शुक्रवार, 14 जुलाई 2023

दक्षिण अफ्रीका से लाए नर चीते का शव मिला

दक्षिण अफ्रीका से लाए नर चीते का शव मिला 

शोभा गोहाटे  

गांधीनगर। कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को चीता प्रोजेक्ट को बड़ा झटका लगा है। कूनो नेशनल पार्क में एक और चीता मृत पाया गया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए आठ चीतों को जंगल में छोड़ा था। सूरज नाम के नर चीते का पार्क में शव मिला है। उसे दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था। गश्ती दल को सुबह में शव मिला, इसके बाद परियोजना में शामिल अधिकारी सदमे में आ गए हैं।

तीन दिन पहले ही तेजस नामक के चीते की मौत रहस्यमयी तरीके से हो गई थी। अभी तेजस की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह सामने आ पाएगी। तेजस भी दक्षिण अफ्रीका से ही आया था। पांच साल की उम्र में वह दर्दनाक सदमे का शिकार हो गया। उसका वजन केवल 43 किलो था। सामान्य तौर पर चीतों का वजह 50-60 किलो होता है। तेजस के आंतरिक अंग गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त था।

भारत: सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 32 हुईं 

भारत: सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 32 हुईं 

अकाशुं उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारत के चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां और न्यायमूर्ति एस. वेंकटनारायण भट्टी को शपथ दिलाई। असके साथ ही अब सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़ कर 32 हो गई। बुधवार को केंद्र ने इनके नामों को मंजूरी दे दी थी। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय द्वारा 12 जुलाई को जारी अधिसूचना में कहा गया कि राष्ट्रपति ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के तहत न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां और न्यायमूर्ति एस वेंकटनारायण भट्टी को नियुक्त किया है। कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से वे सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश होंगे।

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के नामों की अनुशंसा करने के एक हफ्ते के भीतर केंद्र ने मंजूरी दे दी। दो जजों के शपथ ग्रहण के साथ शीर्ष अदालत में जजों की कुल संख्या अब सीजेआई सहित 32 हो गई है।

न्यायमूर्ति भुइयां को 2011 में गौहाटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। वह अपने उच्च न्यायालय के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं और शीर्ष अदालत में पदोन्नति से पहले, वह 28 जून 2022 से तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे। न्यायमूर्ति भुइयां टैक्स कानून में विशेषज्ञता रखते हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट में सेवा के दौरान उन्होंने टैक्स कानून सहित कई तरह के मामलों को निपटाया है।

अध्यक्ष बनते ही राहुल-सोनिया से की मुलाकात

अध्यक्ष बनते ही राहुल-सोनिया से की मुलाकात 

दुष्यंत टीकम  

रायपुर। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद आज दीपक बैज ने दिल्ली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की। आपको बता दें कि, मोहन मरकाम की जगह दीपक बैज को पीसीसी चीफ बनाया गया है। वहीं मोहन मरकाम ने आज मंत्री पद की शपथ ले ली है।

गुरुवार को बैज ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी। दीपक बैज ने केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की। उसके बाद दीपक बैज ने कुमारी शैलेजा से भी मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुझे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नई जिम्मेदारी देने के बाद मैं कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त करता हूं।

कार्यकर्ता की मौत के बाद कमेटी का गठन

कार्यकर्ता की मौत के बाद कमेटी का गठन

मीनाक्षी लोहढे  

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार में पार्टी नेताओं के एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा कथित तौर पर किए गए अत्यधिक बल के इस्तेमाल की जांच के लिए शुक्रवार को सांसदों की चार सदस्यीय समिति गठित की। भाजपा ने आरोप लगाया है कि बृहस्पतिवार को पुलिस लाठीचार्ज में उसके एक सदस्य विजय सिंह की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए।

पार्टी ने एक बयान में कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ‘उच्च स्तरीय जांच समिति’ के संयोजक होंगे। विष्णु दयाल राम, मनोज तिवारी और सुनीता दुग्गल इसके अन्य सदस्य होंगे। यह उल्लेख करते हुए कि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पुलिस की ‘बर्बरता’ और राज्य सरकार की ‘तानाशाही’ वाली मानसिकता की कड़ी निंदा की है, पार्टी ने कहा कि समिति जल्द ही पटना का दौरा करेगी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

