सोमवार, 8 मई 2023

किसी भी खिलाड़ी का कोई धर्म या जाति नहीं होती

किसी भी खिलाड़ी का कोई धर्म या जाति नहीं होती

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बालियान खाप के मुखिया चौधरी राकेश टिकैत ने कहा है कि किसी भी खिलाड़ी का कोई धर्म या जाति नहीं होती। वह केवल देश के लिए खेलता है और प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल कर अपने देश का नाम विश्व पटल पर लहराता है। खाप इसलिए महिला पहलवानों के साथ खड़ी हुई है। क्योंकि मामला बेटियों की अस्मत से जुड़ा हुआ है। 

सोमवार को मुजफ्फरनगर के सर्कुलर रोड पर आवास विकास कॉलोनी में स्थित किसान नेता राजीव बालियान के निवास पर मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बालियान खाप के मुखिया चौधरी नरेश टिकैत ने कहा है कि खिलाड़ी का कोई जाति धर्म नहीं होता। खिलाड़ी न राजपूत होता है, न ब्राह्मण होता है और न ही जाट। खिलाड़ी और वह भी ऐसा खिलाड़ी जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का गौरव बढ़ाया हो और भारत को विश्व के फलक पर गौरवान्वित होने का अवसर दिया हो।

उन्होंने कहा है कि हम बिना सत्य जाने ऐसे खिलाड़ी के विपक्ष में खड़े हो, यह हमें शोभा नहीं देता। हम किसी गुनाहगार के पक्ष में जाति और मजहब देखकर खड़े नहीं हुए हैं, बल्कि मामला हमारी बेटियों की अस्मत का है और उसके लिए सौरम सर्वखाप पंचायत में बेटियों का साथ देने का फैसला लिया गया था, जिसके लिए सभी खाप चौधरी लामबंद है। गठवाला खाप के चौधरी बाबा श्याम सिंह बहावड़ी ने कहा कि जिस प्रकार अपराधी की कोई जाति नहीं होती। जाति के आधार पर अपराधी को संरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। इसी तरह खिलाड़ी की भी कोई जाति बिरादरी नहीं होती, खिलाड़ी तो देश के रत्न है। इस अवसर पर लाटियान खाप के चौधरी वीरेंद्र लाटियान, किसान चिंतक एवं वरिष्ठ समाजसेवी कमल मित्तल, राजीव बालियान, अभिमन्यु सरार्फ,रेशपाल आक्खी, मास्टर ओमपाल सिंह आदि मौजूद रहे।

बंगाल: फिल्म 'द केरल स्टोरी' को बैन करने का आदेश

बंगाल: फिल्म 'द केरल स्टोरी' को बैन करने का आदेश

मिनाक्षी लोढी 

कोलकाता। विवादित फिल्म 'द केरल स्टोरी' को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में बैन करने का आदेश दे दिया है। गौरतलब है कि द केरल स्टोरी अपनी रिलीज से पहले ही विवादित फिल्म मानी जा रही है। द केरल स्टोरी को लेकर राजनीति भी अपने चरम पर है। इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में द केरल स्टोरी को बैन करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के मुख्य सचिव को आदेश दिए हैं कि बंगाल पश्चिम बंगाल के सभी सिनेमा हॉल से इस फिल्म को हटा दिया जाए। 

सरकार का मानना है कि यह फैसला पश्चिम बंगाल में शांति बनाए रखने के लिए लिया गया है ताकि बंगाल में इस फिल्म को लेकर हिंसा का वाकया ना हो पाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी द केरल स्टोरी नाम की जिस फिल्म को दिखा रही है उसकी कहानी मंघड़ंत है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी मनगढ़ंत और गलत कहानी वाली बंगाल फाइल्स फिल्म बनाने के लिए भी फिल्मकारों को पैसे दे रही है। पश्चिम बंगाल में द केरल स्टोरी के बैन होने के बाद राज्य में सियासत गर्म हो गई है।

आप और सरकार के ऊपर लगे 'आरोप' फर्जी है 

आप और सरकार के ऊपर लगे 'आरोप' फर्जी है 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। आमतौर पर प्रवर्तन निदेशालय की ओर से नोटिस दिए जाने पर लोगों की पेंट गीली हो जाती है। लेकिन राजधानी दिल्ली में नई शराब नीति घोटाले के मामलें में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने उल्टे ईडी की पतलून गीली करके रख दी है। सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की ओर से एक बार फिर से दावा किया गया है कि आम आदमी पार्टी और उसकी सरकार के ऊपर लगे शराब घोटाले के आरोप पूरी तरह से फर्जी है। उन्होंने शराब घोटाले में आरोपी राजेश जोशी को मिली जमानत का जिक्र करते हुए कहा है कि अदालत की ओर से राजेश जोशी को जमानत देते समय जो बातें कही गई है।

