मंगलवार, 4 अप्रैल 2023

सीएम गहलोत व पूर्व मुख्यमंत्री सिंधिया संक्रमित मिलीं 

सीएम गहलोत व पूर्व मुख्यमंत्री सिंधिया संक्रमित मिलीं 

नरेश राघानी 

जयपुर। कोरोना का संक्रमण एक बार फिर से खतरनाक रुख अख्तियार करता जा रहा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री के साथ-साथ वहां की मुख्यमंत्री रह चुकी बीजेपी नेत्री भी कोविड-19 की चपेट में आकर संक्रमित हो गई है। कराई गई जांच में मुख्यमंत्री एवं पूर्व सीएम की रिपोर्ट पॉजिटिव होना पाई गई है। मंगलवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा राज्य की मुख्यमंत्री रही वसुंधरा राजे सिंधिया भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गई है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए खुद के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी देते हुए कहा है कि पिछले कुछ दिनों में देशभर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मैंने भी अपनी कोरोना जांच कराई थी।रिपोर्ट में मैं स्वयं भी कॉविड के हल्के लक्षणों के साथ संक्रमित हो गया हूं। डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक अगले कुछ दिन निवास से ही अपना कामकाज जारी रखूंगा। आप सब सावधानी बरते एवं कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें।

उधर, राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे सिंधिया ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि कोविड-19 की जांच में मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चिकित्सकों की सलाह पर मैं पूर्ण रुप से आइसोलेशन में हूं,जो लोग मेरे संपर्क में आए हैं, वह अपनी कोरोना की जांच अवश्य करवाएं और सावधानी बरतें।

'लोकतंत्र की माता’ का प्रचार, सरकार पर कटाक्ष 

'लोकतंत्र की माता’ का प्रचार, सरकार पर कटाक्ष 

अकांशु उपाध्याय/मनोज सिंह ठाकुर 

नई दिल्ली/इंदौर। लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने भारत की जी-20 अध्यक्षता से जुड़े नारे ‘‘लोकतंत्र की माता’’ के प्रचार को लेकर केंद्र सरकार पर मंगलवार को कटाक्ष किया और कहा कि सरकार संसद को "रबर की मोहर या नोटिस बोर्ड" की तरह इस्तेमाल कर रही है। थरूर, ‘‘संविधान का संरक्षण और संविधान का उत्थान’’ विषय पर अखिल भारतीय पेशेवर कांग्रेस (एआईपीसी) की मध्यप्रदेश इकाई की ओर से यहां आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।

एआईपीसी के अध्यक्ष थरूर ने कहा, ‘‘अगर आप दिल्ली जाएं, तो आपको सारे शहर में जी20 के बिलबोर्ड दिखेंगे जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुस्कुराते चेहरे की तस्वीर के साथ छपा है कि हम लोकतंत्र की माता हैं। उनके मुस्कुराने के पीछे शायद कारण है…क्योंकि यह माता जिस तरह से काम कर रही है, वह लोकतंत्र के खिलाफ है।’’ उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,‘‘मैं सोचता हूं कि दुनिया में ऐसी कोई माता नहीं मिलेगी जो अपने बच्चों के साथ इतनी बुरी तरह से व्यवहार करने के बाद भी श्रेय मांगना चाहेगी।’’ कांग्रेस सांसद ने कहा कि सरकार संसद को ‘‘रबर की मोहर या नोटिस बोर्ड’’ की तरह इस्तेमाल कर रही है और विपक्ष से राय-मशविरे के बिना सारे विधेयक पारित करा रही है।

थरूर ने पिछले महीने के संसदीय गतिरोध का हवाला देते हुए कहा कि यह देश के इतिहास में पहली बार था, जब सत्तारूढ़ भाजपा ने विपक्षी दल कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के किसी बयान पर उनकी माफी की मांग को लेकर संसद नहीं चलने दी। उन्होंने कहा,‘‘भाजपा उथल-पुथल से संसद चलाना चाहती है।’’ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि आजादी के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू महासभा के नेताओं ने कहा था कि भारत का संविधान ‘‘अंग्रेजी सोच’’ पर आधारित है और देश को एक हिंदू राष्ट्र होना चाहिए।

कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद सरकार कोशिश कर रही है कि देश को धर्म की बुनियाद पर चलाया जाए। उन्होंने कहा, ‘‘हर रोज लोग भाषणों में कह रहे हैं कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनना चाहिए और अगर आप हिंदू नहीं हैं, तो आपके (नागरिक) अधिकार कम होने चाहिए। लेकिन कांग्रेस चाहती है कि देश में संविधान के सभी बुनियादी सिद्धांतों का पालन किया जाना चाहिए।’’ 

लोगों के कल्याण पर नहीं है 'कांग्रेस' नेताओं का ध्यान 

लोगों के कल्याण पर नहीं है 'कांग्रेस' नेताओं का ध्यान 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और डी के शिवकुमार 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले ही मुख्यमंत्री पद का ‘‘सपना’’ देख रहे हैं, लेकिन यह साकार नहीं होगा। बोम्मई ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं का मुख्य ध्यान सत्ता और मुख्यमंत्री पद पर है, राज्य के लोगों के कल्याण पर नहीं है।

