गुरुवार, 20 जुलाई 2023

महिला आयोग, मणिपुर घटना का संज्ञान लिया   

महिला आयोग, मणिपुर घटना का संज्ञान लिया   

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मणिपुर घटना का संज्ञान लिया है। महिला आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए घटना की निंदा की और मणिपुर के डीजीपी को तुरंत उचित कार्रवाई करने के लिए कहा।

घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य और भाजपा नेता खुशबू सुंदर ने कहा कि ये बिल्कुल चौंकाने वाली बात है। एनसीडब्ल्यू ने इस घटना पर स्वत: संज्ञान लिया है। चेयरमैन रेखा शर्मा ने ट्वीट किया है। एक मानवीय समाज के रूप में हमारा सिर शर्म से झुक जाना चाहिए।

खुशबू सुंदर ने कहा कि हम सभी को राजनीतिक दोष को एक तरफ रखना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। हमें महिलाओं के खिलाफ अपराध से सामूहिक रूप से लड़ने की जरूरत है। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।

बृंदा करात ने पूछा- जवाबदेह कौन होगा?

मणिपुर की घटना पर सीपीआई (एम) नेता बृंदा करात ने कहा कि घटना 4 मई की है। अब तक मणिपुर सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीएम मोदी कह रहे हैं कि पूरे देश को इस घटना की निंदा करनी चाहिए, लेकिन जवाबदेह कौन होगा? पीएम और केंद्र सरकार को शर्म आनी चाहिए। पूरा देश मणिपुर सरकार, केंद्र सरकार और गृह मंत्री को जिम्मेदार ठहराएगा।

ओवैसी बोले- न्याय तभी होगा, जब पीएम सीबीआई जांच के आदेश देंगे

मणिपुर पर बोलते हुए एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी कहते हैं,पीएम को वीडियो पर प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि यह अब वायरल हो गया है। वहां नरसंहार हो रहा है। न्याय तभी होगा जब सीएम को हटाया जाएगा और पीएम सीबीआई जांच के आदेश देंगे।

संसद का मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ा 

संसद का मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ा   

अकाशुं उपाध्याय 

नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का आगाज हो गया है। मणिपुर में जारी हिंसा के चलते मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। हिंसा के बीच मणिपुर से विचलित करने वाला एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया जा रहा है और कथित तौर पर गैंगरेप का भी आरोप है। इस वीडियो के सामने आने के बाद विपक्ष ने मणिपुर मामले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कल तक स्थगित कर दी गई है। मणिपुर मामले पर हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित की गई थी लेकिन हंगामा जारी रहने पर अब कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई है।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया है कि विपक्षी पार्टियां मणिपुर की घटना को राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल कर रही हैं। ठाकुर ने कहा कि हमने सदन में कहा है कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन विपक्ष इससे भागना चाहता है। विपक्षी राज्यों में भी ऐसी कई घटनाएं हुई हैं लेकिन विपक्ष इन घटनाओं पर मूकदर्शक बना हुआ है। मानसून सत्र के पहले दिन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के बीच लोकसभा कक्ष में संक्षिप्त बातचीत हुई।

दिन का सत्र शुरू होने से पहले, पीएम मोदी ने कई नेताओं का अभिवादन किया और इस बातचीत के दौरान, वह विपक्षी बेंच पर सोनिया गांधी के साथ थोड़ी बातचीत करने के लिए रुके। संसद सत्र के पहले दिन नेताओं द्वारा एक-दूसरे को बधाई देने की प्रथा है।

पशु की तरह गाय के साथ अप्राकृतिक कुकर्म

पशु की तरह गाय के साथ अप्राकृतिक कुकर्म

श्रीराम मौर्य   

अल्मोड़ा। पिछले माह हल्द्वानी में हुई घटना की तरह अब अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट में गाय के साथ अप्राकृतिक कुकर्म करने की घटना सामने आई है। गाय के मालिक ने जेरुद्दीन अंसारी नाम के आरोपित को खुद पशु बनकर पशु की तरह ऐसा अमानवीय कृत्य करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद जेरुद्दीन को पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया है। इस घटना से हिंदुओं में भारी आक्रोश नजर आ रहा है। इस मामले में हिंदूवादी संगठनों ने प्रदर्शन कर दुकानें बंद करवाईं और बाजार में आक्रोश रैली निकाली।

