सोमवार, 27 मार्च 2023

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-165, (वर्ष-06)

2. मंगलवार, मार्च 28, 2023

3. शक-1944, चैत्र, शुक्ल-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:40, सूर्यास्त: 06:23। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 16 डी.सै., अधिकतम- 24+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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नवरात्रि का छठा दिन मां 'कात्यायनी' को समर्पित 

नवरात्रि का छठा दिन मां 'कात्यायनी' को समर्पित 

सरस्वती उपाध्याय 

दुर्गा पूजा के छठवें दिन देवी के कात्यायनी स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन 'आज्ञा चक्र' में स्थित होता है। योग साधना में इस आज्ञा चक्र का महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक मां कात्यायनी के चरणों में अपना सर्वस्व निवेदित कर देता है। परिपूर्ण आत्मदान करने वाले ऐसे भक्त को सहज भाव से मां कात्यायनी के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं।

मां का स्वरूप...

मां कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं,इनका स्वरूप अत्यंत ही भव्य और दिव्य है। इनका वर्ण स्वर्ण के समान चमकीला और भास्वर है। शेर पर सवार मां की चार भुजाएं हैं, इनके बायें हाथ में कमल और तलवार व दाहिनें हाथों में स्वास्तिक व आशीर्वाद की मुद्रा अंकित है। भगवान कृष्ण को पाने के लिए व्रज की गोपियों ने इन्ही की पूजा कालिंदी नदी के तट पर की थी।ये ब्रज मंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित हैं।

कौन हैं मां कात्यायनी ?

कत नामक एक प्रसिद्द महर्षि थे,उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं कात्य के गोत्र में विश्व प्रसिद्द महर्षि कात्यायन उत्पन्न हुए थे। इन्होने भगवती पराम्बा की उपासना करते हुए बहुत वर्षों तक बड़ी कठिन तपस्या की थी। उनकी इच्छा थी कि मां भगवती उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लें। मां भगवती ने उनकी यह प्रार्थना स्वीकार कर ली। कुछ काल पश्चात जब दानव महिषासुर का अत्याचार पृथ्वी पर बहुत अधिक बढ़ गया था तब भगवान ब्रह्मा,विष्णु, महेश तीनों ने अपने-अपने तेज़ का अंश देकर महिषासुर के विनाश के लिए एक देवी को प्रकट किया। महर्षि कात्यायन ने सर्वप्रथम इनकी पूजा की और देवी इनकी पुत्री कात्यायनी कहलाईं।

पूजा विधि...

दुर्गा पूजा के छठे दिन भी सर्वप्रथम कलश व देवी के स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा कि जाती है। पूजा की विधि शुरू करने पर हाथों में सुगन्धित पुष्प लेकर देवी को प्रणाम कर देवी के मंत्र का ध्यान करना चाहिए। मां को श्रृंगार की सभी वस्तुएं अर्पित करें। मां कात्यायनी को शहद बहुत प्रिय है इसलिए इस दिन मां को भोग में शहद अर्पित करें। देवी की पूजा के साथ भगवान शिव की भी पूजा करनी चाहिए।

पूजा फल...

देवी भागवत पुराण के अनुसार देवी के इस स्वरूप की पूजा करने से शरीर कांतिमान हो जाता है। इनकी आराधना से गृहस्थ जीवन सुखमय रहता है। मां कात्यायिनी की भक्ति और उपासना द्वारा मनुष्य को बड़ी सरलता से अर्थ, धर्म, काम,मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति हो जाती है। उसके रोग,शोक, संताप और भय आदि सर्वथा नष्ट हो जाते हैं।

किनको होगा लाभ ?

जिनके विवाह में विलम्ब हो रहा हो या जिनका वैवाहिक जीवन सुखी नहीं है वे जातक विशेष रूप से मां कात्यायिनी की उपासना करें,लाभ होगा।

स्तुति मंत्र...

या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।


चंद्र हासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना।

कात्यायनी शुभंदद्या देवी दानवघातिनि।।

रविवार, 26 मार्च 2023

बिस्तर पर मृत पाए गए दो मासूम बच्चे, सांप 

बिस्तर पर मृत पाए गए दो मासूम बच्चे, सांप 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली में एक परिवार के स्कूल जाने वाले दो मासूम बच्चे सुबह अपने बिस्तर पर मृत पाए गए। उनकी मृत्यु के संभव कारणों की जांच-पड़ताल करते हुए उनके खाने-पीने की पूछताछ की गई, तो बच्चों की मां ने बताया कि बच्चों ने बाहर की कोई चीज़ नहीं खाई थी, लेकिन रात को सोते समय रोज़ाना की तरह उनको एक एक गिलास दूध जरूर पिलाया गया था। जब फ्रिज में रखे हुए दूध के बर्तन की जाँच की गई, ,तो पता चला कि उसके तले में 3-4 इंच का एक सांप का बच्चा मरा  पड़ा मिला। 

वह फ्रिज में कैसे पहुँचा और दूध के बर्तन में कैसे गिर गया ?

