मंगलवार, 28 मार्च 2023

कमिश्नर ने कलेक्ट्रेट का वार्षिक निरीक्षण किया

कमिश्नर ने कलेक्ट्रेट का वार्षिक निरीक्षण किया

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। कमिश्नर सहारनपुर लोकेश एम.ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट का वार्षिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्ट्रेट आफिस में अभिलेखों का सही तरीके से रख-रखाव नहीं होने पर नाराजगी जताई। अलमारियों के ऊपर फाइलें और कंबल देखकर डीएम और एडीएम के समक्ष कर्मचारियों का जवाब तलब किया।

साथ ही अभिलेखों का सही तरीके से रखरखाब की हिदायत दी। बाद में कमिश्नर ने निकाय, निर्वाचन, राजस्व, पूर्ति आदि कार्यालयों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अफसरों व कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा। इस दौरान डीएम रविन्द्र सिंह, एडीएम संतोष कुमार सिंह, सभी एसडीएम आदि मौजूद रहे।

अहमद समेत 3 आरोपियों को आजीवन कारावास 

अहमद समेत 3 आरोपियों को आजीवन कारावास 

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। प्रयागराज की एक विशेष अदालत ने पूर्व विधायक राजूपाल हत्याकांड मामले के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल के अपहरण के करीब 17 साल पुराने मामले में माफिया-राजनेता एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद समेत तीन आरोपियों को मंगलवार को दोषी करार देते हुए सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई। जिला शासकीय अधिवक्ता गुलाब चंद्र अग्रहरि ने बताया कि प्रयागराज की सांसद-विधायक (एमपी-एमएलए) अदालत के न्यायाधीश दिनेश चंद्र शुक्ला ने वर्ष 2006 में हुए उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद, उसके वकील सौलत हनीफ और पूर्व सभासद दिनेश पासी समेत तीन आरोपियों को भारतीय दंड संहिता की धारा 364-ए के तहत दोषी करार देते हुए सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

अदालत ने अहमद के भाई अशरफ समेत सात आरोपियों को सुबूतों के अभाव में बरी कर दिया है। इस मामले में कुल 11 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया था। सुनवाई के दौरान उनमें से एक की मौत हो गयी थी। माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को उमेश पाल के अपहरण के मामले में प्रयागराज की एमपी-एमएलए अदालत में अपराह्न करीब 12 बजे पेश किया गया।

अहमद को गुजरात की साबरमती जेल और अशरफ को बरेली जेल से सोमवार को प्रयागराज में नैनी केन्द्रीय कारागार लाया गया था। उमेश पाल 25 जनवरी, 2005 को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल की हत्या के मामले का चश्मदीद गवाह था। राजू पाल हत्याकांड मामले में अतीक अहमद आरोपी है। उमेश ने आरोप लगाया था कि जब उसने अहमद के दबाव में पीछे हटने और झुकने से इनकार कर दिया तो 28 फरवरी, 2006 को उसका अपहरण कर लिया गया था।

अतीक, उसके भाई अशरफ और चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ पांच जुलाई, 2007 को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अदालत में पेश किए गए आरोप पत्र में 11 आरोपियों का जिक्र किया गया था। उमेश पाल और उसकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पाल की पत्नी जया की शिकायत पर प्रयागराज के धूमनगंज थाने में अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

फूलपुर से समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद अतीक अहमद को जून 2019 में गुजरात की साबरमती केंद्रीय जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश में जेल में रहने के दौरान रियल एस्टेट व्यवसायी मोहित जायसवाल के अपहरण और मारपीट का आरोप लगने के बाद अतीक को साबरमती जेल भेजा गया था। अतीक अहमद उमेश पाल हत्याकांड सहित 100 से अधिक अपराधिक मामलों में नामजद है।

अन्नाद्रमुक के महासचिव पद की कमान संभाली

अन्नाद्रमुक के महासचिव पद की कमान संभाली

इकबाल अंसारी 

चेन्नई। ई के पलानीस्वामी ने उच्च न्यायालय से हरी झंडी मिलने के बाद मंगलवार को अन्नाद्रमुक के महासचिव पद की कमान संभाली। इसके साथ ही पार्टी पर अब उनका पूरी तरह नियंत्रण हो गया है। मद्रास उच्च न्यायालय ने अन्नाद्रमुक के 11 जुलाई के आम परिषद के प्रस्तावों के खिलाफ पार्टी नेता ओ पनीरसेल्वम और उनके सहायकों की याचिकाएं बुधवार को खारिज कर दीं। इसके तुरंत बाद संबंधित चुनाव प्राधिकारियों ने अन्ना द्रमुक के मुख्यालय में 68 वर्षीय अंतरिम महासचिव को सर्वसम्मति से पार्टी के शीर्ष पद पर निर्वाचित घोषित किया। पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने इस पदोन्नति के लिए अपने समर्थकों का आभार व्यक्त किया।

