रविवार, 18 जून 2023

रेगिस्तान में बाढ़ जैसे हालात पैदा, बिपरजाय

रेगिस्तान में बाढ़ जैसे हालात पैदा, बिपरजाय

नरेश राघानी 

जयपुर। गुजरात में तबाही मचाने के बाद बिपरजॉय तूफान राजस्थान के बाड़मेर में भी कहर बरपा रहा है। बाड़मेर ज़िले में चौहटन में अब तक सबसे ज़्यादा बारिश, 10 इंच तक बारिश हुई है। वहीं, जालोर के रानीवाड़ा में 4.3 इंच बारिश हो चुकी है। सबसे ज़्यादा बारिश जालोर बाड़मेर और सिरोही में हो रही है। यहां जल भराव और बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं। 

एनडीआरएफ़ की टीम सिवान में तैनात हैं। बाड़मेर जिले के चौहटन इलाके में बीते 24 घंटों में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है। लगातार बारिश होने से राजस्थान के रेगिस्तान में बाढ़ जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं। अरब सागर में उठे चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के असर से राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर रविवार को भी जारी है। जालोर की रानीवाड़ा में सेना से मदद ली गयी है। तीनों ज़िले गुजरात से लगते हुए है।

रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर खिलाफत 

रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर खिलाफत 

इकबाल अंसारी  

मुंबई। आदि पुरुष के स्क्रिप्ट राइटर मनोज मुंतशिर ने अपने ट्वीट मे लिखा, ‘रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो हर भावना का सम्मान करना। सही या ग़लत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है। आदिपुरुष में 4000 से भी ज्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएं आहत हुईं। उन सैकड़ों पंक्तियों में जहां श्री राम का यशगान किया, मां सीता के सतीत्व का वर्णन किया। उनके लिए प्रशंसा भी मिलनी थी, जो पता नहीं क्यों मिली नहीं ?’ प्रभास, सैफ अली खान और कृति सेनन स्टारर फिल्म ‘आदिपुरुष’ शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। फिल्म ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है, लेकिन सोशल मीडिया पर फिल्म के डायलॉग और सीन्स को लेकर बवाल मचा हुआ है।

तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट

तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट

श्रीराम मौर्य  

देहरादून। उत्तराखंड में अगले 5 दिन मौसम के लिहाज से भारी पड़ने की संभावना है, मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने पूर्वानुमान जारी कर राज्य के जनपदों में 22 जून तक तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान मौसम विभाग ने विशेष एहतियात बरतने की सलाह भी दी है।

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी पांच दिवसीय मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक 18 और 19 जून को राज्य के हरिद्वार उधम सिंह नगर देहरादून पौड़ी और नैनीताल जिले में कहीं कहीं गर्जन के साथ बिजली चमकने और 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज झक्कड़ हवाएं चलने की संभावना है। इसके अलावा राज्य के नैनीताल बागेश्वर चमोली और पिथौरागढ़ जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा की भी संभावना है जिसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गयाराज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 20 और 21 जून को राज्य के हरिद्वार उधम सिंह नगर देहरादून पौड़ी और नैनीताल जिले में कहीं कहीं गर्जन के साथ बिजली चमकने और 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज झक्कड़ हवाएं चलने की संभावना है। 

इसके अलावा राज्य के नैनीताल बागेश्वर चमोली और पिथौरागढ़ ,चंपावत ,पौड़ी जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा की भी संभावना है जिसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 22 जून को भी राज्य के जनपदों में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है वहीं देहरादून टिहरी और पौड़ी जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है जिसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

26 जून को रोडवेज का चक्का जाम: हरियाणा 

26 जून को रोडवेज का चक्का जाम: हरियाणा 

राणा ओबरॉय  

चंडीगढ़। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा की ओर से रोहतक के रोडवेज डिपो में काले झंडों के साथ दो घंटे का प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने अतिरिक्त परिवहन सचिव (एसीएस) नवदीप सिंह विर्क पर तानाशाही रवैया बरतने का आरोप लगाया।


वहीं प्रदर्शन के दौरान 26 जून को प्रदेशस्तर पर एक दिन की हड़ताल करने का फैसला लिया गया। कर्मचारियों ने कहा कि सुबह आठ से शाम आठ बजे तक 12 घंटे के चक्का जाम से डिपो के राजस्व को नुकसान और यात्रियों को असुविधा झेलनी पड़ेगी, इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