भाजपा ने इससे पहले कहा था कि पार्टी के जहानाबाद जिला महासचिव विजय सिंह की पटना में कथित तौर पर पुलिस लाठीचार्ज में मौत नीतीश कुमार सरकार की ‘पूर्व नियोजित साजिश’ है ताकि राज्य के लोगों को उनके अधिकारों और न्याय की मांग करने से रोका जा सके।

पटना में जिला प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा था कि उनके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। बयान में दावा किया गया है कि सिंह छज्जू बाग इलाके में सड़क किनारे बेहोश पाए गए जहां से उन्हें राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच ले जाया गया।

खरगे ने चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण पर बधाई दी

खरगे ने चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण पर बधाई दी

अकाशुं उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को चन्द्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण पर खुशी व्यक्त करते हुए इसरो के वैज्ञानिकों को सफलता के लिए बधाई दी । खड़गे ने अपने बधाई संदेश में कहा, "हमारे वैज्ञानिकों इंजीनियरों और चन्द्रयान-3 मिशन के सफल प्रक्षेपण में शामिल सभी लोगों की जबरदस्त प्रतिभा, समर्पण, कौशल और कड़ी मेहनत को धन्यवाद। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए हमें आपमें से प्रत्येक पर बेहद गर्व है।

कांग्रेस पार्टी इसरो की असाधारण टीम के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करती है।" उन्होंने कहा "भारत का चंद्र मिशन 2008 में चंद्रयान-1 के साथ शुरु हुआ जिसने चंद्रमा पर पानी के अणुओं की उपस्थिति की पुष्टि की। यह हमारे देश की एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। चंद्रयान-2 ने पहली बार रिमोट सेंसिंग के माध्यम से क्रोमियम, मैंगनीज और सोडियम की मौजूदगी का पता लगाया।

हमारे वैज्ञानिकों की दृढ़ता व्यर्थ नहीं गई और आज चंद्रयान-3 पंडित नेहरु, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, पीवी नरसिम्हा राव, राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी और डॉ. मनमोहन सिंह सहित हमारे सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की दूरदर्शिता, दृढ़ संकल्प और उपलब्धि का प्रमाण है।"

खड़गे ने कहा, "यह डॉ. विक्रम साराभाई और डॉ. सतीश धवन और अनगिनत दूरदर्शी वैज्ञानिकों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है जिन्होंने हमारे लोगों के लिए मानव और सामाजिक विकास के लिए वैज्ञानिक सोच स्थापित करने और विकसित करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।"

कांग्रेश संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने कहा,"चंद्रयान-3 का सफलतापूर्वक लॉन्च होना हम सभी भारतीयों के लिए बेहद गर्व और उत्साह का अवसर है।इस अवसर पर हम 22 अक्टूबर, 2008 को चंद्रयान-1 और 22 जुलाई, 2019 को चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग को भी याद करते हैं। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के आत्मनिर्भर होने का एक लंबा इतिहास रहा है और इस दौरान इसे राजनीतिक नेतृत्व द्वारा भरपूर समर्थन मिला है।

मासूम बच्ची को दरिंदगी से दर्दनाक मौत दीं 

मासूम बच्ची को दरिंदगी से दर्दनाक मौत दीं 

ओमप्रकाश चौबे  

रांची। झारखंड के गढ़वा जिले में सात साल के मासूम बच्चे को ऐसी दरिंदगी के साथ मौत के घाट उतारा गया है कि किसी का भी दिल दहल जाए। उसे तेजाब से नहलाया गया, उसकी जीभ काट ली गई, आंखें निकाल ली गईं, उसके सारे दांत तोड़ दिए गए और इसके बाद उसका शव उसके चाचा के घर के पास ही शौचालय के लिए खोदे गए गड्ढे में फेंक दिया गया। वारदात गढ़वा के डंडई थाना क्षेत्र के बौलिया गांव की है। अवधेश साह का सात वर्षीय पुत्र संतन कुमार दो दिन पहले पास की दुकान से मिठाई लेने निकला था, लेकिन वह घर नहीं लौटा। घर के लोगों ने कई जगहों पर तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

