शेट्टार ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया
इकबाल अंसारी
बेंगलुरु/सिरसी। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदीश शेट्टार ने रविवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया। लेकिन, अभी उन्होंने भाजपा के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है। शेट्टार ने विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी से उनके आवास पर मुलाकात की और श्री हेगड़े से मुलाकत करने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने अभी सिर्फ विधायक पद से इस्तीफा दिया है। पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से नहीं। शेट्टार ने यह कदम तब उठाया है जब राज्य में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने वाला है और उन्हें हुबली-धारवाड़ सेंट्रल से चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया गया।
जब उनसे अगले कदम के बारे में पूछा गया तो शेट्टार ने कहा कि वह अपने समर्थकों से बातचीत करने के बाद इस पर फैसला करेंगे। शेट्टार की कांग्रेस में शामिल होने की बात पर कहा कि प्रतिद्वंद्वी पार्टी के किसी नेता से अबतक उनसे संपर्क नहीं किया है। इससे पहले हुबली में संवाददाताओं से बात करते हुए शेट्टार ने कहा कि वह भाजपा छोड़ेंगे क्योंकि वहां उनका अपमान हुआ है और कहा कि उन्हें अपने राजनीतिक करियर में कभी उनके साथ ऐसा होने की उम्मीद नहीं की थी।
हालांकि, उन्होंने चार दशकों तक पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए भाजपा के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। शेट्टार ने कहा कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया, जैसे कि उन्हें पार्टी में उच्च पद प्रदान करना या परिवार के किसी सदस्य को चुनावी मैदान में उतारना। शेट्टार ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के हवाले से कहा कि अगर उन्हें टिकट नहीं दिया गया, तो राज्य में कम से कम भाजपा के 20 से 25 सीटें प्रभावित होंगी। धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शेट्टार के साथ मैराथन बातचीत की और उन्हें कोई अतिवादी कदम नहीं उठाने की सलाह दी।