शुक्रवार, 23 जून 2023

44 जिलों में अलर्ट, तेज हवाएं-बरसात: यूपी 

44 जिलों में अलर्ट, तेज हवाएं-बरसात: यूपी 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चक्रवात का असर दिखने लगा है। 44 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, चक्रवात से लोगों को सतर्क करने की सलाह दी गई है। तेज हवा चलेगी। इसके साथ ही आंधी गर्जना के साथ भारी बारिश की भी चेतावनी जारी की गई है। हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में तापमान में वृद्धि देखी जा सकती है। वही अगले 72 घंटे में उत्तर प्रदेश में बारिश के साथ ही मानसून की दस्तक शुरू होगी। मंगलवार 8:00 बजे तक 2.1 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई थी। वहीं बुधवार को भी कई क्षेत्रों में बारिश से तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की गई है।


उत्तर प्रदेश में बारिश...

बारिश की वजह से अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 37 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जबकि रात के तापमान में भी 2 फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की गई है। वहीं लू से भी लोगों को राहत मिलेगी। हालांकि नमी बढ़ने से उमस बढ़ गई है वहीं चक्रवात के कमजोर पड़ने के साथ ही कम दबाव का क्षेत्र में सक्रिय हुआ था।  जिसके बाद अब उत्तर प्रदेश में बारिश देखने को मिलेगी।


मानसून के आगमन में 24 से 48 घंटे का समय...

ऐसे में आसमान में बादल है। हल्की बारिश हुई है। बुधवार से गुरुवार के बीच बारिश के साथ ही शुक्रवार की रात तक उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक देखी जाएगी। इसके साथ ही पूर्वी हवा चलने भी शुरू हो गई। जिसके साथ ही मानसून के आगमन में 24 से 48 घंटे का समय लग सकता है।


सुबह से रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी...

वही चक्रवाती तूफान उत्तर प्रदेश के लिए राहत महसूस कर आने वाला है। उत्तर-पश्चिम हवा के साथ कमजोर हो चुके तूफान से 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। 72 घंटे तक चक्रवात का असर रहेगा। बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के कारण क्षेत्रों में बारिश देखी जाएगी। सुबह से रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। वहीं भीषण गर्मी से भी लोगों को राहत मिली है।


इन क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी...

जिन क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उनमें कानपुर नगर, कानपुर देहात के अलावा झांसी, औरैया, महोबा, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर ,जालौन, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, संत कबीर नगर, महाराजगंज, गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर शामिल है। इन क्षेत्रों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।

8 राज्यों में भारी बारिश होने का अनुमान 

8 राज्यों में भारी बारिश होने का अनुमान 


उत्तर प्रदेश समेत 8 राज्यों में भारी बारिश का अनुमान, असम के 10 जिलों में बाढ़, 1 लाख से ज्यादा प्रभावित, बंगाल-बिहार में 11 लोगों की मौत

हरिओम उपाध्याय 

नई दिल्ली। मानसून को आए हुए 15 दिन हो चुके हैं। अब तक यह आधे राज्यों में भी ठीक से नहीं पहुंचा है। मौसम विभाग ने बताया है कि आज और कल मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और झारखंड समेत 8 राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।

इधर, पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। असम में ब्रह्मपुत्र नदी उफान पर है। असम स्टेट डिजास्टर के मुताबिक, राज्य के 10 जिलों में बाढ़ से हालात खराब हैं। 108 गांवों में 1 लाख 20 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा नलबाड़ी जिले में बाढ़ से 45 हजार लोग प्रभावित हैं।

मौसम विभाग ने अगले 4 दिन यानी 22 से 26 जून तक पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में भारी बारिश का अनुमान जताया है। पश्चिम बंगाल के मालदा और बिहार के जमुई जिले में बुधवार को बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत हो गई। मालदा में 12 बच्चे भी बिजली गिरने से घायल हुए हैं।

अगले 4 दिन 4 राज्यों में लू का अलर्ट...

भारतीय मौसम विभाग ने अगले 4 दिन 4 राज्यों में लू का अलर्ट जारी किया है। ओडिशा, बिहार, झारखंड और तेलंगाना में लू चलने की आशंका है। वहीं, इन्हीं 4 दिनों में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

पिछले 24 घंटों के दौरान 6 राज्यों में लू चली, 11 में बारिश हुई...

