शनिवार, 6 मई 2023

सिद्धरमैया को कड़ी टक्कर देने का फैसला: भाजपा 

सिद्धरमैया को कड़ी टक्कर देने का फैसला: भाजपा 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु/मैसूर। कर्नाटक के मैसूर जिले के वरुणा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा ने कांग्रेस के कद्दावर नेता सिद्धरमैया को उनके गृह क्षेत्र में कड़ी टक्कर देने का फैसला किया है। राज्य विधानसभा के लिए 10 मई को होने वाले चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ आवास मंत्री वी सोमन्ना को मैदान में उतारा है।

सिद्धरमैया अपना अंतिम चुनाव लड़ रहे हैं और 2018 के चुनाव में वरुणा निर्वाचन क्षेत्र में उनके पुत्र यतिंद्र सिद्धरमैया ने जीत दर्ज की थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने मैसूर जिले के चामुंडेश्वरी के साथ ही बागलकोट जिले के बादामी से चुनाव लड़ा था। वह चामुंडेश्वरी से पांच बार विधायक रहे, लेकिन वहां दो बार हार गए।

सिद्धरमैया चामुंडेश्वरी में जद (एस) के उम्मीदवार जी टी देवेगौड़ा से हार गए थे, लेकिन बादामी से भाजपा के बी श्रीरामुलु के खिलाफ 1,696 मतों के अंतर से जीत गए थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पहले एक रैली में कहा, ‘‘हमने वरुणा से सोमन्ना को अपना उम्मीदवार बनाया है। आप (लोग) उन्हें विधायक बनाकर विधानसभा भेजिए। मैं आपको बता रहा हूं कि भाजपा उन्हें एक बड़ी शख्सियत बनाएगी।’’

संघ परिवार ने अपनी सारी ऊर्जा 72 वर्षीय सोमन्ना के पीछे लगा दी है, जो बेंगलुरु के गोविंदराज नगर से विधायक रह चुके हैं, जहां से उन्हें पहली बार बाहर भेजा गया है। पांच बार के विधायक सोमन्ना के अनुसार, वह इस बार चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे और सेवानिवृत्त होना चाहते थे, लेकिन भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें वरुणा और कामराजनगर क्षेत्रों से लड़ने के लिए कहा और वह उन्हें मना नहीं कर सके।

सोमन्ना ने कहा, ‘‘जब प्रधानमंत्री ने मुझे वरुणा से चुनाव लड़ने के लिए कहा तो मैं और क्या कह सकता था। मैं इसके लिए तैयार हो गया।’’ आठ बार के विधायक 75 वर्षीय सिद्धरमैया अपनी चुनावी संभावनाओं को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री के रूप में मैंने कई अच्छे कार्यक्रम दिए हैं। मैंने यहां लोगों के लिए बहुत काम किया है। यह मेरा आखिरी चुनाव है और इसके बाद मैं सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने जा रहा हूं।’’ यहां चुनावी मुकाबला इतना कड़ा है कि कई मतदाताओं ने कहा, ''हमने इससे पहले ऐसा चुनावी मुकाबला नहीं देखा।''

पक्के खालों का निर्माण कराने हेतु 462 करोड़ मंजूर 

पक्के खालों का निर्माण कराने हेतु 462 करोड़ मंजूर 

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्‍थान सरकार ने गंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिलों में पक्के खालों का निर्माण कराने के लिए 462 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। एक बयान में इसकी जानकारी दी गयी है। राज्‍य सरकार के बयान के अनुसार इसके तहत इन दोनों जिलों में एक लाख 32 हजार हेक्टेयर कमांड क्षेत्र में कार्य होंगे ज‍िन पर तीन साल में 462 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन कार्यों के लिए वित्तीय मंजूरी दी है।

उक्त स्वीकृति के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 112 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे जलधाराएं एवं भूमिगत नालियों का कार्य शीघ्र हो सकेगा। इससे पानी की बचत होगी और खेतों को अधिक पानी मिलेगा। गहलोत द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में भाखड़ा सिंचाई परियोजना के मरम्मत कार्य को लेकर घोषणा की गई थी। एक अन्य फैसले के तहत राज्‍य में अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए पांच नए छात्रावास खोलने की मंजूरी दी गई है।