उससे पूरी तरह साफ हो जाता है कि ना तो दिल्ली में नई शराब नीति के मामले में कोई रिश्वत दी गई है और ना ही किसी के द्वारा ली गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से शराब घोटाले के एक-एक स्क्रिप्ट लिखी जाती है और फिर उसके इर्द-गिर्द सबूत तलाशने की कोशिश की जाती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि आमतौर पर ईडी का नोटिस मिलने पर लोगों की पेंट गीली हो जाती है लेकिन आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने उल्टे जांच एजेंसी ईडी की पतलून को गीली करके रख दिया है।

अंसारी ने सजा के खिलाफ याचिका दाखिल की 

अंसारी ने सजा के खिलाफ याचिका दाखिल की 

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। गाजीपुर की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट की ओर से दी गई 4 साल की सजा की वजह से गई सांसदी को बचाने की जद्दोजहद में जुटे माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी ने हाईकोर्ट का रूख करते हुए सजा के खिलाफ याचिका दाखिल की है। सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी ने गैंगस्टर के मामले में मिली 4 साल की सजा के खिलाफ याचिका दाखिल की है। गाजीपुर की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका के साथ अफजाल ने अदालत में अलग से एक अर्जी भी दाखिल की है।

अफजाल अंसारी ने अपनी अपील में हाईकोर्ट का फैसला आने तक उन्हें मिली सजा पर रोक लगाने की भी गुहार लगाई है। उल्लेखनीय है कि गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट की ओर से 28 अप्रैल को गैंगस्टर अफजाल अंसारी एवं उसके भाई माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को चार चार साल की सजा सुनाई गई थी। अदालत की ओर से दिए गए इस फैसले के तकरीबन 56 घंटे के बाद बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर सांसद निर्वाचित हुए अफजाल अंसारी की लोकसभा की सदस्यता भी रद्द कर दी गई थी।

डीएम ने एग्जिट पोल पर प्रतिबंध लगाया 

डीएम ने एग्जिट पोल पर प्रतिबंध लगाया 

अमित शर्मा 

जालंधर। पंजाब में जालंधर लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर जिलाधिकारी जसप्रीत सिंह ने सोमवार को एग्जिट पोल पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिलाधिकारी ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि मतदान से 48 घंटे पहले से किसी भी तरह के एक्जिट पोल पर रोक लगा दी गई है, जो 8 मई को शाम 6 बजे से शुरू होकर मतदान होने तक जारी रहेगी।

आदेश के अनुसार प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में किसी भी एक्जिट पोल को प्रिंट करना, प्रसारित करना या प्रचार करना प्रतिबंधित है। मतदान के दिन 10 मई को सुबह सात बजे से शाम 6.30 बजे के बीच उपचुनाव से जुड़े किसी भी एक्जिट पोल के नतीजे जारी करने पर भी पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।

हिंसाग्रस्त: इंफाल से तेलांगना पहुंचे 72 निवासी

हिंसाग्रस्त: इंफाल से तेलांगना पहुंचे 72 निवासी

इकबाल अंसारी 

हैदराबाद। तेलंगाना के 72 निवासी सोमवार दोपहर विशेष विमान से मणिपुर की राजधानी इंफाल से यहां पहुंचे। इनमें ज्यादातर छात्र हैं, जो हिंसाग्रस्त मणिपुर में फंसे हुए थे। राज्य सरकार ने इस उड़ान की व्यवस्था की थी। तेलंगाना के शिक्षा मंत्री सी.एम. रेड्डी और वरिष्ठ अधिकारी राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनसे मिलने पहुंचे।

एक सरकारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, “तेलंगाना सरकार इंफाल से हैदराबाद के लिए सीधी उड़ान के माध्यम से 72 छात्रों और निवासियों को लेकर आई है। अन्य 34 आज शाम तक कोलकाता के रास्ते हैदराबाद पहुंचेंगे।” विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि एनआईटी, आईआईआईटी, जेआईएमएस, मणिपुर कृषि विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों और निर्मल जिले के एक महीने के बच्चे तथा उसके माता-पिता समेत इन लोगों को सुरक्षित वापस लाया गया है। इन सभी ने मानवीय प्रयास के लिए तेलंगाना सरकार का आभार व्यक्त किया है।”

मणिपुर में तीन मई को सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, जब अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग को लेकर मेइती और कुकी जनजाति के लोग आपस में भिड़ गए थे। इस हिंसा में कम से कम 54 लोगों की मौत हो गई थी।

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