बोम्मई ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘कांग्रेस सत्ता में नहीं आएगी, दोनों (सिद्धरमैया और शिवकुमार) एक कुर्सी (मुख्यमंत्री की) के लिए लड़ रहे हैं, जो उन्हें नहीं मिलेगी। इस चुनाव में कांग्रेस और उसके नेताओं का मुख्य उद्देश्य सत्ता और मुख्यमंत्री पद है, कर्नाटक के लोगों का कल्याण नहीं।’’ उन्होंने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एक तरफ शिवकुमार मुख्यमंत्री बनने के लिए आशीर्वाद मांग रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सिद्धरमैया दावा कर रहे हैं कि वह अगले मुख्यमंत्री हैं, जबकि ‘‘जिन लोगों को फैसला करना है, उनके दिमाग में दोनों में से कोई भी नहीं हैं।’’

बोम्मई ने कहा, ‘‘यह उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है। दोनों मुख्यमंत्री की कुर्सी के बारे में सपना देख रहे हैं, लेकिन यह साकार नहीं होगा।’’ बोम्मई विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया द्वारा कांग्रेस के संभावित मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में कथित तौर पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।

वडोदरा स्टेशन पर 'ईवी' चार्जिंग सुविधा स्थापित की 

वडोदरा स्टेशन पर 'ईवी' चार्जिंग सुविधा स्थापित की 

इकबाल अंसारी 

गांधीनगर/वडोदरा। पश्चिम रेलवे में गुजरात के वडोदरा स्टेशन पर इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग सुविधा स्थापित की गई है। यह सुविधा एक बार में 10 इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज कर सकती है। इससे लगभग 35 लाख राजस्व उत्पन्न होगा। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण की रक्षा के उद्देश्य से पश्चिम रेलवे कई पहल कर रही है जो प्रदूषण को रोकने के साथ-साथ कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करती हैं।

गैर किराया राजस्व (एनएफआर) अनुबंध के तहत वडोदरा रेलवे स्टेशन पर एक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग सुविधा स्थापित की गई है। इससे अनुबंध अवधि के दौरान लगभग 35 लाख रुपये का राजस्‍व प्राप्‍त होगा। यह ईवी चार्जिंग सुविधा अपनी तरह की पहली ईवी है। जो पेट्रोल पंपों पर उपलब्‍ध ऐसी सुविधा के बराबर है और उपयोगकर्ताओं के लिए पीने के पानी और वॉशरूम की सुविधा प्रदान की गई है। यह सुविधा एक साथ 10 इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज कर सकती है।

ठाकुर ने बताया कि यह वडोदरा मंडल में ईवी चार्जिंग सुविधा से लैस होने वाला आठवां रेलवे स्टेशन है जिससे ईवी इकोसिस्‍टम के विकास के सरकार के विज़न को बढ़ावा मिला है। वडोदरा मंडल पर, ऐसी सुविधा मकरपुरा, उतरन, डभोई, करमसद, खरसालिया, रानोली और मोडासा में भी उपलब्ध है और अन्य योजना के चरण में हैं।

ऊर्जा की बचत और पर्यावरण संरक्षण की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए पश्चिम रेलवे डी-कार्बोनाइजेशन और हरित ऊर्जा के उत्पादन की दिशा में एक मिशन मोड पर काम कर रही है। इस दिशा में पश्चिम रेलवे ने हरित गतिशीलता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग प्वाइंट की सुविधा स्थापित की है। इसी तर्ज पर पश्चिम रेलवे के वडोदरा मंडल ने गैर किराया राजस्व (एनआरएफ) अनुबंध के तहत वडोदरा रेलवे स्टेशन पर इस तरह की इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग सुविधा स्थापित करने का एक नया कदम उठाया है।

विश्वविद्यालय के कुलपति पद से मंसूर का इस्तीफा 

विश्वविद्यालय के कुलपति पद से मंसूर का इस्तीफा 

संदीप मिश्र 

लखनऊ/अलीगढ़। भारतीय जनता पार्टी की ओर से की गई संस्तुति के बाद राज्यपाल द्वारा एमएलसी मनोनीत किए गए डॉक्टर तारिक मंसूर ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति पद से इस्तीफा दे दिया है। मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ तारिक मंसूर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। त्यागपत्र देने वाले एएमयू कुलपति डॉक्टर तारिक मंसूर बीते दिन ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा विधान परिषद के सदस्य नामित किए गए हैं।

डॉक्टर तारिक मंसूर का नाम भारतीय जनता पार्टी की ओर से एमएलसी के रूप में नामित किए जाने के लिए राज्यपाल के पास भेजा गया था। एमएलसी बनने के बाद अब प्रोफेसर तारिक मंसूर ने अधिकारी तौर पर अपना इस्तीफा दे दिया है। उनके त्यागपत्र के बाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर वाइस चांसलर को उनका पदभार सौंपा गया है। अभी तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कुलपति का कार्यभार संभालने वाले डॉक्टर तारिक मंसूर अब राजनीति में अपने जौहर दिखाएंगे।