इसके तहत दौसा के बहरावंडा में सावित्री बाई फुले अनुसूचित जाति बालिका छात्रावास, बीकानेर के दामोलाई, जोधपुर के ओसियां, जैसलमेर के फलसूंड, टोंक के उनियारा में डॉ. भीमराव अम्बेडकर अनुसूचित जाति बालक छात्रावास खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने सभी छात्रावासों के संचालन के लिए छात्रावास अधीक्षक ग्रेड-2 के पांच पदों के सृजन को भी मंजूरी दी है। प्रत्येक छात्रावास में 50 विद्यार्थियों की आवास क्षमता होगी। वहीं, जोधपुर में सुमेर पब्लिक लाईब्रेरी के नवीन भवन का निर्माण को मंजूरी दी गई है। इसमें 7.96 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यह भवन आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। 

8 मई को हवा का कम दबाव बनने के आसार

8 मई को हवा का कम दबाव बनने के आसार

इकबाल अंसारी 

भुवनेश्वर। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर सोमवार (आठ मई) को हवा का कम दबाव बनने के आसार है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उसके आस-पास इलाकों में शनिवार को स्थानीय समयानुसार करीब साढ़े आठ बजे मध्यम क्षोभमंडल स्तर पर चक्रवातीय परिसंचरण बना।

इसके अलावा, आठ मई की सुबह को कुछ क्षेत्रों के ऊपर भी हवा का कम दबाव बनने का अनुमान जताया गया है और नौ मई के बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व के आसपास हवा का दबाव केंद्रित हो सकता है। आईएमडी ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के मध्य की ओर लगभग उत्तर की ओर बढ़ते हुए चक्रवाती तूफान में तीव्र होने के आसार हैं। इस बीच, मौसम अधिकारियों ने छोटे जहाजों, नावों, मछुआरों को अंडमान तट और बंगाल की मध्य खाड़ी सहित बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी क्षेत्रों में सात मई से नौ मई तक समुद्र में नहीं उतरने की सलाह दी है।

उन्होंने बताया कि दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान के समुद्री क्षेत्रों में चक्रवातीय तूफान के अनुमान के कारण इस क्षेत्र में हवाओं की रफ्तार 40-50 किमी से बढ़कर 60 किमी तक पहुंच सकती है। इसके अलावा, अंडमान और निकोबार द्वीप तथा अंडमान के उत्तरी क्षेत्रों में आठ, नौ और 10 मई को चक्रवातीय हवाओं की रफ्तार 50-60 किमी से बढ़कर 70 किमी प्रति घंटा हो सकती है।

इसके अलावा, 10 मई को शुरुआत में 60-70 किमी तेज रफ्तार से हवाएं चलेंगी और उसके बाद यह बढ़कर 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। मौसम विभाग ने बताया कि आठ से 12 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप पर तूफानी हवाएं चलने और भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है। विभाग ने इस दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर पर्यटको को तथा नावों को समुद्र में न उतरने की सलाह दी है। 

कांग्रेस पर हिंदू आस्था का 'मजाक उड़ाने' का आरोप

कांग्रेस पर हिंदू आस्था का 'मजाक उड़ाने' का आरोप

संदीप मिश्र/इकबाल अंसारी 

लखनऊ/बेंगलुरु/कोप्पा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बजरंग दल पर प्रतिबंध का प्रस्ताव कर उसने हिंदू आस्था का 'मजाक उड़ाने' का प्रयास किया है और बहुसंख्यक समुदाय इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जो लोग ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ (एक भारत, महान भारत) को पसंद नहीं करते हैं, वे ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) जैसे ‘राष्ट्र-विरोधी’ संगठनों का समर्थन कर रहे हैं। आदित्यनाथ ने कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश में राम की भूमि से हनुमान (कर्नाटक) की भूमि पर आए हैं। आदित्यनाथ गोरखनाथ मठ के प्रमुख भी हैं।

उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के बीच जुड़ाव इस तथ्य को रेखांकित करता है कि वे अभिन्न रूप से एक हैं और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा को मूर्त रूप देते हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने कहा, “बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का मतलब है कि कांग्रेस हिंदू आस्था का मजाक बनाने की कोशिश कर रही है। हिंदू समुदाय इसे बर्दाश्त नहीं करेगा और इसे स्वीकार नहीं करेगा।” 

