बुधवार, 21 जून 2023

₹2,70000 प्रति किलो का ‘मियाजाकी’ आम

₹2,70000 प्रति किलो का ‘मियाजाकी’ आम

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। राजधानी रायपुर में पहली बार मैंगो फेस्टिवल मनाया गया। जोरा स्थित पंजाब केसरी भवन में आयोजित इस एग्जीबिशन में 200 किस्म के आम रखे गए हैं। प्रदर्शनी में 2 लाख 70 हजार प्रति किलो का ‘मियाजाकी’ आम सबसे ज्यादा खास है।

दुनिया के सबसे मंहगे आम को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। जापानी प्रजाति के आम के इस किस्म की कीमत प्रतिकिलो दो लाख 70 हजार रूपए है। जापान की मियाजकी आम की खासियत यह है कि एक ही आम में दो तरह के स्वाद मिलता है। गौरतलब है कि राजधानी रायपुर में लगाए गए आमों की प्रदर्शनी का आयोजन 17 से 19 जून तक पंजाब केसरी भवन में उद्यान विभाग और प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।

बनावट में किसी दूसरे आम की ही तरह दिखने वाला मियाजाकी जापानी प्रजाती का है। इसका रंग और बनावट थोड़ी अलग है। जिसे देखने और उसकी तस्वीर लेने की होड़ लगी हुई है। अगर एक किलो में 3 आम भी चढ़ते हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक आम की कीमत लगभग 90 हजार रुपए होगी। विश्रामपुर इलाके के कमलपुर बाग में कोल इंडिया के रिटायर्ड जनरल मैनेजर राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने ये आम अपने बाग में लगाया है और प्रदर्शनी के लिए 639 ग्राम का एक आम यहां लेकर पहुंचे थे जिसकी कीमत 1 लाख 82 हजार रू. है।

“मियाजाकी” की जाने क्या है खासियत

ये आम जापान में उगाया जाता है और यहां के शहर ‘मियाजाकी’ के नाम पर ही इसका नाम रखा गया है। राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि उनके पास इस प्रजाती के दो पेड़ हैं और पहला फल वे रायपुर लेकर आए हैं। इस आम की खासियत यह है कि फल का जो हिस्सा सूर्य की रोशनी की ओर होता है, उसका स्वाद अलग और जिस हिस्से पर रोशनी नहीं पड़ती उसका स्वाद कुछ अलग होता है।

उन्होंने बताया कि कॉर्पोरेट कल्चर में बड़े व्यवसायी और उद्योगपति एक दूसरे को ये महंगा आम गिफ्ट करते हैं और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 2 लाख 70 हजार रूपए प्रति किलो है। गुप्ता अपने साथ कैलिफोर्निया यूएसए, थाईलैंड, फिलीपींस, चाइना, और बांग्लादेशी प्रजाती के भी आम यहां प्रदर्शनी में लेकर पहुंचे हैं। पूरे विश्व में आमों की 1500 से 1600 प्रजातियां पाई जाती है, जिनमें 50 प्रतिशत भारत में ही मिलता है।

उद्यानीकी विभाग करा रहा है आयोजन

तीन दिवसीय इस मैंगो फेस्टिवल का आयोजन प्रकृति की ओर सोसाइटी और उद्यानीकी विभाग कर रहा है। आयोजन समिति के सचिव मोहन वर्ल्यानी ने बताया कि यहां छत्तीसगढ़ की विभिन्न किस्मों के आम और अहमदाबाद, लखनऊ, महाराष्ट्र, हैदराबाद, तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों से से लगभग 200 वैरायटी के आमों का प्रदर्शन किया जा रहा है।

प्रदर्शनी दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे तक लगाई गई है। साथ ही आम लोगों के लिए लखनऊ से आए आम और आम के पौधे दोनों बेचने के लिए उपलब्ध रहें। इस आयोजन में आमों से बने स्वादिष्ट व्यंजन ,बच्चों के लिए स्पेशल फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और युवाओं के लिए सिंगिंग कॉम्पिटिशन का भी आयोजन किया गया।