मुख्य विपक्षी दल के कई नेताओं ने कहा कि महासचिव बनने के बाद पलानीस्वामी पार्टी को बेहतर दिनों की ओर लेकर जाएंगे। गौरतलब है कि पनीरसेल्वम और पलानीस्वामी में नेतृत्व को लेकर चल रही लड़ाई के बीच 11 जुलाई 2022 को अन्नाद्रमुक की आम परिषद की बैठक में कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पनीरसेल्वम तथा उनके सहायकों को निष्कासित कर दिया गया था। 

भारत: घरों की कीमतें 8-10 प्रतिशत तक बढ़ी 

भारत: घरों की कीमतें 8-10 प्रतिशत तक बढ़ी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष में घरों की कीमतें 8-10 प्रतिशत तक बढ़ी हैं और 2023-24 के दौरान इनमें और पांच प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने मंगलवार को यह अनुमान लगाया है। रेटिंग एजेंसी ने 2023-24 के लिए आवासीय रियल एस्टेट क्षेत्र के परिदृश्य को संशोधित करते हुए ‘सुधार’ से बदलकर ‘तटस्थ’ कर दिया।

उसने एक बयान में कहा, ‘‘ऊंची निर्माण लागत, बढ़ती आवास ऋण दरें और घरेलू तथा वैश्विक स्तर पर मंदी के बावजूद आवासीय रियल एस्टेट बाजार में 2022-23 में तेजी बरकरार रही है (रियल एस्टेट के शीर्ष आठ क्षेत्रों के लिए सालाना आधार पर बिक्री में 15 प्रतिशत की वृद्धि)।’’ इसमें कहा गया कि मंदी और मुद्रास्फीति संबंधी दबावों से निकट भविष्य में मांग कुछ हद तक प्रभावित हो सकती है लेकिन ऐसी उम्मीद है कि बाजार दबाव को झेल लेगा। एजेंसी ने कहा कि मांग में वृद्धि भी हो सकती है।

इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कहा, ‘‘2022-23 में सालाना आधार पर संपत्ति के दामों में 8-10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, 2023-24 में इसमें और पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।’’ उसने कहा कि 2021-22 में आवास बिक्री के पीछे मुख्य वजह इनके कम दाम रहे हैं। हालांकि, मुद्रास्फीति बढ़ने और रेपो दरों में वृद्धि से किफायती श्रेणी के घरों में मांग 2022-23 में कुछ प्रभावित हुई।

कांग्रेस ने दलित समुदायों का अपमान किया: ईरानी

कांग्रेस ने दलित समुदायों का अपमान किया: ईरानी

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को राहुल गांधी पर एक बार फिर हमला करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दलित समुदायों का अपमान किया है। ईरानी ने इतना ही नहीं कहा,  ईरानी ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने राष्ट्रपति को भी नहीं बख्शा और गांधी परिवार के निर्देशों का पालन करने के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की।

वहीं, ओबीसी के बारे में राहुल गांधी की शर्मनाक टिप्पणी को पूरा देश देख रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी का राजनीतिक मनोविकार पूरे प्रदर्शन पर है तथा वह झूठे और देश-विदेश में झूठ बोलने के आदी हो गये हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने सार्वजनिक रूप से दावा किया है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करेंगे और उनकी छवि खराब करेंगे।

उन्होंने कहा, “ मोदी की छवि खराब करने के लिए उन्होंने (राहुल गांधी) देश, विदेश और संसद में झूठ बोला। यह वह व्यक्ति है जो शीर्ष न्यायालय के सामने अपनी नाक रगड़ कर माफी मांगता है और आज कायर नहीं होने का नाटक करता है।” गौरतलब है कि मई 2019 में श्री राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अपने 'चौकीदार चोर है' वाले तंज के लिए उच्चतम न्यायालय में बिना शर्त माफी मांगी थी।

11 भाषाओं में पीएम के खिलाफ पोस्टर लगाएगी 'आप'

11 भाषाओं में पीएम के खिलाफ पोस्टर लगाएगी 'आप'

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) 30 मार्च को देशभर में 11 भाषाओं में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाएगी। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने यह जानकारी दी। ‘आप’ की दिल्ली इकाई के प्रमुख एवं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘‘ आम आदमी पार्टी 30 मार्च को देशभर में पोस्टर लगाएगी। पार्टी की सभी राज्य इकाइयों को अपने-अपने राज्यों में पोस्टर लगाने को कहा गया है। पोस्टर 11 भाषाओं में छापे गए हैं।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ‘‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’’ के पोस्टर राष्ट्रीय राजधानी में दीवारों और बिजली के खंभों पर लगाए गए थे। इस मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है और 49 प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रीय राजधानी में ‘‘केजरीवाल हटाओ, दिल्ली बचाओ’’ के पोस्टर लगाए थे।

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