पिछले 24 घंटों के दौरान 6 राज्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार और झारखंड में लू चली। वहीं, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम को झटका 

विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम को झटका 

अकाशुं उपाध्याय 

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एक करने की मुहिम को एक बार फिर झटका लगा है। अब रालोद के मुखिया जयंत चौधरी ने पटना में होने वाली मीटिंग में शामिल होने पर असमर्थता जताई है। हालांकि, उन्होंने पत्र लिखकर समर्थन जताया है। उन्होंने बताया कि पूर्व निर्धारित पारिवारिक कार्यक्रम के चलते वह बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।

विपक्षी एकता की कोशिशों पर लगा ग्रहण...

दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 जून को पटना में गैर भाजपा दलों की बैठक बुलाई है। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और कई वाम दलों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। मगर इस बीच राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के मुखिया जयंत चौधरी ने खुद को इस बैठक से अलग कर लिया है।

उन्होंने पारिवारिक कार्यक्रम का हवाला देकर बैठक में न जाने की बात कही है। रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने एक पत्र जारी कर लिखा कि आगामी 23 जून 2003 को पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में अपने पूर्व निर्धारित पारिवारिक कार्यक्रम के चलते मैं भाग न ले सकूंगा।

'विपक्षी दलों का एकजुट होना समय की मांग'

जयंत ने आगे कहा, 'आज देश में अधिनायकवादी और साम्प्रदायिक शक्ति जिस तरह लोकतंत्र तथा सामाजिक समरसता के लिए खतरा पैदा कर रही हैं, उसे देखते हुए समानधर्म विपक्षी दलों का एकजुट होना समय की मांग है। देश की अहम समस्याओं और चुनौतियों पर संवाद कर समूचा विपक्ष जनता के सामने एक दूरगामी, व्यावहारिक योजना प्रस्तुत कर सकता है। ऐसे हम मिलकर युवा, महिलाएं, किसान और वंचित समाज की आकांक्षाओं और विश्वास के साथ देश में सार्थक परिवर्तन ला सकते हैं। मुझे विश्वास है कि यह बैठक विपक्षी एकता की राह में एक महत्वपूर्ण पद सिद्ध होगी। उद्देश्य की सफलता के लिए शुभकामनाएं।

पटना में हो रही विपक्षी दलों की बैठक पर पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं। बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद रहेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए लगातार कोशिशें कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में जो भी दल प्रभावी है सभी मिलकर उसका साथ दें।

22 और 24 कैरेट सोने की कीमतों में कमी आई 

22 और 24 कैरेट सोने की कीमतों में कमी आई 

अकाशुं उपाध्याय 

नई दिल्ली। सोने के भाव में गुरुवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली है। 22 और 24 कैरेट सोने की कीमतों में आज कमी देखने को मिली। सोने की कीमतों में आई कमी के बाद ग्राहकों में खुशी दिख रही है। सोने के साथ-साथ चांदी के रेट में भी गिरावट दर्ज की गई है।

जानें 22 कैरेट सोने का भाव...

गोल्ड रिटर्न्स वेबसाइट के मुताबिक, गुरुवार को 22 कैरेट सोने के भाव में 200 रुपये की कमी आई. बुधवार को जहां 22 कैरेट सोना 54,700 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर बिक रहा था वहीं यह गुरुवार को सस्ता होकर 54,500 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया।

24 कैरेट सोने की कीमतें, जानें...

इसी तरह 24 कैरेट सोने की कीमतों में गुरुवार को 220 रुपये की कमी दर्ज की गई। बुधवार को यह 59,670 रुपये प्रति दस ग्राम से बिक रहा था, गुरुवार को यह और सस्ता होकर 59,450 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया।

रिकॉर्ड रेट से 2950 रुपये सस्ता हुआ सोना...

सोने के भाव में रिकॉर्ड रेट से काफी कमी आई है। जहां 5 मई को 24 कैरेट सोना अपने रिकॉर्ड रेट 62,400 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया था, वहीं यह आज 59,450 रुपये प्रति दस ग्राम पर बिक रहा है। अगर 5 मई के भाव से तुलना करें तो यह 2950 रुपये सस्ता हो गया है।


महानगरों में सोने का भाव...

महानगर          22 कैरेट               24 कैरेट

चेन्नई               ₹54,850       ₹59,830 

मुंबई               ₹54,500       ₹59,450 

दिल्ली             ₹54,650       ₹69,600 

कोलकाता       ₹54,500       ₹59,450

 (सभी कीमतें प्रति दस ग्राम में)


चांदी के रेट भी हुए कम...

