गुरुवार, 30 मार्च 2023

10 करोड़ टन कच्चे इस्पात उत्पादन का लक्ष्य पार 

10 करोड़ टन कच्चे इस्पात उत्पादन का लक्ष्य पार 

इकबाल अंसारी 

भुवनेश्वर/राउरकेला। राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) की ‘स्टील मेल्टिंग शॉप’ (इस्पात गलाने की इकाई) ने 10 करोड़ टन कच्चे इस्पात उत्पादन का लक्ष्य पार कर लिया है।आरएसपी के प्रभारी निदेशक अतनु भौमिक ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ यहां का दौरा किया और इस उपलब्धि के लिए सामूहिक प्रयासों की सराहना की।

इस्पात संयंत्र की ओर से जारी विज्ञप्ति में भौमिक के हवाले से कहा गया, ‘‘स्टील मेल्टिंग शॉप के कर्मचारियों, अन्य संबद्ध इकाइयों के प्रयास से यह संभव हो सका।’’ 

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-168, (वर्ष-06)

2. शुक्रवार, मार्च 31, 2023

3. शक-1944, चैत्र, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दसमीं, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:40, सूर्यास्त: 06:23। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 20 डी.सै., अधिकतम- 26+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

बुधवार, 29 मार्च 2023

नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित 

नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित 

सरस्वती उपाध्याय 

30 मार्च को चैत्र नवरात्रि का नौवां दिन है‌। इसी के साथ नवरात्रि का समापन हो जाता है। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा  की जाती है। मां सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली हैं और सिंह पर सवार होती हैं। उनके दाहिने नीचे वाले हाथ में चक्र,ऊपर वाले हाथ में गदा और बाई तरफ के नीचे वाले हाथ में शंख और ऊपर वाले हाथ में कमल पुष्प है। माता की पूजा से सारे मनोरथ सिद्ध होते हैं। साथ ही यश, बल,कीर्ति और धन की प्राप्ति होती है। जानिए, नवरात्रि के नौवें दिन का शुभ मुहूर्त, मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि, भोग आदि की जानकारी...

महानवमी पूजन और हवन का शुभ मुहूर्त...

ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र के मुताबिक चैत्र नवमी तिथि 29 मार्च को रात 09 बजकर 07 बजे से शुरू होगी और 30 मार्च को रात 11 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के हिसाब से महानवमी का पर्व 30 मार्च को मनाया जाएगा। इस‍ दिन राम नवमी भी मनाई जाती है। इसलिए, मां सिद्धिदात्री के साथ श्रीराम का भी पूजन किया जाएगा। मां सिद्धिदात्री और प्रभु श्रीराम के पूजन और हवन के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 6 बजकर 54 मिनट तक, इसके बाद 8 बजकर 37 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा  3 बजकर 6 मिनट से शाम 5 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।

महानवमी पर 4 विशेष योग बनेंगे...

इस बार 4 विशेष योग बनने से महानवमी और भी खास हो गई है। इस बार चैत्र महानवमी पर गुरु पुष्य योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है। ये सभी योग अत्‍यंत मंगलकारी माने गए हैं। इसमें सर्वार्थ सिद्धि योग तो पूरे दिन रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कोई भी काम सफल होता है। अगर आप किसी विशेष काम के लिए नई शुरुआत करना चाहते हैं, तो इस दिन से कर सकते हैं।

मां सिद्धिदात्री पूजा और कन्‍या पूजन विधि...

महानवमी के मौके पर मां सिद्धिदात्री की पूजा के लिए रोजान की तरह सबसे पहले कलश की पूजा करें। इसके बाद मातारानी को रोली, कुमकुम,पुष्प, चुनरी, अक्षत, भोग, धूप-दीप आदि अर्पित करें। इसके बाद घर में मा‍ता के मंत्रों का जाप करते हुए हवन करें, मां को भोग लगाएं। पूजन के बाद कन्‍या पूजन करें। कन्‍या पूजन में 2 वर्ष से 9 वर्ष तक की 9 कन्‍याओं को बैठाएं और साथ में एक बालक को बैठाएं। उनके चरण धुलवाएं, विधिवत उन्‍हें भोजन कराएं, तिलक लगाएं, आरती उतारें, दक्षिणा दें और चरण छूकर आशीष लें। इसके बाद व्रत का पारण करें।

माता को लगाएं ये भोग...

माता की पूजा के दौरान उन्‍हें उनका प्रिय भोग हलवा, पूड़ी, चने और नारियल जरूर चढ़ाएं। कन्‍याओं को भोजन कराते समय भी उनकी थाली में माता के प्रिय भोग को जरूर रखें। इस तरह मां सिद्धिदात्री की विधिवत पूजा करने से माता अपने भक्तों पर प्रसन्न होती हैं। भक्‍तों की मुराद को पूरा करती हैं।

शामली: समिति की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन 

शामली: समिति की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन 

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। नगर के माजरा रोड पर एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक अखिल भारतीय योगीनाथ उपाध्याय समाज (रजि0) द्वारा योजना ग्लोबल पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट मनीष कुमार खोखर एडवोकेट के द्वारा की गई। उसमें मुख्य अतिथि समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी सुभाष चंद कैप्टन, समिति के संस्थापक योगी बाबू राम उपाध्याय ने अध्यक्षता की। संचालक समिति के राष्ट्रीय महासचिव राकेश कुमार उपाध्याय ने बैठक का संचालन किया।

