धामा दंपत्ति नागरिकों की पहली पसंद: लोनी
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के अंतिम चरण का मतदान दिनांक 11 मई, दिन बृहस्पतिवार को होना निर्धारित है। प्रदेश के सभी निकायों में भाजपा का वोट प्रतिशत घट गया है। लेकिन कुछ प्रत्याशी व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर स्थिरता बनाए हुए हैं।
आपको बता दें निकाय चुनाव अथवा स्थानीय चुनाव में व्यक्तिगत आधार के माध्यम से चयन प्रक्रिया की जाती है। जिसमें उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पालिका लोनी में भाजपा प्रत्याशी का कोई राजनीतिक वर्चस्व न होने के कारण और कुछ लालची नेताओं की मनमानी के कारण भाजपा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों में व्याप्त आक्रोश के चलते, भाजपा का कैडर वोट भी छिटक गया है।
धामा दंपत्ति ने 10 वर्षों में इतने बड़े क्षेत्र में बिना भेदभाव के विकास कार्य किए हैं। जनता में इसी कारण धामा दंपत्ति की लोकप्रियता और अधिक बढ़ गई है। राजनीतिक रंजिश रखने वाले कुछ स्थानीय नेता घटिया राजनीति से धामा दंपत्ति को नीचा दिखाने का प्रयास करते रहे। बल्कि, सही मायने में षड्यंत्र रचना कर, उत्पीड़न करने का भी काम किया गया है।
लेकिन इसके बावजूद भी नगर की जनता खासकर मुस्लिम समुदाय धामा दंपत्ति के पक्ष में खड़ा है। 'यूनिवर्सल एक्सप्रेस' के द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के दौरान यह बात स्पष्ट रूप से सबके सामने आ गई है, कि जनता एक ऐसा व्यक्ति अपना चेयरमैन चाहती है, जो सबसे पहले जनता का सम्मान करें और उसके बाद गहन चिंतन कर क्षेत्र का विकास करें। इस प्रकार की गतिविधियों में धामा दंपत्ति हमेशा खरा उतरा है। इसी कारण क्षेत्र के मुस्लिम मतदाता धामा दंपत्ति के पक्ष में राष्ट्रीय लोक दल के चुनाव चिन्ह नल पर बटन दबाकर मतदान करने का मन बना चुका है।
यही, आपको एक बात और भी बता दे कि इस प्रकार के प्रतिद्वंद्व में केवल एक मुस्लिम प्रत्याशी बसपा पार्टी से चुनाव मैदान में खड़ी है। लेकिन, उसकी चुनावी रणनीति पूरी तरह खोखली और आधारहीन है। जिसके कारण नगर की जनता ने एक सिरे से उन्हें नकार दिया है। ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय लोक दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना खत्म हो गई है।
प्रत्यक्ष रूप से राष्ट्रीय लोक दल अथवा गठबंधन प्रत्याशी श्रीमती रंजीता धामा अभी तक सभी प्रत्याशियों में सबसे आगे, पहले पायदान पर खड़ी है और विजयश्री भी बड़ी बेचैनी से उनका इंतजार कर रही है। मजे की बात यह है कि नगर पालिका परिषद लोनी से पहली बार भाजपा प्रत्याशी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ेगा।