रविवार, 11 जून 2023

₹1367 करोड़ की पूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन 

₹1367 करोड़ की पूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन 

इकबाल अंसारी 

सलेम। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने रविवार को राज्य के सलेम जिले में 1367 करोड़ रुपये की पूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया और अनुमानित 236 करोड़ रुपये की नयी परियोजनाओं की आधारशिला रखी। राज्य की पूर्ववर्ती अन्नाद्रमुक सरकार पर निशाना साधते हुए, स्टालिन ने उसके वित्तीय प्रबंधन को आडे़ हाथ लिया और उस पर केंद्र की सभी पाबंदियों’’ का "आँख बंद करके" समर्थन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य ने जीएसटी के कारण अपना अधिकार खो दिया था।

उन्होंने यहां एक सरकारी कार्यक्रम में कहा, इसीलिए हमें आज पर्याप्त धन नहीं मिल रहा, वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं क्योंकि (अन्नाद्रमुक सरकार) ने (केंद्र की) यूडीएवाई योजना पर हस्ताक्षर किए हैं, इसलिए बिजली दरों में संशोधन करने की मजबूरी है। स्टालिन ने कहा कि उनकी सरकार को लोगों पर बोझ डाले बिना राज्य के वित्तीय प्रबंधन को बेहतर करना है।

उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) ने अब राजस्व घाटा कम कर दिया है, यहां तक कि नयी योजनाएं शुरू की जा रही हैं। स्टालिन ने कहा कि यह सरकार कोष की कमी का हवाला देते हुए नए उपक्रमों को लागू करने से पीछे नहीं हटी है।

सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि इससे पहले, मुख्यमंत्री ने पुनर्निर्मित बस स्टैंड, बहुमंजिला पार्किंग स्थल, स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाओं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए नयी इमारतों, नयी सड़कों सहित कई पूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया। स्टालिन ने अनुमानित 236 करोड़ रुपये की 331 परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। मुख्यमंत्री ने राज्य की राजधानी चेन्नई से लगभग 300 किलोमीटर दूर स्थित इस जिले के पेरारिगनार अन्ना पार्क में द्रमुक के दिवंगत अध्यक्ष एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की 16 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण भी किया। 

उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा 'बिपारजॉय' तूफान 

उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा 'बिपारजॉय' तूफान 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर बना शक्तिशाली चक्रवाती तूफान बिपारजॉय पिछले छ: घंटों के दौरान नौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा है और बेहद विध्वंसक चक्रवात में बदल गया है। भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) ने रविवार को जारी एक बुलेटिन में कहा, “शक्तिशाली चक्रवाती तूफान आज सुबह 05:30 घंटे पहले उसी क्षेत्र अक्षांश 17.9 ° उत्तर और देशांतर 67.4 ° पूर्व, मुंबई से लगभग 580 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, 480 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम , पोरबंदर के दक्षिण-पश्चिम में, देवभूमि द्वारका से 530 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में, नलिया से 610 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और कराची (पाकिस्तान) से 780 किमी दक्षिण में था।

इसके 14 जून की सुबह तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। फिर उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते हुए सौराष्ट्र और कच्छ साथ ही लगते हुए पाकिस्तान के तटीय इलाकों मांडवी (गुजरात) तथा कराची (पाकिस्तान) से गुजरेगा। इसके बाद 15 जून को 125 से 135 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार के 150 किलोमीटर प्रतिघंटा में बदल कर एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। इस जबरदस्त चक्रवाती तूफान के कारण गुजरात में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई। इस क्रम में 14 जून को गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी है। जबकि कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर साथ ही सौराष्ट्र और कच्छ के जामनगर,राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिले में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।

कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में कुछ स्थानों पर 15 जून को भारी से बहुत भारी वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा साथ ही पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। इतना ही नहीं 15 जून को सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात क्षेत्र के शेष जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान है।