आरोप लगाया कि बाजार की ही एक गौशाला में घुस कर एक आरोपित व्यक्ति ने गाय से अप्राकृतिक अमानवीय कृत्य किया है। इसकी शिकायत पशु स्वामी ने द्वाराहाट थाने में की है। गाय के साथ अप्राकृतिक अमानवीय कृत्य का विरोध कर आक्रोश रैली के दौरान आरोपित के धर्म के लोगों की दुकानों को बंद कराया गया। इसके बाद पुलिस ने अमानवीय कृत्य करने वाले आरोपित व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

गाय स्वामी ने पुलिस से शिकायत की है कि द्वाराहाट में उसकी गौशाला में घुस कर एक युवक ने बीती रात्रि वहां बंधी गाय के साथ कुकृत्य किया। इसकी भनक लगते ही सुबह हिंदूवादी संगठन द्वाराहाट के त्रिमूर्ति चौक पर एकत्र हुए और गौ माता के साथ हुए इस अमानवीय कृत्य के विरोध में नारेबाजी की। जिसके बाद वहां पर बड़ी संख्या में लोग जुट गए।

गाय स्वामी के अनुसार पिछले कुछ समय से गाय के साथ इस प्रकार का कृत्य किया जा रहा था। लेकिन कोई पकड़ में नहीं आ रहा था। बीती रात्रि को गाय स्वामी ने आरोपित युवक को रंगे हाथ पकड़ा और पुलिस के हवाले किया। मामले में हिंदूवादी संगठनों ने कहा कि इस कृत्य को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

द्वाराहाट के थाना प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि गाय स्वामी कुंदन लाल साह ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। गाय के साथ कुकृत्य करने वाला युवक बिहार के कठवोलिया बेतिया चंपारन निवासी जेरुद्दीन अंसारी पुत्र सलीम अंसारी है। उसका मेडिकल कराया गया। जिसके बाद उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 377 एवं पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 11क के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है।

दलितों का मंदिर में प्रवेश वर्जित, चक्का जाम  

दलितों का मंदिर में प्रवेश वर्जित, चक्का जाम  

दुष्यंत टीकम

धार। एक मंदिर के सामने फ्लैक्स लगा दिया गया, जिसमें एक समाज विशेष के लिए लिखा है। मंदिर में आना सख्त मना है। विरोध में ग्रामीणों ने बुधवार रात 10 बजे चक्काजाम कर दिया। उनका कहना है, दलित समाज के लोगों को मंदिर में जाने से रोका गया है। मामला कुक्षी विकासखंड के ग्राम लोहारी का है।

चक्काजाम से मनावर-कुक्षी मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की कतारें लग गईं। कुक्षी पुलिस ने ग्रामीणों से चर्चा करने की कोशिश की, लेकिन यहां मौजूद जयस संगठन ने वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाने के लिए कहा। ग्रामीणों से बात करने के बाद प्रशासन की टीम ने फ्लैक्स को तुरंत हटवा दिया।

मनावर विधायक डॉ. हीरालाल अलावा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया। करीब ढाई घंटे तक चर्चा के बाद रात करीब 12:30 बजे लोग सड़कों से हटे। एसपी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि फ्लैक्स लगाने वाले प्रहलाद विश्वकर्मा के खिलाफ मारपीट सहित एससी-एसटी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ फ्लैक्स

गांव में श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण तीन माह पहले हुआ है। ग्रामीण यहां रोजाना दर्शन के लिए जाते हैं। बुधवार शाम को एक फ्लैक्स का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें लिखा था कि यह मंदिर सार्वजनिक नहीं है। यह संपदा व्यक्तिगत निजी है। ऐसे में निवेदन है कि ……..(समाज विशेष) का मंदिर में आना सख्त मना है। धन्यवाद जागिरदार।

चक्काजाम खोलने के बाद रात करीब 1 बजे गांव का रहने वाला धनराज कुछ लोगों के साथ पुलिस के पास पहुंचा। धनराज ने पुलिस को बताया कि प्रहलाद विश्वकर्मा ने मंदिर को लेकर फ्लैक्स लगाया था। हमने प्रहलाद से जाकर कहा कि फ्लैक्स लगाने से समाज की भावना आहत हुई है। इस पर प्रहलाद ने गालियां देते हुए कहा कि यह मेरा निजी मंदिर हैं। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी थी।