चांदी की कीमतों में 1 हजार रुपये प्रति किलो की कमी आई है। जहां बुधवार को चांदी का रेट 73 हजार रुपये प्रति किलो था वहीं आज यह घटकर 72 हजार रुपये प्रति किलो हो गया है।

ट्रैक बिछाने-ओएचई वायर इंस्टॉल का काम शुरू 

ट्रैक बिछाने-ओएचई वायर इंस्टॉल का काम शुरू 

अश्वनी उपाध्याय 

गाजियाबाद। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर पर दिल्ली सेक्शन में टनल बनाने का काम पूरा हो गया है। अब टनल के भीतर ट्रैक बिछाने और ओएचई वायर इंस्टॉल करने पर काम शुरू होगा।

फरवरी-2022 में हुई था काम शुरू...

सुदर्शन 4.1 (टीबीएम) मशीन ने फरवरी-2022 में आनंद विहार से न्यू अशोक नगर की तरफ टनल बनाने की शुरूआत की थी। फिर एक समानांतर टनल बनाने के लिए दूसरी मशीन अप्रैल-2022 में लॉन्च हुई थी। 

अभी क्या है स्थिति ?

आनंद विहार स्टेशन से साहिबाबाद स्टेशन की तरफ बन रही दो टनल में एक का काम पहले ही पूरा हो चुका है, जबकि दूसरे का काम 75 फीसदी कर लिया गया है। इन टनलों का व्यास 6.5 मीटर है। यह टनल 180 किमी प्रतिघंटे की डिजाइन गति से तैयार की गई हैं।

जून-2023 तक का टारगेट...

एनसीआरटीसी का टारगेट है कि जून-2023 में पहले फेज में गाजियाबाद के दुहाई डिपो से साहिबाबाद स्टेशन तक रैपिडएक्स का संचालन शुरू कर दिया जाए। सिर्फ उदघाटन की तारीख घोषित होने का इंतजार है। वहीं दिल्ली से मेरठ तक 82 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर 2025 तक रैपिडएक्स का संचालन शुरू करने का दावा एनसीआरटीसी की तरफ से किया गया है।

हरियाणा: रोडवेज में बुजुर्गों के किराए में छूट 

हरियाणा: रोडवेज में बुजुर्गों के किराए में छूट 

राणा ओबरॉय 

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने हरियाणा रोडवेज की बसों में 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए किराये में छूट उपलब्ध कराने के लिए नई घोषणा की है। इसके अनुसार, 1 अप्रैल से पहले उम्र 60 साल से अधिक होने वाले बुजुर्गों को आधा किराया माफ कर दिया जाएगा। इस सुविधा का लाभ प्राप्त करने के लिए, 60 से 65 साल की उम्र के बुजुर्गों को बस पास बनवाना आवश्यक होगा।

बस पास को कंडक्टर को दिखाना होगा, और तभी उन्हें छूट वाला टिकट दिया जाएगा। पहले से ही इस सुविधा का लाभ उठा रहे यात्रियों को बस पास बनवाने की आवश्यकता नहीं होगी।

उनके लिए, आधार कार्ड या समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी किया गया पहचान पत्र पर्याप्त होगा। विशेषज्ञों ने बताया कि महिलाओं को रोडवेज पास बनवाने की आवश्यकता नहीं होगी।

हालांकि, पहले रोडवेज की बसों में, 65 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों और 60 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को आधा किराया माफ किया जाता था। सरकार ने अप्रैल 1 से पुरुषों की उम्र 65 से 60 कर दी थी। इसके कारण, पहले से इस सुविधा का लाभ लेने वाले लोगों के लिए निर्देश स्पष्ट नहीं थे, जिसके परिणामस्वरूप बसों में कंडक्टर और बुजुर्गों के बीच रोज़ाना विवाद और बहस हो रही थी। जब लोग टिकट खरीदते समय अपना आधार कार्ड या समाज कल्याण विभाग का कार्ड दिखाते, तो कंडक्टर उन्हें बस पास बनवाने के लिए कहता, इससे अब काम नहीं चलेगा, आपको रोडवेज पास बनवाना होगा। बुजुर्ग लोग अपनी उम्र और कागज़ी कार्रवाई के मजबूरी का उल्लेख करके पास नहीं बनवा पाते थे।