6 वर्षीय बच्ची से चाचा ने की दरिंदगी: शर्मशार 

6 वर्षीय बच्ची से चाचा ने की दरिंदगी: शर्मशार 

नरेश राघानी 

जयपुर। शहर में 6 साल की बच्ची से रेप का मामला सामने आया है। कमरे में अकेला पाकर कलयुगी चाचा ने उसके साथ दरिंदगी की। संभालने पहुंची मां के कमरे में पहुंचने पर मासूम बोली- पेट में दर्द हो रहा है। मासूम बेटी के आपबीती सुनाने पर शास्त्री नगर थाने में मामला दर्ज करवाया गया। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत एफायर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त मनोज कुमार शर्मा कर रहे है।

पुलिस ने बताया कि शास्त्री नगर निवासी एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। शिकायत में बताया कि 18 जून को दोपहर वह घर का काम कर रही थी। दोपहर करीब 3 बजे 6 साल की बेटी कमरे में मोबाइल देख रही थी। उसने देवर को कमरे में बेटी के पास खेलने जाते हुए देखा। कमरे में मासूम बेटी के पास देवर के होने पर वह निश्चिंत होकर अपना काम करने लगी।

करीब आधे घंटे बाद कमरे में बेटी को संभालने पहुंची। देवर कमरे में नहीं था और बेटी दर्द से तड़प रही थी। मासूम बेटी से पूछने पर बोली- पेट में दर्द हो रहा है। कुछ गलत होने का शक होने पर मासूम से पूछने पर उसने चाचा की करतूत के बारे में बताया। पीड़ित बच्ची को लेकर उसके मम्मी-पापा थाने पहुंचे। कलयुगी चाचा की करतूत बताते हुए मामला दर्ज करवाया।

पहले ही तैयारी, विपदा से लोगों की सुरक्षा: सीएम 

पहले ही तैयारी, विपदा से लोगों की सुरक्षा: सीएम 

नरेश राघानी  

जयपुर। मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत बिपारजॉय चक्रवात से प्रभावित इलाकों के दो दिवसीय दौरे के तहत मंगलवार को दोपहर में बाड़मेर के चौहटन पहुंचे जहां उन्‍होंने कहा कि प्रभावितों को नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा। उल्‍लेखनीय है कि बिपारजॉय चक्रवात के कारण राज्‍य के अनेक जिलों के निचले इलाके जलमग्‍न हो गए हैं। 


इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भरतपुर, धौलपुर, करौली जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गहलोत ने बाड़मेर के बारिश प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वे के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम लगातार निगरानी कर रहे हैं। हमने पहले ही तैयारी कर रख थी ताकि कैसी भी विपदा आए, लोगों को तकलीफ नहीं हो। ’’ 

उन्‍होंने कहा कि प्रशासन ने प्रभावित जिलों में 15-17 हजार लोगों को पहले ही सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया। ‘‘ऐहतिया‍त के तौर पर सेना के दो कॉलम बुला लिए गए और राज्‍य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 17 टीमें व एनडीआरएफ की आठ टीमें लगाई गईं हैं। आपदा मित्र भी साथ लगे।’’ गहलोत ने कहा ‘‘पशुधन व मकान आदि को हुई हानि का एसडीआरएफ के नियमों के अनुसार जिला प्रशासन सर्वे कर रहा है। सबको मुआवजा दिया जाएगा।’’ 


उन्‍होंने कहा कि बारिश से बड़ी संख्‍या में बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, 2000 बिजली ट्रांसफर खराब हो गए हैं, अनेक सड़कें टूट गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश संबंधी हादसों में सात लोगों की मौत हो गई और राहत बलों ने 265 लोगों को बचाया है। मुख्‍यमंत्री गहलोत अपने तय कार्यक्रम स्‍थगित कर मंगलवार को बाड़मेर पहुंचे। वे दो दिन के दौरे में मंगलवर को बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले तथा बुधवार को पाली व जोधपुर जिले में रहेंगे और प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। साथ ही वह प्रभावित लोगों से भी मिलेंगे।