पूर्व मध्य और इससे सटे पश्चिम मध्य और पूर्वोत्तर अरब सागर में आज 160-175 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 195 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और कल 150-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। बुलेटिन मे कहा गया कि कच्छ , देवभूमि द्वारका, पाेरबंदर, जामनगर और मोरबी जिलों में चेतावनी है। जिस समय यह तूफान जमीन से टकरायेगा उस समय इन जिलों के निचले इलाकों में दो मीटर ऊंची ज्वारीय लहरें उठने की आशंका है।  

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-241, (वर्ष-06)

2. सोमवार, जून 12, 2023

3. शक-1944, आषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि- नवमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:45, सूर्यास्त: 06:55। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 25 डी.सै., अधिकतम- 43+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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शनिवार, 10 जून 2023

14,239 अध्यापकों की सेवाएं नियमित, मंजूरी 

14,239 अध्यापकों की सेवाएं नियमित, मंजूरी 

अमित शर्मा 

चंडीगढ़/मानसा। शिक्षा के क्षेत्र में एक और बड़ा लोक हितैषी फैसला लेते हुए पंजाब मंत्रिमंडल ने 14,239 अध्यापकों की सेवाएं नियमित करने की मंजूरी दे दी है। इनमें 6337 वे अध्यापक भी नियमित हुए हैं, जिनको राज्य के इतिहास में पहली बार तजुर्बे में राहत दी गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि मंत्रिमंडल ने 14,239 अध्यापकों की सेवाएं रेगुलर करने का फ़ैसला किया है, जो 10 साल की नौकरी पूरी कर चुके हैं या किसी कारण नौकरी में अंतर (गैप) डाल कर 10 साल की रेगुलर सेवा निभा चुके हैं।

इन 14239 अध्यापकों में से 7902 अध्यापकों ने नौकरी का 10 साल या इससे अधिक का समय पूरा किया है जबकि 6337 अध्यापक वे हैं जिनका अपरिहार्य स्थिति के कारण रेगुलर सेवा में गैप पड़ गया था। इन अध्यापकों को सरकार की नीति के मुताबिक रेगुलर वेतन, भत्ते और छुट्टियां मिलेंगी।मंत्रिमंडल ने पैरा-मेडिकल स्टाफ के 1445 पद सृजन करने के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में हाऊस डॉक्टरों के 485 पद सृजन करने की भी मंजूरी दे दी है। इस कदम का उद्देश्य लोगों को उनके घर पर मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। इससे योग्य डॉक्टरों और पैरा-मैडीकल स्टाफ के लिए नौकरियों के नये मौके पैदा होंगे।

आम लोगों के साथ होती ठगी रोकने के लिए धोखेबाज़ वित्तीय संस्थाओं पर शिकंज़ा कसते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब मंत्रीमंडल ने आज ‘दा पंजाब बैनिंग ऑफ अनरेग्यूलेटिड डिपॉज़ट स्कीम रूल्ज-2023’ तैयार करने के लिए हरी झंडी दे दी है। मंत्रिमंडल का यह मानना है कि बीते समय में मुल्क में वित्तीय संस्थाओं की संख्या काफी बढ़ी है, जो निवेशकों को ठगने की नीयत से अधिक ब्याज दरों या इनामों की पेशकश के द्वारा या ग़ैर-व्यावहारिक या व्यापारिक तौर पर खरा न उतरने वाले वादों के साथ लोगों को ख़ासकर मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग के साथ धोखा करती हैं।

यहाँ तक कि ऐसी वित्तीय संस्थाएं लोगों की जमा पूँजी के विरुद्ध मियाद पूरी होने पर वापस पैसा देने या ब्याज अदा करने या कोई अन्य सेवा प्रदान करने से जानबूझ कर आनाकानी करती हैं और लोगों के साथ धोखा करती हैं। इसलिए राज्य में उपयुक्त कानून लाने की ज़रूरत महसूस की गई जिससे वित्तीय संस्थाओं में निवेश करने वाले लोगों के हित सुरक्षित रखे जा सकें।