निजी मंदिर में समाज भी नहीं जाना चाहता

जय आदिवासी संगठन (जयस) कार्यकर्ता महेंद्र कन्नौज का कहना है कि किसी की निजी जमीन पर समाज भी नहीं जाना चाहता, लेकिन फ्लैक्स लगाकर समाज की भावना को आहत किया गया है। आदिवासी देश के मूल निवासी हैं, समाज के लोगों को परेशान करने, प्रताड़ित करने के लिए इस प्रकार की हरकत की गई है।

जमीन को लेकर हो जांच

फ्लैक्स में जमीन को निजी संपत्ति बताया गया है। जिसे लेकर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रहलाद विश्वकर्मा ने शासकीय भूमि पर कब्जा कर रखा है। जिस जमीन पर मंदिर बना है उसकी भी जांच होनी चाहिए। ग्रामीणों ने अधिकारियों से जमीन का सीमांकन करवाने की मांग की है। इसे लेकर जल्द ही बलाई समाज के लोग बड़ा प्रदर्शन करेंगे।

एएसपी बोले- अज्ञानतावश ऐसा किया

एएसपी देवेंद्र पाटीदार ने कहा- प्रारंभिक पूछताछ में बोर्ड लगाने वाले ने अज्ञानतावश ऐसा करना स्वीकार किया है। पुलिस ने एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर बोर्ड लगाने वाले को हिरासत में लिया है। मंदिर सभी के लिए है।

विदेशी युवती ने फंदा लगाकर, आत्महत्या की   

विदेशी युवती ने फंदा लगाकर, आत्महत्या की   

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। रायपुर में एक विदेशी युवती की खुदकुशी कर ली है। विदेशी युवती कीर्गिस्तान की रहने वाली थी। वो पिछले कुछ सालों से रायपुर में रहकर काम कर रही थी। रायपुर के अशोका रतन में कमरा लेकर रहती थी। जानकारी के मुताबिक विदेशी युवती का नाम नीना बेदिनिस्को है, जो रायपुर में टैटू बनाने का काम करती था।

खबर ये भी आयी है कि सुसाइड से पहले उसने अपने प्रेमी को वीडियो कॉल भी किया था। फिलहाल पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है। जानकारी के मुताबिक युवती ने फांसी पर लटककर अपनी जान दी है।

महिलाओं को नग्न कर परेड निकालना, वीभत्स   

महिलाओं को नग्न कर परेड निकालना, वीभत्स   

इकबाल अंसारी   

नई दिल्ली। मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर उनकी परेड निकाले जाने की वीभत्स घटना ने पूरे देश को हिला दिया है। सोशल मीडिया पर लोग गुस्से में हैं तो मणिपुर में सड़कों पर आंदोलन भी हो रहे हैं। विपक्ष इस मसले पर संसद में हंगामे की तैयारी में है तो वहीं सरकार भी अब ऐक्टिव नजर आ रही है। यही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी घटना का स्वत: संज्ञान लिया है और राज्य एवं केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। अगली सुनवाई 28 जुलाई को होगी। वहीं मॉनसून सेशन में जाने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस घटना से वह पीड़ा और गुस्से से भरे हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह घटना भले ही मणिपुर में हुई, लेकिन इससे पूरे देश की बेइज्जती हुई है और 140 करोड़ लोग इससे शर्मसार हैं।

पीएम मोदी ने साफ कहा कि इस घटना में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। पूरी शक्ति और सख्ती के साथ इनके खिलाफ ऐक्शन होगा। उन्होंने देश के सभी मुख्यमंत्रियों से अपील की है कि वे कानून-व्यवस्था को मजबूत करें ताकि महिलाओं के साथ कोई अन्याय न हो सके। यही नहीं इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने भी घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए तीखी टिप्पणी की है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने कहा कि यदि इस मामले में सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो फिर हम ऐक्शन लेंगे। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से जवाब मांगा है कि अब तक क्या ऐक्शन हुआ है। अब अगली सुनवाई 28 जुलाई को होगी।

मुख्य न्यायाधीश की बेंच ने कहा कि हिंसा के माहौल में महिलाओं का इस्तेमाल करना स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यह स्वीकार्य नहीं हो सकता। यह संवैधानिक और मानवाधिकारों का उल्लंघन है। यदि सरकार चुप रहती है तो फिर हम ही ऐक्शन लेंगे। वहीं होम मिनिस्टर अमित शाह ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह से बात की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है कि वीडियो वाले मामले में अब तक क्या ऐक्शन लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि होम मिनिस्टर अमित शाह ने मुख्यमंत्री से इस घटना में सख्त ऐक्शन लेने और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने को कहा है।

