शुक्रवार, 12 मई 2023

पीएम मेरी तारीफ नहीं करते हैं, मुझ पर तंज कसते हैं

पीएम मेरी तारीफ नहीं करते हैं, मुझ पर तंज कसते हैं

नरेश राघानी 

जयपुर/अलवर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेरी तारीफ नहीं करते है, बल्कि मुझ पर तंज कसते है। अलवर में मिनी सचिवालय का उद्घाटन करने आए श्री गहलोत से पत्रकारों के दौरान पुछे गए सवाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपकी तारीफ करते हैं ? उन्होंने जवाब दिया कि वह मेरी तारीफ कहां करते हैं ? मेरी मौजूदगी में ही मुझे पर तंज कसते हैं।

उन्होंने कहा कि मुझे भी प्रोटोकॉल के नाते जाना पड़ा लेकिन यह जरूरी नहीं है। मंच द्वारा जब उन्होंने कहा कि साथ 70 सालों में कांग्रेस ने क्या किया ? तो यह बात सही नहीं है। लेकिन इस कार्यक्रम में कई नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स रेलवे के प्रोजेक्ट थे, इसलिए मेरी मौजूदगी रही और मुझे वहां जाना पड़ा। आज देश में जो विकास कार्य हुए हैं वो कांग्रेस की लीडर शिप के कारण है। उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक भाषण हो सकता है।

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में यह परंपरा सही नहीं है। जब उनसे पूछा गया, कि एक तरफ तो मानेसर कैंप में यह कहा गया था कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार गिरा रही है। दूसरी तरफ भाजपा नेता वसुंधरा द्वारा राजस्थान की सरकार बचाने के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया कि अभी तो मैं शिविर में लगा हुआ हूं, इसके अलावा मुझे कुछ दिखाई नहीं देता। वह इस सवाल के जवाब को टाल गए। सचिन पायलट की यात्रा का सवाल का जवाब भी उन्होंने नहीं दिया। 

चिकित्सा यात्रा की संभावना को मान्यता, आह्वान 

चिकित्सा यात्रा की संभावना को मान्यता, आह्वान 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के छठे सत्र की अध्यक्षता कर रहीं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पंवार ने शुक्रवार को सदस्य देशों से चिकित्सा यात्रा की संभावना को मान्यता देने का आह्वान किया। यहां जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक पवार ने कहा कि मजबूत निगरानी प्रणाली स्थापित करना, अनुसंधान और विकास में सहयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ एससीओ देशों में चिकित्सा समस्याओं से निपटने के लिए महत्वपूर्ण उपायों को अपनाना वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में अहम कदम होगा।

बयान के मुताबिक, उन्होंने एससीओ सदस्य देशों से चिकित्सा यात्रा की संभावना को मान्यता देने का आह्वान किया। ताकि क्षेत्र में बेहतरीन पद्धतियों में समन्वय और आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जा सके। पवार ने कहा कि मानव जाति की भलाई के लिए स्थायी सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में एससीओ के सामूहिक प्रयास नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी देंगे, आर्थिक विकास के लिए वैश्विक स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलेगी और चुनौतियों से निपटने के लिए एक संयुक्त मोर्चे को प्रोत्साहन मिलेगा।

बयान के अनुसार, पंवार ने कोविड-19 के कारण वैश्विक स्वास्थ्य सेवा के समक्ष उत्पन्न अभूतपूर्व चुनौतियों को रेखांकित करते हुए कहा कि इसके प्रभाव को कम करने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण और वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘‘तथ्य यह है कि हम आज यहां हैं, चुनौतीपूर्ण समय के बावजूद एकजुट और एक-दूसरे के लिए प्रतिबद्ध हैं, हमारे समर्पण और लचीलेपन का यह सबूत है।’’

स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रौद्योगिकी की भूमिका को रेखांकित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा के अंतर को पाटा जा सकता है। एससीओ देशों के भीतर डिजिटल व्यवस्था को साझा करने से सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिल सकती है और यह स्वास्थ्य सेवा में उन्नत प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से हो सकता है।’’

