मंगलवार, 13 जून 2023

अशांत स्थिति का 'केएमटीटीपी' पर असर नहीं पड़ेगा

अशांत स्थिति का 'केएमटीटीपी' पर असर नहीं पड़ेगा

मिनाक्षी लोढी 

कोलकाता। म्यांमा के वाणिज्य मंत्री यू आंग नाइंग ऊ ने कहा कि देश के रखाइन प्रांत में अशांत स्थिति का भारत के साथ कलादान मल्टीमॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट परियोजना (केएमटीटीपी) पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि इस परियोजना के तहत म्यांमा के पलेटवा को मिजोरम के जोरिनपुई से जोड़ने वाली सड़क का निर्माण पुरजोर तरीके से जारी है।

मंत्री ने बताया कि इस सड़क का निर्माण म्यांमा के रखाइन राज्य के पश्चिमी हिस्सों में किया जा रहा है, जबकि अशांति राज्य के दूसरे हिस्से में है। ईईपीसी (इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद) भारत द्वारा आयोजित एक समारोह के इतर उन्होंने कहा, हमें इसके जल्द पूरा हो जाने की उम्मीद है।हालांकि, उन्होंने इसके पूरा होने को लेकर कोई निश्चिम समय सीमा नहीं बताई। मंत्री ने कहा कि रखाइन के सितवे बंदरगाह पर पूर्ण संचालन जल्द ही शुरू होगा और यह दोनों देशों के बीच संपर्क सुविधा में सुधार करने के अलावा भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार के लिए परिवर्तनकारी साबित होगा।

सितवे बंदरगाह 3,200 करोड़ रुपए के केएमटीटीपी का हिस्सा है, जो भारत सरकार से अनुदान सहायता के तहत वित्त पोषित है। केएमटीटीपी के जलमार्ग और सड़क घटकों के पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद भारत के पूर्वी तट को सितवे बंदरगाह के माध्यम से उत्तर-पूर्वी राज्यों से जोड़ा जाएगा। इससे क्षेत्रीय एवं द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। इससे पहले मार्च में विदेश राज्य मंत्री आर के रंजन सिंह ने कहा था कि केएमटीटीपी में म्यांमा में राजनीतिक हालात के कारण देरी हो रही है। सिंह ने आइजोल में संवाददाताओं से कहा था, म्यांमा में उत्पन्न अप्रत्याशित हालात के कारण कलादान परियोजना को लेकर हमारी प्रगति कुछ हद तक प्रभावित हुई है।

70,126 कर्मचारियों को नियुक्ति-पत्र वितरित

70,126 कर्मचारियों को नियुक्ति-पत्र वितरित

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को रोजगार मेले के तहत 70,126 नव-नियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति-पत्र वितरित किए। इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि रोजगार मेले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकारों की पहचान बन गए हैं।

उन्होंने कहा कि आज निजी व सरकारी क्षेत्र में नौकरियों के अवसर बन रहे हैं और जिस पैमाने पर युवाओं को नौकरी दी गई है, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा, सरकारी नौकरी देने वाले प्रमुख संस्थानों- संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी), कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) और रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) ने पहले के मुकाबले ज्यादा युवाओं को नौकरी दी हैं। इन संस्थाओं का जोर परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने पर भी रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को लेकर जितना विश्वास और उसकी अर्थव्यवस्था पर जितना भरोसा आज है, वह पहले कभी नहीं रहा। उन्होंने कहा कि वैश्विक मंदी, कोरोना महामारी और यूक्रेन-रूस युद्ध के बावजूद भारत अपनी अर्थव्यवस्था को नयी ऊंचाई पर ले जा रहा है। उन्होंने कहा, आज भारत बीते एक दशक की तुलना में ज्यादा स्थिर, ज्यादा सुरक्षित और ज्यादा मजबूत देश है। राजनीतिक भ्रष्टाचार, योजनाओं में गड़बड़ी और जनता के धन का दुरुपयोग पुरानी सरकारों की पहचान थी लेकिन आज भारत को राजनीतिक स्थिरता, निर्णायक फैसलों और आर्थिक व प्रगतिशील सामाजिक सुधारों के लिए जाना जाता है। रोजगार मेले का आयोजन देशभर में 43 जगहों पर हुआ।

केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के साथ-साथ राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों में भी बड़े पैमाने पर नियुक्तियां की गई हैं। नए कर्मचारियों को वित्तीय सेवा विभाग, डाक विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, रक्षा मंत्रालय, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, रेल मंत्रालय, लेखापरीक्षा और लेखा विभाग और गृह मंत्रालय सहित विभिन्न विभागों में नियुक्त किया गया है।

नव नियुक्त कर्मचारियों को आईजीओटी कर्मयोगी पोर्टल पर कर्मयोगी प्रारंभ ऑनलाइन मॉड्यूल के माध्यम से खुद को प्रशिक्षित करने का अवसर भी मिल रहा है। यहां 400 से अधिक ई-लर्निंग पाठ्यक्रम कहीं भी, किसी भी उपकरण पर अध्ययन के लिए उपलब्‍ध हैं।

गृहमंत्री शाह ने 3 बड़ी योजनाओं की घोषणा की

गृहमंत्री शाह ने 3 बड़ी योजनाओं की घोषणा की

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को 8,000 करोड़ रुपये से अधिक की तीन बड़ी योजनाओं की घोषणा की, जिनके तहत सभी राज्यों में अग्निशमन सेवाओं का आधुनिकीकरण, सात बड़े शहरों में बाढ़ की आशंकाओं को कम करने और 17 राज्यों में भूस्खलन रोकने का काम किया जाएगा। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए शाह ने यह सुनिश्चित करने की भी अपील की कि देश में कहीं भी आपदा से एक भी जान नहीं जानी चाहिए। 

उन्होंने कहा, ‘‘राज्यों में अग्निशमन सेवा के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए 5,000 करोड़ रुपये की सहायता दी जाएगी। शहरों में बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए सर्वाधिक जनसंख्या वाले सात महानगरों - मुंबई, चेन्नई, कोलकाता बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद और पुणे के लिए 2,500 करोड़ रुपये दिये जाएंगे।’’ शाह ने कहा, ‘‘भू-स्खलन की रोकथाम के लिए 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 825 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय भू-स्खलन जोखिम शमन परियोजना चलाई जाएगी।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा प्रयास होना चाहिए कि एक भी व्यक्ति की जान आपदा के कारण ना जाए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 5 साल में सभी राज्यों ने इस लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में प्रयास किए हैं’’ गृह मंत्री ने कहा कि देश के जिन राज्यों में परमाणु ऊर्जा संयंत्र बन रहे हैं, वहां राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा दौरा किया गया है और किसी भी आपात स्थिति में लोगों के बचाव के लिए सख्त प्रोटोकॉल राज्यों को भेजे गए हैं। 

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सभी संबंधित राज्यों से अपील है कि इस पर प्राथमिकता से ध्यान दें। परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में काम शुरू करने और बिजली उत्पादन से पहले आपदा प्रबंधन के समस्त उपाय अपनाये जाने चाहिए। यह हम सभी के लिए सर्वोपरि आवश्यकता है।’’ उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में केन्द्र और राज्यों ने काफी उपलब्धियां प्राप्त की हैं, लेकिन हम इससे संतुष्ट होकर नहीं बैठ सकते हैं। 

उन्होंने कहा, ‘‘आपदाओं का स्वरूप बदला है और उनकी आवृत्ति और तीव्रता भी बढ़ी है, इसीलिए हमें अपनी तैयारियों को इसके साथ अधिक पैना और व्यापक करना होगा।’’ शाह ने कहा, ‘‘अब कई नए स्थानों पर नई आपदाएं आ रही हैं, इसके लिए भी हमें अपने आप को तैयार करना होगा।’’ 

गृह मंत्री ने कहा, ‘‘इसलिए हमें अपनी तैयारियों को बढ़ाना होगा। आपदा प्रबंधन हमारे देश में कोई नयी अवधारणा नहीं है। चाणक्य के अर्थशास्त्र में पौराणिक समय में प्रशासन के कार्यों से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध हैं और सभी आपदा प्रबंधन की बात करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मिलकर सफलतापूर्वक सदी की सबसे भयावह महामारी का सामना किया। 