पीएम की जमकर तारीफ करते हुए दिखाई दिए आजाद 

पीएम की जमकर तारीफ करते हुए दिखाई दिए आजाद 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस के रास्ते अपनी राजनीति शुरू करने वाले जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद अब अपनी अलग पार्टी बनाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ करते हुए दिखाई दिए हैं। कांग्रेस में रहते समय तरह-तरह की बुराइयां खोजने वाले गुलाम नबी आजाद को अब पीएम के भीतर बेपनाह अच्छाइयां दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी भी बदले की भावना से काम नहीं किया है, उनका बर्ताव एक राजनेता जैसा है।

मंगलवार को आधी सदी से भी ज्यादा समय तक कांग्रेस नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए अपने मुंह से झरझर फूलों की बारिश की है। गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यवहार एक महान राजनेता जैसा है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्रेडिट देना चाहूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने उनके साथ जो भी किया है, लेकिन वह सद्भाव पूर्ण रहे हैं।

विपक्ष के नेता के तौर पर सीएए, हिजाब विवाद और धारा 370 जैसे मसलों पर मैंने उन्हें खूब घेरा था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी भी बदले की भावना से काम नहीं किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक राजनेता जैसा ही हमेशा बर्ताव किया है।

जयसिंघानी ने अपनी बेटी के साथ मिलकर साजिश रची

जयसिंघानी ने अपनी बेटी के साथ मिलकर साजिश रची

कविता गर्ग 

मुंबई। मुंबई की एक विशेष अदालत ने कहा है कि संदिग्ध सटोरिये अनिल जयसिंघानी ने अपने खिलाफ दर्ज विभिन्न प्राथमिकियों से खुद को बचाने के लिए अपनी बेटी अनिक्षा के साथ मिलकर साजिश रची, जिसके तहत महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की पत्नी अमृता को रिश्वत देने की कोशिश की गई और उनके इनकार करने पर उनसे जबरन धन उगाही करने के लिए उन्हें निजी संदेश भेजे गए।

भ्रष्टाचार-रोधी मामलों की सुनवाई कर रहे विशेष न्यायाधीश दीपक अलमाले ने एक अप्रैल को अनिल जयसिंघानी को जमानत देने से इनकार कर दिया था। अनिल जयसिंघानी और उसकी बेटी अनिक्षा पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस को ‘ब्लैकमेल’ करने और रिश्वत देने की कोशिश करने का आरोप है।

अदालत के आदेश की मंगलवार को उपलब्ध हुई प्रति के अनुसार, पिता और पुत्री दोनों ने ही एक साजिश रची, जिसके तहत अनिक्षा ने अमृता फडणवीस से मित्रता की। इसमें आगे कहा गया है कि इसके बाद ‘अनिक्षा ने अमृता से अपने पिता को उसके खिलाफ लंबित विभिन्न आपराधिक मामलों में बचाने का अनुरोध किया, क्योंकि शिकायतकर्ता (अमृता फडणवीस) के पति एक लोक सेवक हैं।’’ अदालत के अनुसार, अनिक्षा ने अमृता फडणवीस को एक करोड़ रुपये की रिश्वत देने की पेशकश की।

अदालत ने आदेश में कहा है, ‘‘यह अभियोजन का मामला है कि जब शिकायतकर्ता ने अनिक्षा के कहने के अनुसार काम करने से मना कर दिया तो उसने (अनिक्षा ने) शिकायतकर्ता के मोबाइल फोन पर वीडियो, वॉयस नोट्स तथा स्क्रीन शॉट्स भेजे, जबरन धन वसूली का प्रयास किया और 10 करोड़ रुपये की मांग की।’’ अदालत ने कहा कि मामले में जांच जारी है और अनिल जयसिंघानी के खिलाफ 17 अन्य मामले भी लंबित हैं।

अदालत के अनुसार, ‘‘इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि जमानत पर रिहा होने के बाद आरोपी भाग सकता है।’’ दक्षिण मुंबई के मालाबार थाने ने कथित तौर पर कुछ ऑडियो और वीडियो क्लिप सार्वजनिक करने की धमकी देने के मामले में अनिल जयसिंघानी और उसकी बेटी अनिक्षा जयसिंघानी के खिलाफ 20 फरवरी को प्राथमिकी दर्ज की थी।

क्लिप में दिखाया गया था कि अमृता फडणवीस कथित रूप से अनिक्षा से फायदा उठा रही हैं। अनिल और अनिक्षा पर भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। अनिक्षा को इस मामले में 17 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और एक सत्र अदालत ने 27 मार्च को उसे जमानत दे दी। उसके पिता अनिल को बाद में मुंबई पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार किया और वह न्यायिक हिरासत में है। 

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...