उन्होंने गैर-संचारी रोगों (एनसीडी)के बोझ को दूर करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि एससीओ सदस्य देशों के बीच स्वास्थ्य देखभाल के सभी स्तरों पर जीवन शैली में सुधार, व्यवहार परिवर्तन और सदस्य देशों की एनसीडी सेवाओं के एकीकरण के माध्यम से इनका समग्र प्रबंधन किया जा सकता है। 

इलाके में आग, 20 दुकानें व प्रतिष्ठान जलकर खाक 

इलाके में आग, 20 दुकानें व प्रतिष्ठान जलकर खाक 

इकबाल अंसारी 

दिसपुर/हैलाकांडी‌। असम के हैलाकांडी के रतनपुरबाजार इलाके में भीषण आग लगने से कम से कम 20 दुकानें तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान जलकर खाक हो गए और एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति नष्ट हो गई। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, यह आग बृहस्पतिवार को आधी रात के करीब लगी और बाजार के एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया।

स्थानीय लोगों ने दमकल विभाग को इसकी सूचना दी और स्थानीय लोगों की मदद से कुछ घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। अधिकारियों ने कहा, ‘‘रतन रोड स्थित बाजार में लगी भीषण आग में कम से कम 20 दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान जलकर खाक हो गए। आग के कारण एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति नष्ट हो गई।’’

अधिकारियों ने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन एक दुकान में हुए बिजली के शार्ट सर्किट से आग लगने का संदेह है। आग के कारण जिन व्यवसाइयों की दुकानें और प्रतिष्ठान जल गए हैं, उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को जगह-जगह बिजली कनेक्शन की खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए मुआवजे की मांग की है। 

अपने उम्मीदवारों को बुला रही है कांग्रेस: बोम्मई 

अपने उम्मीदवारों को बुला रही है कांग्रेस: बोम्मई 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को बुला रही है और अन्य दलों से बात कर रही है क्योंकि वह जानती है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी को बहुमत नहीं मिल रहा है और उसे अपने उम्मीदवारों पर भरोसा भी नहीं है। श्री बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा, “इसके दो मायने हैं।

पहला, उन्हें (कांग्रेस काे) बहुमत नहीं मिलेगा, इसलिए वे अन्य दलों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। और दूसरा, उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है।” राज्य में अगली सरकार बनाने के लिए जीतने वाले उम्मीदवारों को खरीदने के लिए भारतीय जनता पार्टी के ‘ऑपरेशन कमल’ से बचने के वास्ते कांग्रेस के अपने उम्मीदवारों को बुलाने और बेंगलुरु में रिसॉर्ट बुक करने से संबंधित एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने उम्मीदवारों पर भरोसा नहीं है।

अधिकांश एग्जिट पोल में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश की भविष्यवाणी के बाद कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों को बेंगलुरु बुलाया है। गौरतलब है कि 1952 के विधानसभा चुनाव के बाद से कर्नाटक में अब तक का सर्वाधिक 73.19 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

गठबंधन सरकार बनाने के लिए जनता दल (सेक्युलर) के साथ चुनाव बाद गठबंधन की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर बोम्मई ने कहा कि अभी ऐसी कोई संभावना नहीं है क्योंकि भाजपा को पर्याप्त बहुमत मिल रहा है। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के 141 सीटें हासिल करने के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए बोम्मई ने कहा,“ठीक है, उन्हें कल तक 141 से खुश रहने दें। वास्तविकता सामने आ जाएगी।”

यह पूछे जाने पर कि पार्टी के चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, उन्होंने कहा,“देखते हैं। यह विधायक दल और संसदीय बोर्ड की बैठकों में तय किया जाएगा।” जद (एस) के साथ चुनाव बाद के गठबंधन पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “मैंने अभी देखा कि (श्री एच डी) कुमारस्वामी ने कहा कि वह किंगमेकर नहीं, बल्कि राजा बनेंगे।

