अभद्रता के खिलाफ महिला नेताओं के बयान
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई अभद्रता का वीडियो सामने आने के बाद से देशभर में आक्रोश जारी है। इस मुद्दे पर विपक्ष ने केंद्र और राज्य सरकार को भी जोरदार तरीके से घेरा हुआ है। संसद के दोनों सदन आज भी मणिपुर के मुद्दे पर बाधित रहे। सरकार मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष का हंगामा ही नहीं थम रहा है।
इस बीच, देश की दो प्रमुख महिला नेत्रियों बसपा प्रमुख मायावती और निर्दलीय सांसद नवनीत राणा का महत्वपूर्ण बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने विपक्ष से अपील की है कि महिलाओं की अस्मिता से जुड़े मामले को लेकर राजनीति नहीं की जाये। इन दोनों महिला नेत्रियों की मांग है कि पीड़ितों को राहत और दोषियों को कड़ा दंड दिलाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
मायावती का बयान
हम आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मणिपुर में भीड़ द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले को अत्यंत दुखद और शर्मनाक करार देते हुए कहा है कि घटना को लेकर अब जो राजनीति की जा रही है वह भी अनुचित और चिंतनीय है।
बसपा प्रमुख ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘मणिपुर में महिलाओं के साथ भीड़ द्वारा जो दरिंदगी की गई, वह अत्यंत ही दुःखद, शर्मनाक तथा दिल को दहलाने वाली घटना है। राज्य व केन्द्र की सरकार को भी ऐसे आपराधिक तत्वों को इतनी सख्त सज़ा दिलवानी चाहिए कि इस प्रकार के जघन्य अपराध की आगे कहीं भी पुनरावृत्ति ना हो सके।’’
अपने सिलसिलेवार ट्वीट में मायावती ने कहा, ‘‘लेकिन इस घटना को लेकर अब जो राजनीति की जा रही है वह भी अनुचित एवं चिंतनीय। संसद में इस पर जरूर सार्थक चर्चा होनी चाहिए। इस घटना का माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी खुद संज्ञान लिया है, जिसे दबाया नहीं जा सकता है। अर्थात् मणिपुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर सभी को गंभीर होना जरूरी है।’’
नवनीत राणा का बयान - दूसरी ओर, महाराष्ट्र की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने भी मणिपुर की घटना पर दुख जताते हुए इस वीडियो की टाइमिंग पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि ‘आखिर संसद सत्र से ठीक एक दिन पहले वीडियो बाहर कैसे आया?’
उन्होंने कहा कि मैं काफी सक्रिय रहती हूँ लेकिन मैंने भी मई की बताई जा रही इस घटना का वीडियो पहले नहीं देखा था। नवनीत राणा ने कहा कि विपक्ष चाहे तो किसी भी बात को मुद्दा बना सकता है इसका उसे अधिकार है। उन्होंने कहा कि मणिपुर पर चर्चा होनी चाहिए लेकिन महिलाओं की अस्मिता से जुड़े मुद्दे को भरी सभा में मत उछालिये।
मणिपुर में अब तक चार गिरफ्तार
हम आपको यह भी बता दें कि मणिपुर के कांगपोकपी जिले में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने वाली भीड़ में शामिल और एक पीड़िता को घसीटने वाले व्यक्ति सहित चार आरोपियों को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया है।