अगले 20-30 साल में विश्वगुरु बनेगा 'भारत'
अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग
नई दिल्ली/मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, कि भारत आने वाले 20-30 साल में विश्वगुरु बन जाएगा। लेकिन भारत के विकास की गति को धीमा करने के लिए उसके बारे में गलत धारणाएं और जानकारियां फैलाई जा रही हैं। क्योंकि, दुनिया में कोई भी तर्क के आधार पर हमसे बहस नहीं कर सकता है। भागवत रविवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में मौजूद थे, जहां विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष अशोक चौगुले के 75वें जन्मदिन पर अमृत महोत्सव मनाया गया।
भागवत बोले, भारत ने पिछले कुछ सालों में बहुत कुछ हासिल किया है। लेकिन दुनिया में जो गलत बातें फैलाई जा रही हैं उनसे लड़ने के लिए हमें आने वाली पीढ़ियों को तैयार करने की जरूरत है। ताकि दुनिया हमारी ओर आकर्षित हो। आजादी की पहली लड़ाई यानी 1857 के संग्राम के बाद हमें लेकर कुछ गलतफहमियां फैलाई गईं। लेकिन स्वामी विवेकानंद ने हमें दीन-हीन समझने वालों को करारा जवाब दिया था।
मोहन भागवत ने कहा, जो लोग हिंदू राष्ट्र में विश्वास नहीं करते हैं, वे भी यही सोचते हैं कि भारत को तरक्की करना चाहिए। 1857 की क्रांति के बाद पूरा भारत एक होने लगा। समाज में जागरुकता बढ़ी और फिर कुछ समय बाद हम जवाब देने लायक बन गए, तब स्वामी विवेकानंद ने शुरुआत की। दुनिया में जो लोग हमें गुलाम बनाना चाहते थे, उन्हें भी अपनी सोच बदलने पर मजबूर होना पड़ा है, लेकिन संघर्ष आज भी जारी है। अब हमें नई पीढ़ी को तैयार करना है। तभी आने वाले 20-30 साल में भारत विश्व गुरु होगा।