हर किसी को अपना आकलन करने का अधिकार है।” कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान बुधवार शाम को संपन्न हुआ, जिसमें राज्य में 73.19 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव अधिकारियों ने गुरुवार को अंतिम आंकड़े साझा करते हुए इसे एक रिकॉर्ड बताया।

कर्मचारियों को अतिरिक्त वेतन वृद्धि देने का फैसला 

कर्मचारियों को अतिरिक्त वेतन वृद्धि देने का फैसला 

इकबाल अंसारी 

गंगटोक। सिक्किम में जातीय समुदायों की आबादी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस साल एक जनवरी से प्रभावी योजना के तहत राज्य सरकार ने दो या तीन बच्चों वाले अपने कर्मचारियों को अग्रिम एवं अतिरिक्त वेतन वृद्धि देने का फैसला किया है। एक अधिसूचना के जरिए यह जानकारी दी गई। 

कार्मिक विभाग के सचिव रिनजिंग चेवांग भूटिया ने 10 मई को जारी अधिसूचना में कहा कि सिक्किम विषय प्रमाण पत्र/पहचान प्रमाण पत्र प्राप्त राज्य सरकार के जिन कर्मचारियों के दो बच्चे हैं, उन्हें अग्रिम वेतन वृद्धि दी जाएगी।उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों को तीन बच्चे हैं वे एक अतिरिक्त वेतन वृद्धि पाएंगे। उन्होंने कहा कि पति-पत्नी में से कोई भी आपसी समझ के तहत अग्रिम वेतन वृद्धि के लिए दावा कर सकता है। भूटिया ने कहा कि योजना एक जनवरी, 2023 से प्रभावी होगी और जिन कर्मचारियों के दूसरे या तीसरे बच्चे का जन्म एक जनवरी, 2023 के बाद हुआ है वे भी इस योजना के पात्र होंगे। 

कार्मिक विभाग के सचिव ने कहा कि योजना का लाभ दत्तक संतान ग्रहण के मामले में लागू नहीं होगा। करीब चार महीने पहले सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्य में स्थानीय जातीय मूल के लोगों के बीच कम प्रजनन दर को दूर करने के लिए योजनाओं का वादा किया था जिसके बाद राज्य सरकार के कर्मचारियों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करने वाली यह योजना सामने आई है।

तमांग ने इस साल जनवरी में गंगटोक में एक कार्यक्रम में कहा था, ‘‘स्थानीय जातीय मूल की आबादी के बीच कम प्रजनन दर सिक्किम में गंभीर चिंता का विषय है... हमें इस प्रक्रिया को पलटने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।’’ लगभग सात लाख लोगों की आबादी वाला सिक्किम भारत का सबसे कम आबादी वाला राज्य है। 

‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ पर नर्सों की सराहना 

‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ पर नर्सों की सराहना 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को ‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ पर नर्सों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी कड़ी मेहनत एवं निस्वार्थ समर्पण देश की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की नींव है। ब्रिटिश नर्स एवं समाज सुधारक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती के उपलक्ष्य में 12 मई को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है।

शाह ने ट्वीट किया, ‘‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर, मैं उन नर्सों को बधाई देता हूं, जिनकी कड़ी मेहनत एवं निस्वार्थ समर्पण हमारी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की नींव है। जीवन बचाने के लिए योगदान के उनके असाधारण उदाहरण, विशेष रूप से महामारी के दौरान, मानव जाति को प्रेरित करते रहेंगे।’’

पहले छात्रों को किताबी ज्ञान मिलता था, बदलाव 

पहले छात्रों को किताबी ज्ञान मिलता था, बदलाव 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति को व्यावहारिक शिक्षा पर केंद्रित बताते हुए शुक्रवार को कहा, कि पहले छात्रों को किताबी ज्ञान मिलता था। लेकिन, अब इससे बदलाव आएगा। साथ ही उन्होंने कहा, कि नई शिक्षा नीति को जमीनी स्तर पर लागू करने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है।