इस संदर्भ में, विभाग ने नए लाभार्थियों के लिए स्पष्ट किया है कि 60 से 65 साल के पुरुषों के लिए रोडवेज पास बनवाना आवश्यक होगा। पहले लाभार्थियों के लिए पहले के पहचान पत्र, आधार कार्ड या समाज कल्याण विभाग का पहचान पत्र मान्य रहेंगे।

फ़िलहाल, रोडवेज के मुख्य निरीक्षक राजबीर जनौला ने बताया है कि महिलाओं और 65 साल से अधिक आयु वाले लोगों को पास बनवाने की ज़रूरत नहीं है, वे अपने पहचान पत्र के माध्यम से ही टिकट पर छूट प्राप्त कर सकते हैं।

उपभोक्ताओं की समस्याओं पर विभाग की उदारता 

उपभोक्ताओं की समस्याओं पर विभाग की उदारता 

मोनू खान

सहारनपुर। नगरीय सिटी में बिजली उपभोक्ता बिजली की समस्याओं की त्रुटियों को लेकर समाधान नहीं निकल पाने से खासे परेशान है। बिजली विभाग में अलग-अलग मुद्दों पर शिकायती प्रार्थना पत्रों के आधार पर समस्याओं का समाधान विभागीय स्तर पर दूर करना तो दूर की बात है। बल्कि पिछले दो-तीन वर्षों से टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। यह आलम तब है जब सभी विभाग के सिस्टम को ऑनलाइन कर दिया गया है। उपभोक्ताओं के द्वारा अपनी अलग-अलग समस्याओं को लेकर लाख भागदौड़ का सिलसिला फलाफल शून्य ही निकलता हुआ दिखाई दे रहा है।

सहारनपुर नगरीय सिटी में बिजली की समस्याओं का आलम यह है की अनाप शनाप भेजे गए उपभोक्ताओं को उनके बिजली बिल का मुद्दा हो, या फिर उपभोक्ताओं को नए बिजली कनेक्शन की आवश्यकता हो, या उनके गली मोहल्लों में बिजली के लटके हुए तारों का जंजाल हो, या बिजली ट्रिपिंग सिस्टम में बार-बार गड़बड़ी के चलते उपभोक्ता परेशान हों, ऐसी अनेक समस्याओं को लेकर विभागीय समाधान फौरी तौर पर करने का तो दम भरता है। लेकिन धरातल पर बिजली विभाग का सिस्टम नाकाम ही साबित हो रहा है। सहारनपुर नगरीय विभाग के बिजली विभाग में उपभोक्ताओं के द्वारा दिए गए अलग-अलग प्रकार के शिकायती पत्रों का अंबार लगा हुआ है। खास तौर पर बिजली का नया कनेक्शन लेने वाले आवेदनकर्ता उपभोक्ताओं के मामले में विभाग पूरी तरह से नाकाम साबित होता हुआ दिखाई दे रहा है।

उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन नहीं दिए जा रहे बल्कि हजारों लाखों का एस्टीमेट थमा कर उन्हें आपूर्ति से वंचित किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त लिखित में शिकायत प्राप्त होने के बावजूद गलियों में जर्जर झूलते हुए तारों का भी कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। ऐसा ही मामला वार्ड न. 67 मोहल्ला मजीद कॉलोनी मूसा पैलेस के पास का है जहां 33 हज़ार की विद्युत लाइन नीचे तक लटकी हुई हादसों को दावत दे रही है, जिस के संदर्भ में निवासी अब्दुल अजीम के द्वारा नगरीय खंड द्वितीय उपखंड अधिकारी को कई बार प्रार्थना पत्र भी दिए जा चुके हैं। 

लेकिन लगभग साढ़े तीन माह गुजर जाने के बाद भी आज तक विभागीय अधिकारियों की और से किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। बल्कि उपभोक्ताओं को हर बार आश्वासन देकर टरका दिया जाता है। ज्ञात हो इससे पहले भी इसी क्षेत्र में इसी  33 हज़ार की नीचे तक लटकी हुई विद्युत लाइन से अपनी छत पर वाइपर से पानी निकालने के लिए गए एक लड़के को यही विधुत लाइन अपना काल का निवाला बना चुकी है। लेकिन दुःखद यह है कि आज तक भी किसी भी विभागीय बिजली अधिकारी ने इस और अपना ध्यान केंद्रित नहीं किया है।

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यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...