रविवार, 4 जून 2023

आरोप: ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में व्यस्त हैं 'पीएम'

आरोप: ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में व्यस्त हैं 'पीएम'

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। ओडिशा रेल हादसे के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को कटाक्ष करने के साथ ही आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में व्यस्त हैं और रेल सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। खरगे ने भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं रोकने के लिए ऊपर से नीचे तक सभी पदों की जवाबदेही तय करने की भी अपील की।

उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में मोदी सरकार से सवाल किये और आरोप लगाया कि ‘प्रचार पाने के हथकंडों’ ने मोदी सरकार के कार्य प्रणाली को ‘ख़ोखला’ बना दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने रेलवे में तीन लाख़ पद खाली होने का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा भर्ती किये जाने वाले बड़े अधिकारियों के पद भी खाली हैं। उन्होंने सवाल किया कि बीते नौ वर्षों (केंद्र में मोदी सरकार के नौ वर्षों) में इन पदों को क्यों नहीं भरा गया। उन्होंने यह उल्लेख किया कि रेलवे बोर्ड ने हाल में खुद स्वीकार किया है कि मानव संसाधन की भारी कमी के चलते लोको पायलट (ट्रेन चालक) का लंबी अवधि तक काम करना दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण है।

उन्होंने सवाल किया, ‘‘...तो फिर पद क्यों नहीं भरे गये ?’’ खरगे ने दावा किया कि दक्षिण पश्चिम रेलवे (एसडब्ल्यूआर) जोन (क्षेत्र) के प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक ने मैसुरु में दो ट्रेनों के आपस में टकराने से बच जाने का जिक्र करते हुए आठ फरवरी 2023 को सिग्नल व्यवस्था दुरुस्त करने का आग्रह किया था।

कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया, ‘‘उस पर रेल मंत्रालय ने अमल क्यों नहीं किया।’’ खरगे ने ट्वीट में कहा, ‘‘संसदीय स्थायी समिति ने अपनी 323वीं रिपोर्ट में रेलवे सुरक्षा आयोग (सीआरएस) की सिफारिशों के प्रति रेलवे बोर्ड द्वारा की गई ‘उपेक्षा’ के लिए रेलवे की आलोचना की थी।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘यह कहा गया था कि सीआरएस केवल आठ से 10 प्रतिशत हादसों की जांच करता है, तो सीआरएस को मज़बूती क्यों नहीं प्रदान की गई।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) की ताज़ा ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, 2017-18 और 2020-21 के बीच 10 में से लगभग सात रेल दुर्घटनाएँ ट्रेनों के पटरी से उतरने की की वजह से हुई। 2017-21 में पूर्व तटीय रेलवे में सुरक्षा के लिए रेल मार्ग के रखरखाव का शून्य परीक्षण किया गया।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘इसे दरकिनार क्यों कर दिया गया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कैग के अनुसार राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष में 79 प्रतिशत फंडिंग क्यों कम की गई, जबकि हर साल 20,000 करोड़ रुपये उपलब्ध कराया जाना था। (रेल) पटरी नवीकरण कार्यों की राशि में भारी गिरावट क्यों आई?’’ खरगे ने कहा, ‘‘भारत के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) द्वारा 2011 में विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली का नाम मोदी सरकार ने बदलकर ‘कवच’ कर दिया और मार्च 2022 में रेल मंत्री जी ने खुद इसका प्रदर्शन भी किया।

फिर भी अब तक केवल चार प्रतिशत मार्गों पर ही कवच क्यों लगाया गया है?’’ उन्होंने वंदे भारत ट्रेनों का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘मोदी जी, आप आये दिन सफ़ेद की गई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में व्यस्त रहते हैं पर रेल सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऊपर से नीचे तक के पदों की जवाबदेही तय करनी होगी, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को होने से रोका जा सके। तभी, इस हादसे के पीड़ितों को न्याय मिलेगा।’’

इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की। प्रियंका ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘बालासोर, ओडिशा में भयावह ट्रेन दुर्घटना को हुए 24 घंटे से अधिक समय बीत चुका है। क्या शीर्ष पदों पर बैठे लोगों की जवाबदेही मानवीय व नैतिक आधार पर नहीं तय की जानी चाहिए?’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘विशेषज्ञों, संसदीय समिति, कैग की रिपोर्ट में दी गई चेतावनियों व सुझावों को नजरंदाज करने के लिए कौन जिम्मेदार है?