इस घटना के मुख्य आरोपी को थाउबल से अरेस्ट किया गया है। इसके अलावा अन्य लोगों को दबोचने के लिए रेड मारी जा रही हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अगले कुछ घंटों के अंदर ही अन्य आरोपियों को भी दबोच लिया जाएगा। इस मामले में पहले से ही रेप और मर्डर की धाराएं दर्ज हो चुकी हैं। गौरतलब है कि मणिपुर की हिंसा को लेकर देश भर में गुस्सा हैं। वहीं किसी भी तरह की अफवाह से बचने के लिए सरकार ने इससे जुड़े वीडियो को शेयर करने पर रोक लगा दी है।

भीषण बरसात से भयंकर हादसा, 7 शव मिलें 

भीषण बरसात से भयंकर हादसा, 7 शव मिलें   

कविता गर्ग   

मुंबई। महाराष्ट्र के कई जिलों में भीषण बारिश से हालात खराब हैं। मुंबई में भी भारी बारिश का दौर जारी है। इस बीच बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित रायगढ़ जिले में भीषण हादसा हुआ है। बुधवार की रात को जिले की खालापुर तहसील का इरशालवाड़ी गांव भूस्खलन से धंस गया। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे। इसके चलते लोगों को भागने का मौका तक नहीं मिला और घर जमीन में समा गए। फिलहाल बचाव कार्य तेजी से चल रहा है और अब तक 7 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। रात में हादसा होने की वजह से बचाव कार्य देरी से शुरू हुआ और एनडीआरएफ टीम 2 बजे पहुंच सकी, जबकि हादसा 11 बजे के करीब हुआ था।

यह हादसा इतना भीषण था कि बचाव में जुटे एक शख्स की भी हार्टअटैक से मौत हो गई। कई लोग जख्मी भी हैं, जिन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी फिलहाल रायगयढ़ के दौरे पर हैं और राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा नए बने डिप्टी सीएम अजित पवार भी ऐक्टिव हैं और कंट्रोल रूम पहुंचे हैं। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि अब तक 75 लोगों को बचाया जा चुका है, जो लैंडस्लाइड में दब गए थे। कहा जा रहा है कि गांव में बड़ी संख्या में कच्चे मकान थे, जिसके मलबे में दबने के बाद भी बड़ी संख्या में मौतें नहीं हुईं।

अब भी 50 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका

गांव में कुल 160 घर हैं, जिनमें से कुछ को कम नुकसान पहुंचा है। अब भी 50 से ज्यादा लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है, जिन्हें निकालने के लिए अभियान चल रहा है। रायगढ़ जिले में पहले से ही एनडीआरएफ की टीमों को तैनात कर दिया गया था। इसके अलावा लोगों को भी बचाव रखने की एडवाइजरी जारी की गई थी। अब तक जिन लोगों को बचाया गया है, उनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। यह गांव इरसाल किले की तलहटी पर बसा है, जो चौक से 6 किलोमीटर की दूरी पर है। ठाकुर समुदाय के लोगों की ही इस गांव में अधिक आबादी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक गांव के 90 फीसदी घर बर्बाद हो गए हैं।

सीएम एकनाथ शिंदे मौके पर, बोले- 80 लोग निकाले गए

यह संकट इसलिए और बढ़ गया, क्योंकि सुबह एक बार फिर से भूस्खलन होने लगा। इसके चलते बचाव का काम रोक दिया गया। यही नहीं सुबह अंधेरा होने की वजह से भी बचाव कार्य में बाधा आ रही थी। यह हादसा इतना भीषण था कि डर के मामले बड़ी संख्या में लोग जंगल की ओर भाग गए। बचाव में जुटे लोगों का कहना है कि गांव से भागे लोगों के लौटने पर ही पता लगेगा कि कितने लोग दबे हैं। मौके पर पहुंचे सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि 18 से 20 घरों पर भूस्खलन हुआ है। उन्होंने कहा कि अब तक 80 लोगों को निकाला जा चुका है और 7 लोगों की दर्दनाक हादसे में मौत हुई है।

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...