेगी सारस व आरिफ की दोस्ती

अदालत तक पहुंचेगी सारस व आरिफ की दोस्ती   

संदीप मिश्रा  

कानपुर। आरिफ और सारस की दोस्ती के किस्से अब उत्तर प्रदेश या देश में नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच चुके हैं। जहां एक ओर आरिफ सारस के बिना नहीं रह सकता तो वहीं सारस ने भी अपने प्यार और दोस्ती का इजहार कई बार किया है। हालांकि, इस दोस्ती के बीच वन विभाग बार-बार आड़े आ रहा है। ऐसे में आरिफ सारस की दोस्ती जल्द ही अदालत के दरवाजे तक पहुंच सकती है। ऐसा इसलिए नहीं कि सारस को आरिफ को सौंप दिया जाए; बल्कि इसलिए कि आरिफ को प्राणी उद्यान में मुलाकात से रोका ना जाए, या फिर सारस को आजाद कर दिया जाए।

बता दें कि बुधवार को कानपुर चिड़ियाघर पहुंचे आरिफ को चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने सारस से मिलने नहीं दिया था, जिससे वह बहुत आहत हुआ था। इस पर आरिफ कहते हैं कि पाकिस्तान से आकर यहां लोग मोहब्बत के नाम पर रह सकते हैं, लेकिन हम अपने दोस्त से नहीं मिल सकते हैं, बड़ी अजीब बात है। आरिफ ने गुरुवार को वीडियो जारी कर के यह सब बातें कहीं।

यहां यह भी बता दें कि 22 मार्च को अमेठी की कुछ तस्वीरें वायरल हुईं थीं, जिसमें आरिफ के साथ सारस दिख रहे थे। यह मामला जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो 9 अप्रैल को वन विभाग की एक टीम अमेठी पहुंची और सारस को अमेठी से कानपुर प्राणी उद्यान में शिफ्ट कर दिया गया। उसके बाद से दो से तीन बार कानपुर प्राणी उद्यान भी आया एक बार आरिफ मास्क लगाकर प्राणी उद्यान पहुंचे जैसे ही आरिफ ने अपना मास्क हटाया तो सारस खुशी से झूमने लगा। यह दृश्य बाड़े के पास मौजूद प्राणी उद्यान के कर्मचारियों ने भी देखा और वहां घूमने आए लोगों ने भी देखा था।

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