राष्ट्रीय खजाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप, अरेस्ट
अखिलेश पांडेय
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने मंगलवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भ्रष्टाचार के एक मामलें में राष्ट्रीय खजाने को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के बाहर से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख की गिरफ्तारी से संबंधित जानकारी देते हुए सनाउल्लाह ने इस रिपोर्ट को खारिज किया कि 70 वर्षीय खान को गिरफ्तार करने के दौरान प्रताड़ित किया गया।
इमरान खान को मंगलवार को अर्धसैनिक बलों ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे। वह लाहौर से देश की राजधानी आए थे। इससे एक दिन पहले ही खान ने देश की सेना पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था।
सनाउल्लाह ने कहा, “ अल-कादिर ट्रस्ट मामले में एनएबी (राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो) ने उनकी गिरफ्तारी की है।” उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी गुण-दोष के आधार पर की गई है और वह भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी की हिरासत में हैं। गृह मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन के अधिकारियों ने धन शोधन के एक मामले में पाकिस्तान के एक ज़मीन कारोबारी के 19 करोड़ पौंड या 60 अरब पाकिस्तानी रुपये जब्त किए थे और उनका मकसद इसे पाकिस्तान की सरकार को स्थानांतरित करना था।
बहरहाल, खान ने उस पैसे को सरकारी खज़ाने में जमा कराने के बजाए कारोबारी को वापस लेने की इजाज़त दे दी और उच्चतम न्यायालय द्वारा एक अन्य मामले में लगाए गए जुर्माने की अदायगी के लिए इसका इस्तेमाल किया। कारोबारी ने बदले में अल-कादिर ट्रस्ट को झेलम के सोहवा में 23.1 हेक्टेयर और इस्लामाबाद के पास बनीगाला में 12.1 हेक्टेयर भूमि मुहैया कराई।
मंत्री ने यह भी दावा किया कि अल-कादिर ट्रस्ट खान की पत्नी बुशरा बीबी और उनकी करीबी दोस्त फराह गोगी के नाम पर पंजीकृत है। सनाउल्लाह ने दावा किया कि संपत्तियों की कीमत छह-सात अरब रुपये थी। उन्होंने कहा, “ खान ने सरकारी खज़ाने को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।” उन्होंने आग्रह किया कि अदालत यह पैसा सरकार को वापस करे। उन्होंने खान पर दूसरे देशों के हाथ में खेलने और सरकारी संस्थानों के खिलाफ बयान जारी करने का इल्ज़ाम लगाया। मंत्री ने कहा, “ खान देश के दुश्मनों के सहयोगी हैं और मुल्क को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।”
मंत्री ने कहा कि खान की गिरफ्तारी करने वाले अर्धसैनिक बल अधिकारी कानूनी रूप से अपना कर्तव्य निभा रहे थे। उन्होंने कहा कि एनएबी के आदेश पर की गई गिरफ्तारी से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के "दर्जनों" अन्य मामलों में जांच की जा रही है। गृह मंत्री ने कहा, "उन्हें (खान को) किसी तरह से प्रताड़ित नहीं किया गया है।"