ट्रैक्टर पर सामान लादकर ले जाने का आरोप
विवेक चौबे
गढ़वा। जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत घटहुआं कला गांव निवासी संजय कुमार गुप्ता ने कांडी थाना में आवेदन देते हुए उसका मकान तोड़कर उसमें रखा गहना सहित सारा सामान ट्रैक्टर पर लादकर ले जाने का आरोप लगाया है। यह आरोप शिवरी गांव निवासी श्रवण पासवान व उसके पिता श्यामलाल पासवान व पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ लगाया गया है। आवेदन में लिखा है कि संजय गुप्ता ने जनवरी माह में शिवरी गांव निवासी श्यामलाल पासवान से कांडी गांव के खाता संख्या 51, प्लॉट संख्या- 822 में पौने चार डिसमिल जमीन खरीदने के लिए फाइनल किया था।
यह जमीन कांडी स्थित नवनीत मेहता के क्रेशर के पास है, उक्त जमीन चार लाख 80 हजार रुपए में तय हुआ था। जिसमें से संजय ने एक लाख रुपए ऑनलाइन एवं एक लाख रुपए नगद दे दिया था। संजय गुप्ता ने उस जमीन में अपना घर भी बना दिया था। गुरुवार की रात में अपने बनाए घर के बाहर रखे बालू पर सो रहा था। इसी दौरान तकरीबन साढ़े दस बजे रात में श्यामलाल का पुत्र श्रवण राम मेरे पास पहुंचा।
उसके साथ श्यामलाल ने धमकी देते हुए कहा कि मैं अब जमीन तुम्हें नहीं दुंगा। मुझे जमीन की अधिक कीमत मिल रही है। आप अपना पैसा मुझसे वापस ले लीजिए। उसके पिता श्यामलाल पासवान सहित पांच से अधिक अन्य अज्ञात लोग भी थे। श्रवण ने मुझे उक्त निर्मित मकान से अलग ले गया। जहां उसने मेरी कनपटी में पिस्टल सटाकर कहा कि तुम अपना पैसा वापस क्यों नहीं ले रहे हो। मैं तुम्हारे बनाए घर को अभी तोड़वाता हूं। कनपटी पर सटाए गए पिस्टल के डर से मैं हल्ला नहीं कर सका। उसने अपने ट्रैक्टर से मेरा घर तोड़कर गिरा दिया। इसके साथ ही घर में रखी चौकी, अरहर, चावल, गेंहू, कपड़ा व बक्सा में रखा गहना सहित अन्य सामग्री ट्रैक्टर पर लादकर ले गया। इसके बाद मैं ने कांडी थाना को फोन किया। लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। पीड़ित संजय गुप्ता ने बताया कि उक्त जमीन के सौदे का कागजात भी स्टाम्प पेपर पर बना हुआ है। जो मेरे पास उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि श्यामलाल के पहचान का व्यक्ति कोदवड़िया गांव निवासी अनुज राम ने दो-तीन दिन पूर्व ही मुझसे बोला था कि उक्त जमीन में बने घर को तोड़ देंगे। पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।
इधर, इस विषय में जमीन विक्रेता श्याम लाल पासवान के पुत्र श्रवण कुमार ने बताया कि उक्त जमीन की बिक्री की बात 4.80 लाख में हुई थी। संजय गुप्ता मात्र एक लाख रुपए देकर घर बनाने लगा। बाकी पैसे की मांग करने पर वह देने से इन्कार कर दिया। अभी वह जमीन हमारी है और संजय गुप्ता घर बनाने लगा। जिसे लेकर हमलोगों ने बनाए गए घर को ध्वस्त कर दिया। पिस्टल सटाने की बात निराधार है। संजय गुप्ता दो लाख रुपए देने का प्रमाण दिखाएं। इस संबंध में थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने कहा कि जब जमीन ही नहीं लिखाया तो मकान कहां से आ गया। उन्होंने कहा कि संजय गुप्ता सहित दोनों पक्षों को थाना बुलाया गया है। पुछताछ के बाद ही कुछ स्पष्ट पता चल सकेगा।