शाह ने कहा कि पहले आपदा के प्रति देश का दृष्टिकोण राहत-केन्द्रित और प्रतिक्रिया वाला होता था, लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नौ साल में त्वरित चेतावनी प्रणाली, रोकथाम, प्रभाव कम करने और पूर्व तैयारी-आधारित आपदा प्रबंधन को सामूहिक मेहनत और लगन से जमीन पर उतारा गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने ‘आपदा मित्र’ योजना के तहत 350 उच्च-जोखिम आपदा संभावित जिलों में लगभग एक लाख युवा स्वयंसेवकों को तैयार करने का लक्ष्य रखा है, इससे आपदाओं के समय बहुत अच्छे नतीजे मिल रहे हैं। 

चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति, आशंका 

चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति, आशंका 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका है और गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। आईएमडी के अनुसार, ‘बिपारजॉय’ मंगलवार को अत्यंत गंभीर चक्रवात से कमजोर होकर बेहद गंभीर चक्रवात में बदल गया।

‘बिपारजॉय’ के एक बेहद गंभीर चक्रवात के रूप में 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र तथा कच्छ के तटों को पार करने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने के आसार हैं। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इससे संभवत: काफी अधिक नुकसान हो सकता है।’’ आईएमडी के अनुसार, गुजरात में कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर जिलों में 13 से 15 जून तक 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हो सकती है। उन्होंने आगाह किया, ‘‘हमें आश्चर्य नहीं होगा अगर इन क्षेत्रों में 25 सेमी से अधिक वर्षा दर्ज की जाती है। आमतौर पर, साल के इस समय में इतनी तेज बारिश नहीं होती है। इसलिए, निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा है।’’

आईएमडी के अनुसार, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में भारी से अधिक भारी बारिश होने के आसार हैं। इन जिलों में 15 जून को 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तेज हवाओं और बारिश से खड़ी फसलों, घरों, सड़कों, बिजली और संचार के खंभों को व्यापक नुकसान हो सकता है और निकासी मार्गों में बाढ़ आ सकती है। महापात्र ने कहा, ‘‘सौराष्ट्र, कच्छ के निचले तटवर्ती इलाकों में छह मीटर ऊंची ज्वारीय लहरें आ सकती हैं। ऐसे क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए कदम उठाने और अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने का सुझाव दिया गया है।’’ आईएमडी के अनुसार, उत्तर-पूर्व और आस-पास के पूर्व-मध्य अरब सागर में समुद्र की स्थिति अभूतपूर्व (10 से 14 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं) है।

आईएमडी ने 15 जून तक तेल अन्वेषण, जहाज की आवाजाही और मछली पकड़ने सहित सभी गतिविधियों को पूरी तरह से स्थगित करने की सिफारिश की है। मौसम विभाग ने दुनिया में एशियाई शेरों का एकमात्र ज्ञात निवास स्थान गिर राष्ट्रीय उद्यान और अन्य प्रसिद्ध स्थानों जैसे सोमनाथ मंदिर में स्थिति की बारीकी से निगरानी करने की सिफारिश की है। इस वर्ष अरब सागर में उठा पहला चक्रवात ‘बिपारजॉय’ छह और सात जून को तेज हो गया।

यह चक्रवाती प्रवाह से बढ़कर केवल 48 घंटों में बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बन गया। आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात सामान्य अवधि से अधिक समय तक मजबूत बना रहा है, जिसके लिए मौसम विज्ञानी असामान्य रूप से गर्म अरब सागर को जिम्मेदार मानते हैं। आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि ‘बिपारजॉय’ अरब सागर में सबसे लंबी अवधि वाला चक्रवात बनने की राह पर है। छ: जून को सुबह साढ़े पांच बजे दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर विकसित हुए चक्रवात ‘बिपारजॉय’ की अवधि अब तक लगभग आठ दिन और नौ घंटे है। अरब सागर में उठे 2019 के अत्यंत गंभीर चक्रवात ‘क्यार’ की अवधि नौ दिन और 15 घंटे थी। यह पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर विकसित हुआ और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के ऊपर कमजोर हुआ।

बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर 2018 के बहुत ही भयंकर चक्रवाती तूफान ‘गाजा’ का असर नौ दिन और 15 घंटे रहा। आईएमडी ने कहा कि यह दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र को पार कर गया, अरब सागर में उभरा और वहीं कमजोर हो गया। वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में चक्रवाती तूफान में तेजी आ रही है और जलवायु परिवर्तन के कारण ये लंबे समय तक अपनी तीव्रता बनाए रख सकते हैं।