मंत्रिमंडल ने साल 2021-22 से 2025-26 के समय के लिए छठे वित्त कमीशन की सिफारिशों को स्वीकृत कर लिया जिनमें कुल कर राजस्व का 3.5 प्रतिशत हिस्सा स्थानीय संस्थाओं और पंचायती राज संस्थाओं को देने की व्यवस्था शामिल है। आबकारी ड्यूटी और नीलामी के पैसों के हिस्से का वितरण, स्थानीय संस्थाओं को प्रोफेशनल टेक्स के साथ समान वितरण के फार्मूले, शहरी स्थानीय संस्थाओं और पंचायती राज संस्थाओं के बीच उपरोक्त आपसी वितरण बारे सिफारिशों को भी मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकार किया गया।

पंजाब राज्य अनाज खरीद निगम लिमिटेड (पनग्रेन) की कार्यकुशलता को और बढ़ाने और राज्य में अनाज की खरीद को सुचारू बनाने के लिए मंत्रिमंडल ने पंजाब नागरिक आपूर्ति़ निगम लिमिटेड (पनसप) और पंजाब एग्रो फूडग्रेन्ज़ निगम लिमिटेड (पी.ए.एफ.सी.) का पनग्रेन में विलय करने के लिए हरी झंडी दे दी है। ज़िक्रयोग्य है कि पंजाब सरकार के खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग की एजेंसी पनग्रेन की तरफ से भारत सरकार के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तय नियमों और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राज्य में गेहूं और धान की खरीद की जाती है। मंत्रिमंडल ने राज्य की जेलों में उम्र कैद काट रहे चार कैदियों की अग्रिम रिहाई की मांग का केस भेजने के लिए हरी झंडी दे दी है।

संविधान की धारा 163 के अंतर्गत मंत्रिमंडल की मंज़ूरी के बाद विशेष माफी/अग्रिम रिहाई वाले ये केस भारतीय संविधान की धारा 161 अधीन पंजाब के राज्यपाल को भेजे जाएंगे। मंत्रिमंडल ने जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग की साल 2020-21 और 2021-22 की सालाना प्रशासनिक रिपोर्टों को मंजूरी दे दी है। मंत्रिमंडल ने राज्य में आवारा पशुओं की समस्या पर काबू पाने के लिए नीति तैयार करने की मंजूरी दे दी है। इससे राज्य भर में इस समस्या से और अधिक कारगर ढंग से निपटने में मदद मिलेगी। यह नीति लोगों के बड़े हितों के मद्देनज़र इस समस्या की रोकथाम के लिए सभी पक्षों को जांचेगी।

देश के वर्तमान माहौल की तुलना 1977 से की

देश के वर्तमान माहौल की तुलना 1977 से की

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग 

नई दिल्ली/मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पंवार ने देश के वर्तमान राजनीतिक माहौल की तुलना 1977 से करते हुए शनिवार को विश्वास जताया, कि इस बार विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और देश में परिवर्तन आएगा।

पंवार ने राकांपा के 25वें वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर अपने संदेश में कहा, “ मुझे याद है कि 1977 में देश में ऐसी ही स्थिति थी। कोई एक नेता सामने नहीं था, लोगों ने बदलाव का मन बना लिया, चुनाव के वक्त देश में एक नया माहौल पैदा हो गया और जनता पार्टी की हुकूमत आयी थी। ” उन्होंने विपक्ष की एकता पर बल देते हुए कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में अलग-अलग विचारधारा की पार्टियों को एक साझा कार्यक्रम पर आगे चलने की तैयारी रखकर हाथ मिलाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “ मुझे विश्वास है कि इस देश की जनता परिवर्तन के लिए इन सभी की मदद करेगी। ” राकांपा अध्यक्ष ने बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार की मेेजबानी में 23 जून को पटना में होने वाली बैठक का उल्लेख करते हुए कहा,“ हम सभी विपक्ष के लोग बिहार में मिलेंगे और एक कार्यक्रम तय करेंगे। ” पवार ने कहा कि एक साझे कार्यक्रम को विपक्षी दलों द्वारा देश की जनता के सामने रखा जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा देश में साम्प्रदायिकता और दहशत फैलाने की राजनीति कर रही है और ‘साम्प्रदायिक विचारों को महत्व देना, उनसे दहशत का माहौल पैदा करना, महिलाओं पर अत्याचार जैसी परिस्थिति का निर्माण करना ही उसका का काम रह गया है। ’ उन्होंने कहा, “ एक दिन ऐसा नहीं जाता कि देश के किसी न किसी कोने में महिलाओं पर अत्याचार, अल्पसंख्यक, दलित भाइयों पर अत्याचार नहीं होते।