राजस्थान: 441 नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खुलेंगे 

राजस्थान: 441 नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खुलेंगे 

नरेश राघानी 

जयपुर। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार तथा आमजन को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की दिशा में निरन्तर महत्वपूर्ण फैसलें लिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के 441 गांवों में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने तथा प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र हेतु महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता का एक-एक पद सृजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है।

प्रस्ताव के अनुसार, बाड़मेर के 39, दौसा के 33, जयपुर-प्रथम के 25, सीकर के 25, अलवर के 23, जैसलमेर के 22, नागौर के 20, झुन्झूनूं के 20, भरतपुर के 19, अजमेर के 17, डूंगरपुर के 15, हनुमानगढ़ के 15, करौली के 14, चुरू के 14, जयपुर-द्वितीय के 14, बारां के 14, भीलवाड़ा के 12, जोधपुर के 12, टोंक के 12, राजसमंद के 10, कोटा के 9, बीकानेर के 9, धौलपुर के 6, बूंदी के 6, उदयपुर के 6, बांसवाड़ा के 5, चितौड़गढ़ के 5, सवाई माधोपुर के 5, गंगानगर के 5, सिरोही के 4, जालोर के 4 एवं पाली के 2 सहित कुल 441 गांवों में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट 2023-24 में प्रदेश में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने की घोषणा की गई थी। उक्त घोषणा की क्रियान्विति के क्रम में यह स्वीकृति दी गई है। श्री गहलोत की इस मंजूरी से प्रदेश की गांव-ढाणी में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार होगा तथा स्थानीय लोगों को क्षेत्र में ही बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

मात्र 42 साल की उम्र में 600 बच्चों के पिता

दुनिया आज फादर्स डे को सेलिब्रेट कर रही है। इस मौके पर हम जानेंगे गरियाबंद जिले के देवभोग से 16 किलोमीटर की दूरी पर रहने वाले ‘पापा जी’ के बारे में, जो एक-दो नहीं बल्कि 600 बच्चों के पिता हैं। इन बच्चों के साथ उनका खून का रिश्ता तो नहीं है, लेकिन इन अनाथ बच्चों के पालन-

पोषण की जिम्मेदारी उठाकर वे इनके अपने पिता से भी बढ़कर हो गए हैं। इनके अनाथ आश्रम में छत्तीसगढ़ राज्य के 100 से भी ज्यादा बच्चों का पालन-पोषण हो चुका है।

पापा जी यानी श्याम सुंदर दास (60)… ये गरियाबंद जिले के देवभोग से महज 6 किमी दूरी पर कालाहांडी (ओडिशा) के धरमगढ़ के गंबारीगुड़ा गांव में रहते हैं। यहीं पर रहकर ये अपना अनाथ आश्रम ‘जसोदा’ चलाते हैं, जिसमें 6 दूधमुंहे बच्चों समेत 100 बच्चों का लालन-पालन इनकी निगरानी में होता है। यहां अनाथ बच्चे आते गए और इनकी जिम्मेदारी श्याम सुंदर उठाते गए। इस तरह से पिछले 42 सालों में ये 600 बच्चों के पिता बन गए। इनमें से 37 बेटियों और 17 बेटों की इन्होंने शादी भी की। 8 बेटे सरकारी नौकरी कर रहे हैं।

श्याम सुंदर दास ने बताया कि बचपन में ही इन्होंने अपने पिता को खो दिया था। 1980 में जब वे 18 साल के हुए, तो धर्मगढ़ रोड पर उन्हें एक बच्चा पेड़ के नीचे रोता हुआ मिला। वे उसे उठाकर घर ले गए। उनकी मां जसोदा ने बच्चे का पालन-पोषण शुरू किया। उन्होंने उसी समय से ऐसे बच्चों की सेवा करने की ठान ली थी।

6 महीने के भीतर 4 बच्चे मिले

उस समय श्याम सिलाई का काम कर रहे थे। मजदूरी करने देवभोग के कूम्हडाई गांव में भी रहते थे। उन पर बच्चा चोरी का आरोप भी लगा, जेल जाने की नौबत तक आ गई, लेकिन कुछ समाज सेवियों के बयान ने श्याम सुंदर दास को कानूनी शिकंजे से बचा लिया। 1984 में मां जसोदा भी चल बसी। 90 के दशक में कच्चे मकान में बगैर किसी सहयोग से 40 से ज्यादा बच्चों की परवरिश की।