‘उत्तर हिंद महासागर के ऊपर उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की बदलती स्थिति’ नामक एक अध्ययन के अनुसार, अरब सागर में चक्रवातों की आवृत्ति, अवधि और तीव्रता मॉनसून के बाद की अवधि में लगभग 20 प्रतिशत और मॉनसून पूर्व में 40 प्रतिशत बढ़ गई है। अध्ययन के मुताबिक, अरब सागर में चक्रवातों की संख्या में 52 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि बहुत गंभीर चक्रवातों में 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-243, (वर्ष-06)

2. बुधवार, जून 14, 2023

3. शक-1944, आषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:45, सूर्यास्त: 06:55। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 25 डी.सै., अधिकतम- 42+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

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सोमवार, 12 जून 2023

यमुना ब्रिज नैनी, कार्यों की प्रगति के संबंध में बैठक 

यमुना ब्रिज नैनी, कार्यों की प्रगति के संबंध में बैठक 

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। डीएम संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में यमुना ब्रिज नैनी के मरम्मत कार्यों की प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में डीएम ने कहा कि यमुना ब्रिज पर मरम्मत अवधि के दौरान गिट्टी, मोरम एवं अन्य भारी वाहनों का प्रवेश पूर्णतः वर्जिंत रहेगा, नहीं तो सम्बंधित थानाध्यक्ष इसके लिए जिम्मेदार होंगे। उन्होंने सभी सम्बंधित थानाध्यक्षों को डायवर्जन प्लान को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए है तथा बैरियर लगाकर उस पर रूर्ट चार्ट/डायवर्जन प्लान लगाये जाने के निर्देश दिए है।

डीएम ने एनएचएआई के अधिकारियों को कार्य में और तेजी लाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि यदि मरम्मत के कार्यों में कोई कमी रहती है, तो आपकी जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने मरम्मत कार्यों की प्रति सप्ताह प्रगति रिपोर्ट देने को कहा है। उन्होंने समयानुसार कार्य न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यों की प्रगति में तेजी लाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने फेज-1 कितने कार्य हो चुके है तथा फेज-2 के क्या कार्य चल रहे है, की प्रगति रिपोर्ट मांगी है।

इस अवसर पर एडीएम सिटी मदन कुमार, डीसीपी यमुनापार संतोष मीना, सीओ, आरटीओ, खनन अधिकारी एवं सम्बंधित थानों के थानाध्यक्षों सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

छत्तीसगढ़: संगठन की वार्षिक आमसभा संपन्न 

छत्तीसगढ़: संगठन की वार्षिक आमसभा संपन्न 


उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला समूहों को विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा ने किया सम्मानित

छत्तीसगढ़ आजीविका मिशन बिहान के वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुई विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा

रायपुर। छत्तीसगढ़ आजीविका मिशन बिहान के अंतर्गत सोमवार को ग्राम पंचायत सिलयारी के शक्ति महिला कलस्टर संगठन की वार्षिक आमसभा संपन्न हुई। इस कार्यक्रम में बिहान समूह के समस्त कलस्टर के महिलाओं ने अपने कार्यों और उपलब्धियों को प्रस्तुत किया और आगामी कार्य योजना बनाई और इस इस अवसर में विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा के द्वारा महिला संगठनों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने कहा लगातार हमारी सरकार के द्वारा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए योजनाए महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगीक पार्क योजना (रीपा) के माध्यम से आज प्रदेश भर में महिलाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनी है।

सोमवार को कार्यक्रम मे मुख्य रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष डोमेश्वरी वर्मा,जनपद पंचायत अध्यक्ष उत्तरा कमल भारती, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दुर्गेश वर्मा, जनपद सदस्य दुर्गा शेखर यादव, ग्राम पंचायत सरपंच भानमती मनीष मांडले, घनश्याम वर्मा, कन्हैया यादव,अजय वर्मा, ओम निचलानी, प्रकाश ठाकुर, कुमुदिनी चंद्रवंशी, संतोष शर्मा, मनोज शर्मा, कन्हैया निचलानी, शेखर यादव, राजू भोजवानी, श्री राम साहू, दीपक अग्रवाल, अशोक निचलानी, रोशन पुरी गोस्वामी,रवि लहरी सहित अन्य विभागीय अधिकारी और कर्मचारी सहित भारी संख्या में समूह की महिलाएं उपस्थित रही।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...