अखिल भारतीय शिक्षा संघ के 29वें द्विवार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि गूगल डेटा और सूचना दे सकता है। लेकिन शिक्षकों की भूमिका छात्रों के मार्गदर्शक की होती है। मोदी ने कहा, ‘‘आज भारत 21वीं सदी की आधुनिक आवश्यकताओं के मुताबिक नयी व्यवस्थाओं का निर्माण कर रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसी को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। हम इतने वर्षों से स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर अपने बच्चों को केवल किताबी ज्ञान दे रहे थे। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति उस पुरानी अप्रासंगिक व्यवस्था को परिवर्तित कर रही है।’’

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति व्यावहारिक शिक्षा पर केंद्रित है। प्रधानमंत्री ने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा, ‘‘इस तरह की शिक्षा प्रणाली शिक्षा नीति के केंद्र में है और अब यह शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे इस प्रणाली को जमीन पर लागू करें।’’ उन्होंने याद किया कि कैसे उनके स्कूल के एक शिक्षक उन्हें और अन्य छात्रों को अनाज का उपयोग करके संख्याओं के बारे में बताते थे। शिक्षा नीति में किए गए बदलावों का जिक्र करते हुए, मोदी ने छात्रों को उनकी मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा देने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि नई नीति ने इसके लिए प्रावधान किए हैं।

मोदी ने कहा कि स्थानीय भाषाओं में दी जाने वाली शिक्षा से गांवों के प्रतिभाशाली युवाओं को शिक्षक बनने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी स्वतंत्रता के बाद, अंग्रेजी एक प्रमुख भाषा बन गई। आज भी, माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे अंग्रेजी माध्यम में पढ़ें। नतीजतन, गांवों और गरीब परिवार की पृष्ठभूमि के प्रतिभाशाली शिक्षकों को सिर्फ इसलिए अवसर मिलना बंद हो गए क्योंकि उन्हें कभी अंग्रेजी सीखने का मौका नहीं मिला। चूंकि नई शिक्षा नीति स्थानीय भाषाओं में शिक्षा पर जोर देता है, इसलिए यह ऐसे शिक्षकों को अवसर प्राप्त करने में भी मदद करेगी।’’

शिक्षण के महान पेशे की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि जब भी वह भूटान और सऊदी अरब के शाही शासकों सहित किसी भी विश्व नेता से मिले, तो उन्होंने उन्हें बताया कि उन्होंने भारत के शिक्षकों से अपनी शिक्षा प्राप्त की है। मोदी ने कहा कि सऊदी अरब के शाह (सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद), जो एक बहुत वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं, ने मुझे बताया कि उनके शिक्षक गुजरात से थे।

मोदी ने कहा कि हालांकि वह अपने पूरे जीवन में कभी शिक्षक नहीं रहे, लेकिन वह आजीवन एक ऐसे छात्र रहे हैं जो समाज में हो रही चीजों को देखता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री होने के बावजूद, वह अभी भी अपने स्कूल के उन शिक्षकों के संपर्क में हैं, जो जीवित हैं। मोदी ने कहा कि बच्चे को आकार देने में प्राथमिक शिक्षक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि परिवार के बाद वह शिक्षक ही होता है जिसके साथ वह सबसे अधिक समय बिताता है और शिक्षक के व्यवहार और तौर-तरीकों से सीखता है। अपने संबोधन में मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि छात्रों और स्कूलों के बीच लगाव आज कम होता जा रहा है। क्योंकि, छात्रों को अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद शायद ही अपना स्कूल याद रहता है।

इस कम होते लगाव को पाटने के लिए, प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि स्कूल प्रबंधन को शिक्षकों और स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर हर साल उस स्कूल का स्थापना दिवस मनाना शुरू करना चाहिए और पुराने छात्रों को आमंत्रित करना चाहिए।

कजाकिस्तान: विमान दुर्घटना में 42 लोगों की मौत

कजाकिस्तान: विमान दुर्घटना में 42 लोगों की मौत  अखिलेश पांडेय  अकातू। इस वक्त की बड़ी खबर कजाकिस्तान से आई है। कजाकिस्तान में प्लेन क्रैश हु...