नरेश राघानी  

जयपुर। मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत बिपारजॉय चक्रवात से प्रभावित इलाकों के दो दिवसीय दौरे के तहत मंगलवार को दोपहर में बाड़मेर के चौहटन पहुंचे जहां उन्‍होंने कहा कि प्रभावितों को नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा। उल्‍लेखनीय है कि बिपारजॉय चक्रवात के कारण राज्‍य के अनेक जिलों के निचले इलाके जलमग्‍न हो गए हैं। 

इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भरतपुर, धौलपुर, करौली जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गहलोत ने बाड़मेर के बारिश प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वे के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम लगातार निगरानी कर रहे हैं। हमने पहले ही तैयारी कर रख थी ताकि कैसी भी विपदा आए, लोगों को तकलीफ नहीं हो। ’’ 

उन्‍होंने कहा कि प्रशासन ने प्रभावित जिलों में 15-17 हजार लोगों को पहले ही सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया। ‘‘ऐहतिया‍त के तौर पर सेना के दो कॉलम बुला लिए गए और राज्‍य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 17 टीमें व एनडीआरएफ की आठ टीमें लगाई गईं हैं। आपदा मित्र भी साथ लगे।’’ गहलोत ने कहा ‘‘पशुधन व मकान आदि को हुई हानि का एसडीआरएफ के नियमों के अनुसार जिला प्रशासन सर्वे कर रहा है। सबको मुआवजा दिया जाएगा।’’ 

उन्‍होंने कहा कि बारिश से बड़ी संख्‍या में बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, 2000 बिजली ट्रांसफर खराब हो गए हैं, अनेक सड़कें टूट गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश संबंधी हादसों में सात लोगों की मौत हो गई और राहत बलों ने 265 लोगों को बचाया है। मुख्‍यमंत्री गहलोत अपने तय कार्यक्रम स्‍थगित कर मंगलवार को बाड़मेर पहुंचे। वे दो दिन के दौरे में मंगलवर को बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले तथा बुधवार को पाली व जोधपुर जिले में रहेंगे और प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। साथ ही वह प्रभावित लोगों से भी मिलेंगे।

एससी: चुनावों में केंद्रीय बलों की तैनाती होगी 

एससी: चुनावों में केंद्रीय बलों की तैनाती होगी 

अकाशुं उपाध्याय

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव हिंसा के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावों में केंद्रीय बलों की तैनाती होगी। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेशों में दखल देने से इनकार किया।  

इस फैसले से ममता सरकार और राज्य चुनाव आयोग को झटका लगा है। हाईकोर्ट के केंद्रीय बलों की तैनाती के आदेश के खिलाफ अर्जी खारिज हो गई है। हाईकोर्ट के आदेश का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो, क्योंकि राज्य एक ही दिन में सभी सीटों पर चुनाव करा रहा है। इन परिस्थितियों में हम पाते हैं कि उच्च न्यायालय के आदेश में किसी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।


सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार पर सवाल उठाए और कहा कि चुनाव कराना हिंसा करने का लाइसेंस नहीं है। निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव जमीनी स्तर के लोकतंत्र की पहचान है। हिंसा के माहौल मे चुनाव नहीं कराया जा सकता। निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित किए जाने चाहिए। इससे पहले प. बंगाल पंचायत चुनाव हिंसा मामले में ममता सरकार और राज्य चुनाव आयोग की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच इस मामले में सुनवाई कर रही है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने 48 घंटे में हर जिले में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती का आदेश दिया था। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है।

खराब मौसम के कारण आपात लैंडिंग कराई

खराब मौसम के कारण आपात लैंडिंग कराई

संदीप मिश्र 

वाराणसी। खराब मौसम की वजह से दिल्ली से काठमांडू जा रहा एयर इंडिया का विमान सोमवार को वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया। एटीसी से अनुमति मिलने के बाद विमान रात 9:50 बजे लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। विमान में कुल 170 यात्री सवार थे।

जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया का विमान एआई 211 दिल्ली से 170 यात्रियों को लेकर काठमांडू के लिए उड़ा। काठमांडू हवाई क्षेत्र में विमान पहुंचा तो पता चला कि मौसम खराब था और विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी गई। इस कारण विमान को वाराणसी एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट कर दिया गया।एयरपोर्ट निदेशक अर्यमा सान्याल ने बताया कि काठमांडू में मौसम खराब होने के कारण विमान डायवर्ट होकर वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरा गया। मौसम ठीक होने के बाद विमान ने काठमांडू के लिए उड़ान भरा।

2 अरब लोगों को आपदाओं का दंश झेलना होगा 

2 अरब लोगों को आपदाओं का दंश झेलना होगा 

अखिलेश पांडेय

नई दिल्ली। लगभग दो अरब लोगों को महत्वपूर्ण पानी प्रदान करने वाले हिमालय के ग्लेशियर जलवायु परिवर्तन के कारण पहले से कहीं अधिक तेजी से पिघल रहे हैं। जिससे समुदायों को अप्रत्याशित और महंगी आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है। वैज्ञानिकों ने इसे लेकर चेतावनी दी है। इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट (आईसीआईएमओडी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दशक की तुलना में 2011 से 2020 तक ग्लेशियर 65 प्रतिशत तेजी से गायब हुए। 

मुख्य लेखक फिलिपस वेस्टर ने एएफपी को बताया कि जैसे-जैसे यह गर्म होगा, बर्फ पिघलेगी, जिसकी उम्मीद पहले से थी। लेकिन जो अप्रत्याशित और बहुत चिंताजनक है वह है पिघलने की गति। यह जितना हमने सोचा था उससे कहीं अधिक तेजी से हो रहा है।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र में ग्लेशियर पर्वतीय क्षेत्रों में लगभग 24 करोड़ लोगों के साथ-साथ नीचे नदी घाटियों में अन्य 165 करोड़ लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत हैं। वर्तमान स्थिति के आधार पर आईसीआईएमओडी ने कहा कि सदी के अंत तक ग्लेशियर अपनी वर्तमान मात्रा का 80 प्रतिशत तक खो सकते हैं। बता दें कि आईसीआईएमओडी, एक अंतर-सरकारी संगठन है। 

इसमें सदस्य देश के रूप में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, चीन, भारत, म्यांमार और पाकिस्तान भी शामिल हैं। ग्लेशियर दुनिया की 10 सबसे महत्वपूर्ण नदी जिनमें गंगा, सिंधु, येलो, मेकांग और इरावदी शामिल हैं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अरबों लोगों को भोजन, ऊर्जा, स्वच्छ हवा और आय की आपूर्ति करता है। आईसीआईएमओडी के उप प्रमुख इजाबेला कोजिएल ने कहा कि यहां ग्लेशियर और जमे बर्फ पर एशिया में दो अरब लोगों के पानी पर निर्भरता बनी हुई है। इस क्रायोस्फीयर (एक जमे हुए क्षेत्र) को खोने के परिणाम बहुत विशाल है। 

समीक्षा की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि भले ही ग्लोबल वार्मिंग पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 1.5 से 2.0 डिग्री सेल्सियस तक सीमित है, जो पेरिस जलवायु संधि में सहमत है। ग्लेशियरों को 2100 तक अपनी मात्रा का एक तिहाई से आधा खोने की उम्मीद है। मुख्य लेखक फिलिपस वेस्टर ने आगे कहा है कि यह तत्काल जलवायु कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित करता है। हर छोटी वृद्धि का बहुत बड़ा प्रभाव होगा और हमें वास्तव में, वास्तव में जलवायु पर काम करने की आवश्यकता है। 

मालूम हो कि 1800 के दशक के मध्य के बाद से दुनिया लगभग 1.2 डिग्री सेल्सियस का औसत गर्म हुआ है। इससे चरम मौसम का एक सिलसिला शुरू हो गया है। इससे तीव्र गर्मी की लहरें, अधिक गंभीर सूखे और चक्रवाती तूफान अधिक क्रूर हो गए हैं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-250, (वर्ष-06)

2. बुधवार, जून 21, 2023

3. शक-1944, आषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि- तीज़, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:23, सूर्यास्त: 07:18। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम- 36+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित

सीडीओ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज।‌ उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष अंतर्गत जनपद ...