रेलवे में खाली पड़े पदों और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कोष की कमी के लिए किसकी जिम्मेदारी तय होगी?’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘लाल बहादुर शास्त्री जी, नीतीश कुमार जी, माधव राव सिंधिया जी के नैतिक रास्ते पर चलते हुए क्या रेल मंत्री जी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए?

बालासोर में शुक्रवार शाम हुए रेल हादसे में कम से कम 275 लोगों की मौत हो गई और घायलों की संख्या 1175 है। देश में पिछले करीब तीन दशकों में यह सबसे भयावह रेल हादसा है। हादसे में, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस शामिल हैं।

पत्रकारों की समस्याओं का निस्तारण, सहमति बनी

पत्रकारों की समस्याओं का निस्तारण, सहमति बनी


प्रेस क्लब सिविल लाइन व प्रेस क्लब अयोध्या के अध्यक्ष मिलकर पत्रकारों की समस्याओं का कराएंगे निस्तारण

नीरज जैन 

अयोध्या। प्रेस क्लब करियप्पा मार्ग सिविल लाइंस के अध्यक्ष सुरेश पाठक ने प्रेस क्लब अयोध्या के अध्यक्ष महेंद्र त्रिपाठी से शिष्टाचारिक मुलाकात की। वर्तमान परिपेक्ष्य में चल रही पत्रकारिता के कई पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। दोनों प्रेस क्लबों के अध्यक्ष के द्वारा पत्रकारिता के गिरते स्तर पर भी चिंतन किया गया। पत्रकारों की समस्याओं के निस्तारण के लिए आपसी सहमति बनी। नई रुपरेखा के साथ जल्द होगी एक और बैठक।

इसी क्रम में सोशल मीडिया प्रभारी पत्रकार सहायता समूह संचालक राष्ट्रीय पत्रकार सहायता परिवार से नीरज जैन के द्वारा संपादक सुरेश पाठक से वार्तालाप।

कर समस्याओं के निराकरण हेतु आवश्यक कदम उठाए गए हैं। व्यस्तता के चलते जिला प्रशासन के द्वारा उत्तर प्रदेश में कई जिलों समन्वय बनाए रखने हेतु पत्रकार और जिला प्रशासन के बीच सूचना अधिकारी के द्वारा बैठक हुआ करती थी।

कार्रवाई: पीएम मोदी ने सीएम को 'धन्यवाद' दिया 

कार्रवाई: पीएम मोदी ने सीएम को 'धन्यवाद' दिया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल दुर्घटना संकट के दौरान त्वरित और कुशल कार्रवाई के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मोदी ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर केंद्र किसी भी तरह की सहायता देने को तैयार है। प्रधानमंत्री ने संकट की इस घड़ी में जिस तरह के सहयोग और समय पर मदद के लिए ओडिशा के लोगों की भी प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में घायल यात्रियों की जान बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। डॉक्टर, मेडिकल छात्र जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

घायल व्यक्तियों के लिए रक्तदान करने के लिए डॉक्टर, छात्र और आम लोग आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसी नीति का पालन करते हैं जो ‘हर जीवन कीमती है’ को रेखांकित करती है। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान से लेकर घायलों को अस्पताल ले जाने, इलाज की व्यवस्था करने तक, हम जान बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।मुख्यमंत्री ने ताजा स्थिति के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि विभिन्न अस्पतालों में 1175 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर घायल मरीजों की हालत स्थिर है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 382 यात्रियों का विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री पटनायक ने बहनागा ट्रेन हादसे के पीड़ितों के लिए आज अनुग्रह राशि की घोषणा की।

मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को एक लाख रुपये की सहायता मिलेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अनुग्रह सहायता केवल ओडिशा के पीड़ितों के लिए लागू है। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भी व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

शुक्रवार की ट्रेन त्रासदी के पीड़ितों का भुवनेश्वर और बालासोर के बीच विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। चिंताजनक बात यह है कि 200 से ज्यादा शवों की अब तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। लोगों से अनुरोध किया गया है कि कृपया इस दी गई वेबसाइट से फोटो लें और हाइलाइट करें, ताकि रिश्तेदार और परिजन की पहचान कर सकें।

'भाजपा' को हराने के लिए गठबंधन करेंगे अब्दुल्ला 

'भाजपा' को हराने के लिए गठबंधन करेंगे अब्दुल्ला 

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनाव में हराने के लिए गठबंधन करेंगे। फारूक ने आज यहां पत्रकारों से कहा, “यदि आवश्यक हुआ, तो हम उन लोगों को दूर रखने के लिए एक गठबंधन बनाएंगे जो धार्मिक राजनीति करते हैं और कुछ मुद्दों पर लोगों को विभाजित करते हैं।”

उन्होंने कहा, “जब चुनी हुई सरकार होती है तो लोकतंत्र होता है..बिना चुनाव के लोगों का नुकसान होता है।एक लेफ्टिनेंट गवर्नर और उनके सलाहकार पूरे राज्य को नहीं चला सकते थे। प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक विधान सभा सदस्य होता है जो जनता के मुद्दों को देखता है और उनका निवारण करता है।” संसद सदस्य ने कहा कि नौकरशाही को इसकी चिंता नहीं है क्योंकि वे 60 वर्ष की आयु तक सेवानिवृत्त नहीं होते हैं जबकि एक विधायक के रूप में अपनी क्षमता साबित करने के लिए हर पांच साल बाद फिर से चुनाव लड़ना पड़ता है। फारूक ने कहा कि यहां चुनाव होने चाहिए ताकि लोकतांत्रिक सरकार बन सके। बिना निर्वाचित सरकार के राज्य को भारी नुकसान होता है।

यह पूछे जाने पर कि क्या कश्मीर में हाल ही में हुई जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक से अर्थव्यवस्था पर कोई सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा ? फारूक ने कहा,“सड़कों को समतल कर दिया गया, रोशनी होने लगी और दीवारों पर रंग-रोगन किया गया, जिससे निस्संदेह हमें लाभ मिला।” फारूक ने सवालिया लहजे में कहा,“क्या इससे हमारे पर्यटन को लाभ होगा यह एक बड़ा सवाल है ? जब तक स्थिति वास्तव में ठीक नहीं होगी तब तक विदेशी पर्यटक यहां नहीं आएंगे।”

उन्होंने कहा कि जब तक दो पड़ोसी देश भारत-पाकिस्तान बैठकर बातचीत नहीं करेंगे और जम्मू-कश्मीर राज्य का भविष्य तय नहीं करेंगे तब तक स्थिति कभी अच्छी नहीं होगी। फारूक ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को पासपोर्ट मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि अल्लाह ने चाहा तो वह इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। क्योंकि, उन्हें उमराह(मक्का की यात्रा) करना है।

खदानों में सुधार, कई उपाय कर रही है कंपनियां 

खदानों में सुधार, कई उपाय कर रही है कंपनियां 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र की कोयला कंपनियां खदानों में सुधार के लिए कई उपाय कर रही है। इसमें पौधे लगाने से लेकर ईको-पार्क विकसित करना, छोड़ी गई खानों को फिर से उपयोगी बनना और कई क्षेत्रों में निवेश जैसे उपाय शामिल हैं।