...भाजपा जब भी हुकूमत में आती है, छोटे वर्गों के हितों की रक्षा नहीं होती। आज किसानों की स्थिति गंभीर है, किसान भी कुछ न कुछ परिवर्तन चाहता है। ” राकांपा अध्यक्ष ने बेरोजगारी को देश की बड़ी समस्या बताया और कहा कि भाजपा ने अपने कोई वायदे नहीं पूरे किए, आज देश का हर नागरिक, किसान, नौजवान, महिला, आदिवासी और दलित जानता है कि यह हुकूमत उनके हित की रक्षा के लिए नहीं है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने गोवा, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में गलत तरीके अपनाकर सत्ता हासिल की। पवार का पार्टी कार्यकर्ताओं के नाम यह संबोधन उनके ट्विटर हैंडल पर भी जारी किया गया जिसमें उन्होंने 24 साल पहले मुम्बई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में पार्टी की स्थापना की याद की और 24 साल के लंबे सफर में पार्टी को मजबूत करने के लिए खून-पसीना बहाने वाले अपने साथियों को याद किया और उनका आभार जताया।

वैज्ञानिकों ने अटलांटिस मैफिस पहाड़ में छेद किया

वैज्ञानिकों ने अटलांटिस मैफिस पहाड़ में छेद किया

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

वाशिंगटन डीसी। धरती के अंदर क्या है ? यह एक बड़ा रहस्य है। इसका खुलासा करने के लिए वैज्ञानिक नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। ऐसे ही एक हैरान करने वाले प्रयोग के दौरान वैज्ञानिकों ने अटलांटिक महासागर में मौजूद अटलांटिस मैफिस पहाड़ में छेद किया। छेद भी एक किलोमीटर गहरा। JOIDES रेजोल्यूशन साइंटिफिक ड्रिलिंग वेसल ने इस प्रोजेक्ट को अंजाम दिया है।

ये पत्थर धरती की दूसरी परत मैंटल से निकाली गई है। वैज्ञानिकों ने अटलांटिक महासागर के अंदर मौजूद अटलांटिस मैफिस पहाड़ के ऊपर ड्रिलिंग वेसल तैनात किया। उसके बाद पहाड़ की नोक से उसके अंदर ड्रिलिंग करना शुरू किया। यह पहाड़ मिड-अटलांटिक रिज पर है। ड्रिलिंग करीब 4156 फीट तक की गई। यह धरती के अंदर किया गया सबसे गहरा छेद नहीं है। लेकिन यह भूगर्भीय जानकारी हासिल करने के लिए जरूरी है। क्योंकि मैंटल से किसी पत्थर को निकालना बेहद कठिन काम है। अटलांटिस मैफिस पहाड़ मैंटल के पत्थरों से बना है। इसलिए वहां तक जाना और उसपर खुदाई करना आसान था।

इस चट्टान का नाम है पेरिडोटाइट। वैज्ञानिकों का कहना हैं, कि यह एक बहुत बडी खोज हैं, जिससे हमें कई ऐतिहासिक गतिविधियों का पता लग सकता हैं। कुछ शोधकर्ताओं का यह मानना हैं कि आने वाली कई पीढ़ियों के लिए यह अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण डेटा देता रहेगा। वैज्ञानिक इसके जरिए धरती की कई चीजों का अध्ययन करना चाहते हैं। जैसे- चुंबकीय शक्ति, ग्रैविटी, टेक्टोनिक फ्लो, ज्वालामुखी आदि।