प्रचार: आज जनसभा को संबोधित करेंगी गांधी

प्रचार: आज जनसभा को संबोधित करेंगी गांधी

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए रविवार को यहां पहुंचेंगी। पार्टी ने यह जानकारी दी। कांग्रेस नेता मंजूनाथ भंडारी ने कहा कि प्रियंका मुल्की के कोलनाड मैदान में एक जनसभा को संबोधित करेंगी।

उन्होंने कहा कि इस जनसभा में मैंगलुरु उत्तर, मूडबिद्री और काउप निर्वाचन क्षेत्रों से लगभग 50 हजार लोग हिस्सा लेंगे। इस बीच, मैंगलुरु उत्तर से जनता दल (सेक्युलर) के उम्मीदवार मोहिउद्दीन बावा ने कहा कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी नेता एच डी कुमारस्वामी रविवार को कृष्णापुरा में पार्टी के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। बावा ने कहा कि जद (एस) के नेता सी एम इब्राहिम और बी एम फारूक भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। 

सिब्बल ने पीएम की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाए 

सिब्बल ने पीएम की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाए 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘चुप्पी’ पर शनिवार को सवाल उठाए। सिब्बल ने पूछा कि क्या आरोपी उत्तर प्रदेश में चुनावों के लिहाज से इतना महत्वपूर्ण है कि जांच पूरी होने तक उसे पद से नहीं हटाया जा सकता है।

सिब्बल ने दिल्ली पुलिस द्वारा बृजभूषण के खिलाफ दर्ज मामलों में सात महिला पहलवानों के बयान दर्ज किए जाने के एक दिन बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधा। दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दो प्राथमिकी दर्ज की थीं। वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल उच्चतम न्यायालय में पहलवानों की तरफ से पेश हुये हैं ।

उन्होंने शनिवार को ट्वीट किया, “बृजभूषण; दो पहलवान पुलिस के पास : आरोप : श्वास परीक्षण के बहाने छुआ...मेरा सवाल : क्या वे (बृजभूषण) उत्तर प्रदेश में चुनावों के लिए इतने अहम हैं कि इन्हें जांच पूरी होने तक कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से नहीं हटाया जा सकता।” पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल ने कहा, “आपके ‘बेटी बचाओ’ नारे का क्या हुआ? प्रधानमंत्री और गृह मंत्री चुप क्यों हैं?”

साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित कई पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे बृजभूषण शरण सिंह के इस्तीफे की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं।

तेल रिफाइनरी को गुजरात ले जाना चाहिए: ठाकरे 

तेल रिफाइनरी को गुजरात ले जाना चाहिए: ठाकरे 

कविता गर्ग 

मुंबई/रत्नागिरी। शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि तटीय रत्नागिरी जिले के बारसू में प्रस्तावित तेल रिफाइनरी को गुजरात ले जाया जाना चाहिए और पड़ोसी राज्य से अच्छी निवेश परियोजनाएं महाराष्ट्र लाई जानी चाहिए। बारसू में ग्रामीणों से बातचीत में ठाकरे ने कहा कि सरकार को कोई भी परियोजना शुरू करने से पहले स्थानीय लोगों से बातचीत करनी चाहिए।

स्थानीय लोगों का एक वर्ग इस आधार पर रिफाइनरी का विरोध कर रहा है कि यह तटीय कोंकण क्षेत्र की संवेदनशील जैव विविधता पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा और उनकी आजीविका को भी प्रभावित करेगा। ठाकरे ने कहा, “वेदांता-फॉक्सकॉन और टाटा-एयरबस परियोजनाएं जा चुकी हैं। इस परियोजना को गुजरात ले जाएं और अच्छी परियोजनाएं महाराष्ट्र में वापस लाएं।”

उन्होंने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे तो समृद्धि राजमार्ग के निर्माण के दौरान इसी तरह के विरोध प्रदर्शन हुए थे। उन्होंने कहा, “लेकिन हमने प्रदर्शनकारियों से बात की। हमने विकास को बाधित किए बिना रास्ता निकाला।” ठाकरे ने इससे पहले बारसू-सोलगांव क्षेत्र में एक रैली आयोजित करने की योजना बनाई थी, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं मिली थी। अधिकारियों ने कहा कि रिफाइनरी परियोजना के समर्थकों ने उसी समय आसपास के इलाकों में एक रैली भी आयोजित की है।

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