जोशी ने एक न्यूज एजेंसी को एक साक्षात्कार में बताया कि इसके अलावा मंत्रालय कोयले के गैसीकरण, नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना और जल निकायों का संरक्षण करने जैसे उपायों पर भी काम कर रहा है। इसके लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाया जा रहा है। उन्होंने पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस से एक दिन पहले कहा, हमारे प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने 2070 तक भारत को शुद्ध शून्य उत्सर्जन वाला बनाने के लिए एक लक्ष्य निर्धारित किया है। उनकी दृष्टि के अनुरूप, हम पीएसयू कोयला खनन को टिकाऊ बनाने के लिए विभिन्न उपाय कर रहे हैं। हम जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भी काम कर रहे हैं।

इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।'' कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) अपनी आठ अनुषंगी कंपनियों और एनएलसी इंडिया लिमिटेड के साथ कोयला मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करती है। जोशी, जो संसदीय मामलों के मंत्री भी हैं, ने कहा, 2014-15 से 2022-23 तक, हमने लगभग 3.70 करोड़ पौधे लगाकर 16,262 हेक्टेयर भूमि पर हरित आवरण बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों ने 50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया है। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-234, (वर्ष-06)

2. सोमवार, जून 05, 2023

3. शक-1944, आषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:40, सूर्यास्त: 06:45। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 24 डी.सै., अधिकतम- 37+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

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शनिवार, 3 जून 2023

जल मिशन, पाइप लाइन बिछाने का कार्य जारी 

जल मिशन, पाइप लाइन बिछाने का कार्य जारी 


पाइप लाइन बिछाने वाले ठेकेदार बर्बाद कर रहे हैं खड़ंजा व नाली, ग्रामीण परेशान

शुक्ला का पुरवा गांव में जल मिशन का पाइप लाइन बिछाए जाने में उखाड़े गए खड़ंजा को 6 महीने बाद भी नहीं लगा सके ठेकेदार

कौशाम्बी। मंझनपुर तहसील के ग्राम शुक्ला का पुरवा मजरा इब्राहिमपुर में जल मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन, पाइपलाइन बिछाए जाने के पूर्व खोदे गए गड्ढे और उखाड़े गए खड़ंजा को ठेकेदारों द्वारा ठीक नहीं किया जा रहा है, जिससे गड्ढे में ग्रामीण गिरकर घायल हो रहे हैं। बताया जाता है कि लगभग 6 महीने पूर्व पानी की सप्लाई के लिए खड़ंजा आम रास्ता ठेकेदारों ने उखाड़ दिया था परंतु 6 महीने बीत जाने के बाद आज तक खड़ंजा पुनः नहीं बनवाया गया।

खड़ंजा ना बनाए जाने से रास्ते उबड़-खाबड़ हो गए हैं। रास्ते में बड़े-बड़े गड्ढे हैं जिससे गांव के लोग पैदल भी नहीं निकल पा रहे हैं। जल मिशन के ठेकेदारों के कारनामे के चलते गांव के लोग काफी परेशान हैं। खड़ंजा उखाड़े जाने के बाद बराबर ना करने से पूरा रास्ता बाधित है तथा नाली पूरी तरह मलबे के नीचे गायब हो गई है। गांव के लोगों ने कई बार ग्राम प्रधान से शिकायत किया परंतु आज तक रास्ता सही नहीं करवाया गया।

वाटर सप्लाई तो की गई लेकिन पूरे रास्ता का खड़ंजा उखाड़ दिया गया जिससे ग्राम वालों को निकलने में समस्या हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि बारिश का मौसम जल्दी आने वाला है। अगर रास्ता इसी प्रकार रहा, तो लोगों के घरों में नाली का पानी भर जाएगा। गांव के लोगों का कहना है कि ठेकेदार से कई बार कहा गया परंतु ठेकेदार भी नजरअंदाज कर रहा है, जिससे गांव के लोग काफी आक्रोशित हैं। गांव के लोगों ने जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए ठेकेदार द्वारा उखाड़े गए खड़ंजा और बर्बाद की नाली को ठीक कराए जाने की मांग करते हुए ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की है।

राजकुमार 

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...