शादी के लिए कोई बेटी देने को तैयार नहीं था

अनाथ आश्रम के संचालन के लिए जीवन संगिनी की जरूरत थी, लेकिन इतने बड़े काम को देखते हुए कोई अपनी बेटी को देने के लिए तैयार नहीं था। इसके बाद उन्होंने कस्तूरी देवी से लव मैरिज की। शुरू के 15 साल बच्चों के पालन-पोषण के लिए श्याम ने टेलर से लेकर मजदूरी तक का काम किया। इस काम को लेकर जुनून को देखकर 3 बच्चों की मां बन चुकी कस्तूरी 2 साल तक बच्चों समेत दूर चली गई। घर में इस बात पर तनाव होता था, लेकिन बाहर के लोग उनके इस जज्बे से बहुत प्रभावित थे।

बाद में पत्नी कस्तूरी को भी इस नेक काम का आभास हुआ। फिर दोनों ने अनाथ बच्चों की सेवा शुरू कर दी। नौबत ऐसी आ गई कि इनके खुद के बच्चों को लालन-पालन के लिए उनके छोटे भाई ले गए। 2008 के बाद इन्हें सरकारी मदद मिलनी शुरू हुई। भवन और बाउंड्री वॉल बनाए गए। बच्चों की परवरिश के लिए मामूली रकम से सरकारी फंडिंग तब शुरू हुई, जब तक वे 200 बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा कर चुके थे। समय के साथ छत्तीसगढ़ और ओडिशा के 150 से ज्यादा पति-पत्नी ने जसोदा अनाथालय से बच्चे गोद लिए।

कई बच्चों को उनके माता-पिता ही छोड़ जाते हैं

अभी जसोदा आश्रम में करीब 100 बच्चे हैं। इनमें से 30 से ज्यादा बच्चे तो ऐसे हैं, जो जन्म से दिव्यांग हैं और उन्हें गरीबी के चलते उनके माता-पिता ही यहां छोड़कर चले गए हैं। ओडिशा में मौजूद इस आश्रम ने देवभोग अंचल के 100 से भी ज्यादा अनाथ बच्चों को पिछले 42 सालों में आश्रय दिया। सभी बच्चे श्याम सुंदर को पापा जी व उनकी पत्नी कस्तूरी को मां कहते हैं। दंपति 3 आया और 5 कर्मचारियों के साथ मिलकर अपना अनाथ आश्रम चलाते हैं और 24 घंटे बच्चों की सेवा में लगे रहते हैं।

श्याम सुंदर ने बताया कि ओडिशा सरकार की मदद से पिछले 15 सालों में आश्रम के लिए पर्याप्त भवन, बाउंड्रीवॉल बनी है। केवल 40 बच्चों के लालन-पालन के लिए मासिक 1800 रुपए प्रति सदस्य मिलता है। उनके 3 बेटों की कमाई का कुछ भाग और मिल रहे अपार जनसहयोग से बच्चों की परवरिश हो रही है। अब तक श्याम सुंदर दास 600 बच्चों का पालन-पोषण कर चुके हैं।

19 जून से 27 जून तक गुप्त नवरात्रि: आस्था


बिलासपुर। श्री पीताम्बरा पीठ सुभाष चौक सरकण्डा बिलासपुर छत्तीसगढ़ स्थित त्रिदेव मंदिर में आषाढ़ गुप्त नवरात्र उत्सव 19 जून 2023 से 27 जून 2023 तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। पीताम्बरा पीठाधीश्वर आचार्य दिनेश जी महाराज ने बताया कि इस अवसर पर श्री पीताम्बरा पीठ त्रिदेव मंदिर में स्थित श्री ब्रह्मशक्ति बगलामुखी देवी का विशेष पूजन,श्रृंगार जपात्मक यज्ञ, हवन किया जाएगा,साथ ही श्री शारदेश्वर पारदेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक,पूजन एवं परमब्रह्म मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी का पूजन,श्रृंगार किया जाएगा। श्री महाकाली,महालक्ष्मी,महासरस्वती राजराजेश्वरी,त्रिपुरसुंदरी देवी का श्रीसूक्त षोडश मंत्र द्वारा दूधधारियाँ पूर्वक अभिषेक किया जाएगा।

