आंखों में दिखें ये लक्षण, इग्नोर न करें
सरस्वती उपाध्याय
हमारी बॉडी का हर ऑर्गन एक-दूसरे से कनेक्टेड रहता है। किसी भी एक ऑर्गन में अगर परेशानी होती है, तो इसके संकेत दूसरे ऑर्गन पर भी नजर आने लगते हैं। ठीक इसी तरह से अगर हमें कोई हार्ट संबंधी समस्या होती है या हार्ट अटैक आने वाला होता है तो इसके लक्षण हमारी आंखों से भी समझ में आने लगते हैं। जी हां, कई रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि आंखों में होने वाली कुछ समस्याएं सीधे दिल की बीमारियों से जुड़ी होती हैं, जिन्हें हमें कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
रेटिनल आर्टरी ऑक्लूजन
रेटिनल आर्टरी ऑक्लूजन स्थिति तब होती है जब आंखों तक ब्लड सप्लाई करने वाले रेटिना ब्लॉक हो जाते हैं। ऐसे में कई बार एकदम से दिखना बंद हो जाता है। यह कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज का संकेत देती है कि हार्ट तक ब्लड सर्कुलेट करने वाली कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज हो सकती है।
रेटिनल वेन ऑक्लूजन
हमारी आंखों से जुड़ी रेटिनल वेन ऑक्लूजन प्रॉब्लम भी दिल से जुड़ी बीमारियों का संकेत देती है। दरअसल, इसमें आंखों में ब्लड क्लॉटिंग हो जाती है और इसके कारण नसों में ब्लॉकेज भी हो सकती है और इस लक्षण को हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
जैंथेलाजमा
अगर आपकी आंखों की आईलिड के आसपास पीले रंग के चकत्ते पड़ने लगे तो समझ जाएं कि यह कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने का संकेत है और जब खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है तो आंखों की आईलिड के आसपास पीले रंग की प्लैक चढ़ने लगती है और ये हार्ट संबंधी समस्याओं का संकेत है।
हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी
हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी एक ऐसी स्थिति है जिसमें रेटिना में मौजूद छोटी-छोटी ब्लड वेसल्स डैमेज हो जाती है, जो इस बात का संकेत देती है कि आपकी शरीर की अन्य ब्लड वेसल्स भी कमजोर हो रही है और दिल तक ठीक तरीके से खून नहीं पहुंच रहा है, जो ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक से जुड़ी बीमारियों का संकेत देती है।