समिति के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष योगी शिव कुमार उपाध्याय ने कहा, कि हम सब को ज्यादा से ज्यादा राजनीति में हिस्सा लेकर अपने संगठन को मजबूत करना चाहिए। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी सुभाष चंद्र कैप्टन ने मनीष कुमार खोखर एडवोकेट को राष्ट्रीय कानूनी सलाहकार, प्रदीप पुंडीर को प्रदेश उपाध्यक्ष, गीता रानी योगी को शामली महिला जिलाध्यक्ष, संतलाल उपाध्याय को शामली नगर अध्यक्ष, राजेंद्र कुमार कैराना नगर संरक्षक, राजू जोगी कैराना नगर अध्यक्ष, नरेश कुमार कैराना नगर उपाध्यक्ष, विकास कुमार कैराना नगर महासचिव बनाया।

संस्था को और मजबूत करने के लिए सभी को अपने-अपने पद के अनुसार समिति में ज्यादा से ज्यादा संख्या जोड़ने का आह्वान किया। समिति में गीता रानी योगी शामली महिला  जिला अध्यक्ष से अनुरोध किया, कि ज्यादा से ज्यादा महिला संगठन को समिति में जोड़ने का प्रयास करें। प्रदेश अध्यक्ष रमेश उपाध्याय, राष्ट्रीय संरक्षक रामपाल उपाध्याय जेहरा, शामली जिला कोषाध्यक्ष प्रदीप राठी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी भानु प्रताप उपाध्याय, शामली जिला महासचिव हरेंद्र कुमार उपाध्याय आदि शामिल रहें।

550 बच्चों के पिता बनने का आरोप, डोनर को समन 

550 बच्चों के पिता बनने का आरोप, डोनर को समन 

अखिलेश पांडेय 

एम्सटर्डम। नीदरलैंड्स की अदालत ने दुनियाभर की सैकड़ों महिलाओं को गुमराह कर कम-से-कम 550 बच्चों के पिता बनने के आरोप में 41 वर्षीय सीरियल स्पर्म डोनर को समन किया है। शख्स के खिलाफ मुकदमा करने वाली एक महिला ने कहा, अगर मुझे पता होता कि वह पहले से 100 से अधिक बच्चों का पिता है तो...मैं कभी उस डोनर को नहीं चुनती। दुनिया में ऐसे कई लोग हैं, जो इनफर्टिलिटी की समस्या से परेशान हैं। हालांकि ऐसे लोगों के लिए आजकल कई तरह के मेडिकल ट्रीटमेंट्स भी उपलब्ध हो गए हैं, जिससे बच्चे पैदा करने में आसानी हो रही है। आजकल स्पर्म डोनेशन भी काफी चलन में है। भारत में तो उतना नहीं, लेकिन विदेशों में इसकी खूब डिमांड है।

हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं, उसने इसी तकनीक के जरिये 500 से भी अधिक बच्चे पैदा कर लिए हैं, लेकिन इस चक्कर में वो बुरी तरह से फंस भी गया है। दरअसल, इस शख्स का नाम जोनाथन जैकब मीजर है और वह नीदरलैंड के रहने वाले हैं। 41 वर्षीय जोनाथन पर सैकड़ों महिलाओं ने केस कर दिया है। उनका कहना है कि वो उनके बच्चों का इकलौता बाप है। जानकर हैरानी होगी कि साल 2017 तक जोनाथन 102 बच्चों के पिता बन गए थे, क्योंकि उन्होंने नीदरलैंड की 10 अलग-अलग क्लीनिक अपना स्पर्म डोनेट किया था।

महिलाओं के मुताबिक, शख्स पर 550 बच्चों के बाप होने का आरोप है। हालांकि कोर्ट ने शख्स के स्पर्म डोनेट करने पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन इसके बावजूद उसके इतने सारे बच्चे हो गए हैं। वहीं, मेडिकल से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कभी बच्चों को इस बात की जानकारी होगी कि दुनियाभर में उनके इतने सारे भाई-बहन हैं तो इसका असर उनकी मानसिक स्थिति पर पड़ेगा। इतना ही नहीं, जानकारी न होने की वजह से उनके आपस में शादी करने का भी खतरा बढ़ सकता है।

श्रद्धालुओं ने मां 'विंध्यवासिनी' का दर्शन पूजन किया

श्रद्धालुओं ने मां 'विंध्यवासिनी' का दर्शन पूजन किया

संदीप मिश्र 

मिर्जापुर/विंध्याचल। बुधवार को अष्टांग योग की अधिष्ठात्री महागौरी स्वरूप में श्रद्धालुओं ने मां 'विंध्यवासिनी' का दर्शन पूजन किया। मंदिर परिसर सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते मंत्र से गूंज उठा। भोर से ही माता के दर्शन के लिए मंदिर की ओर जाने वाली सभी गलियां भक्तों से पटी रही। मंगला आरती के बाद मंदिर का कपाट खुलते ही मां विंध्यवासिनी की एक झलक पाने के लिए भक्तों में होड़ मची रही। गंगा स्नान के पश्चात श्रद्धालु हांथों में माता के प्रसाद नारियल व चुनरी लिए मंदिर की ओर पहुंच रहे थे।

सुबह होते-होते मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से पट गया। भारी भीड़ के बीच किसी ने गर्भगृह तो किसी ने झांकी से ही मां के भव्य स्वरुप का दर्शन किया। दर्शन-पूजन के साथ ही न्यू वीआईपी, पुरानी वीआईपी मार्ग के अलावा पक्काघाट मार्ग से मंदिर की ओर पहुंच रहे श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की ओर से मुकम्मल व्यवस्था की गई थी। मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के पश्चात त्रिकोण मार्ग पर स्थित मां काली व अष्टभुजा देवी का दर्शन पूजन किया गया।

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा  गणेश साहू  कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में खेत से लौट रही बालिका के साथ 27 वर्ष पहले स...