बता दें कि गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की साधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि के दौरान काली, तारा ,षोडशी, त्रिपुरभैरवी, भुवनेश्वरी,छिन्नमस्ता, धूमावती,बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती हैं।

गुप्त नवरात्र में दस महाविद्याओं के पूजन को प्रमुखता दी

स 19 से 27 जून तक गुप्त नवरात्रि प्रारंभरस्वती उपा 19 19 जून से 27 जून तक गुप्त नवरात्रि: आस्था  से 27


तकध्यायजाती है। देवी भागवत के अनुसार महाकाली के उग्र और सौम्य दो रुपों में अनेक रुप धारण करने वाली दस महा-विद्याएँ हुई हैं। भगवान शिव की यह महाविद्याएँ सिद्धियाँ प्रदान करने वाली होती है। दस महाविद्या देवी दुर्गा के दस रूप कहे जाते हैं। प्रत्येक महाविद्या अद्वितीय रुप लिए हुए प्राणियों के समस्त संकटों का हरण करने वाली होती है। इन दस महाविद्याओं को तंत्र साधना में बहुत उपयोगी और महत्वपूर्ण माना जाता है।

काली- दस महाविद्याओं मे से एक मानी जाती हैं।तंत्र साधना में तांत्रिक देवी काली के रूप की उपासना किया जाता है। तारा- दस महाविद्याओं में से माँ तारा की उपासना तंत्र साधकों के लिए सर्वसिद्धिकारक मानी जाती है। माँ तारा परारूपा हैं एवं महासुन्दरी कला-स्वरूपा हैं तथा देवी तारा सबकी मुक्ति का विधान रचती हैं।

षोडशी- माँ ललिता की पूजा से समृद्धि की प्राप्त होती है।

दक्षिणमार्गी शाक्तों के मतानुसार देवी ललिता को चण्डी का स्थान प्राप्त है।

त्रिपुरभैरवी – माँ त्रिपुर भैरवी तमोगुण एवं रजोगुण से परिपूर्ण हैं।

भुवनेश्वरी – माता भुवनेश्वरी सृष्टि के ऐश्वर्य की स्वामिनी हैं।भुवनेश्वरी माता सर्वोच्च सत्ता की प्रतीक हैं..इनके मंत्र को समस्त देवी देवताओं की आराधना में विशेष शक्ति दायक माना जाता है।

छिन्नमस्तिका - माँ छिन्नमस्तिका को मां चिंतपूर्णी के नाम से भी जाना जाता है. माँ भक्तों के सभी कष्टों को मुक्त कर देने वाली है।

धूमावती – माँ धूमावती के दर्शन पूजन से अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है। माँ धूमावती जी का रूप अत्यंत भयंकर हैं इन्होंने ऐसा रूप शत्रुओं के संहार के लिए ही धारण किया है।

बगलामुखी – माँ बगलामुखी स्तंभन की अधिष्ठात्री हैं।इनकी उपासना से शत्रुओं का नाश होता है तथा भक्त का जीवन हर प्रकार की बाधा से मुक्त हो जाता है।

मातंगी – यह वाणी और संगीत की अधिष्ठात्री देवी कही जाती हैं…इनमें संपूर्ण ब्रह्माण्ड की शक्ति का समावेश हैं। भगवती मातंगी अपने भक्तों को अभय का फल प्रदान करती हैं।

कमला – माँ कमला सुख संपदा की प्रतीक हैं।धन संपदा की आधिष्ठात्री देवी है।भौतिक सुख की इच्छा रखने वालों के लिए इनकी अराधना सर्वश्रेष्ठ मानी जाती हैं।

बगलामुखी देवी की उपासना विशेष रूप से वाद-विवाद,शास्त्रार्थ,मुकदमे में विजय प्राप्त करने के लिए, अकारण कोई आप पर अत्याचार कर रहा हो तो उसे रोकने,सबक सिखाने,बंधन मुक्त,संकट से उद्धार, उपद्रवो की शांति,ग्रहशांति एवं संतान प्राप्ति के लिए विशेष फलदाई है।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...