वैज्ञानिक कहते आए थे कि अगर वो पृथ्वी के निचले हिस्से से चट्टान निकाल पाएं तो धरती के आकार, गुण और ठहराव का पता आसानी से चल सकता है। इससे हम भूकंपों के आने की वजह पता कर सकते हैं। अलग-अलग परतों की जानकारी हासिल कर सकते हैं। यह धरती के विज्ञान और पृथ्वी के अलग-अलग भागों को समझने में मदद करेगा।समुद्री भागों से निकाली गई चट्टानों की स्टडी से भूवैज्ञानिक घटनाओं को भी समझ सकते हैं। चट्टानों में छिपे धातुओं और खनिजों का भी इससे पता लगा सकते है। पृथ्वी के मैंटल से निकाले गए पेरिडोटाइट चट्टान के एक किलोमीटर का सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा मिला है।

इस चट्टान में ओलिविन मिला है, जिसकी वजह से हाइड्रोजन चट्टानों के अंदर भरा-पड़ा होता है। इनकी बदौलत माइक्रोबियल जीवन को बढ़ावा मिलता है, यानी सूक्ष्मजीवन को।

मुस्लिम ने 'सनातन धर्म' अपनाने की गुहार लगाई 

मुस्लिम ने 'सनातन धर्म' अपनाने की गुहार लगाई 

संदीप मिश्र 

कानपुर। यूपी के कानपुर से एक अनोखा मामला सामने आया है। मुस्लिम युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से खुद के सनातन धर्म अपनाने की गुहार लगाई है। जुनैद का कहना है कि योगी, मुझे सनातन धर्म में शामिल करा दीजिए। इन पापियों से मुझे बचा लीजिए। दरअसल, जुनैद अपने घर में भगवान की प्रतिमाएं रखकर पूजा-पाठ करते हैं। इसके साथ ही भगवा वस्त्र पहनकर मंदिर जाते हैं।

बाबूपुरवा कोतवाली क्षेत्र स्थित खटिकाना में रहने वाली रानी बेगम अपने इकलौते बेटे जुनैद के साथ रहती हैं। रानी बेगम ने बताया कि जुनैद जब छोटा था, तो उसकी आंखों की रोशनी चली गई थी। रानी बेगम जुनैद को लेकर शोभन सरकार दर्शन के लिए जाने लगी थीं। शोभन सरकार जाने और वहां के दर्शन मात्र से जुनैद के आखों की रोशनी लौट आई थीं। इसके बाद रानी बेगम और जुनैद का सनातन धर्म के प्रति आस्था बढ़ गई। जुनैद घर में भगवान की मूर्तियां रखकर पूजापाठ करने लगा। इसके साथ ही भगवा वस्त्र धारण कर मंदिर में माथा टेकने लगे।

रानी बेगम ने बताया कि फतेहपुर के बिंदकी में रहने वाली अफरोज से 03 मार्च 2019 को निकाह हुआ था। अफरोज जब निकाह के बाद ससुराल आई, तो उसने पूजापाठ का विरोध करना शुरू कर दिया। सनातन धर्म के प्रति आपत्तिजनक बाते कहने लगी। जिसकी वजह से आए दिन विवाद होने लगे जुनैद ने सनातन धर्म के प्रति आस्था कम नहीं हुई। जुनैद की पत्नी अफरोज यह बात अपने मायके में बताई। जिसपर अफरोज की मां मुस्तकीमा, पिता मुइन अहमद, भाई मुसीर खान और मोहसिन विरोध में उतर आए।

जुनैद के ससुराल वाले पूजापाठ का विरोध करने लगे। जुनैद का अरोप है कि सास-ससुर और साले सनातन धर्म को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। मां-बेटे को जान से मारने की धमकी देते हैं। इसके साथ घर आकर गाली-गलौच करते हैं। मेरी मां और मुझसे मारपीट करते हैं। तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं। हिंदूस्तान में रहकर भी हम लोग सनातन धर्म की पूजापाठ नहीं कर पा रहे हैं। ससुरालियों की प्रताड़ना से परेशान होकर बीते 09 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री से शिकायत की थी।

जुनैद ने बीते 08 जून 2023 को बाबूपुरवा कोतवाली में तहरीर दी थी। बाबू पुरवा पुलिस ने जुनैद की तहरीर पर आईपीसी की धारा 298, 504, 506 में मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, डीसीपी शिवाजी शुक्ला का कहना है कि ऐसा मामला सामने आया है। इसकी जांच कराई जा रही है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...