ज्योतिष: 139 दिनों तक उल्टी चाल चलेंगे 'शनिदेव'
सरस्वती उपाध्याय
30 साल के बाद यानी 3 दशक के बाद 3 राशियों की जिंदगी में गोल्डन टाइम शुरू होने जा रहा है। यह गोल्डन टाइम 17 जून 2023 से शुरू होकर 4 नवंबर 2023 तक रहेगा। शनिदेव 139 दिनों तक उल्टी चाल चलेंगे, जिसे ज्योतिष की भाषा में वक्री हो जाना कहते हैं। शनिदेव जब उल्टी चाल चलेंगे तो 3 राशियों, सिंह राशि, वृश्चिक राशि और कुंभ राशि वालों की झोली भर देंगे।
शनि देव को हमारे ज्योतिष में और नवग्रहों में एक प्रमुख स्थान हासिल है। इन्हें न्याय का देवता और कर्म का कारक माना जाता है। शनिदेव एक ऐसे ग्रह हैं, जो हमारे कर्मों के मुताबिक हमें फल देते हैं। ऐसा माना जाता है कि शनि देव जिस पर प्रसन्न हो जाएं, उसे रंक से राजा बना देते हैं और जिन पर उनकी क्रूर दृष्टि पड़ती है, उस व्यक्ति की मुसीबतें बढ़ जाती हैं। ऐसा भी माना जाता है कि हमारे इसी जीवन में शनि हमारे कर्मों के मुताबिक हमें फल देते हैं।
यही शनि देव 17 जून 2023 को रात 10:48 पर वक्री हो जाएंगे यानी उल्टी चाल चलने लगेंगे। 139 दिन उल्टी चाल चलने के बाद शनि देव इसी साल 4 नवंबर 2023 को सुबह 8:26 पर फिर से मार्गी हो जाएंगे यानी सीधी चाल चलने लगेंगे। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सभी 9 ग्रहों में शनि का गोचर विशेष महत्व रखता है। शनि देव सबसे धीमी चाल से चलने वाले ग्रह माने जाते हैं। शनि अढ़ाई साल के बाद अपनी राशि बदलते हैं और सभी 12 राशियों के भ्रमण में वह 30 साल का समय लगाते हैं। इनकी महादशा 19 साल तक चलती है। शनि एक राशि में अढ़ाई साल रहते हैं और इसी बीच कुछ महीनों के लिए वह उल्टी चाल भी चलते हैं। शनिदेव जब अपनी चाल बदलते हैं, उदय होते हैं, अस्त होते हैं ,वक्री अवस्था में होते हैं और फिर मार्गी अवस्था में आते हैं तो जहां कई राशियों को राहत देते हैं, वहीं कई राशियों की जिंदगी में उथल-पुथल भी मचा देते हैं।
17 जून को शनि अपनी ही राशि कुंभ में वक्री होने जा रहे हैं। उनके कुंभ राशि में वक्री होने से शश राजयोग का निर्माण हो रहा है। वैदिक ज्योतिष में इसे बेहद ही शुभ योग माना गया है। इस दौरान इस राजयोग से 3 राशि वालों को विशेष रूप से लाभ होगा। इस अवधि में इन राशि वालों को धन लाभ और मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है।शनिदेव की चाल से 3 राशि वालों का गोल्डन पीरियड शुरू हो जाएगा और इनमें पहली भाग्यशाली राशि सूर्य की सिंह राशि है। सिंह राशि वालों को लंबे समय के बाद कोई खुशखबरी मिलने जा रही है।
शश राजयोग सिंह राशि वालों के लिए अनुकूल रहने वाला है। शनि देव इस राशि के सप्तम भाव में भ्रमण करने जा रहे हैं। ऐसे में आपको आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। इस समय परिवार और सभी सदस्यों के साथ अच्छे संबंध बनेंगे। अविवाहित लोगों के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। वैवाहित लोगों का जीवन अच्छा बितेगा। आजीविका में भी इस समय सुधार होगा। अगर आप कोई काम शुरू करने की सोच रहे हैं, पार्टनरशिप में काम शुरू किया जा सकता है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में जीत हासिल कर सकते हैं।
सिंह राशि के लोग अपनी मेहनत और लगन से अच्छा नाम और पैसा कमाने में कामयाब रहेंगे। आपकी संपत्ति में भी इजाफा होगा और पैतृक संपत्ति भी हासिल हो सकती है। पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा और कैरियर में तरक्की होगी। आपकी नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होगी।
दूसरी राशि जिसका गोल्डन पीरियड शुरू होने वाला है, वह चंद्रमा की वृश्चिक राशि है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि के वक्री करने से बनने वाला शश राजयोग वृश्चिक राशि वालों के लिए भी अनुकूल परिणाम ला सकते है। आर्थिक और प्रॉपर्टी के मामलों में लाभ होगा। बता दें कि शनि आपकी राशि के चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे हैं। इस दौरान आप वाहन या प्रॉपर्टी आदि खरीद सकते हैं। पैतृक संपत्ति से इस अवधि में लाभ हो सकता है। मां का सहयोग प्राप्त होगा। रियल स्टेट, जमीन-जायदाद और शनि ग्रह से संबंधित काम करने वाले लोगों के लिए भी ये समय बेहद शुभ रहेगा।
आपके जीवन में शांति, सुख और समृद्धि लेकर आएगा। आपको अपार धन लाभ भी होगा। आप अपना पैसा बचाने में भी कामयाब रहेंगे। परिणाम स्वरूप आपके बैंक बैलेंस में बढ़ोतरी होगी। कैरियर में अच्छा मुकाम हासिल होगा। आपकी टैलेंट की सराहना होगी। कार्यक्षेत्र में आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों का पूरा सहयोग मिलेगा। व्यापारियों को अपने काम में खूब मुनाफा होगा। परिवार में खुशहाली का माहौल बनेगा। भाग्य के दरवाजे खुल जायेंगे। आपके व्यवहार और आचरण से लोग आपकी तरफ आकर्षित होंगे और आपकी फैन फॉलोइंग भी बढ़ेगी।
तीसरी भाग्यशाली राशि कुंभ राशि है, जिसमें शनिदेव वक्री होने जा रहे हैं और जिसमें शश योग का निर्माण होने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि के व्रकी करने से कुंभ राशि वालों को विशेष लाभ दिलाने वाला है। इस दौरान इस राशि के जातक बहुत भाग्यशाली सिद्ध होंगे। बता दें कि शनि कुंभ राशि के लग्न भाव में वक्री करने जा रहे हैं और इसी राशि के स्वामी ग्रह हैं। ऐसे में इस अवधि में व्यक्ति के व्यक्तित्व में निखार देखने को मिलेगा। नेतृत्व क्षमता में बढ़ोतरी होगी। काफी लंबे समय से रुके हुए काम इस अवधि में पूरी होंगे। इस अवधि में जीवनसाथी की तरक्की हो सकती है। पार्टनरशिप में काम कर रहे हैं, तो सफलता मिलेगी।
कुंभ राशि के लोग अपने कैरियर में एक नई उड़ान भर सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं का मौका मिल सकता है और विदेश में स्थायी रूप से रहने का भी मौका मिल सकता है। मेष राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में पदोन्नति, सहकर्मियों और वरिष्ठों से सराहना भी मिल सकती है। व्यवसाय करने वाले जातकों को व्यापक रूप से लाभ हो सकता है। अगर आपको बिजनेस में इन्वेस्टमेंट करने की सोच रहे हैं तो इस समय करना बहुत शुभ रहेगा। इसके साथ ही समाज में मान-सम्मान और पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।