परिवार ने याद करके बताया कि वे सब्जी मंडी से पालक लाए थे और उस पालक की गड्डी को खोले बगैर फ्रिज में रखा था। हो सकता है, उसी पालक की गड्डी में से निकलकर वह सांप का छोटा-सा बच्चा दूध के बर्तन में गिर गया होगा। बेशक , बच्चों की मौत का कारण तो स्पष्ट हो गया, लेकिन परिवार ने अपने दो मासूम खो दिए।

इसलिए, फ्रिज में कोई वस्तु, विशेष रूप से पत्तेदार सब्जियां रखने पर हमें बहुत सावधान रहना चाहिए तथा वस्तुओं को ढक कर ही फ्रिज में रखना चाहिए। समय-समय पर अपने फ्रीज की साफ-सफाई भी करते रहे, घर में किचन में कोई भी खाने की वस्तु बिना ढकी ना रखे‌।

'यूपी' पुलिस की गाड़ी नहीं पलटती, अपराधी पलटता है

'यूपी' पुलिस की गाड़ी नहीं पलटती, अपराधी पलटता है

संदीप मिश्र 

लखनऊ। अतीक अहमद साबरमती जेल से उत्तर प्रदेश नहीं आना चाहता। क्योंकि, उसे यूपी पुलिस की गाड़ी पलटने का डर सता रहा है, इस सवाल के जवाब में डीजीपी डीएस चौहान ने कहा कि हमारी फ्लीट अच्छी है, यूपी पुलिस की कोई गाड़ी नहीं पलटती, सिर्फ अपराधी पलटता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद। उन्होंने हमारी डेली रूटीन कामों में कभी दखल नहीं दिया। एक टीम बनायीं और हमें खुली छूट दी और हम लोग कानून के दायरे में अपने कर्तव्य को निभाते हैं।

एनकाउंटर के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि यूपी पुलिस का हर जवान और अफसर सर पर कफन बांधकर उतरता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम अपना नुकसान करके आए। युद्ध के मैदान में जो उतरते हैं, वही गिरते हैं। और यूपी पुलिस इतनी बहादुर है कि गिर कर फिर से खड़ा होना जानती है। डीजीपी डीएस चैहान ने अतीक के सवाल पर कहा कि वह हमारे लिए एक मामूली क्रिमिनल है, पता नहीं आप लोग उसके बारे में ऐसा क्यों बोल रहे हैं। हम उसे मामूली क्रिमनल की तरह ही ट्रीट करते हैं।

अपराधियों के जेल में रहते हुए गैंग चलाने के सवाल पर यूपी के डीजीपी डीएस चैहान ने कहा कि जेल में रहने वाले पूजा पाठ तो करते नहीं। उनके अन्दर क्रिमिनल टेंडेंसी रहती है। वह तभी खत्म होती है, जब अदालतें उन्हें दोषी करार दे देती है। तब उनको पता चल जाता है कि उनका खेल खत्म है। जेल में बनने वाले कई षड्यंत्र हम विफल कर देते हैं और कई बार हम उसे जाहिर नहीं करते। एनकाउंटर के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस के ऊपर अगर कोई गोली चलाएगा तो हमारी ट्रेनिंग है कि गोली का जवाब हम गोली से ही देते हैं।

माफिया अतीक अहमद के बारे में बात करते हुए उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान ने कहा कि हमारे रिकार्ड में अपराधी का एक गैंग और उसका पंजीकरण होता है। हम अपराधी को अपराधी के तौर पर देखते हैं। हमारे लिए वह बस एक गैंग का प्रमुख है। यूपी पुलिस जब जिसको चाहे अरेस्ट कर सकती है, कानून के कठघरे में खड़ा कर सकती है। किसको कब और कैसे गिरफ्तार करना है, वह हमारी रणनीति का हिस्सा है।

मुख्य न्यायमूर्ति के रूप में दिवाकर को शपथ दिलाई

मुख्य न्यायमूर्ति के रूप में दिवाकर को शपथ दिलाई

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति के रूप में वरिष्ठ न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर को रविवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह चीफ जस्टिस की कोर्ट में संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रदेश सरकार की तरफ से मंत्री सुरेश खन्ना, चीफ सेक्रेटरी उत्तर प्रदेश, महाधिवक्ता अजय मिश्रा, अपर महाधिवक्ता एमसी चतुर्वेदी, नीरज त्रिपाठी, मनीष गोयल तथा न्यायिक अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में वरिष्ठ व जूनियर वकील उपस्थित रहे।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह ठीक 11 बजे चीफ जस्टिस कोर्ट में संपन्न हुआ।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद राज्यपाल ने सारे जजों से मुलाकात की। राज्यपाल के साथ फोटो सेशन का भी कार्यक्रम संपन्न हुआ। शपथ ग्रहण समारोह में इलाहाबाद और लखनऊ बेंच के न्यायमूर्ति गण उपस्थित रहे। मुख्य न्यायाधीश के परिवार जन तथा रिश्तेदार एवं मध्य प्रदेश के कार्यरत जज भी इस समारोह में शामिल हुए। न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से विधि की पढ़ाई करने के बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की थी।
2005 में वह बतौर वरिष्ठ अधिवक्ता नामित हुए थे। इसके बाद 2009 में वह छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में जज बने। 2018 में उनका स्थानांतरण इलाहाबाद हाईकोर्ट कर दिया गया। इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुख्य न्यायमूर्ति रहे राजेश बिंदल को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाए जाने के बाद वह यहां पर कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति नियुक्त हुए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की संस्तुति के बाद राष्ट्रपति ने उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया।