झारखंड के गढ़वा जिले में सात साल के मासूम बच्चे को ऐसी दरिंदगी के साथ मौत के घाट उतारा गया है कि किसी का भी दिल दहल जाए। उसे तेजाब से नहलाया गया, उसकी जीभ काट ली गई, आंखें निकाल ली गईं, उसके सारे दांत तोड़ दिए गए और इसके बाद उसका शव उसके चाचा के घर के पास ही शौचालय के लिए खोदे गए गड्ढे में फेंक दिया गया। वारदात गढ़वा के डंडई थाना क्षेत्र के बौलिया गांव की है। अवधेश साह का सात वर्षीय पुत्र संतन कुमार दो दिन पहले पास की दुकान से मिठाई लेने निकला था, लेकिन वह घर नहीं लौटा। घर के लोगों ने कई जगहों पर तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।  

गुरुवार को गांव में स्कूल जा रहे बच्चों ने संतन का शव अवधेश साह के भाई सुरेश सुरेश साह के घर के पीछे शौचालय के लिए खोदे गए गढ्ढे में तैरता हुआ देखा। बच्चे का शव मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद उसका शव घर वालों को सौंपा गया। आशंका व्यक्त की जा रही है कि यह वारदात या तो किसी पारिवारिक रंजिश की वजह से अंजाम दी गई है या फिर यह तंत्र-मंत्र का मामला हो सकता है। डंडई थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। घरवालों से पूछताछ की गई है।

भाजपा के 10 बड़े नेता कोर्ट में पेश: उल्लंघन

भाजपा के 10 बड़े नेता कोर्ट में पेश: उल्लंघन 

अंकुर सक्सेना   

कुमाऊं। भाजपा के विधायक शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री सुरेश परिहार समेत भाजपा के 10 बड़े नेता शुक्रवार को कोर्ट के कटघरे में थे। उनके चेहरे पर तनाव साफ झलक रहा था। चिंता थी कि कोर्ट का फैसला क्या होगा ! काफी देर तक यही खौफ उन्हें सालता रहा। बाद में फैसला आया तो सभी के चेहरे खिल उठे।

दरअसल, मामला गुजरे विधानसभा चुनाव से जुड़ा है। कोर्ट में आत्मसमर्पण करने वाले नेताओं पर आरोप था कि उन्होंने कोविड प्रोटोकोल का उल्लंघन किया। इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता की भी धज्जियां उड़ाई। यह सब अब भाजपा विधायक और उस समय प्रत्याशी शिव अरोरा के 22 जनवरी 2022 को नामांकन के दौरान हुआ। कोविड प्रोटोकॉल को इन नेताओं ने तोड़ा और परिसर में 5 लोगों से ज्यादा नामांकन में दाखिल हुए। ऐसे में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन भी हुआ। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिव अरोरा के अलावा मेयर रामपाल सिंह, पूर्व दर्जा राज मंत्री सुरेश परिहार, मंडी अध्यक्ष केके दास, वरिष्ठ भाजपा नेता भारत भूषण चुघ, विकास शर्मा, हरीश भट्ट, राजकुमार शाह और देवभूमि व्यापार मंडल के अध्यक्ष गुरमीत सिंह को नामजद किया गया।

आपदा प्रबंधन अधिनियम लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम और आदर्श चुनाव आचार संहिता अधिनियम के तहत सभी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई। आज सभी नेताओं ने वरिष्ठ अधिवक्ता और जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष दिवाकर पांडे की मौजूदगी में कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। अधिवक्ता दिवाकर पांडे ने कोर्ट के सामने जमानत के लिए तमाम तर्क रखे, इसके बाद सीजेएम कोर्ट ने सभी नेताओं को 15-15 हजार के मुचलके पर जमानत दे दी। फैसला आने के साथ ही नेताओं के चेहरे खिले। विधायक शिव अरोरा समेत तमाम नेता ऐसे थे, जो पहली बार कोर्ट में पेश हुए थे।

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नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...