राजस्थान: बीकानेर में भूकंप के झटके महसूस किए 

राजस्थान: बीकानेर में भूकंप के झटके महसूस किए 

नरेश राघानी 

जयपुर। भूकंप के झटके लगते ही लोगों में दहशत पसर गई। धरती के हिलते ही दहशत के मारे बुरी तरह कांप उठे लोग अपने मकानों से बाहर निकलकर सड़क एवं खुले मैदान में आ गए। 4 दिन पहले भी भूकंप के झटके लगने के बाद धरती हिल गई थी। रविवार को एक बार फिर से राजस्थान के बीकानेर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सुबह के समय जिस समय लोग सवेरे की नींद का आनंद ले रहे थे, तो अचानक से धरती के हिलते ही उनकी नींद फुर्र हो गई। भूकंप के झटकों से जब घर के खिड़की दरवाजे और पंखे हिलने लगे तो दहशत के मारे लोग बिस्तर को छोड़कर भागदौड़ करते हुए अपने घरों से बाहर निकलकर सड़क और खुले मैदान में पहुंच गए।

भूकंप का केंद्र बीकानेर से 516 किलोमीटर पश्चिम की ओर होना बताया गया है। रिक्टर स्केल पर रविवार को आए भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई है। भूकंप के झटके बंद होने के काफी देर बाद तक भी लोगों में दहशत सी बनी रही और धरती के नीचे हुई हलचल को लेकर चर्चाओं में मशगूल रहे। उल्लेखनीय है कि 4 दिन पहले भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

लक्ष्य, पहली इंडिगो उड़ान का शुभारंभ: सिंधिया 

लक्ष्य, पहली इंडिगो उड़ान का शुभारंभ: सिंधिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कहा कि नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में पिछले 65 वर्षों में जो हासिल नहीं हुआ, वह पिछले नौ वर्षों में 148 हवाईअड्डे, वाटरड्रोम और हेलिपोर्ट बनाकर पूरा कर लिया गया है तथा अगले तीन से चार सालों के भीतर 200 एयरपोर्ट बनाने के लक्ष्य रखा गया है। सिंधिया ने रविवार को यहां पहली दिल्ली-धर्मशाला-दिल्ली इंडिगो उड़ान का शुभारंभ किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय अगले तीन से चार वर्षों के भीतर 200 एयरपोर्ट बनाने के लक्ष्य की दिशा में काम कर रहा है।

यह प्रयास बड़े मेट्रो हवाई अड्डों के साथ-साथ दूर-दराज के हवाई अड्डों को भी उतना ही महत्व देगा, जो अंतिम छोर तक संपर्क मुहैया कराते हैं। धर्मशाला हवाई अड्डे के विस्तार के संबंध में उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय पहले से ही इसके लिए दो चरण की योजना पर काम कर रहा है। पहले चरण में वर्तमान रनवे को 1900 मीटर तक लंबा करना शामिल है ताकि लोड पेनल्टी के साथ टर्बोप्रॉप विमान को बिना किसी पेनाल्टी के चलने में सक्षम बनाया जा सके। 

दूसरे चरण में हवाईअड्डे पर बोइंग 737 और एयरबस ए320 को उतारने के विजन को साकार करने के लिए रनवे को 3110 मीटर तक और लंबा करना शामिल होगा। उन्होंने कहा कि शिमला हवाई अड्डे पर रनवे की मरम्मत का काम पूरा हो गया है और मंडी में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए जगह की मंजूरी दे दी गयी है। उन्होंने दोहराया कि उनका मंत्रालय राज्य में नागरिक उड्डयन बुनियादी ढांचे के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, “ नागरिक उड्डयन क्षेत्र में पूर्ण लोकतंत्रीकरण आया है और जो लोग केवल विमान को उड़ते हुए देख सकते थे, वे आज इसमें उड़ान भर रहे हैं।” हिमाचल प्रदेश में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी 2013-14 में प्रति सप्ताह 40 विमान से बढ़कर 110 विमान हो गई है, जो पिछले नौ वर्षों में 175 फीसदी की वृद्धि है। विशेष रूप से धर्मशाला में इस अवधि में हवाई यातायात की संख्या में 110 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 2013-14 में प्रति सप्ताह 28 उड़ान की तुलना में बढ़कर आज 50 हो गई है। 

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...